TOC NEWS @ www.tocnews.org
बालाघाट। जिले के परसवाड़ा में लोकायुक्त पुलिस ने एक डिप्टी रेंजर को 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. डिप्टी रेंजर एच आर चौरे पश्चिम बैहर सामान्य परिक्षेत्र में कार्यरत है. चौरे ने एक अवैध मिट्टी परिवहन में जब्त ट्रेक्टर को रफा दफा करने के एवज में 20 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी.
इसे भी पढ़ें :- पीएनबी घोटाला : ईडी ने चोकसी की थाईलैंड फैक्टरी को कुर्क किया, 1314 करोड़ रुपये है कीमत
शिकायत कर्ता सुशील गौतम ने बताया कि चार दिसंबर को 2018 को उसके तीन ट्रेक्टर कृषि कार्य के लिए मिट्टी(मलमा) लाने कोरजा गांव गये थे. जहां वन विभाग की टीम ने जिसमें डिप्टी रेंजर एच आर चौरे भी शामिल थे. इस दौरान उन्होंने अवैध परिवहन का प्रकरण बनाया और तीनों ट्रेक्टरों को जब्त कर कर कार्यालय ले आये.
इसे भी पढ़ें :- खनन घोटाले में चर्चित IAS अधिकारी बी.चंद्रकला के घर सीबीआई की छापेमारी
इस प्रकरण को रफा दफा करने के एवज में चौरे ने रिश्वत मांगी थी. शिकायतकर्ता पहली किस्त के रूप में पांच हजार रूपये दे चुका था. लेकिन दूसरी किस्त देने से पहले उनके लोकायुक्त में शिकायत कर दी और जब वह दूसरी किश्त लेकर चौरे के पास पहुंचा तो लोकायुक्त ने उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त एएसपी दिलीप झरवड़े ने बताया कि डिप्टी रेंजर पर रिश्वखोरी और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्ईरवाई की जाएगी. जबकि रेंजर एचआर चौरे ने सभी आरोपों को नकारते हुये कहा कि उसे जबरन फंसाया जा रहा है.
इस प्रकरण को रफा दफा करने के एवज में चौरे ने रिश्वत मांगी थी. शिकायतकर्ता पहली किस्त के रूप में पांच हजार रूपये दे चुका था. लेकिन दूसरी किस्त देने से पहले उनके लोकायुक्त में शिकायत कर दी और जब वह दूसरी किश्त लेकर चौरे के पास पहुंचा तो लोकायुक्त ने उसे रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. लोकायुक्त एएसपी दिलीप झरवड़े ने बताया कि डिप्टी रेंजर पर रिश्वखोरी और भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत कार्ईरवाई की जाएगी. जबकि रेंजर एचआर चौरे ने सभी आरोपों को नकारते हुये कहा कि उसे जबरन फंसाया जा रहा है.