Friday, December 25, 2015

यीशु मसीह कौन है?


यीशु की खास भूमिका क्या है?
वह कहाँ से आया था?
वह कैसा इंसान था?
1, 2. (क) क्या एक मशहूर आदमी का सिर्फ नाम जानने का यह मतलब है कि आपकी उससे गहरी जान-पहचान है? (ख) यीशु के बारे में लोग कैसी अलग-अलग राय रखते हैं?
दुनिया में कई मशहूर और जानी-मानी हस्तियाँ हैं। कुछ लोग अपने समाज, शहर या देश में मशहूर हैं तो कुछ दुनिया-भर में। मान लीजिए, आप किसी मशहूर आदमी का सिर्फ नाम जानते हैं। तो क्या आप यह कह सकते हैं कि मेरी उससे गहरी जान-पहचान है? नहीं। सिर्फ नाम जानने का यह मतलब नहीं कि आपको उसकी ज़िंदगी की एक-एक बात पता है और यह भी कि वह कैसा शख्स है।

2 यीशु मसीह करीब 2,000 साल पहले धरती पर आया था, फिर भी आज सारी दुनिया के लोग उसके बारे में कुछ-न-कुछ ज़रूर जानते हैं। मगर कइयों को सही से पता नहीं है कि यीशु असल में कौन था। वे उसके बारे में अलग-अलग राय रखते हैं। जैसे, कुछ लोगों का कहना है कि वह एक नेक इंसान था। दूसरे कहते हैं कि वह बस एक नबी था। और कई लोगों का मानना है कि यीशु, परमेश्वर है और हमें उसकी उपासना करनी चाहिए। लेकिन क्या वाकई में उसकी उपासना की जानी चाहिए?

3. यीशु के बारे में सच्चाई जानना आपके लिए क्यों ज़रूरी है?
3 यीशु के बारे में सही-सही जानना आपके लिए बहुत ज़रूरी है। क्यों? क्योंकि बाइबल कहती है: “अनन्त जीवन यह है कि वे तुझ एकमात्र सच्चे परमेश्वर का, और जिसे तू ने भेजा है, अर्थात्‌ यीशु मसीह का ज्ञान लेते रहें।” (यूहन्ना 17:3, NW) जी हाँ, यहोवा परमेश्वर और यीशु मसीह के बारे में सच्चा ज्ञान लेने से आपको फिरदौस में हमेशा की ज़िंदगी मिल सकती है। (यूहन्ना 14:6) इतना ही नहीं, यीशु की बढ़िया मिसाल से आप सीख सकते हैं कि आपको अपनी ज़िंदगी कैसे बितानी चाहिए और दूसरों के साथ कैसा  बर्ताव करना चाहिए। (यूहन्ना 13:34, 35) इस किताब के पहले अध्याय में हमने सीखा था कि परमेश्वर के बारे में सच्चाई क्या है। इस अध्याय में हम देखेंगे कि यीशु मसीह के बारे में बाइबल असल में क्या सिखाती है।

वह मसीहा जिसके आने का वादा किया गया था
4. “मसीहा” और “ख्रिस्त” का मतलब क्या है?
4 यीशु के पैदा होने से बहुत पहले, बाइबल में बता दिया गया था कि परमेश्वर एक मसीहा या ख्रिस्त को भेजेगा। शब्द “मसीहा” इब्रानी भाषा से और “ख्रिस्त” यूनानी भाषा से निकला है और इन दोनों का मतलब है “अभिषिक्त जन।” भविष्यवाणी के इन शब्दों से पता चलता है कि यह वादा किया हुआ जन परमेश्वर का अभिषिक्त होगा, यानी परमेश्वर उसे खास ज़िम्मेदारी और पदवी देने के लिए उसका अभिषेक करेगा। परमेश्वर  के वादों के पूरा होने में मसीहा ने क्या अहम भूमिका निभायी, इस बारे में हम आगे के अध्यायों में और ज़्यादा सीखेंगे। हम उन आशीषों के बारे में भी जानेंगे जो यीशु की बदौलत आज हमें मिल सकती हैं। लेकिन जब यीशु धरती पर पैदा होनेवाला था, उस वक्‍त बेशक कई लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा था कि ‘वह मसीहा आखिर कौन होगा?’

5. यीशु के चेलों को उसके बारे में क्या यकीन था?
5 पहली सदी में, यीशु नासरी के चेलों को पूरा यकीन था कि भविष्यवाणी में बताया गया मसीहा वही है। (यूहन्ना 1:41) यीशु के चेले शमौन पतरस को उससे यह कहने में ज़रा भी हिचकिचाहट नहीं हुई कि ‘तू मसीह है।’ (मत्ती 16:16) लेकिन उन्हें कैसे यकीन हुआ कि यीशु ही मसीहा है, और हम भी यह कैसे यकीन कर सकते हैं?

6. यहोवा ने मसीहा को पहचानने में अपने लोगों की कैसे मदद की, इसे समझाने के लिए एक मिसाल दीजिए।
6 यीशु के आने से पहले नबियों ने मसीहा के बारे में कई भविष्यवाणियाँ की थीं। इनमें दी जानकारी की मदद से लोग मसीहा को पहचान सकते थे। इसे समझाने के लिए यह मिसाल दी जा सकती है। मान लीजिए, आप से कहा जाए कि आप फलाँ-फलाँ बस या हवाई-अड्डे या रेलवे-स्टेशन पर किसी को लेने जाएँ। मगर मुश्किल यह है कि आप जिसे लेने जा रहे हैं उसे आपने पहले कभी नहीं देखा। तो आप उसे पहचानेंगे कैसे? अगर आपको आनेवाले मेहमान के हुलिए और शक्ल-सूरत के बारे में कुछ बताया जाए, तो आपका काम आसान हो जाएगा, है कि नहीं? उसी तरह, यहोवा ने मसीहा को पहचानने के लिए, अपने नबियों के ज़रिए काफी जानकारी दी थी। जैसे कि वह क्या-क्या काम करेगा और उसे कैसे-कैसे ज़ुल्म सहने पड़ेंगे। इन ढेरों भविष्यवाणियों को पूरा होते देखकर परमेश्वर के सेवक साफ-साफ पहचान सकते थे कि कौन मसीहा है।

7. ऐसी कौन-सी दो भविष्यवाणियाँ हैं जो यीशु पर पूरी हुई थीं?
7 आइए अब मसीहा के बारे में ऐसी दो भविष्यवाणियों पर गौर करें। पहली भविष्यवाणी मीका की है। उसने मसीहा के आने से 700 साल पहले बताया था कि मसीहा, यहूदा देश में बेतलेहेम नाम के एक छोटे-से नगर में पैदा होगा। (मीका 5:2) यीशु कहाँ पैदा हुआ? इसी नगर में! (मत्ती 2:1, 3-9) दूसरी  भविष्यवाणी दानिय्येल 9:25 में है। इसमें मसीहा के आने से सदियों पहले बताया गया था कि वह सा.यु. 29 में लोगों पर प्रकट होगा। * यीशु, मसीहा बनकर किस साल प्रकट हुआ? ठीक उसी साल। इन दोनों के अलावा, दूसरी ढेरों भविष्यवाणियाँ पूरी होने से साबित हो जाता है कि यीशु ही मसीहा है।

यीशु के बपतिस्मे के वक्‍त, परमेश्वर की पवित्र शक्‍ति कबूतर के रूप में नीचे उतरते हुए, यह ज़ाहिर करने के लिए कि यीशु ही मसीहा है
बपतिस्मा होने पर यीशु, मसीहा या ख्रिस्त बना
8, 9. यीशु के बपतिस्मे के वक्‍त क्या सबूत मिला कि वही मसीहा था?
8 सामान्य युग 29 के आखिर में यीशु के बपतिस्मे के वक्‍त उसके मसीहा होने का एक और सबूत मिला। यहोवा ने यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले को मसीहा को पहचानने की निशानी दी थी। वह निशानी क्या थी? बाइबल बताती है कि जब यीशु ने यरदन नदी में बपतिस्मा लिया, तो क्या हुआ: “यीशु बपतिस्मा लेकर तुरन्त पानी में से ऊपर आया, और देखो, उसके लिये आकाश खुल गया; और उस ने परमेश्वर के आत्मा को कबूतर की नाई उतरते और अपने ऊपर आते देखा। और देखो, यह आकाशवाणी हुई, कि यह मेरा प्रिय पुत्र है, जिस से मैं अत्यन्त प्रसन्न हूं।” (मत्ती 3:16, 17) पवित्र आत्मा उँडेलने के साथ-साथ यहोवा ने खुद इस मौके पर गवाही देकर सबूत दिया कि यीशु ही मसीहा था। यूहन्ना को यह सब देखने और सुनने पर पक्का विश्वास हो गया कि यीशु को परमेश्वर ने भेजा है। (यूहन्ना 1:32-34) जिस दिन यीशु पर परमेश्वर की आत्मा या सक्रिय शक्ति उँडेलकर उसका अभिषेक किया गया उस दिन यीशु, मसीहा या ख्रिस्त बना, यानी वह जिसे परमेश्वर ने प्रधान और राजा बनने के लिए चुना था।—यशायाह 55:4.

9 यीशु पर बाइबल की जो भविष्यवाणियाँ पूरी हुईं और खुद यहोवा परमेश्वर ने जो गवाही दी, उनसे साफ पता चलता है कि यीशु ही वादा किया गया मसीहा था। मगर यीशु मसीह के बारे में बाइबल और भी दो अहम सवालों के जवाब देती है: वह कहाँ से आया था और कैसा इंसान था?

यीशु कहाँ से आया था?
10. बाइबल के मुताबिक धरती पर आने से पहले यीशु कहाँ था?
10 बाइबल सिखाती है कि यीशु, धरती पर आने से पहले स्वर्ग में था। मीका ने अपनी भविष्यवाणी में जब कहा कि मसीहा बेतलेहेम में पैदा होगा तो उसने  यह भी बताया कि वह “प्राचीनकाल से” अस्तित्त्व में है। (मीका 5:2) कई मौकों पर खुद यीशु ने भी बताया कि वह धरती पर आने से पहले स्वर्ग में था। (यूहन्ना 3:13; 6:38, 62; 17:4, 5) स्वर्ग में वह एक आत्मिक प्राणी था और उसका यहोवा के साथ एक खास और करीबी रिश्ता था।

11. बाइबल कैसे दिखाती है कि यीशु, यहोवा का सबसे प्यारा बेटा है?
11 यीशु, यहोवा का सबसे प्यारा बेटा है और इसकी ठोस वजह भी हैं। बाइबल में उसे “सारी सृष्टि में पहिलौठा” कहा गया है, क्योंकि उसे सबसे पहले बनाया गया था। * (कुलुस्सियों 1:15) एक और वजह से भी यहोवा का यह बेटा उसे सबसे अज़ीज़ है। वह परमेश्वर का “एकलौता पुत्र” है। (यूहन्ना 3:16) इसका मतलब है कि अकेला वही ऐसा है जिसे परमेश्वर ने खुद रचा था। और अपनी बाकी सृष्टि को बनाने के लिए परमेश्वर ने सिर्फ उसी को इस्तेमाल किया था। (कुलुस्सियों 1:16) इसके अलावा यीशु को “वचन” भी कहा गया है। (यूहन्ना 1:14) इससे हमें पता चलता है कि वह यहोवा की तरफ से बोलता था। वह अपने पिता का संदेश और उसकी हिदायतें परमेश्वर के बाकी बेटों, यानी स्वर्गदूतों और इंसानों को पहुँचाता था।

12. हम कैसे जानते हैं कि परमेश्वर का पहिलौठा पुत्र, उसके बराबर नहीं है?
12 कुछ लोग मानते हैं कि पहिलौठा पुत्र यीशु, परमेश्वर के बराबर है। क्या यह सच है? बाइबल ऐसा नहीं सिखाती। जैसे हमने पिछले पैराग्राफ में देखा, यीशु की सृष्टि की गयी थी। तो ज़ाहिर है कि उसकी एक शुरूआत थी, जबकि यहोवा परमेश्वर की न तो कोई शुरूआत थी और ना ही कभी उसका अंत होगा। (भजन 90:2) और यीशु के मन में कभी अपने पिता के बराबर बनने का खयाल तक नहीं आया। बाइबल साफ-साफ बताती है कि पिता, पुत्र से बड़ा है। (यूहन्ना 14:28; 1 कुरिन्थियों 11:3) केवल यहोवा ही “सर्वशक्‍तिमान्‌ ईश्वर” है। (उत्पत्ति 17:1) इसलिए कोई उसकी बराबरी नहीं कर सकता। *

13. बाइबल में पुत्र को “अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप” क्यों कहा गया है?
 13 यहोवा और उसका पहिलौठा बेटा, अरबों-खरबों सालों से साथ-साथ रहे हैं, यानी तब से जब न यह आसमान था और ना ही यह ज़मीन। तो सोचिए उनके बीच कितना करीबी रिश्ता और गहरा प्यार होगा! (यूहन्ना 3:35; 14:31) परमेश्वर का यह प्यारा बेटा हर बात में हू-ब-हू अपने पिता जैसा था। यही वजह है कि बाइबल उसे “अदृश्य परमेश्वर का प्रतिरूप” कहती है। (कुलुस्सियों 1:15) जिस तरह एक बेटे में बहुत-से गुण अपने पिता जैसे होते हैं, वैसे ही यीशु में भी अपने पिता जैसे गुण हैं और वह उसके जैसी शख्सियत रखता है।

14. यहोवा का एकलौता बेटा, एक इंसान के रूप में कैसे पैदा हुआ?
14 यहोवा का एकलौता बेटा, इंसान की ज़िंदगी जीने के लिए खुशी से स्वर्ग छोड़कर धरती पर आया। मगर आप शायद सोचें, ‘यीशु तो एक आत्मिक प्राणी था, फिर वह इंसान कैसे बना?’ इसे मुमकिन करने के लिए, यहोवा ने एक चमत्कार किया। उसने अपने पहिलौठे बेटे का जीवन एक भ्रूण के रूप में, मरियम नाम की एक यहूदी कुँवारी के गर्भ में डाला। इस तरह, इस बच्चे का कोई इंसानी पिता नहीं था। इसी वजह से, मरियम ने जिस बेटे को जन्म दिया वह सिद्ध था और उसने उसका नाम यीशु रखा।—लूका 1:30-35.

