श्रीनगर . ऑपरेशन ऑल आउट से बौखलाए आतंकवादियों ने साल के आखिरी दिन जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में पठानकोट एयरबेस की तर्ज पर बड़ा हमला किया है। सीआरपीएफ के ट्रेनिंग सेंटर में रविवार तड़के 2 बजे घुसे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने जबरदस्त फायरिंग शुरू कर दी। जवानों ने तुरंत मोर्चा संभाला और मुठभेड़ शुरू हो गई।
इस दौरान सीआरपीएफ के 5 जवान शहीद हो गए और 2 अन्य घायल हुए हैं। सुरक्षाबलों ने 2 आतंकवादियों को मार गिराया है। अभी सर्च ऑपरेशन जारी है। जैश-ए-मोहम्मद ने 2016 में पठानकोट एयरबेस पर नए साल के जश्न के बीच ही हमला किया था। तब 1 जनवरी की रात हुए इस हमले में 7 सैनिक शहीद हो गए थे। उस समय मुठभेड़ 80 घंटे तक चली थी। बताया जा रहा है कि यह अचानक किए गए सबसे खतकनाक हमलों में से है।
रविवार दोपहर तक दोनों ओर से गोलीबारी होती रही, जिसके बाद सेना को सफलता मिली। आतंकी हमले पर जम्मू-कश्मीर के डीजीपी एसपी वैद ने बताया कि सर्च ऑपरेशन में दो आतंकियों के शव बरामद हुए हैं।
एएनआई ने सीआरपीएफ के हवाले से बताया कि फिदायीन लेथपोरा स्थित सेंट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स के 185 बटालियन कैंप में लगभग 2 बजे घुसने में कामयाब रहे थे। आतंकियों ने पहले हैंड ग्रेनेड फेंके और उसके बाद फायरिंग शुरू कर दी। आतंकी एक इमारत में जाकर छिप गए और वहां से गोलीबारी करने लगे। न्यूज एजेंसी ने सीआरपीएफ के हवाले से कहा है कि दूसरे कैंपों पर भी ऐसे ही हमले की आशंका है।
अधिकारी ने कहा, 'आतंकवादियों से निपटने के लिए राष्ट्रीय राइफल्स, सीआरपीएफ और राज्य पुलिस सहित सुरक्षा बलों ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया।' एहतियात के तौर पर प्रशासन ने पुलवामा जिले में इंटरनेट सेवा निलंबित कर दिया है। आतकंवाद रोधी अभियान के दौरान श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर यातायात कुछ समय के लिए बाधित रहा