एकेवीएन के 719 करोड़ के घोटाले के आरोपियों की सूची eow ने जारी की...
Naveen Anand Joshi
भोपाल। म0प्र0 राज्य औद्योगिक विकास निगम के तत्कालीन अध्यक्ष, संचालक मण्डल, प्रबंध संचालक एवं अन्य अधिकारियों ने षडयंत्र पूर्वक बेईमानी के इरादे से छल करते हुए लगभग 42 डिफाॅल्टर कम्पनियों के प्रवर्तकों/संचालको से सांठ-गांठ कर उन्हंे अवैध रूप से लाभान्वित किया। जिससे षासन और निगम को ब्याज सहित लगभग 719 करोड़ रूपये वित्तीय हानि हुई थी। दिनांक 31.09.2017 की स्थिति में यह हानि बढ़कर ब्याज सहित 7536.57 करोड़ रूपये हो चुकी है।
मध्यप्रदेष राज्य ओैद्योगिक विकास निगम भोपाल के संबंध में प्राप्त घोटाले संबंधी सूचनाओं पर प्रकोष्ठ में हुई गड़बड़ियों/अनियमितताओं के संबंध में प्रथम सूचना पत्र क्रमांक 25/04 पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था, जिसमें विवेचना उपरांत आरोपी 05 लोकसेवक 1. श्री राजेन्द्र कुमार सिंह, तत्का0 अध्यक्ष एम.पी.एस.आई.डी.सी. 2. श्री अजय आचार्य, तत्का0 संचालक एम.पी.एस.आई.डी.सी 3. श्री जे.एस.राममूर्ती, तत्का0 संचालक एम.पी.एस.आई.डी.सी 4. श्री एम.पी.राजन, तत्का0 प्रबंध संचालक, 5. श्री नरेन्द्र नाहटा, तत्का0 अध्यक्ष एम.पी.एस.आई.डी.सी एवं 20 कंपनियों के प्रवर्तक/संचालकगणों के विरूद्ध विवेचना उपरांत पूर्व अभियोग पत्र प्रस्तुत किया जा चुका है।
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प्रकरण में अग्रिम अनुसंधान के पष्चात् आरोपी कंपनी मेसर्स भास्कर इण्डस्ट्रिज लिमिटेड के, श्री सुधीर अग्रवाल, तत्का0 संचालक, श्री गिरीश अग्रवाल, तत्का0 संचालक एवं श्री नागेन्द्र मोहन शुक्ला, तत्का0 कार्यपालिक संचालक एवं निगम के तत्कालीन अध्यक्ष, श्री राजेन्द्र कुमार सिंह एवं श्री नरेन्द्र नाहटा, तत्कालीन संचालक, श्री अजय आचार्य, तत्का0 प्रबंध संचालक श्री एम.पी.राजन, तत्कालीन महाप्रबंधक लेखा, स्व0 श्री एम.एल.स्वर्णकार के विरूद्ध धारा 409, 420, 467, 468, 471, 120बी, भादवि0 एवं 13(1)(डी) सहपठित धारा 13(2) भ्रनिअ0 1988 के अंतर्गत माननीय विशेष न्यायालय (एम.पी.एस.आई.डी.सी.), भोपाल के समक्ष आज दिनांक 27.02.2018 को अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया है।
आरोपी श्री नागेन्द्र मोहन शुक्ला माननीय न्यायालय में उपस्थित हुए, उनकी ओर से प्रस्तुत जमानत आवेदन स्वीकार करते हुए माननीय न्यायालय द्वारा जमानत पर रिहा किया गया। आरोपी श्री सुधीर अग्रवाल एवं श्री गिरीश अग्रवाल नोटिस तामीली उपरांत भी उपस्थित नहीं होने से माननीय न्यायालय द्वारा दोनों के विरूद्ध गिरफ्तारी वारण्ट जारी किया गया।