यीशु कैसा इंसान था?
एक घर में यीशु लोगों को प्रचार करते हुए
15. हम क्यों कह सकते हैं कि यीशु के बारे में सीखने से हम यहोवा को अच्छी तरह जान पाएँगे?
15 यीशु ने धरती पर रहते वक्‍त जो बातें कहीं और जो काम किए, उनके बारे में सीखकर हम उसे और भी अच्छी तरह जान सकते हैं। इससे भी बढ़कर, यीशु के ज़रिए हम यहोवा को और करीब से जान सकेंगे। वह कैसे? क्योंकि परमेश्वर का यह बेटा हर बात में हू-ब-हू अपने पिता की तरह था, जैसा कि हम पहले देख चुके हैं। इसीलिए उसने अपने एक चेले से कहा: “जिस ने मुझे देखा है उस ने पिता को देखा है।” (यूहन्ना 14:9) बाइबल में मत्ती, मरकुस, लूका और यूहन्ना नाम की ऐसी चार किताबें हैं जो हमें यीशु मसीह की ज़िंदगी, उसकी सेवा और उसके गुणों के बारे में बहुत कुछ बताती हैं। इन किताबों को सुसमाचार की किताबें कहा जाता है।

16. यीशु का खास संदेश क्या था, और यह किसकी तरफ से था?
 16 यीशु को लोग “गुरु” कहकर बुलाते थे क्योंकि वह सिखाने में बेजोड़ था। (यूहन्ना 1:38; 13:13) वह लोगों को क्या सिखाता था? ‘राज्य के सुसमाचार’ के बारे में। यही उसका खास संदेश था। उसने लोगों को यह खुशखबरी दी कि परमेश्वर का स्वर्गीय राज्य या सरकार बहुत जल्द सारी दुनिया पर हुकूमत करेगी और आज्ञा माननेवाले इंसानों को बेशुमार आशीषें देगी। (मत्ती 4:23) उसका यह संदेश किसकी तरफ से था? यीशु ने खुद इसका जवाब दिया: “मेरा उपदेश मेरा नहीं, परन्तु मेरे भेजनेवाले” यानी यहोवा परमेश्वर का है। (यूहन्ना 7:16) यीशु अच्छी तरह जानता था कि उसके पिता की यह मरज़ी है कि लोगों को राज्य की खुशखबरी सुनायी जाए। यह राज्य क्या है और यह क्या करेगा, इस बारे में हम अध्याय 8 में ज़्यादा सीखेंगे।

यीशु कुछ मछुआरों को प्रचार करते हुए
17. यीशु सिखाने के लिए कहाँ-कहाँ गया, और इस काम में उसने इतनी मेहनत क्यों की?
17 लोगों को सिखाने के लिए यीशु कहाँ-कहाँ गया? ऐसी हर जगह जहाँ लोग मिल सकते थे—घरों में, बाज़ारों में, गाँवों और शहरों में, यहाँ तक कि दूर-दूर के इलाकों में भी। यीशु ने कभी यह उम्मीद नहीं की कि लोग उसके पास आएँ बल्कि वह खुद उनके पास जाता था। (मरकुस 6:56; लूका 19:5, 6) आखिर क्या वजह थी कि यीशु ने प्रचार करने और लोगों को सिखाने में इतनी कड़ी मेहनत की, यहाँ तक कि अपना सारा वक्‍त लगा दिया? क्योंकि यीशु के लिए परमेश्वर की यही मरज़ी थी। और उसने हमेशा से वही किया है जो पिता उससे चाहता था। (यूहन्ना 8:28, 29) मगर उसके प्रचार करने की सिर्फ यही वजह नहीं थी। जब लोगों की भीड़ यीशु से मिलने आती थी, तो यह देखकर उससे सहा नहीं जाता था कि उनकी आध्यात्मिक हालत इतनी खराब है। (मत्ती 9:35, 36) उस ज़माने के धर्म-गुरुओं ने उन पर ज़रा भी ध्यान नहीं दिया था, जबकि उनका फर्ज़ था कि वे लोगों को परमेश्वर और उसके मकसद के बारे में सच्चाई सिखाएँ। यीशु अच्छी तरह जानता था कि लोगों को राज्य की खुशखबरी सुनाए जाने की कितनी ज़रूरत है।

18. यीशु के कौन-से गुण खास तौर पर आपके मन को भा जाते हैं?
18 यीशु प्यार की ज़िंदा मिसाल था। दूसरों का दर्द और उनकी तकलीफें देखकर वह तड़प उठता था। ऐसी सच्ची परवाह देखकर लोग उसके पास खिंचे  चले आते थे। यहाँ तक कि छोटे बच्चों को भी उससे बहुत लगाव था। (मरकुस 10:13-16) यीशु अमीर-गरीब या जात-पाँत नहीं देखता था, बल्कि उसकी नज़र में सभी एक-बराबर थे। उसे बेईमानी, धोखाधड़ी और अन्याय से सख्त नफरत थी। (मत्ती 21:12, 13) हालाँकि उस ज़माने में स्त्रियों को नीचा समझा जाता था और उन्हें बहुत कम अधिकार दिए जाते थे, मगर यीशु ने उन्हें लिहाज़ दिखाया और उनके साथ गरिमा से पेश आया। (यूहन्ना 4:9, 27) यीशु की नम्रता सच्ची थी। एक मौके पर उसने ऐसा काम किया जो आम तौर पर घर का सबसे तुच्छ सेवक करता है। गुरु होते हुए भी उसने अपने चेलों के पाँव धोए!

एक बीमार व्यक्‍ति को छूकर ठीक करने के लिए यीशु आगे बढ़ते हुए
यीशु ने ऐसी हर जगह प्रचार किया जहाँ लोग मिल सकते थे
19. कौन-सी घटना दिखाती है कि यीशु दूसरों की तकलीफ बखूबी समझता था?
19 यीशु महसूस कर सकता था कि दूसरे किस पीड़ा में हैं और उनकी ज़रूरतें क्या हैं। जब वह परमेश्वर की आत्मा के असर में चंगाई के काम करता था, तब उसकी यह हमदर्दी साफ नज़र आती थी। (मत्ती 14:14) मिसाल के लिए, एक कोढ़ी ने यीशु के पास आकर कहा: “यदि तू चाहे तो मुझे शुद्ध कर सकता है।” उसकी यह दर्द-भरी फरियाद सुनकर यीशु से रहा नहीं गया। हाथ बढ़ाकर  उसने कोढ़ी को छूआ और कहा: “मैं चाहता हूं तू शुद्ध हो जा।” यह कहते ही वह कोढ़ी चंगा हो गया! (मरकुस 1:40-42) क्या आप उस आदमी की खुशी का अंदाज़ा लगा सकते हैं?

आखिरी साँस तक वफादार
20, 21. यीशु ने हर हाल में परमेश्वर की आज्ञा मानने में कैसी मिसाल रखी?
20 यहोवा की आज्ञा मानने और उसका वफादार रहने में यीशु से बढ़कर दूसरी कोई मिसाल नहीं है। हर हाल में और हर तरह का विरोध और ज़ुल्म सहते हुए भी वह अपने पिता का वफादार रहा। मिसाल के लिए, जब शैतान ने उसे परमेश्वर की आज्ञा तोड़ने के लिए उकसाया, तो उसने डटकर उसका सामना किया और उसके हर सवाल का मुँहतोड़ जवाब दिया। (मत्ती 4:1-11) एक वक्‍त ऐसा भी आया जब उसके अपनों ने उसका यकीन नहीं किया और उसे ‘पागल’ करार दिया। (मरकुस 3:21, नयी हिन्दी बाइबिल) फिर भी यीशु हिम्मत नहीं हारा बल्कि यहोवा की मरज़ी पूरी करने की धुन में लगा रहा। जब दुश्मनों ने उसे ज़लील किया और सताया, तब भी उसने अपना आपा नहीं खोया, न ही उनसे बदला लिया।—1 पतरस 2:21-23.

 21 हालाँकि उसके दुश्मनों ने उसे बड़ी बेरहमी से तड़पा-तड़पाकर मारा, फिर भी वह आखिरी साँस तक यहोवा का वफादार बना रहा। (फिलिप्पियों 2:8) गौर कीजिए कि उसने अपनी ज़िंदगी के आखिरी दिन क्या-क्या सहा। उसे गिरफ्तार किया गया, अदालत में झूठे गवाहों ने उस पर इलज़ाम लगाए, बेईमान और भ्रष्ट न्यायियों ने उसे मुजरिम करार दिया, लोगों की भीड़ ने उसकी खिल्ली उड़ायी और सैनिकों ने उसे कैसी-कैसी यातनाएँ दीं। आखिर में, उसे एक काठ पर कीलों से ठोंक दिया गया। दम तोड़ने से पहले उसने पुकारकर कहा: “पूरा हुआ”! (यूहन्ना 19:30) लेकिन मरने के तीसरे दिन, उसके पिता ने उसे एक आत्मिक शरीर में दोबारा ज़िंदा किया। (1 पतरस 3:18) इसके कुछ हफ्तों बाद, वह स्वर्ग लौट गया, जहाँ वह “परमेश्वर के दहिने जा बैठा” और उस वक्‍त का इंतज़ार करने लगा जब उसे राजा ठहराया जाता।—इब्रानियों 10:12, 13.

22. यीशु ने मरते दम तक वफादार रहकर क्या मुमकिन किया?
22 यीशु आखिरी साँस तक वफादार रहा, इससे क्या मुमकिन हो सका? यीशु की मौत से हमारे लिए फिरदौस में हमेशा की ज़िंदगी पाने का रास्ता खुल गया है, ठीक जैसा यहोवा ने शुरू से चाहा था। यीशु की मौत से यह कैसे मुमकिन हुआ, इस बारे में अगले अध्याय में चर्चा की जाएगी

Thursday, December 24, 2015

आइसना व् पुलिस के बीच होगा क्रिकेट मैच _ एस पी छतरपुर

राष्ट्रीय पत्रकार संगठन आइसना  व् पुलिस के बीच होगा क्रिकेट मैच  _ एस पी छतरपुर

छतरपुर. कल राजनगर में शांति समिति की बैठक के बाद जिला पुलिस अधीक्षक महोदय के साथ हुई बैठक में हुआ निर्णय की पुलिस व् पत्रकारो के बीच हो मैच । 25 तारीख 12 बजे मेला ग्राउंड में होगा मैच.

चावल घोटाले के खिलाफ याचिका मंज़ूर

Toc news
- आरटीआई एक्टिविस्ट आनंद ताम्रकार ने लगाई याचिका
बालाघाट। मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम बालाघाट से जुलाई और अगस्त 2015 की अवधि में रेलवे के जरिये 2500 मैट्रिक टन चांवल नागरिक आपूर्ति निगम विदिशा भेजा गया था उक्त चांवल सार्वजनिक वितरण प्रणाली के जरिये उपभोक्ताओं को वितरित किया जाना था।


भेजे गये चांवल का आपूर्ति निगम के अधिकारियों द्वारा परिक्षण किये जाने पर चावल निर्धारित मापदण्ड के अनुसार गुणवत्ताहीन एवं अमानक स्तर का पाया जाने पर उसको सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से वितरित किये जाने पर रोक लगा दी गई थी। इन विसंगतियों के चलते कस्टम मिलिंग का अनुबंध करने वाले राईस मिलर्स एवं आपूर्ति निगम के अधिकारियों, कर्मचारियों की संलिप्तता के कारण करोडों रूपयों की क्षति शासन को पहुचाते हुये भारी घोटाला किया गया है।


इस मामले को आधार बनाकर पत्रकार एवं आरटीआई कार्यकर्ता आनंद ताम्रकार ने मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय जबलपुर में याचिका दायर की है याचिका क्रमांक डब्ल्यू. पी.21268/2015/8/12/2015 जिसे जस्टिस श्री रविशंकर झा की अदालत ने 9/12/2015 को विचारार्थ स्वीकार कर लिया।


आवश्यक वस्तु अधिनियम तथा मध्यप्रदेश चांवल वितरण एवं नियत्रंण आदेश 1973 के अधीन प्रस्तुत की गई इस याचिका में प्रमुख सचिव मध्यप्रदेश शासन महाप्रबंधक, मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम भोपाल, जिला प्रबंधक मध्यप्रदेश नागरिक आपूर्ति निगम बालाघाट तथा कलेक्टर को प्रतिवादी बनाया गया है। मामले की सुनवाई 10 जनवरी 2016 को नियत की गई है याचिकाकर्ता की ओर से डाॅ. अनुवाद श्रीवास्तव, संजीत कनौजिया, राहुल राय एवं रविन्द्र पाराशर अधिवक्ता पैरवी कर रहे हैं। 

भेल भोपाल फर्जी भर्ती मामले में पुलिस वरिष्ठ अधिकारियों से करेगी पूछताछ

Toc news
भोपाल। महारत्न कम्पनी भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (भेल) में एचआर एक्सजीक्यूटिव ट्रेनी पद में हुए फर्जी भर्ती मामले में राजधानी की गोविंदपुरा पुलिस ने शिकायतकर्ता आरएस सिंह के बयान दर्ज कर लिए हैं।

जांच अधिकारी सब-इंस्पेक्टर रमेश राय ने इंडिया वन समाचार को बताया कि इस मामले में आरोपी साजी सेमुअल जिसे एक्सजीक्यूटिव ट्रेनी पद पर नियुक्ति दी गई है उसके अलावा पीके वैद्य उपमहाप्रबंधक, एम ईसाडोर अपरमहाप्रबंधक, केके नायर महाप्रबंधक और क्रिस्टोफर वरिष्ठ प्रबंधक को जल्द ही बयान लेने के लिए गोविंदपुरा थाने में बुलाया जाएगा। जांच अधिकारी ने आगे बताया कि इस भर्ती फर्जीवाड़े से संबंधित सभी दस्तावेज भेल भोपाल प्रबंधन से मांगे गए हैं।

जांच अधिकारी रमेश राय ने इंडिया वन समाचार को बताया कि यह जांच आरएस सिंह की शिकायत पर की जा रही है, जिन्होंने अपने शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि भेल में एचआर एक्सजीक्यूटिव ट्रेनी पद पर कम्पनी के एचआर विभाग द्वारा फर्जीवाड़ा कर अपने चहेतों को नौकरी दी गई है। इसके अलावा नौकरी प्राप्त करने वालों में से एक साजी सेमुअल द्वारा यह नौकरी फर्जी मार्कशीट के आधार पर हासिल की है।

जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने एचआर विभाग के अधिकारियों के अलावा साजी सेमुअल जिसे इस कथित फर्जीवाड़े के तहत नौकरी मिली है द्वारा फर्जी एज्युकेशनल मार्कशीट के द्वारा नौकरी प्राप्त करने की भी शिकायत की है। शिकायत में कहा गया है कि साजी सेमुअल द्वारा एमबीए (एचआर) की डिग्री जो भेल मैनेजमेंट को दी गई है उसमें पहले, दूसरे और तीसरे सेमेस्टर की डिग्रियां नरेन्द्रदेवा यूनिवर्सिटी कुमारगंज फैजाबाद, उत्तरप्रदेश की है तथा चौथे सेमेस्टर की डिग्री विनायक मिशन्स रिसर्च फाउंडेशन डीम्ड यूनिवर्सिटी सेलम, तमिलनायडू की हैं। प्रथम दृ​ष्टया चौ​थे सेमेस्टर की डिग्री में कई गलतियां जैसे टोटल मार्क, प्राप्त मार्क, प्रतिशत, पास डिविजन और कुल सेमेस्टर का योग नहीं दिए जाने की वजह से फर्जी प्रतीत होती है। यह सारी मार्कशीट आरटीआई के द्वारा प्राप्त की गई हैं।
क्या है मामला…

भेल ने वर्ष 2007 में एक्सजीक्यूटिव एचआर के 600 पोस्टों के लिए भर्ती की थी। भेल के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों ने इस भर्ती परीक्षा में फेल हुए अपने कुछ चहेते डिपार्टमेंटल केंडीडेट्स को भर्ती करने के लिए वर्ष 2009 में सारे भर्ती नियमों को ताक में रखते हुए फिर से एचआर ट्रेनी पदों की भर्ती प्रक्रिया शुरु की। प्रबंधन ने जो डिपार्टमेंटल केंडीडेट्स वर्ष 2007 की परीक्षा में बैठे थे उनके लिए तीस फीसदी क्वालिफाइंग मार्क कम करते हुए उन्हें सीधे इंटरव्यू के लिए बुला कर करीब दस कर्मचारियों का वर्ष 2009 में चयन कर लिया गया।

चयनित हुए दस डिपार्टमेंटल केंडीडेट्स में साजी सेमुअल स्टॉफ नं. 1257080, पी वी लथीका स्टॉफ नं. 1259458, कुंजीलाल कोल स्टॉफ नं. 1281607, माया सीधर स्टॉफ नं. 1287559, उमेश मारावी स्टॉफ नं. 1287680, नंद किशोर सातरावाला स्टॉफ नं. 1288512, कोकिला डिसूजा स्टॉफ नं. 1287559, रमेश कुमार जयसवाल स्टॉफ नं. 1293435, केशव चंद्र तिवारी स्टॉफ नं. 1272659 और अनुपम सक्सेना स्टॉफ नं. 1270540 शामिल हैं।

आरटीआई कार्यकर्ता आरएस सिंह जिन्होंने एक्सजीक्यूटिव एचआर में इन दस डिपार्टमेंटल केंडीडेट्स की भर्ती के बारे में आरटीआई से जानकारी निकाली उसी से इस फर्जी भर्ती का खुलासा हुआ है। इस जानकारी के अनुसार वर्ष 2007 में एक्सजीक्यूटिव एचआर ट्रेनी पदों की भर्ती के लिए एमबीए एचआर, एमपीएम, एमएसडब्ल्यू, पीजी लेबर लॉ पर्सनल मैनेजमेंट का दो वर्ष का फुल टाइम रेग्युलर कोर्स कम से कम 60 प्रतिशत मार्क के साथ मिनिमम क्वालिफिकेशन रखी गई थी। आरएस सिंह को आरटीआई में मिली जानकारी के अनुसार इन सभी दस चुने गए केंडीडेट्स के पास या तो मिनिमम क्वालिफिकेशन थी ही नहीं या कुछ लोगों ने फर्जी मार्केशीट लगाकर यह नौकरी पाई है।

साजी सेमुअल स्टॉफ नं. 1257080 जो वर्तमान में भेल भोपाल में पदस्थ हैं उन्होंने जो एमबीए की जानकारी एग्जाम में अप्लाई करने के लिए दी थी उसके अनुसार उन्होंने डिस्टेन्स एजुकेशन से एमबीए किया है, जबकि रेग्युलर एमबीए करने वाले ही इस एग्जाम के लिए एलीजिबल थे। आरटीआई के द्वारा साजी सेमुअल की जो एमबीए की मार्कशीट की सर्टीफाइड कॉपी भेल प्रबंधन ने दी है उसके अनुसार साजी सेमुअल ने पहले, दूसरे और तीसरे सेमेस्टर की मार्कशीट नरेन्द्र देव यूनिवर्सिटी ऑफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलॉजी, फैजाबाद, उत्तर प्रदेश की है, जबकि चौथे सेमेस्टर की मार्कशीट विनायक मिशन रिसर्च फाउंडेशन डीम्मड यूनिवर्सिटी, सेलेम, तमिलनाडु से है।

साजी सेमुअल की मार्कशीट के अनुसार उनके दूसरा सेमेस्टर 18 दिसम्बर 2004, तीसरा सेमेस्टर 15 अप्रैल 2005 और चौथा सेमेस्टर अगस्त 2005 का है। इन मार्कशीट की पहली विसंगति यह है कि तीन सेमेस्टर एक यूनिवर्सिटी से हैं और आखिरी सेमेस्टर एक दूसरी यूनिवर्सिटी से है। दूसरी विसंगति यह है कि हर सेमेस्टर के बीच में छह महीने का समय होना चाहिए, जबकि सेमुअल की मार्कशीट के अनुसार उनके सभी सेमेस्टर्स के बीच में चार महीने का अंतराल है।


Wednesday, December 23, 2015

आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के अध्यक्ष पद से हटाए गए के. विक्रम राव

Present by - toc news

इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के राष्ट्रीय सचिव (उत्तर) हेमन्त तिवारी ने के. विक्रम राव को पत्र लिखकर सूचित किया है कि राष्ट्रीय महासचिव परमानंद पाण्डे ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सत्य पारिक, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष मल्लिकर्जुनिअह, राष्ट्रीय सचिव (सैंट्रल) कृष्णमोहन झा, राष्ट्रीय सचिव (दक्षिण) के. असदुल्ला से चर्चा कर आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के अध्यक्ष पर लगे गंभीर वित्तीय अनियमितताओं के साथ ही संघ विरोधी गतिविधियों एवं आपराधिक कृत्य की वजह से के. विक्रम राव को अध्यक्ष पद से हटाने का निर्णय लिया गया है। वर्किंग कमेटी के समस्त सदस्यों ने राष्ट्रीय महासचिव परमानंद पाण्डे के निर्णय पर अपनी सहमति जताई है साथ ही उस निर्णय का स्वागत भी किया है। श्री तिवारी ने अपने पत्र में यह भी लिखा है कि आगामी माह में राष्ट्रीय महासचिव परमानंद पाण्डेय की अनुमति से नेशनल काउंसिल की बैठक आगरा या वाराणसी में आयोजित कर नए अध्यक्ष का चयन किया जाएगा। आई.एफ.डब्ल्यू.जे. के संविधान की धारा 63 के तहत किसी भी व्यक्ति के विरूद्ध आर्थिक आपराधिक एवं संघ विरोधी कृत्य किए जाने पर कार्यवाही का अधिकार वर्किंग कमेटी को है। श्री तिवारी ने यह भी कहा है कि विक्रम राव द्वारा यदि अध्यक्ष के रूप में कोई पत्र व्यवहार किया जाता है तो यह अमान्य माना जाएगा और संगठन उन पर वैधानिक कार्यवाही करेगा।

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इंडियन फेडरेशन आफ वर्किंग जर्नलिस्ट्स के राष्ट्रीय सचिव (उत्तर) हेमन्त तिवारी द्वारा  के. विक्रम राव को लिखा पत्र इस प्रकार है :-
Dear Shri K. Vikram Rao,

This is with reference to your illegal show cause notice dated 18.12.2015 and so-called suspension letter sent to me today by email.

Your show cause notice and suspension both are unconstitutional, ultra vires and ridiculous and that is why, I did not think it necessary to send any reply to you. Since you have emailed fatuous letters to hundreds of other person that is why; I think it proper to tell you that you are no longer the President of IFWJ because no election has taken place for the post for the last many years. However, the Working Committee is in existence because it has been duly constituted in the last delegate session and by virtue of that Working Committee I continue to be the Secretary (North) of the IFWJ.

For your information National Council meeting to be held at Varanasi/Agra has been called by me in the capacity of Secretary (North) with the consent of Secretary General, your approval is not at all necessary because you do not exist to be the President of IFWJ. Apart from it, I would like to quote rule 63 which warrant action against you because you are playing in the hands of employer. This National Council meeting has been called to discuss the organisational matter to strengthen the organization and for deciding about the IFWJ Presidential Election. For your ready reference, I would like to reproduce rule 63 of the IFWJ Constitution.

Rule 63

Any member or affiliated body be liable to disciplinary action by the Working Committee of the Federation in case of:

(a)  default of payment;

(b)  criminal breach of trust;

(c)  defiance of any resolution or a directive of the delegates' conference, National Council and the Working Committee of the Federation;

(d)  any activity or utterance prejudicial to the interests of the Federation or actively serving the interests of the employers as against the interest of the employees;

A member against whom there is a complaint of indiscipline shall be given a charge sheet in writing by the Working Committee and he shall be asked to submit a written explanation. He shall have a right to address the Working Committee on the subject if he so desires. The Working Committee shall take the decision after hearing the member concerned.

(e)  Disclosure of IFWJ matters to the press or to a non-member.

Through this letter you are being asked within 72 hours as to why your membership from IFWJ be not terminated for;

A)   Financial irregularities

B)   Using the IFWJ's press and printing machine for your personal enrichment

C) For bringing disrepute to the organisation by submitting and collecting the inflated bills as a wage board member. The inquiry of the Labour Ministry is still going on against your misconduct.

D)   Hobnobbing with the newspaper proprietor against the interest of employees

E)   Disclosing the IFWJ matters to the Press and non-members

The charges against you are of very serious nature. However, you are asked to explain within 72 hours of the receipt of this show cause notice as to why the Working Committee, which is to meet at Agra/Varanasi should not take appropriate disciplinary action against you?

Thanking you

Yours sincerely


Hemant Tiwari
Secretary (North)-IFWJ

अयोध्या मामले में आग में घी न डालें पत्रकार: अखिलेश यादव

Toc News
बहराइच। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि पत्रकार सोच समझ कर अपने दायित्व का निर्वहन करें तथा अयोध्या मामले में आग में घी डालने का काम नहीं करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने साम्प्रदायिक ताकतों को हराया है, अयोध्या का मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है लिहाजा पत्रकार सोच समझकर अपना दायित्व निभायें। सरकार संविधान और कानून के तहत काम करेगी।मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने श्रावस्ती में पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में यह बात कही।

कई योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करने आए मुख्यमंत्री से पत्रकारोंने अयोध्या में विश्व हिन्दू परिषद द्वारा राम मंदिर निर्माण के लिए पत्थर तराशेजाने तथा और ज्यादा पत्थर मंगाए जाने पर सवाल पूछा था। उन्होंनें जवाब में कहा कि पत्रकारों से अनुरोध है कि आग में घी डालने का काम न करें, सरकार अपना काम करेगी।

वेबमीडिया के नाम पर बूढ़ी बुआओं का विलाप…!

Toc news
बाला बच्चन दिखायें साहस ये सवाल पूछने का ?
कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने एक सवाल क्या पूछा भोपाली मीडिया के पत्रकार एक—दूसरे के कपड़े फाड़ने पर उतारू हो गये। खुराफाती लोग पड़ गये वेबसाईटों को दिये गये विज्ञापनों के पीछे। इस सब में जो दिग्गज नाम गिरामी लोग थे उनका तो कुछ नहीं लेकिन जो नये काम करने वाले पत्रकार थे उनका सारे मध्यप्रदेश के पत्रकारों ने फोन मैसेज करके जीना मुश्किल कर दिया। ऐसे में मल्हार मीडिया ने वो सवाल उठाये हैं जो वास्तव में पत्रकारिता के हित में खुद पत्रकारों को पूछने चाहिए और बाला बच्चन से उम्मीद की जाती है कि वे इन्हें विधानसभा के अगले सत्र में जरूर उठायें

पत्रकारिता की आढ़ में दलाली और वो सारे काम करने वाले जो गैरवाजिब माने जाते हैं करने वाले लोग न्यूज वेबसाईट्स को लेकर बूढ़ी बुआओं की तरह छाती पीटते नजर आ रहे हैं। अब तक कईयों को सफेद साड़ी पहना चुकी इन बूढ़ी बुआओं का हाजमा इसलिये बिगड़ गया क्योंकि ये लोग स्वीकार ही नहीं कर सकते कि तमाम पत्रकार ईमानदारी से वेबसाईट चलाकर काम करके खुद प्रगति कर सकते हैं और अपना घर चला सकते हैं। यहां सवाल न तो पत्रकारिता की बूढ़ी बुआयें हैं और न इनके सिरमौर बने कांग्रेस विधायक बाला बच्चन।

यहां सवाल यह है कि क्या बाला बच्चन में इतनी ताकत है कि वो दैनिक भास्कर, पत्रिका, नई दुनिया, दैनिक जागरण, स्वदेश, देशबंधु, या वेंटीलेटर पर पड़े मरीजों की तरह निकलने वाले कई छोटे अखबार मैगजीन को मिलने वाले विज्ञापनों के बारे में सवाल पूछ सकते हैं। बाला बच्चन की नासमझी तो इस बात से ही जाहिर हो गई कि उन्हें पता ही नहीं कि वेब मीडिया होता क्या है? उन्होंने अपने सवाल में वेबसाईट, वेबपोर्टल दोनों शब्दों का जिक्र किया है।

बाला बच्चन न तो नये जमाने से सरोकार रखते हैं और न ही नये जमाने के मीडिया से। अपनी विधायकी में रंगे हुये तमाम सारे बाला बच्चनों से निवेदन है कि वो विधानसभा में सवाल लगायें और पूछें कि दैनिक भास्कर और उससे जुड़े अन्य संस्थानों को कितना विज्ञापन मिला। हम जानते हैं इतना करने की क्षमता नहीं है अगर उन्होंने ऐसी गलती की तो उनका हश्र भी वैसा ही हो जायेगा जैसा उन तमाम विधायकों का हुआ जो अब विधायक नहीं हैं। इस समय के राजनेताओं की क्षमता सिर्फ छोटों पर आक्रमण और बड़ों के तलवे सहलाने से ज्यादा नहीं है।

