कांग्रेस पार्टी की महासचिव और पूर्वी यूपी प्रभारी बनाए जाने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को पहली बार यूपी का दौरा करने वाली हैं. इस दौरे पर उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और पश्चिम यूपी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी होंगे.
यूपी की राजधानी लखनऊ में पार्टी कार्यकर्ताओं ने तीन बड़े नेताओं के स्वागत की तैयारी शुरू कर दी है. तीनों नेता रोड शो करते हुए एयरपोर्ट से पार्टी ऑफिस तक जाएंगे.
चार दिन लखनऊ में रुकेंगी प्रियंका
राहुल गांधी सोमवार को ही दिल्ली वापस आ जाएंगे, लेकिन प्रियंका गुरुवार तक लखनऊ में रुकेंगी. वहां 2019 चुनावों को लेकर पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से मीटिंग करेंगी. जिला और शहरी स्तर पर पार्टी का नेतृत्व करने वाले सभी कार्यकर्ता उनसे मिलेंगे.
प्रियंका गांधी बुधवार को दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय के ऑफिस के बाहर तक अपने पति रॉबर्ट वाड्रा को छोड़ने आई थीं. इसके बाद, अब लखनऊ में औपचारिक रूप से वे जनता के सामने पहली बार अपनी उपस्थिति दर्ज कराएंगी.
कांग्रेस प्रवक्ता अंशुल अवस्थी ने कहा, "आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस यूपी को बड़े राज्य के तौर पर देख रही है. उत्तर प्रदेश के लिए नियुक्त किए गए दो नए प्रभारी चुनावों के लिए पार्टी की तैयारी का जायजा लेंगे. कांग्रेस के बड़े नेताओं, खास तौर से प्रियंका गांधी का यूपी दौरा पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश भरेगा."
बीजेपी के लिए यूपी में बड़ी चुनौती
आम चुनाव में सत्तारूढ़ बीजेपी को यूपी में बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है. एक तरफ समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का गठबंधन है, दूसरी तरफ कांग्रेस राज्य में अपना खोया हुआ वोटबैंक वापस पाने की हरसंभव कोशिश में जुटी है.
पूर्वी यूपी की दो सीटें, अमेठी और रायबरेली लोकसभा सीट कई साल से कांग्रेस के खाते में ही जा रही है. राहुल गांधी और सोनिया गांधी इस सीट पर अपना कब्जा जमाते आ रहे हैं.
प्रियंका गांधी पूर्वी यूपी की प्रभारी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गढ़ गोरखपुर इसी क्षेत्र का हिस्सा हैं.