TOC NEWS @ www.tocnews.org
व्यूरो चीफ गाडरवारा // अरूण श्रीवास्तव : 8120754889
गाडरवारा। रविवार को चीचली विकासखंड के वनांचल क्षेत्र के ग्राम बारहा एवं पटकुही में तेन्दूपत्ता संग्रहकों को वन विभाग के तत्वावधान में बोनस एवं सामग्री का वितरण कार्यक्रम का आयोजन क्षेत्रीय विधायक गोविंद सिंह पटैल के मुख्य आतिथ्य एवं मुकेश मरैया अध्यक्ष जनपद पंचायत चीचली की अध्यक्षता तथा मंडल अध्यक्ष जयप्रकाश वर्मा, रामनारायण बड़कुर, रामदयाल पटैल, अशोक मसकोले मंडी अध्यक्ष, रामदास कौरव, नरेन्द्र पटैल मंडल महामंत्री, नरेन्द्र कौरव किसान मोर्चा मँडल अध्यक्ष, राघवेन्द्र कौरव युवा मोर्चा मंडल अध्यक्ष के विशिष्ट आतिथ्य में किया गया। सर्वप्रथम उपस्थित अतिथियों का स्वागत वन विभाग के अनुविभागीय अधिकारी सी.एस.सिंह एवं रेंजर आर.के.शर्मा द्वारा किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जनपद अध्यक्ष मुकेश मरैया ने कहा कि तेन्दूपत्ता संग्रहकों को वोनस वितरण एवं आदिवासियों को पानी की बोतल व साड़ी, चप्पलें आदि के वितरण को सरकार की महत्वपूर्ण योजना बताया। क्षेत्रीय विधायक गोविंद सिंह पटैल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मध्यपदेष की सरकार के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने आदिवासियों की चिंता करते हुए तेन्दूपत्ता का संग्रहण कर अपनी जीविका चलाने वाले तेन्दूपत्ता संग्रहकों को बोनस के साथ ठंडा पानी पीने हेतु पानी बॉटल, आदिवासी भाईयों को जूते, महिलाओं के लिये चप्पलें व साड़ी आदि सामग्री दे रही है। प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से गरीबों के उत्थान एवं विकास के कार्य किये जा रहे है।
असंगठित क्षेत्र के गरीब मजदूर वर्ग के लिये श्रमिक कार्ड, आवास योजना के तहत पक्के घर जैसी महत्वपूर्ण योजनाओं से हितग्राहियों को लाभांवित किया जा रहा है। इस मौके पर सालीचौका एवं चीचली क्षेत्र में लगभग 1402 तेन्दूपत्ता संग्रहकों को 30 लाख 74 हजार 194 रूपये की राशि का बोनस वितरण किया गया। इस अवसर पर विधायक पटैल द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया।
कार्यक्रम में श्रीमती मीना/राकेश कौरव सरपंच पटकुही, नेपालसिंह सरपंच ढाना, वृदांवन साहू, नरेश ढिमोले, भवानी चौबे, अभिषेक जैन, कैलाश पटवार सरपंच, जुगलकिशोर पाली, केशव कुशवाहा, हरिशंकर कौरव, अजुददी वर्मा, संगम राय, प्रताप भरिया, सहित नीलम मेहरा नोडल अधिकारी, कैलाश सूर्यवंशी प्रबंधक, रामदर्शन कौरव, मनीष तिवारी, रवि ठाकुर सहित वन विभाग कर्मचारी एवं आदिवासीजन बड़ी संख्या में मौजूद रहे।