बाला बच्चन से निवेदन है कि अगर वो पत्रकारिता का भला चाहते हैं तो सवाल लगायें और पूछें कि मध्यप्रदेश में ऐसे कितने पत्रकार हैं जिनके उपर गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। ऐसे कितने पत्रकार हैं जिनके अदालतों से वारंट और स्थायी वारंट जारी हैं और ये रसूख के दम पर अपना साम्राज्य फैलाये हुये हैं।

बाला बच्चन से निवेदन है कि वो ये सवाल भी सरकार से पूछें कि ऐसे कितने लोग हैं जो पत्रकारिता की आढ़ में गलत काम कर रहे हैं साथ ही सरकार से अधिमान्यता भी लिये हुये हैं। अधिमान्यता के सामान्य नियम हैं कि सरकार किसी भी अपराधी को पत्रकार होने का सरकारी तमगा नहीं देगी। वे यह भी पूछें आमतौर पर आवेदन लगाने के कितने समय बाद पत्रकारों को अधिमान्यता आसानी से मिल जाती है नियमों के तहत। लेकिन ऐसा करने के लिये जिस साहस की जरूरत है वो बाला बच्चन में नजर नहीं आता है।

बाला बच्चन पत्रकारों के हित में सवाल लगाकर यह भी पूछें कि ऐसे कितने न्यूज चैनल हैं जो सैटेलाईट पर तो कम और व्हाट्सएप पर ज्यादा नजर आते हैं उनको कितने—कितने विज्ञापन और क्यों चलाये जाते हैं। बाला बच्चन से एक निवेदन और है कि आम श्रमजीवी मेहनतकश खबरों से सरोकार रखने वाले पत्रकारों के हित में वे यह भी पूछें कि ऐसे कितने अखबार हैं जो मजीठिया आयोग की सिफारिशों को लागू किये हुये हैं।

बाला बच्चन सरकार से यह भी पूछें कि क्या आम पत्रकार को वो सभी सुविधायें मिल रही हैं जिसके वे हकदार हैं? नये जमाने के नये वेबमीडिया को लेकर बाला बच्चन ने अपने सवाल के जरिये जो काठ की हांडी चढ़ाई थी वो तो अब जल चुकी है लेकिन सवाल बाला बच्चन की नियत का है।

एक आम पत्रकार के हक में वो ये सवाल भी विधानसभा में पूछें और उन पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही भी करवायें जो दशकों से सरकारी मकानों में कब्जा जमाये बैठे हैं? सरकार से नाममात्र की राशि पर खैरात में जमीन लिये बैठे हैं और उसके बाद सरकारी मकानों का करोड़ों रूपये का किराया भी दबाये बैठे हैं। बाला बच्चन यह भी पूछें कि ऐसे कितने पत्रकार हैं जिन्होंने सरकारी मकान खाली कर दिये जमीनें मिलने के बाद। वे यह भी पूछें जमीन आवंटन के लिये बनाई गई सोसायटियों में पिता अध्यक्ष तो बेटे को भी जमीन मिल गई? मीडिया में बैठे इन बड़े कहे जाने वाले पत्रकारों के बारे में अगर बाला बच्चन खुलासा कर पायेंगे तो बधाई के पात्र होंगे।

लेकिन इतना सब अगर बाला बच्चन पूछ लेंगे तो ये तय है कि वेबसाईटों पर सवाल उठाने वाली मीडिया की बूढ़ी बुआयें बाला बच्चन को अभिमन्यू की तरह चरक्रव्यूह में घेर देंगे। बाला बच्चन पुराने कांग्रेसी नेता हैं उनको उनकी पार्टी के सर्वश्रेष्ठ नेता मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का शासन याद होगा।

विज्ञापन बांटने दिग्विजय सिंह भी किसी से पीछे नहीं थे तब बाला बच्चन भी उस सरकार का हिस्सा हुआ करते थे वो जमाना वेब मीडिया का नहीं था लेकिन तब दिग्विजय सिंह ने बिना रजिस्ट्रेशन वाली तमाम समाचार और आलेख सेवाओं को कैसे उपकृत किया था इसका जवाब बाला बच्चन विधानसभा में 1993 से लेकर अब तक हिसाब मांगें तो दूध का दूध और पानी का पानी करनें में ज्यादा समस्या नहीं होगी।

बाला बच्चन को तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दौर के पर्चे भी याद होंगे। दिग्विजय सिंह बहुत स्प्ष्ट कहा करते थे पत्रकार मेरे पास चार कामों से आते हैं पहला मकान मांगने दूसरा विज्ञापन मांगने तीसरा पत्नियों की नौकरी लग जायेगा और चौथा तबादले कराने।

अब बाला बच्चन थोड़ा सा साहस जुटायें और सवाल लगाकर पता करें कि वो कौन पत्रकार थे जो कांग्रेस के शासन में पत्नियों की नौकरी तबादले विज्ञापन और मकान लेने में सफल रहे? पत्रकारिता की आढ़ में तमाम गोरखधंधे करने वाले इन लोगों के खुलासे के लिये जरूरी है कि ईश्वर बाला बच्चन को इतना सामर्थ्य दे कि वो इन सारी बातों पर मनन कर सवाल उठा सकें।

ये बातें इसलिये भी लाजिमी हैं कि मध्यप्रदेश में पत्रकारों का एक गिरोह नेताओं से पैसे लेता है सरकारी मकानों पर कब्जा करता है सरकार से सस्ती दरों पर जमीनें लेता है अपनी पत्नियों की सरकारी नौकरियां लगवाता है वक्त—बेवक्त तबादले कराता है और उसके बाद उसकी कोशिश होती है कि कोई आम पत्रकार कभी फलक को देखने की कोशिश भी न कर पाये।

मीडिया में एक वर्ग ऐसा है जो हर चीज को अपनी कमांड में रखना चाहता है। इन्हीं में ये बूढ़ी बुआयें शामिल हैं जो पत्रकारिता के नाम पर दलाली करती हैं। इनकी नैतिकता कहां चली जाती है जब इन पर लिखे सवाल पूछे जाते हैं और खुद के हितों की बात आती है ?

एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है पत्रकारों में जो महिला पत्रकारों को आगे बढ़ता नहीं देख सकता। इन्हें महिलायें अपने अधीन काम करते और दूसरों द्वारा तनख्वाह खाने का रोना रोते हुये ही अच्छी लगती हैं तब कोई किसी महिला के हक में खड़ा नहीं होता। तब नैतिकता कहां जाती है। क्यों ये सवाल पहली बार विधानसभा पहुंची महिला पत्रकार से पूछ लिया जाता है अरे आप यहां? क्यों ये सवाल उससे पूछा जाता है कि आपने विज्ञापन पाने के लिये क्या किया? इस क्या किया का आशय क्या था यह सवाल पूछने के अंदाज पर निर्भर करता है। क्या महिलाओं में काबिलियत नहीं कि वो अपने दम पर काम कर सकें?

बात वेबसाईट की है तो बाला बच्चन जी ये जरूर पूछें कि सभी वेबसाइट्स को विज्ञापन देने में समानता क्यों नहीं बरती जाती ?

और आखिर में एक सीधा सवाल उन पत्रकारों से जो खुद को विशुद्ध सही पत्रकार मानते हैं वे ही अपने हक के लिये आवाज क्यों नहीं उठाते क्यों चुप रहते हैं? और जो आवाज उठाता है उसे यह क्यों कहते हैं चलता है ये सब चुप रहो। कहीं न कहीं तो शुरूआत करिये बोलिये। निशाना वेब मीडिया ही क्यों? बाला बच्चन जी पत्रकार हित में आप यह सब पूछेंगे क्या सरकार से ?

मेथोडिस्ट चर्च इण्डिया नरसिंहपुर में संपत्ति को हड़पने साजिश

आईएनएस न्यूज़ नरसिंहपुर रिपोर्टर पप्पी राय।मेथोडिस्ट चर्च इण्डिया नरसिंहपुर में संपत्ति को हड़पने शुरू हुई कवायत।आपको जानकारी के बता दे मेथोडिस्ट चर्च इण्डिया, सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट1860 के तहत एक रजिस्टर्ड सोसायटी है और बॉम्बे पब्लिक ट्रस्ट एक्ट के तहत रजिस्टर पब्लिक ट्रस्ट है जिसका उद्देश्य ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते है,जिसमे शिक्षा गरीब और कमजोर वर्गों के सदस्यों को आवास उबलब्ध कराना।नरसिंहपुर ट्रस्ट को आजादी के पूर्व 12 एकड़ जमीन लीज पर दी थी।जोकि मौज कंडेली मैं दर्ज़ है जिसकी मियाफ 31,03,2026 तक है।उपरोक्त भूमि पर डी एस बंगला, एच सी मिशन,स्कूल, आम का बगीचा,और जिसमे रहवासी मकान भी है।इन्ही रहवासी मैं से एक शरद लॉयल का भी मकान है इस सम्पति को गैर ईसाई धर्म के व्यक्ति संस्था फार्म को बेचने की कवायत मैं ट्रस्ट लगा हुआ है।शरद लॉयल ट्रस्ट के इस संपत्ति हथियाने और नाजायज तरीके से संपत्ति को बेचने के विरोध मैं न्यायालय मैं ट्रस्ट के खिलाफ वाद दायर किया है।दिनांक 22,12,15 को व्यवहार न्यायाधीश वर्ग1 नरसिंहपुर के न्यायलय से नोटिस जारी के आदेश किये गए जिसमे ट्रस्ट और शासन को जवाब तलब के लिए आदेश जारी किये गए है।देखना यह है की क्या ट्रस्ट उक्त संपत्ति को अवैध  तरीके से बेचकर लोगों को बेघर बनाकर घोटाला कर पाता है या रहवासियों को न्याय मिलता है। विवादित मेथोडिस्ट ट्रस्ट नरसिंहपुर मामले मैं अधिवक्ता डी आर साहू,शशांक शेखर और शुश्री रंजना यादव पैरवी कर रहे है।

Tuesday, December 22, 2015

बिखरता जीवन संभाला जा सकता है!

Toc News
विभिन्न देशों में, विभिन्न समयों पर, विभिन्न शोधकों के शोधों से यह बात अनेकों बार प्रमाणित हुई है कि-


1. हजारों सालों के वंशानुगत आचरण, अवचेतन में स्थापित जीवन जीने के मानदंडों और प्रचलित सामाजिक व्यवस्था का एक पारिणामिक सच-


"स्त्री, अपने पति या प्रेमी की बुरी आदतों और उसके चरित्र की कमजोरियों को जान लेने के बाद भी, उनकी अनदेखी कर के उसे जीवनभर चाह सकती है। उसके साथ दाम्पत्य और आत्मीय प्रेम सम्बंधों का निर्वाह कर सकने में सफल हो सकती है।"


जबकि इसके ठीक विपरीत-


2. किन्हीं अपवादों को छोड़कर, एक सामान्य पुरुष, स्त्री की व्यवहारगत कमजोरियों, बुरी आदतों और उसके हलके चरित्र को कभी सहन नहीं कर सकता। बेशक उसे इसकी कितनी भी बड़ी कीमत क्यों ना चुकानी पड़े।


परिणामस्वरूप


3. स्त्री, पुरुष को चाहते हुए भी, अपने आप के बारे में बहुत कुछ छिपाने में खुद को पारंगत समझने लगती हैं। पुरुष भी अपनी संगिनी को विश्वास पात्र, वफादार, समर्पित और सद्चरित्र मानकर उस पर गर्व करने लगता है।


लेकिन


4. जिस दिन स्त्री की हकीकत पुरुष के सामने आती है, उन दोनों के जीवन बिखर जाते हैं। स्त्री के पास सुधार के लिए शेष कुछ नहीं बचता है।


और


5. पुरुष के पास जीवन जीने का कोई कारण नहीं बचता है।


दु:खद परिणिती-


6. परिवार बिखर जाते हैं। अनेक पुरुष नशे के आदि हो जाते हैं या आत्महत्या तक कर लेते हैं। मासूम बच्चों का जीवन बर्बाद हो जाता है। जो ज़िंदा रहते हैं-पल-प्रतिपल घुट-घुट कर जीने को विवश हो जाते हैं।


अत: अब जबकि सामाजिक और पारिवारिक मूल्य विखण्डित हो रहे हैं, जिन्हें सुधारवादी बदलाव कहते हैं। बेहतर और जरूरी है, बल्कि अपरिहार्य है कि-


7. स्त्री और पुरुष या प्रेमी-युगल इस बात को समझें कि समय और हालातों के अनुसार अपने सोचने और जीने तरीकों और आदतों में यथासम्भव सजगता लाएं और अधिक सजग तथा पारदर्शी जीवन जियें। आपसी विश्वास खोकर एक साथ और एक छत के नीचे रहते हुए-

एक-दूसरे के दिल में बसकर-

प्रेममय,

सजग

और

सफल

जीवन की कामना असम्भव है।


अंतिम बात-

÷÷÷÷÷÷÷

स्त्री और पुरुष दोनों का सोचने का ढंग मूल रूप मनोसामाजिक एवं आनुवांशिक समाजीकरण का परिणाम है। जिसके लिये सम्पूर्ण रूप से उनको दोषी नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन आज जबकि हम हर एक क्षेत्र में बदल रहे हैं। बदलने का तत्पर हैं। ऐसे में यह अपेक्षा की जाती है कि—

''एक दूसरे के प्रति-सम्मान का भाव, निष्ठा, विश्वास, पारदर्शिता और निष्कपट स्नेह दाम्पत्य और प्रेम—युगल के प्रेमरस की कुंजी एवं पुख्ता आधारशिला हैं। अत: आज तक हम से जो हो चुका, सो चुका या जो खो चुका, सो खो चुका। अब उसका रोना छोड़कर या उसे दुस्वप्न की भांति भुलाकर शेष बचे जीवन को तो संभाला ही जा सकता है। क्योंकि वर्तमान ही सत्य है।

