TOC NEWS // देवेन्द्र चतुर्वेदी
खजुराहो के युवाओं में बढ़ती अपराधिक प्रवृति का एक और नमूना हमने देखा जो कि एक छात्र के द्वारा एक युवा छात्र की हत्या वह भी बड़े ही निर्मम तरीके से चाकू गोदकर निश्चित रूप से आज के युवा समाज में जिस तरीके की प्रवत्ति प्रबल हो रही है व मनोविकार पैदा हो रहे हैं
इसमें कहीं ना कहीं आधुनिक समाज व समाजिक व्यवस्था जिम्मेदार है इस तरह की यह घटनाएं समाज में ना सिर्फ अशांति पैदा करती है बल्कि युवाओं में मनोविकार भी पैदा करते हैं घटना उपरांत जो और कुछ हुआ वह भी दुर्भाग्यपूर्ण है
उदाहरण के तौर पर शासकीय अस्पताल खजुराहो में हमेशा की तरह डॉक्टरों की कमी व उनकी अनुपस्थिति भी कई बार लोगों की मौत का कारण बनती है शायद यही कारण था की कल की घटना पश्चात डॉक्टरों की अनुपस्थिति ने वहां उपस्थित विशाल जनसमूह को आक्रोषित करने के लिए मजबूर कर दिया
और फिर जिस तरह की तोड़फोड़ और सरकारी संपत्ति का नुकसान हुआ इस सब से कहीं ना कहीं सामाजिक क्षति ही कही जाएगी ऐसी घटनाओं व परिस्थितियों को रोकने के लिए हमें अपने बच्चों को अच्छे संस्कार देने की आवश्यकता है जिससे वह अपराधिक प्रवृति से बचे।