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भोपाल. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान की सरकार पर बड़े घोटाले का आरोप लगाया है । उनका कहना है कि किसानों के नाम पर राज्य में 2,000 करोड़ से ज्यादा का घोटाला किया गया।
कई किसानों ने कर्ज लिया ही नहीं और उनके नाम कर्जवाले किसानों की लिस्ट में शामिल हैं। एमपी के सीएम का आरोप है कि कई मरे हुए किसानों के नाम पर कर्ज जारी कर दिया गया। उन्होंने दावा किया कि उनके पास ऐसी कई शिकायतें और किसान आ रहे हैं। कमलनाथ ने कहा कि पूरे मामले की गंभीरता से जांच कराई जाएगी और भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
सीएम कमलनाथ ने कहा, 'आज भी दो- तीन किसान मुझसे आकर मिले थे। उनमें से किसी भी किसान ने कर्ज नहीं लिया था लेकिन उनके नाम कर्ज लेने वाले किसानों की लिस्ट में थे। इतना ही नहीं कई ऐसे किसानों के नाम लिस्ट में थे जिनकी कर्ज माफी कर दी गई लेकिन उनके नाम पर कर्ज ही नहीं था। यह घोटाला दो हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का हो सकता है। हम लोग इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे।'
खुद को कहते थे गोरक्षक, नहीं बनवाए गोशाले
खुद को कहते थे गोरक्षक, नहीं बनवाए गोशाले
कमलनाथ ने कहा कि उन्हें इस बात का बड़ा दुख है कि खुद को गोरक्षक कहने वालों की सरकार पिछले 15 वर्षों से राज्य में थी लेकिन एक भी गोशाला का निर्माण नहीं कराया गया। उन्होंने बताया कि हमने अपने घोषणापत्र में गोशाला बनवाने को कहा था और हम लोगों ने मंगलवार को फैसला लिया है कि गोशालाएं बनवाई जाएंगी।
किसान की सदमे से हुई थी मौत
किसान की सदमे से हुई थी मौत
बीते हफ्ते भोपाल के सरदई गांव के आदिवासी मुकुंदी (65) ने नयानगर सहकारी समिति के बकायादारों की सूची में अपना नाम देखा। उनके नाम पर 5,43,366 रुपये का कर्ज दर्ज दिखा, जिसे देखकर वह घबरा गए। मुकुंदी के परिजनों के अनुसार, वह इस कर्ज को लेकर परेशान हुए क्योंकि उन्होंने कोई कर्ज लिया ही नहीं था। नाम हटवाने के लिए सहकारी समिति से लेकर अधिकारियों के चक्कर लगाए लेकिन किसी ने नहीं सुनी। मुकुंदी ने चिंता में खाना-पीना तक छोड़ दिया। इसी के चलते उनकी मौत हो गई थी।