नोट : आपको यह सन्देश व्यक्तिगत रूप से नहीं, बल्कि ब्रॉड कॉस्टिंग सिस्टम के जरिये भेजा गया है। अत: यदि आपको किसी भी प्रकार की आपत्ति हो तो, कृपया अवगत करावें। आगे से आपको ऐसा कोई सन्देश नहीं भेजा जायेगा।

शुभाकांक्षी और स्नेही

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'

9875066111

गायत्री अस्पताल सील बांदरी सागर के वास्तविक चित्र

गायत्री अस्पताल सील बांदरी सागर
फर्जी डा. जयराम यादव संचालक










बांदरी के अवैध अस्पताल में बीएमओ कंसल्टेंट धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, बीएमसी के डॉक्टर स्पेशलिस्ट

फर्जी " गायत्री अस्पताल " बांदरी, सागर सील


स्वास्थ्य विभाग खुद पाल रहा झोलाछाप डॉक्टर, अवैध अस्पताल 
News Represet by - Toc News
भास्कर संवाददाता | सागर 
जिले में चल रहे अवैध अस्पतालों और झोलाछाप डाॅक्टरों को स्वास्थ्य विभाग खुद ही पाल रहा है। हाल ही में मालथौन ब्लॉक के बांदरी में एक अवैध अस्पताल चलाए जाने का खुलासा हुआ है। इस अस्पताल की जांच का जिम्मा सीएमएचओ डॉ. दिनेश कौशल ने बीएमओ मालथौन डॉ. धर्मेंद्र श्रीवास्तव को सौंपा है। गायत्री अस्पताल नाम से चल रहे इस अस्पताल के पर्चे में बीएमओ डॉ. श्रीवास्तव का नाम कंसल्टेंट डॉक्टर के नाम की जगह शुमार है। एक हफ्ते पहले बीएमओ ने इस अस्पताल की तहसीलदार सहित अन्य अफसरों के साथ जांच की थी। जांच के दौरान अस्पताल में अवैध रूप से मेडिकल स्टोर का संचालन पाया गया था। हालांकि अस्पताल का भी स्वास्थ्य विभाग में रजिस्ट्रेशन नहीं है। इसके बाद भी अफसरों ने अस्पताल प्रबंधन और संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि एक हफ्ते का समय दिया। इससे पूरी जांच संदेह के दायरे में आ गई है। हालांकि बीएमओ किसी भी तरह का अस्पताल से अनुबंध होने से इंकार कर रहे हैं। जबकि अस्पताल में उनके रोजाना सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक बैठने की जानकारी दी गई है। फिर भी अब तक अस्पताल पर कार्रवाई नहीं किया जाना उनकी भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है। 

मेडिकल के डॉक्टर स्पेशलिस्टों की सूची में : अस्पताल के पर्चे में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. मनीष जैन तथा असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विशाल गजभिए का नाम भी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की सूची में शुमार है। इसके अलावा डॉ. किरण माहेश्वरी, डॉ. राकेश शर्मा जैसे जाने माने डॉक्टरों के नाम हैं। डॉ. जयराम सिंह का नाम भी पर्चे पर है। जानकारों के अनुसार जयराम कंपाउंडर है। 

Ãमेरा गायत्री अस्पताल से कोई संबंध नहीं है और न ही कोई अनुबंध है। किसी ने मुझे फोन पर इस बात की जानकारी दी है कि मेरा नाम अस्पताल के पर्चे में लिखा है। मैं अभी भोपाल से लौट रहा हूं। रास्ते में हूं। इस बात का पता कर रहा हूं कि यह कैसे हुआ। इसके बाद आपको बताऊंगा। - डॉ. विशाल गजभिए, असिस्टेंट प्रोफेसर, बीएमसी सागर 

मैंने लीगल नोटिस दिया है 
Ãमैं तो करीब ढाई माह पहले अस्पताल के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में गया था। अभी कुछ दिन पहले मुझे पता चला है कि अस्पताल के संचालकों ने मेरा नाम अस्पताल के पर्चे में लिख रखा है। मैंने संचालकों को इस संबंध में लीगल नोटिस जारी किया है। - डॉ. मनीष जैन, उपाधीक्षक, बीएमसी सागर 

 बांदरी की गायत्री अस्पताल की जांच का क्या हुआ? 

- समय-सीमा पूरी हो गई है। सोमवार को दस्तावेज मांगे जाएंगे। नहीं दिखा पाएंगे तो सील कर दी जाएगी अस्पताल। 

 आप अस्पताल की जांच कर रहे हैं। आपने क्या जांच की? 

- मैं जब अस्पताल की जांच करने अफसरों के साथ गया था, तब वहां कोई बोर्ड नहीं लगा था। न ही मेरा नाम लिखे पर्चे पाए गए थे। 

 आपका अस्पताल से कोई अनुबंध है? 

- नहीं मेरा कोई अनुबंध नहीं है। 

 फिर आपका नाम पर्चे पर कैसे आ गया? 

- मैं नहीं जानता, उसमें तो बीएमसी के डॉक्टरों के भी नाम हैं। मैंने अस्पताल में कदम नहीं रखा। 

 आप बांदरी में कब थे और यह अस्पताल कब खुला? 

- मैं तो जून माह में बांदरी से मालथौन आ गया था। अस्पताल करीब डेढ़ से दो माह पहले खुला है। मेरा नाम इस्तेमाल करने के लिए मैं अस्पताल के संचालक को नोटिस दे रहा हूं। 

 अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की? 

- नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। यदि जरूरी दस्तावेज नहीं दिखा पाए तो सोमवार को अस्पताल सील हो जाएगा। 

 बांदरी में चल रहे अवैध अस्पताल के मामले में क्या हुआ? 

- उसकी जांच करने के लिए बीएमओ धर्मेंद्र श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी है। 

 बीएमओ इस अस्पताल में कंसल्टिंग डॉक्टर की हैसियत से काम कर रहे हैं आपको जानकारी है या नहीं?

- पहले मुझे पता नहीं था। मुझे अभी इसकी जानकारी मिली है। मैंने बीएमओ से स्पष्टीकरण मांगा है। उसका कहना है कि अस्पताल ने उसका नाम बिना सूचना दिए उपयोग किया है। 

 बीएमओ के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे? 

- मैं खुद मामले की जांच करूंगा। बांदरी बगल में ही है। अस्पताल अवैध पाया गया तो सील किया जाएगा। बीएमओ दोषी पाया गया तो कार्रवाई होगी। अस्पताल संचालक ने हौम्योपैथी अस्पताल के लिए आवेदन किया है। यह देखना है कि वहां सुविधाएं क्या-क्या दी जा रही हैं। यदि वहां एक भी पलंग रखा है तो वह अस्पताल की श्रेणी में आएगा जो गलत है। 

मेरा कोई अनुबंध नहीं, अस्पताल में कदम तक नहीं रखा 

डॉ. धर्मेंद्र श्रीवास्तव, बीएमओ मालथौन 

बांदरी बगल में ही है, मैं खुद जांच कर आऊंगा 
डॉ. दिनेश कौशल, सीएमएचओ, सागर 

गायत्री अस्पताल में बीएमओ और बीएमसी के डॉक्टरों के नाम कंसल्टेंट में

सागर (ब्यूरो)। स्वास्थ्य मंत्री के प्रभार वाले जिले सागर के बांदरी में बगैर रजिस्ट्रेशन के फर्जी तरीके से नर्सिंग होम संचालित हो रहा है। सात दिन पहले निरीक्षण और हिदायत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार तक कोई कार्रवाई नहीं की है। बांदरी में बीएचएमएस डॉक्टर सुरेंद्र प्रजापति ने गायत्री अस्पताल के नाम से दो मंजिला नर्सिंग होम खोल रखा है। इसके बेसमेंट में मेडिकल स्टोर सहित एक्स-रे रूम व पैथोलॉजी तक की सुविधा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के नियमानुसार, कोई भी होम्योपैथी डॉक्टर एलोपैथी का इलाज नहीं कर सकता, जबकि बांदरी में डॉ. सुरेंद्र प्रजापति ने बगैर एमबीबीएस किए नर्सिंग होम ही खोल लिया। बगैर रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलाजिस्ट और फॉर्मासिस्ट के ही अस्पताल में एक्सरे, पैथोलॉजी व मेडिकल स्टोर तक शुरू कर लिया है। होम्योपैथी क्लीनिक का रजिट्रेशन करायास्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मामला सामने आने के बाद 12 दिसंबर को नायब तहसीलदार मालथौन, बांदरी थाना प्रभारी और बीएमसी डॉ. धर्मेंद्र श्रीवास्तव ने गायत्री अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान भी गायत्री अस्पताल का पंजीयन या रजिस्ट्रेशन कुछ नही था

Monday, December 21, 2015

और ये हैं नामी गिरामी पत्रकार जिन्होंने रिश्तेदारों के नाम से हथियाये 150 करोड़ रुपये शिवराज से

और ये हैं नामी गिरामी पत्रकार जिन्होंने रिश्तेदारों के नाम से हथियाये 150 करोड़ रुपये शिवराज से

जनसंपर्क विभाग द्वारा 150 करोड़ के विज्ञापन नामी गिरामी पत्रकारों को मनमाने तरीके से बॉटे जाने का समाचार खबरनेशन. कॉम ने प्रसारित किया था । 235 वेबसाईट/वेबपोर्टलों को साढ़े चार साल में लगभग सवा बारह करोड़ रूपए के विज्ञापन नियमविरूद्ध तरीके से बॉट दिए गये । इसी प्रकार 70 न्यूज चैनलों को लगभग 72 करोड़ रूपए और क्षेत्रीय प्रचार के नाम पर लगभग 58 करोड़ फूँक  दिए गये । 235 वेबसाईट में से मात्र 25 वेबसाईट ऐसी हैं जो नियमित पत्रकारिता कर रही हैं। 210 वेबसाईट के संचालक नामी गिरामी पत्रकारों के रिश्तेदार या जनसंपर्क विभाग के सेवा निवृत्त अधिकारी हैं, जिन्हें भारी भरकम विज्ञापन  दिए गये हैं। कुछ डमी पत्रकारों के तौर पर भाजपा के प्रभावशाली नेताओं से जुड़े लोग भी हैं।

मध्यप्रदेश विधानसभा में जनसंपर्क विभाग से इस बारे में सवाल करने वाले काँग्रेस विधायक बाला बच्चन का कहना हैं कि यह सारा पैसा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि बचाये रखने के नाम पर हथियाया गया हैं । इस मामले में अपने लोगों को उपकृत करने , भारी कमीशन खोरी से इंकार नहीं किया जा सकता । श्री बच्चन ने कहा कि सूची में शामिल कुछ लोग बाजिब हैं जिनको विज्ञापन दिये जाने का हम स्वागत करतें हैं , लेकिन सूची में शामिल कई नाम संन्देहास्पद हैं । कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के प्रश्न क्रमांक 283 के जवाब में सरकार द्वारा पेश सूची में किसकों कितना विज्ञापन दिया गया हैं, उन वेबसाईट और वेबपोर्टलों की जानकारी इस प्रकार हैं।

आरूषी न्यूज नेटवर्क भोपाल को 18 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 19, 45 बंगले से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सुरेश मेहरोत्रा हैं। यह वेबसाईट लगभग 15 वर्ष पूर्व से व्हिस्पर इन कॉरीडोर डॉट कॉम के नाम से प्रशासनिक समाचारों को प्रसारित करने वाली सबसे बढ़िया वेबपोर्टल हैं।

एफ 45/2, साऊथ टी.टी.नगर से संचालित तीन बेबसाईट के मालिक  सरमन नगेले और सुनीता नगेले हैं।

वेबसाईट एम.पी. पोस्ट भोपाल को 9 लाख 20 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।

सोशल मीडिया डॉट कॉम को 4 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं ।

भारत ई सेवा डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।

पचास हजार रूपए के विज्ञापन

इंदौर से संचालित खबरनेशन डॉट कॉम जो इस समाचार का खुलासा कर रही हैं। को विगत चार साल में 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। जिसे नीति चतुर्वेदी द्वारा संचालित किया जाता हैं।

स्टार  बिग अड्डा डॉट कॉम के नवनीत लाड़के को मात्र 25 हजार रूपए

सावित्री  का संसार डॉट कॉम को 40 हजार रूपए  नीतू सिंह भोपाल

विज न्यूज डॉट इन को 10 हजार रूपए आशीष रत्न पारखे, भोपाल

समाचार युग डॉट कॉम को मात्र 10 हजार रूपए भावतोश कोन्टू  भोपाल

दैनिक न्यूज एक्सप्रेस डॉट कॉम को 15 हजार रूपए  भोपाल  उमेश त्रिपाठी

खबर ही खबर डॉट कॉम को 30 हजार रूपए अंशुल विश्वकर्मा  भोपाल

टूडे इंडिया डॉट कॉम भोपाल को पचास हजार रूपए  उपेन्द्र तिवारी

द ब्यूरोक्रेट डॉट कॉम भोपाल को 40 हजार रूपए  भोपाल  सोमदत्त शास्त्री

ई खबर डॉट इन भोपाल को  15000 दामोदर सिंह राजावत

अपना मध्यप्रदेश डॉट कॉम भोपाल को 10 हजार रूपए दामोदर सिंह राजावत

सतना न्यूज डॉट नेट भोपाल को 23 हजार 877 रूपए सुमन द्विवेदी

श्रीजी न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 40 हजार रूपए अभिनव दुबे

जॉब न्यूज वर्ल्ड डॉट कॉम भोपाल को 15 हजार  रीवा रमाकान्त दुबे

एम पी लीक्स डॉट इन को 15000 रुपये  इसे कोई हेमा नाम की महिला संचालित करती हैं ।

इनक्वेस्ट डॉट ओ आर जी डॉट इन को 45000 सुष्मा मथाई

न्यूजमेकर इंड़िंया डॉट कॉम इंदौर को तीस हजार रुपये  रित्विक मिश्रा

इंड़ियन टेण्डर डॉट नेट को तीस हजार रुपये   राधिका वीरेन्द्र

इंड़ियन एक्सप्रेस 24 डॉट कॉम को पच्चीस हजार रुपये  भोपाल से वीना उपाध्याय

एबीपी स्टार न्यूज डॉट कॉम  के संचालक अनिल कुमार सिंग को 30 हजार रूपए  भोपाल

समाचार विचार डॉट कॉम को 45 हजार रूपए जबलपुर के चैतन्य भट्ट

पल पल इंडिया डॉट कॉम को 50 हजार रुपये सीमा अभिमनोज जबलपुर

खिलवाड़ डॉट कॉम को  50 हजार रूपए खिलवाड भोपाल

नेशनल आज डॉट कॉम को 20 हजार रूपए  भोपाल  कल्पना शर्मा

दुनिया की हलचल डॉट कॉम को 10 हजार रूपए भोपाल के.के. प्यासी

भोपाल समाचार डॉट कॉम को 15 हजार रूपए उपदेश अवस्थी  भोपाल

इंडिया लुक डॉट कॉम को 10 हजार रूपए प्रतीक पवार भोपाल

प्रवेश न्यूज डॉट इन भोपाल को 40 हजार रूपए मनीष अग्रवाल

जर्नलिस्ट रिव्यूज़ डॉट कॉम को 25 हजार रूपए शान्तनु बिसाड़िया  भोपाल

शाइनिंग भारत डॉट कॉम को 15 हजार रूपए  मोनिका झा

भारतीय किसान डॉट कॉम को 55 हजार रूपए  भोपाल शिशुपाल सिंह तोमर

2 लाख रूपए के विज्ञापन

इंटरनेशनल न्यूज एंड व्यूज़ डॉट कॉम को 1 लाख रूपए  दिल्ली  जाकिर हुसैन

समाचार दुनिया डॉट कॉम को एक लाख दस हजार  गौरव सिंह राजपूत

जनप्रचार डॉट कॉम को 1 लाख रूपए भोपाल रवि शंकर अवस्थी

इंडियन न्यूज लाइव डॉट कॉम को 80 हजार रूपए  दानिश शाहमिनी  भोपाल

न्यूज इंडिया पोस्ट डॉट कॉम को 75 हजार रूपए  रीता सिंह  भोपाल

लोकल इन्दौर डॉट कॉम को 75 हजार रूपए  विकास  यादव  इन्दौर

एन एस पी न्यूज डॉट इन को 60 हजार रूपए  अमित कुमार ओन्देला नरसिंहपुर

क्लिक फोटो न्यूज डॉट कॉम को 70 हजार रूपए  राकेश सिंह

सत्यमेव जयते डॉट ओ आर जी को नब्बे हजार रुपये भोपाल की मोनालिसा पाण्डें

गर्भनाल ई- पत्रिका भोपाल को 72 हजार रूपए  सुष्मा शर्मा

क्लिक न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 75 हजार रूपए  राजीव वशिष्ट

युवासंसार डॉट नेट भोपाल को 75 हजार रूपए आरती गुप्ता

कोबरा डॉट कॉम भोपाल को 75 हजार रूपए हेमेन्द्र तिवारी

प्रदेश टूडे डॉट कॉम भोपाल को 75 हजार रूपए  मध्यप्रदेश टूडे मीडिया प्रा. लि.

लोकयान डॉट इन ग्वालियर भोपाल को 75 हजार रूपए संजय कुमार शर्मा

पर्यावरण विमर्श डॉट कॉम दिल्ली को 75 हजार रूपए  रंजना मिश्रा

योगा हेल्थ डॉट इन भोपाल को 75 हजार रूपए सुनील पाण्डेय

खजुराहो डॉट कॉम भोपाल को 75 हजार रूपए दामोदर सिंह राजावत

एम.पी. बुन्देली डॉट कॉम भोपाल को 2 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ. 118/23 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता धर्मेन्द्र सिंह ठाकुर हैं।

एस आर पत्रिका डॉट कॉम को 1 लाख 80 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किये गये। इसे संजय रायजादा एफ 8/10, चार इमली भोपाल से संचालित किया जा रहा हैं।

एन डब्लू न्यूज डॉट इन को 1 लाख 80 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे ए-182, शाहपुरा भोपाल से राजेश सिरोठिया द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

न्यूज पोर्टल डॉट नेट डॉट इन को 1 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 8/23 चार इमली भोपाल से इसे कंचन चतुर्वेदी द्वारा संचालित किया जाता हैं।

जनहित मिशन डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इसके संचालन कर्ता श्री प्रकाश दीक्षित हैं जो  जनसंपर्क विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। श्री दीक्षित इसे 108, जी.वी. हाईट्स, आर्शीवाद कॉलोनी कोलार रोड भोपाल से संचालित करते हैं।

समाचार एम पी डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 524 सांईनाथ नगर भोपाल से इसे अलका तिवारी द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

न्यूज बुन्देलखण्ड डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एल आई जी 75 कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल से इसे अर्चना चतुर्वेदी संचालित करती हैं।

टारगेट मीडिया विजन डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये। 36 कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल से इसे सरोज जोशी संचालित करती हैं।

मल्हार मीडिया डॉट कॉम को 1 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 201-बी कृष्णा कॉम्प्लेक्स प्रियंका नगर भोपाल से इसे ममता यादव द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

एम पी ई खबर डॉट कॉम को एक लाख पच्चीस हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे सी. एम 43, सी सेक्टर शाहपुरा भोपाल से चन्दन वैष्णव संचालित करते हैं।

यू.एन.आई. भोपाल को 6 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 9, रफी मार्ग से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता यूनाईटेड न्यूज ऑफ इन्डिया हैं। जो भारत की सर्वश्रेष्ठ समाचार सेवा के तौर पर जानी जाती हैं। देश के प्रत्येक समाचार पत्र को डीएवीपी की विज्ञापन सूची में शामिल होने के लिए इस संस्थान की या पी टी आई की सेवा लेना अनिवार्य रहता हैं।

प्रतिवाद डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।एच-83,शहंशाह गार्डन रायसेन रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता दीपक शर्मा हैं।

माय न्यूज डॉट इन भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 101/19 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता वेदव्रत्त गिरि हैं।

वेबसाईट भारतीय डॉट कॉम भोपाल को 15 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 43,45 बंगले न्यूज मार्केट से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता विजय कुमार तिवारी हैं।

मेट्रोमिरर डॉट कॉम भोपाल को 11 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। फ्लेट नं. 1, एलोरा अपार्ट्स, लाला लाजपत राय सोसाइटी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता ब्रेन पावर मीडिया इन्डिया प्रा. लि. हैं।

अलर्ट न्यूज डॉट इनफो. भोपाल को 5 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी-2, शास्त्री नगर, जवाहर चौक से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता न्यूज हैं।

बिच्छू डॉट कॉम भोपाल को पॉच लाख 20 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इस संस्थान के कर्ताधर्ता अवधेश बजाज हैं।

पी आई सी एम.पी. डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। अलकनंदा कॉम्प्लेक्स, एम.पी. नगर ज़ोन 1, से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रेस इन्फर्मेशन सेंटर हैं।

एम.पी. न्यूज फ्लेश डॉट कॉम भोपाल को 11 लाख 55 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ-1 प्लॉट नं. 19 कमर्शियल, प्रग्या सागर अपार्टमेन्ट से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता वैशाली वाल्दे हैं।

एम.पी.मनी डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।एफ-88/35 तुलसी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता स्मार्ट फेस कन्सलटेन्सी प्रा.लि. हैं।

एम.पी. न्यूज ऑनलाइन डॉट कॉम भोपाल को  17 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 31, आकाश नगर, कोटरा सुल्तानबाद से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता मिनी शर्मा हैं।

एम.पी. न्यूज डॉट इन भोपाल को 8 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।1 126, एस.एफ.एस. कॉलोनी, अग्रवाल फॉर्म से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राकेश कुमार श्रीवास्तव हैं।

खबरबाज डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जी- 99/53, तुलसी नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता आलोक कुलश्रेष्ठ हैं।

प्रकल्प डॉट आर्गेनाईजेशन इन भोपाल को 10 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 26, भागसीपुरा, उज्जैन म.प्र. से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता नवीन जोशी हैं।

न्यूज फॉयर ऑनलाइन भोपाल को 8 लाख  75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।8, बेटवा अपार्टमेन्ट न्यू मार्केट टी.टी.नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अवधूत श्री नित्यानंद जनकल्याण समीति हैं।

अद्वितीय डॉट कॉम भोपाल को 2 लाख 10 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 3/2, छोटा सराफा उज्जैन से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सुदर्शन सोनी हैं।

आधीदुनिया डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 104, सिल्वर ट्यूलिप अपार्टमेन्ट गुलमोहर कॉलोनी भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता नम्रता जोशी हैं।

टाइम्स टी.वी.भोपाल को 4 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 432, सुदामा नगर गोविन्दपुरा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मोहम्मद आज़म खान हैं।

क्रियेशन एण्ड प्रोजेक्शन डॉट कॉम भोपाल को 9 लाख रुपए के विज्ञापन दिये गये हैं। जी 2 प्लॉट नं. 368, चाणक्य अपार्टमेन्ट , सर्वधर्म बी. से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अमिताभ अग्निहोत्री हैं।

इनसाईट टी.वी. न्यूज नेटवर्क भोपाल को 34 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 314, 3 फ्लोर, आकांक्षा बिल्डिंग प्लॉट नं. 2, प्रेस से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता इनसाईट टी.वी. न्यूज प्रा. लि. हैं।

मंत्रालय डॉट इन भोपाल को 10 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 314, 3 फ्लोर, आकांक्षा बिल्डिंग प्लॉट नं. 2, प्रेस से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता इनसाइट टी.वी. न्यूज नेटवर्क प्रा. लि. हैं।

विजन एम.पी. डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।शॉप नं. 12, रिलाइबल प्लाज़ा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता विजन एम.पी. डॉट कॉम हैं।

घमासान डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ए 17 किला मेदान आर.डी. इन्दौर से संचालित इस संस्थान की के कर्ताधर्ता वन्दना राठौर हैं।

एम.पी. डॉक्टर्स डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 98 अफजल कॉलोनी जिन्शी भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता समीना खान हैं।

दखल डॉट नेट भोपाल को 19 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 68 डी., आकृति गार्डन, नेहरू नगर से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता श्रुति अनुराग उपाध्याय हैं.

दृष्टिकोण डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई-100/25, शिवाजी नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता निपुन शर्मा हैं।

आपका भोपाल डॉट कॉम भोपाल को 3 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एम. 20 एम.आई.जी. प्लेट्स, बी.डी. ए शॉपिंग कम रेसीडेन्सी भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता रोहन राजन हैं।

सिटी भोपाल डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 30 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी-8 एच.आई.जी. धनवन्तरी परिसर ई 7 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता विनोद कुमार शर्मा हैं।

कॉर्टून्स बाई इरफान डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। डी-2, लवली अपार्टमेन्ट्स, फेस-1 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मोहम्मद इरफान खान हैं।

बवन्डर डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ.5/1, चार इमली से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता साधना हैं।

शब्द दीप डॉट कॉम भोपाल को 9 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।  एफ.-2 स्वातिक अपार्टमेन्ट्स,ई 8/57, त्रिलोचन नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता शब्ददीप समीति हैं।

एफ.एम.पी.सी.सी.आई. डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 12 ए उद्योग भवन मालवीय नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता  फ्रेडरेशन ऑफ एम.पी. चेम्बर ऑफ कमर्शियल एण्ड इन्डीविजल हैं।

वेबखबर डॉट कॉम भोपाल को 11 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ-49/25, गवर्नमेंट अवस, साऊथ टी.टी. नगर से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता पूनम भट्नागर हैं।

मध्यभारत डॉट नेट भोपाल को 17 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। डी.के.-3 आई.पी.एस. बंगले दनिश कुंज कोलार रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता शेफाली गुप्ता हैं।

कोलॉर न्यूज डॉट नेट भोपाल को 10 लाख 7500 रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस बी 6 ड्रीम होम्स, नियर कम्फर्ट स्कूल सनखेडी से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता शेफाली गुप्ता हैं।

नम्बीसन्स डॉट कॉम भोपाल को 9 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 124/17 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता समीता निशान्त नम्बीसन हैं।

राष्ट्रवाद डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस-202, सुख-शांति अपार्टमेन्ट, कोलार रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मिलिन्द देसाई हैं।

ब्यूरोक्रेसी टूडे डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 2 बिग सिटी हाउस कस्तुरबा गांधी मार्ग कॉननाउट प्लेस से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता आलिया प्रोडक्शन प्रा. लि.हैं।

खो़जखबर न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 85 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस नं. 280, खानू गोन, वी.आई.पी. रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अतुल्ला फैजान हैं।

समाचार लाईन डॉट कॉम उज्जैन को 6 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। श्याम समृति भवन पल्टन एरिया से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रकाश त्रिवेदी हैं।

डेली हिन्दी न्यूज डॉट कॉम सागर को रूपए7 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। शांति  विहार कॉलोनी रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता संजय कुमार करीर हैं।

आईना ऑनलाईन डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 90/57 तुलसी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता कंचन चतुर्वेदी हैं।

एम.पी. समाचार डॉट को इन भोपाल को 7 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एच नं. 31 महादेव मंदिर रोड पुष्पांजली से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता कल्पना सक्सेना हैं।

दिशा न्यूज डॉट इन भोपाल को 6 लाख 80 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। बी.-1602 इन्टरफेस हाईट्स ऑफ लिंक रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मनोज कलाप्पुराकल शशिधारन हैं।

एम.पी. बिजनेस लाईन डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 4बी लवलोक अपार्टमेन्ट्स 1बी लवलोक प्लेस से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सुधीर कुमार सिंह हैं।

इंडिया न्यूज एंड व्यू डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एम./एस. नौगांव मेडिकल स्टोर, एस नौगांव छतरपुर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राजेश कुमार अग्निहोत्री हैं।

फैलान डॉट कॉम भोपाल को 18 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। वार्ड नं. 2 फ्रंट ऑफ क्लाव, नौगांव छतरपुर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रखर अग्निहोत्री हैं।

सेवा डॉट कॉम ऑनलाईन न्यूज को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 2/3 अम्बर कॉम्प्लेक्स, जोन 2 एम.पी. नगर भोपाल से इसे रामदुलारे संचालित कर रहे  हैं।

एम.पी.न्यूज 24×7  डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 5 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस-1200, नेहरू नगर से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता विनीता ठाकुर हैं।

बिग ब्रेकिंग डॉट कॉम इंदौर को 8 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 47, कालिन्दी मिड टॉउन, बाइ पास रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राजा शर्मा हैं।

मंत्रालय न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जी 3/381, गुलमोहर कॉलोनी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता आशीष चौधरी हैं।

व्यापार  गणेश डॉट कॉम भोपाल को 5 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई एल 271 नेहरू नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता देवेन्द्र कुमार मिश्रा हैं।

ई खबर टूडे डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 45 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 48, राजस्व कॉलोनी रतलाम से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता तुषार कोठारी  हैं।

विधायक न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 14 लाख 45 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।टी.-3, अल्तमश अपार्टमेन्ट से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता हुस्न राजा हैं।

जागृत मध्यप्रदेश डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 83/43 तुलसी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता रश्मि पाण्डे हैं.

स्पीड समाचार डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाऊस नं. 04 बाफना कॉलोनी बेरासिया रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता संतोष कुमार हैं।

नया सबेरा डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाऊस नं. 129, फेस 2 कैलाश नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता नया सवेरा डॉट कॉम हैं।

खबर इन्डिया डॉट आर्ग को 21 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। डी- 3/496, दानिश नगर होशंगाबाद रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अश्विनी रॉय हैं।

खरीखरी डॉट नेट भोपाल को 16 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 5/11 चार इमली भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता सुमन त्रिपाठी हैं।

न्यूज फर्स्ट डॉट ऑर्ग भोपाल को 18 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। डी- 135, फेस 1,अयोध्या नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता हरि दयाल पटेरिया हैं।

नो टू पॉलिटिक्स डॉट कॉम भोपाल को 18 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 135 डीम अयोध्या नगर सेक्टर हुजूर भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता अर्चना हैं।

बर्निंग न्यूज डॉट ऑर्ग भोपाल को 20 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 403, न्यू सुभाष नगर से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता सुमन शर्मा हैं।

टूडे एम.पी.डॉट कॉम भोपाल को 5 लाख 55 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी 216, शाहपुरा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सीमा द्विवेदी हैं।

द भोपाल पोस्ट डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 101/15 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राज कुमार केसवानी हैं।

न्यूज रूम 24×7  डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई-7/26 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता ललित शास्त्री हैं।

न्यूज व्यू डॉट कॉम भोपाल को  8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 14 बंगला, प्लॉट नं. 8, मालवीय नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रमोद भारद्वाज हैं।

ई.एम.एस.टी.वी. डॉट इन भोपाल को 5 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 455, हनुमानताल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सनत कुमार जैन हैं।

खबरमेल डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ- 48/28 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राजेश पाण्डेय हैं।

खबरो का खुलासा डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी 12, शास्त्री नगर, जवाहर चौक से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता भारती बुधवानी हैं।

इन्डियनट्रीबॉल्स डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 275, पंकी, स्वराज्य नगर सी ब्लॉक से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राकेश ठाकुर हैं.

शंखनाद डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एल.आई.जी. भारती निकेतन, गोविन्दपुरा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रतुल पराशर हैं।

देश भक्ति डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। नबाब बाग भिन्ड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मिजाजी लाल जैन हैं।

न्यूज आज डॉट इन भोपाल को 15 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई-33, 45 बंगला से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अरून कुमार भण्डारी हैं।

सचिवालय डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 1, संजय कॉलोनी, बी/एट शिव मंदिर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सुशील शर्मा हैं।

नेशन न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 25, चर्च रोड जहांगीराबाद से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता उमेश यादव हैं।

सबकी खबर डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 10/बी प्रोफेश्नल कॉलोनी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता रविन्द्र जैन हैं।

एम.पी.न्यूज टूडे डॉट इन भोपाल को 9 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।एम.आई.जी.-10 त्रिवेणी कॉम्प्लेक्स, न्यू मार्केट से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता धर्मेश जैन हैं।

फोटो न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 303, अभिलाषा अपार्टमेंट ए सेक्टर सर्वधर्म से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता देवेन्द्र दुबे हैं।

सर यू आबसर्व डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 89, अशोक विहार से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता हरि हरानंद मीडिया प्रा. लि.हैं।

टाऊन विन्डो डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। प्लॉट नं. 83 टॉप फ्लोर जोन 2 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता टाऊन विन्डो एण्ड को. हैं।

खरी न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 31 वर्धमान ग्रीन पार्क अशोका गार्डन भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता विनय द्विवेदी हैं।

सरकारी गपशप डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 95 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।7 रूद्रधाम रत्नेश्वर रोड रतलाम से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता हरीश शर्मा हैं।

हिन्दी न्यूज मेल डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 478/16, बीएट पी के स्कूल गली नं. 3 उर्हट से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रदीप शर्मा हैं।

खबर सबकी डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 237, गोविन्दपुरा से संचालित इस संस्थान की  कर्ताधर्ता सरिता कैलासिया हैं।

एम.पी. अपडेट डॉट इन भोपाल को 6 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। 10/1 अंजली कॉम्प्लेक्स भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता श्रुति शर्मा हैं।

मध्यमत डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 85 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 197/2 साकेत नगर भोपाल 24 से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता अक्षरा उपाध्याय हैं।

सिटीचौक डॉट कॉम भोपाल को 11 लाख 90 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस बी 30/31 ब्लॉक – सी मानसरोवर कॉम्प्लेक्स भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मीडियामिन्ट कॉन्सेप्ट इंडिया प्रा.लि.हैं।

खबर धमाका डॉट कॉम भोपाल को 12 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एम.आई.जी.-36 डी-सेक, अयोध्या नगर, बायपास रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मनीष कुमार पाठक हैं।

एम.पी. न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 95 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 80 रूशाल्ली करोड बेरासिया रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता अंजली मिश्रा हैं।

स्पंदन फीचर्स डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 90 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 31/45 बंगला भोपाल 3 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अनिल सौमित्र हैं।

स्ट्रेट खबर डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 55 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 6/4 ए, साकेत नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता नीतू तिवारी हैं।

संध्यादेश डॉट कॉम ग्वालियर को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 77, कान्ती नगर, तानसेन रोड से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता रश्मि अग्रवाल हैं।

ताजा समाचार डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 95 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इटावा रोड भिन्ड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सिद्धान्त जैन हैं।

स्टेट समाचार डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 31, मार्केट महादेव मंदिर रोड सिन्धी भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता  निधि सक्सेना हैं।

द इन्डियन रिपोर्ट डॉट कॉम भोपाल को 9 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 76, भदभदा रोड प्रेम पुरा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता  दीपक सिंह चौहान हैं।

न्यूज 24×7  डॉट इन भोपाल को 7 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 131, आजाद वार्ड नं. 7  से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता  कृष्ण मोहन झा हैं।

मध्यन्यूज डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 20 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 2 वार्ड नं. 12 शाहंजहानाबाद से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सतीश साहू हैं

न्यूज ओके डॉट इन भोपाल को 9 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जी-83 बर्फानी धाम पंचधाम नगर होशंगाबाद से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता संगीता गुप्ता हैं।

एम.पी.लाईव. डॉट को डॉट इन भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। बी-145 आकृति गार्डन भदभदा रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अजय सिंह सिसोदिया हैं।

दिव्यसत्त डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।हाउस नं. 5 रिगल कम्पाउण्ड कृष्णा नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता मंजू लता सिंह हैं।

भोपाल न्यूज अपडेट डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।एफ-1 प्लॉट नं.5, न्यू एम एल ए कॉलोनी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मुक्ता पाठक हैं।

समाचार एजेन्सी डॉट कॉम भोपाल को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। समृति धाम शाला बाहुबली चौक सिवनी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता शरद खरे हैं।

देशव्रत डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 138 बाग उमराव दुल्लाह बारखेड़ी भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता जगदीश दांगी हैं।

प्रदेश समाचार डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सिनियर एल आई जी 05 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता  दामोदर गोविन्द शहाने हैं।

राजकाज डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 16/2 नॉर्थ टी टी नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राजेन्द्र धनोतिया हैं।

भोपाल के हाउस नम्बर 4 , सूर्या अर्पाटमेंट , ईदगाह हिल्स से संचालित प्रिंट मीडिया जर्नलिस्ट डॉट इन को पाँच लाख बीस हजार रुपये के विग्यापन दिये गये हैं । इसे इसी नाम की समिती से संचालित किया जा रहा हैं।

प्रतिदिन खबर डॉट कॉम को साढ़े छह लाख के विग्यापन दिये गये । मध्यप्रदेश या यूँ कहे भारत के सर्वाधिक पिछड़े इलाके वाला जिला पन्ना की अमानगंज तहसील का कस्बा गुन्नौर भी मध्यप्रदेश के पत्रकारिता जगत में चार चाँद लगा रहा हैं ।  यहाँ के सौरभ श्रीवास्तव नामक पत्रकार इस बेबसाईट को संचालित करते हैं ।

भोपाल के रचना नगर के 263 कृष्णा अर्पाटमेंट से संचालित एम पी अलर्ट डॉट कॉम को चार लाख रुपये के विग्यापन दिये गये । इस संस्थान को अनीता चौधरी संचालित करती हैं ।

रतलाम के बुद्धेश्वर रोड से संचालित ई मालवा डॉट कॉम के राजेश मूणत को तीन लाख तीस हजार रूपए के विज्ञापन जारी किये गये हैं।

सागर की लॉ समाचार  डॉट कॉम  वेबसाइट को 6 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। यह वेबसाईट शुभम दीक्षित द्वारा 4/130 बी.एच. ज्योति भवन यादव कॉलोनी तहसील सागर से संचालित की जा रही हैं।

प्रोफेसर कॉलोनी भोपाल से अनु अग्निहोत्री खबर नेट  डॉट कॉम संचालित करते हैं। जिसे 5 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं।

समाचार भारती  डॉट इन को 3 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये । जिसके संचालन कर्ता शैलेन्द्र सिंह हैं। यह संस्थान 701 ए बिंग, रेहब बिल्डिंग नियर प्रशमेश पार्क, वीरा दसई अंधेरी पश्चिम मुम्बई पर पंजीकृत बताई जा रही हैं।

हिन्द मीडिया  डॉट इन को 5 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जिसे 336, थर्ड फ्लेर बिल्डिंग नम्बर 3 घोसीवाड़ा, अंधेरी, पश्चिम मुम्बई से शिवानी चन्द्रकांत जोशी संचालित करती हैं।

Olyzen.com की स्मिता निशांत नम्बीसान को 5 लाख 25 हजार के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जो टी-2, मोहिनी अपार्टमेंट सेक्टर सी इन्द्रपुरी भोपाल से संचालित की जा रही हैं।

आप न्यूज डॉट इन को 4 लाख 75 हजार रुपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। अहमदाबाद की दीपा आशीष जोशी इस वेबसाइट का संचालन करती हैं।

जबलपुर के 338 संजीवनी नगर से संचालित रमाकांत पंचोली की वेबसाइट टुडे लाइव न्यूज डॉट कॉम को 4 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं।

हैलो एम.पी. डॉट कॉम को 4 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। इसे देव शंकर उपाध्याय बी.4 पूजा नगर सी.टी.ओ. बैरागढ़ भोपाल से संचालित किया जाता हैं।

एम.पी. न्यूज टुडे डॉट कॉम वर्षा निगम द्वारा 430 ए सांई आधार शिला बरखेड़ा भोपाल से संचालित किया जा रहा हैं। इस पोर्टल को 4 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए जा रहे हैं।

एम.पी. 24×7  डॉट कॉम को 4 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए जा रहे हैं। यग वेबसाइट ज्योति पति मनोज वर्मा कहार मोहल्ला झालावाड़ के पते पर पंजीकृत हैं।

अद्धैत न्यूज डॉट कॉम को 4 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे अमित परमानंद 11, अटल बिहार, नाना पैश्वा चौक नूतन हिंदी स्कूल के पास कल्याण ईस्ट से संचालित करते हैं।

पंचायत डॉट नेट को 2 लाख रूपए के विज्ञाप जारी किेए गये हैं। 455 हनुमानताल जबलपुर से इसे सनत कुमार जैन संचालित करते हैं।

सागर के आलोक कुमार गोस्वामी की सियासत डॉट कॉम को 6 लाख 30 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। नम्बर 28 सागर से इसे संचालित किया जाता हैं।

समाचार प्रदेश डॉट कॉम ए 59 शाहपुरा मनीषा मार्केट भोपाल से विशाल राजौरिया संचालित करते है। जिसे 4 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं।

मेट्रो न्यूज टुडे डॉट कॉम के शिशिर उपाध्याय को 4 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किये गये हैं। जो इसे एफ बी5, ब्लॉत ए मानसरोवर कॉम्प्लेक्स हबीबगंज रेल्वे स्टेशन के पास भोपाल से संचालित कर रहे हैं।

RTV (www.RealTV.com) के संजीव कुमार श्रीवास्तव को 1 लाख 75 हजार रूपए के

विज्ञापन जारी किए गये हैं। यह वेबसाईट एफ 119/18 शिवाजी नगर से संचालित की जा रही हैं।

समाचार लहर  डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। बी. 10 काशिव कॉम्प्लेक्स मालवीय नगर भोपाल से इसे कोमल शर्मा संचालित करती हैं।

5 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। आई 42 कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल से इसे सुनील सिखैया द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

न्यूज डे डॉट कॉम को 5 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। इसे 217 वसुंधरा बिल्डिंग सुरेन्द्र नगर भोपाल से मिलन भार्गव संचालित करते हैं।

न्यूज भारती डॉट कॉम नागपुर से विश्वास वी पाठक द्वारा संचालित की जाती हैं। जिसे सवा दो लाख रूपए के विज्ञापन जारी किये गये हैं।

एम.पी. न्यूज लाइव डॉट कॉम को 6 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जी-18 प्लेटिनम प्लाजा टी.टी. नगर भोपाल से राजेश दुबे के नाम से संचालित हैं।

सागर के सौरभ सोनी की वेबसाईट एम.पी. वेबन्यूज डॉट कॉम को 4 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। यह वेबसाईट 12 टोनी निवास लक्षमी बाई देवरी कला से संचालित की जाती हैं।

वेबन्यूज इंडिया डॉट कॉम को दिनेश निगम त्यागी ई-115/42 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित करते हैं। इस वेबसाईट को 3 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।

संदीप कुल श्रेष्ठा द्वारा इसे 89 ज्ञान पीठ परिषद उज्जैन से संचालित किया जाता हैं।

न्यूज आज की डॉट कॉम की विशाखा श्रीवास्तव को 3 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। इसे 17 खानू गॉव वी.आय.पी.रोड से संचालित किया जाता हैं।

रियल स्ट्रेंथ डॉट को की मोनिका जॉर्ज को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जो इसे 660 सी सेक्टर शाहपुरा भोपाल से संचालित करती है

एम.पी. पॉवर बज डॉट कॉम के सत्येन्द्र प्रकाश पाराशर को 3 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जो 36 मयूर मार्केट थाटीपुक ग्वालियर से इस पोर्टल को संचालित करते हैं।

हेयनापोस्ट डॉट कॉम मीना राय 84 पोलिस लाइव जहॉगीराबाद से पोर्टल संचालित करती हैं। जिन्हें 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं।

एम.पी.जीरो वन डॉट ओ आर जी को 2 लाख 10 हजार रूपए  के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे विक्रांत पैगवार 20 बरखेड़ी भोपाल से संचालित करते हैं।

नौकरी अलर्ट 4 यू डॉट कॉम को 3 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किये गये। जो ग्वालियर से आदित्य मिश्रा संचालित करते हैं।

बेबाक डॉट कॉम भोपाल के प्रज्जवलित सिन्हा जिनका पता गौरखपुर का दिया हुआ हैं को 3 लाख 85 हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं।

भोपाल के कैलाशचन्द्र गुप्ता 486 डी सेक्टर नेहरू नगर से शब्द संग्राम डॉट कॉम नामक वेबसाइट संचालित करते हैं। जिसे 5 लाख पच्चीस हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं।

पॉवर गैलरी डॉट कॉम को 6 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे एफ 88/ 35 तुलसी नगर भोपाल से दिनेश गुप्ता संचालित करते हैं।

न्यूज न्यूज 365 डॉट कॉम को तीन लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे श्रुति कुशवाहा 3 लवकुश नगर पिपलानी भोपाल द्वारा संचालित किया जाता हैं।

न्यूज न्यूज इंडिया डॉट कॉम को 3 लाख 75 हजार रुपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जो एल. आई.जी. 1/22 ए /10 इन्द्रा नगर रीवा से जयराम शुक्ला संचालित करते हैं।

जांबाज डॉट कॉम को 2 लाख 10 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किये गये हैं। जिसे अनूप सक्सेना सतना से संचालित करते हैं।

एम न्यूज टुडे डॉट कॉम को तीन लाख पच्चीस हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जो 249/6 तिवारी कॉलोनी होशंगाबाद से अंशुपाठक संचालित करते हैं।

बुन्देली माटी डॉट कॉम जिसके संचालक जनसंपर्क विभाग के रिटायर्ड अधिकारी रज्जू राय हैं को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। यह वेबसाईट एल आय जी 32, साकेत नगर शिवाजी नगर भोपाल से संचालित की जाती हैं।

द न्यूज अभियान डॉट कॉम शुजालपुर से महेश मालविय संचालित करते हैं। इस वेबसाईट को 2 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।

ग्वालियर के रंजीत मिश्रा को दैनिक प्रदेश डॉट कॉम के लिए 2 लाख 20 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इनका पता 1 अशोका अपार्टमेंट जीवाजीगंज हैं।

न्यूजवंदना डॉट कॉम को 3 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इसं वंदना शर्मा द्वारा एफ 83/39 कृपा कॉम्प्लेक्स तुलसी नगर भोपाल से संचालित किया जा रहा हैं।

एम.पी. खबरनामा डॉट कॉम को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे मोहन राव,16, महाबली नगर कोलार रोड भोपाल से संचालित करते हैं।

एक्सपीरियंस द ट्रूथ एट बंजिग एम.पी. डॉट इन्फों के रोमेश शर्मा को 1 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सुरेन्द्र विहार बाग मुगलिया भोपाल से यह वेबसाईट संचालित की जाती है।

एच.टी.टी. वी न्यूज डॉट कॉम तो 1 लाख चालीस हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 133 तीन मीनार मस्जिद सीहोर से इसे आमिर खान संचालित करते हैं।

जुगनु न्यूज डॉट कॉम को 90 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 78/15 साउथ टी.टी. नगर से इसे प्रवीण शर्मा द्वारा संचालित किया जाता हैं।

खबर प्रदेश डॉट कॉम को 1 लाख 30 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। शुभम श्रीवास्तव इसे छतरपुर से संचालित करते हैं।

न्यूज हैंन्स डॉट कॉम को एक लाख 95 हजार दिए रूपए के विज्ञापन  । आई नेट कान्सेप्ट लिमिटेड द्वारा इसे बी एफ टॉवर एम पी नगर भोपाल से संचालित किया जाता हैं।

जहान्वी न्यूज डॉट इन को एक लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सौरभ शर्मा द्वारा 31/1 मोचिया गली औकापा क्वार्टर, जवाहर चौक से जुमेराती भोपाल से संचालित किया जाता हैं।

एम.पी.ई. न्यूज डॉट इन को तीन लाख पच्चीस हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी-115, बी. एच. ई. एल. संगम कॉलोनी से इसे नीतिश राय के द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

रीवा रियासत डॉट कॉम के प्रदीप कुमार द्विवेदी को 2 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जिसे आकांक्षा कॉम्प्लेक्स शाप नम्बर 1 जिला कोर्ट के पास रीवा से संचालित किया जाता हैं।

पेट्रोल न्यूज डॉट इन के आलोक शर्मा को 2 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जो इस पोर्टल को मउगंज रूवा से संचालित करते हैं।

इंदौर की बेबदुनिया डॉट कॉम जो विश्व की प्रमुख वेबसाईटों में शुमार की जाती हैं को मात्र 4 लाख 80 हजार रूपए दिए गये हैं। प्रमुख समाचार पत्र नई दुनिया के सहयोगी समूह की इस पोर्टल की हैसियत किसी से छुपी नहीं हैं।

खबर बाबा डॉट कॉम रतलाम से राजेश जैन संचालित करते हैं को पैसठहजार रुपये के विज्ञापन दिये गये हैं ।। जिसे देवी सिंह गली कोर्ट चौक रतलाम के पते पर पंजीकृत कराया गया हैं।

भोपाल की कैपीटल समाचार डॉट कॉम को 3 लाख रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। एल आय जी 30, शबरी कॉम्प्लेक्स, एम.पी. नगर भोपाल से दीपिका राय संचालित करती हैं।

भोपाल वन डॉट कॉम को 2 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। एफ 83/35 तुलसी नगर, सैकेण्ड स्टॉप भोपाल से अविराज अशोक जैन द्वारा संचालित करते हैं।

तहलका पोस्ट डॉट कॉम को 2 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इसे अरशद अली खान द्वारा 6 कर्बला रोड भोपाल से संचालित किया जाता हैं।

रेडिफ डॉट कॉम इंडिया लिमिटेड को 15 लाख 64 हजार 650 रूपए के विज्ञापन दिए गये। जो विश्व के प्रमुख सर्च इंजनों में से एक वेबसाईट हैं।

गंगा के चलते एक बार फिर उपेक्षा का शिकार हुई ताप्ती

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जानकारी मांगने पर पीएमओ के पास नहीं कोई ठोस योजना
बैतूल। सदियों पहले गंगा ने धरती पर आने से पहले शर्त रखी थी कि वह तभी धरती पर अवतरीत होगी जब सूर्यपुत्री ताप्ती का महात्मय विलोपित हो। भागीरथ के पूर्वजो के उद्धार के लिए देवऋषि नारद ने ताप्ती महात्मय को विलोपित करने का जो महापाप किया आज वही महापाप देश की एनडीए सरकार और देश का प्रधानमंत्री कार्यालय कर रहा है। मध्यप्रदेश आरटीआई एक्टीविस्ट फोरम के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मां सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश के अध्यक्ष रामकिशोर पंवार द्वारा पुण्य सलिला सूर्यपुत्री ताप्ती की उपेक्षा को लेकर पीएमओ कार्यालय तथा भारत सरकार के जल संसाधन , नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय को 15 नवम्बर 2015 को सूचना के अधिकार कानून के तहत प्रथक - प्रथक आवेदन प्रस्तुत कर 6 बिन्दुओं पर जानकारी मांगी गई लेकिन देश का पीएमओं और जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय आवेदक को जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए सिर्फ कागजी घोड़े ही दौड़ा रहा है। बीते सवा महीने में श्री पंवार को तीन पत्र ऐसे प्राप्त हुए है जिसकी भाषा सिर्फ जानकारी देने के बजाय इसके उसके सर पर टोपी पहनाने का है। श्री पंवार को पीएमओ कार्यालय में उनके द्वारा स्पीड पोस्ट से भेजा गया दिनांक 15 नवम्बर 2015 का पत्र 20 नवम्बर 2015 को प्राप्त हुआ जिसे मिलने के बाद पीएमओ ने उक्त पत्र के संदर्भ में उनसे चाही गई जानकारी को स्वंय ने देते हुए उक्त पत्र को सूचना का अधिकार कानून की धारा 3 (6) के तहत यथोचित कार्रवाई के लिए अवर सचिव एवं केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी पीएमओ कार्यालय श्री पीके शर्मा ने दिनांक 27 नवम्बर 2015 को उक्त आवेदन पत्र सचिव भारत सरकार जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा सरंक्षण मंत्रालय श्रम शक्ति भवन नई दिल्ली को रजिस्टर्ड डाक से भेज दिया। अब भारत सरकार के जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय ने उक्त पत्र को दर किनार कर अपने कार्यालय को प्राप्त सूचना का अधिकार कानून के तहत प्रस्तुत आवेदन के संदर्भ में आरएन दीक्षित अवर सचिव (संसद) जन सूचना अधिकारी ने अपने दिनांक 11 दिसम्बर 2015 को हस्ताक्षरित पत्र दिनांक 14 दिसम्बर 2015 को संजीत कुमार भगत अवर सचिव (पेन रीवर) एवं सी.पी.आई.ओ. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार तथा यू.के.पाली अनुविभाग अधिकारी (बी.एम.)सी.पी.आई.ओ. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय सी.जी.ओ. काम्लैक्स भारत सरकार नई दिल्ली को अंतरीत कर दिया। इस बात की जानकारी बकायदा एल.बी. टवल्टे उप सचिव (एन.एम.सी.जी.) एवं सी.पी.आई.ओ. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (सी.पी.आई.ओ. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार) रियर विंग तीसरी मंजिल एम.डी.डी.एस. बिल्डींग 9 सी.जी.ओ. काम्लैक्स लोधी रोड नई दिल्ली को भेज दिया गया। अब उक्त पत्राचार से अलग हट कर  एल.बी. टवल्टे उप सचिव (एन.एम.सी.जी.) एवं सी.पी.आई.ओ. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (सी.पी.आई.ओ. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार) रियर विंग तीसरी मंजिल एम.डी.डी.एस. बिल्डींग 9 सी.जी.ओ. काम्लैक्स लोधी रोड नई दिल्ली ने अपने बिना तारीख एवं डिस्पेच नम्बर के एक पत्र सीपीआईओ नदी संरक्षण ((CPIO National River Conservation Directorate) (MoEF& CC)) () (MoEF& CC),सीपीआईओ.राष्ट्रीय जल आयोग ((CPIO Central Water Commission Sewa Bhawan RK Puram New Delhi 66),सीपीआईओ आर.एन दीक्षित श्रम शक्ति भवन जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली  (CPIO R.N.Dixit Sharm Shakti Bhawan  Ministry of Water Resources  New Delhi)) के अतिरिक्त श्री पी.के.शर्मा अवर सचिव एवं केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी पीएमओ कार्यालय को सूचित कर दिया कि उक्त आरटीआई आवेदन की जानकारी देना उनके बस की बात नहीं है तथा उक्त पत्र उनसे सबंधित नहीं है और पूरा सूचना के अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी के प्रकरण को नस्तीबद्ध कर दिया। सवाल यह उठता है कि जब यह मामला उनसे सबंधित नहीं था तब उन्हे पीएमओ सहित अन्य कार्यालयों द्वारा क्यों अंतरीत किया गया। जानबुझ कर आवेदक को भारत सरकार के एक नहीं दो मंत्रालय गुमराह करते रहते। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से निकलने वाली पुण्य सलिला ताप्ती जो कि मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र तथा गुजरात में 750 किमी का सफर तय करती है। भारत की ताप्ती एक मात्र ऐसी पश्चिम मुखी नदी है जो तीन राज्यों की जीवन रेखा कही जाती है। ताप्ती के संग देश की अन्य नदियों की उपेक्षा एवं गंगा को महीमा मंडित करने तथा पूरा सरकारी खजाना देश की सिर्फ एक नदी पर लुटाने के पीएमओ एवं जल संसाधन मंत्रालय की कार्य योजना पर ऊंगली उठाते सवाला का न तो देश के प्रधानमंत्री कार्यालय ने और न जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा संरक्षण मंत्रालय ने उचित जवाब देना चाहा। सवाल यह उठता है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती अपनी श्रद्धा एवं भक्ति तथा आस्था के कारण देश की अन्य नदियों के साथ दूजा व्यवहार कर रहे है जो एक संगीन अपराध की श्रेणी आता है। हमारा देश सबको साथ लेकर सबके विकास की बाते करता है तब वह गंगा के मामले में अन्य नदियों के संग क्यूं भेदभाव कर रहा है।
बीते एक दशक से पुण्य सलिला मां सूर्यपुत्री ताप्ती के मान - सम्मान की लड़ाई लड़ रहे मां ताप्ती के भक्त रामकिशोर पंवार ने पूरे मामले में अब भारत सरकार के प्रधानमंत्री एवं जल संसाधन मंत्री तथा उनके मंत्रालय के सौतेले व्यवहार को लेकर कानूनी लड़ाई लडऩे के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मन बना लिया है। श्री पंवार ने देश की संसद में बैतूल की सासंद द्वारा ताप्ती की उपेक्षा को लेकर अपने दो सत्र के कार्यकाल में आज तक एक सवाल न पुछने पर भी अफसोस जताया है। श्री पंवार ने बताया कि ताप्ती के मान - सम्मान की लड़ाई में पड़ौसी राज्य महाराष्ट्र एवं गुजरात से भी ताप्ती से जुड़े भक्तो को साथ लेकर बड़ा जन आन्दोलन खड़ा किया जाएगा। इस कार्य योजना के लिए वे आने वाले वर्ष में बैतूल से सूरत तक की संपर्क यात्रा करने जा रहे है ।


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