Thursday, December 20, 2012

एक खूबसूरत परी की दुखभरी कहानी,


एक खूबसूरत परी की दुखभरी कहानी, खुद को देख आंखों में आता पानी

PICS: एक खूबसूरत परी की दुखभरी कहानी, खुद को देख आंखों में आता पानी
नोट:(यह कहानी उन लड़कियों के लिए सबक है, कम उम्र में ही जीरो फिगर की चाहत में अपने ऊपर तरह-तरह के अत्याचार करती हैं )
 
यह दुखभरी कहानी है दुनिया की सबसे पतली महिला की, जिसका वजन है मात्र 25 किलो ग्राम. महिला का नाम है 'वलेरिया लेविटिन'. उनका कहना है कि उन्हें अपनी हालत पर रोना आता है. ब्रिटेन के 'नेशनल हेल्थ सर्विस' की रिपोर्ट के मुताबिक, 5 फुट 8 इंच के व्यक्ति का वजन 55 से 75 किलो होना चाहिए, लेकिन 39 वर्षीय वलेरिया का वजन तो आधे से भी कम है. वलेरिया के पास दुनियाभर से जवान लड़कियों के ईमेल आते हैं, जिसमें उनके जैसी काया पाने के नुस्खे के बारे में पूछा जाता है. 
 
 मूलतः रूस की रहने वाली वलेरिया आजकल मोनाको में रहती हैं. वे बताती हैं कि उनके पास पतली होने के लिए मरी जा रही लड़कियों के ख़त आते हैं. उनका कहना है कि मैं किसी को भी मरने के नुस्खे नहीं सिखा सकती. वलेरिया बचपन से ऐसी नहीं थी. वह बहुत सुंदर और एक मॉडल जैसी दिखती थी. फिर आखिर ऐसा क्या हुआ उसके साथ... 

प्रकृति का लोकाचार और हम


चन्द्रिका प्रसाद चन्द्र
toc news internet channal

विश्व भर के साहित्य में सूर्य के उदय और अस्त होने की बातें कही गई हैं, जबकि यह सच नहीं है। चंद्रमा-तारे-नीहारिकाएं और पृथ्वी भी अपने से ताकतवर का चक्कर लगाते हैं। शक्ति के चक्कर का सिद्धांत कमजोर का प्रकृत सत्य है। सौरमंडल के ग्रह-उपग्रहों का उदय-अस्त नहीं होता। जब सूर्य, पूर्व से पश्चिम जाकर हमारी दृष्टि से ओझल हो जाता है, तब हम उसका अस्त होना और रात के बाद जब पुन: सुबह दिखता है, उदित होना मानते हैं। सुबह, दोपहर, संध्या और रात में सूर्य की ही गति है। लोक मानस में सूर्य भगवान हैं, शादी-सुदा हैं, बाल-बच्चेदार हैं। यूं, सौर मंडल उनका पारिवारिक समाज है, जो अधिकतर उनके ही प्रकाश से प्रकाशित है। पुराणों में राजाओं का जो वंश सर्वशक्तिशाली हुआ उसे सूर्यवंशी ही कहा गया सूर्य की शक्ति का यह सहज भाव था। भारतीय लोक मानस ने धरती, आकाश और पाताल (जल) के प्राणियों से अपनी संवेदना, जीवन और संघर्ष के संबंध स्थापित किए हैं। नदी, पहाड़, वृक्षों से भी रिश्ते बनाए, उनकी पीड़ा, समझी, उन्होंने मुक्तहस्त दान दिए। दिन भर का थका-भूखा-प्यासा सूर्य शाम को पत्‍नी संझ (संध्या) के पास पहुंचा। संझ का वस्त्र काला है, धुंधलका हो रहा है, वस्त्र पर मक्खियां भिनभिना रही हैं। अशुभ काल है, गोधूलि छाई है। संझ बाहर-भीतर झन्न-फन्न करती हुई बड़बड़ा रही है। गांव में लोकोक्ति है "सुरुज कस मेहरि" दिदी (मां) गांव की एक काकी को "सुरुज केर मेहरि" कहती थी। जो दिन भर खेत में काम करके लौटे काका को जल्दी न पानी देती न खाना, उलटे उलाहना देती रहती। काका चुपचाप पड़े रहते, जब इच्छा होती खाना-पानी देती। मां कहतीं बेचारे सुरुज भगवान संझ के इस व्यवहार से दुखी होकर फिर चल देत। काकी इस तरह काका की मेहरि होते हुए भी प्रतीक में "सुरुज केर मेहरि" थी। इस कहानी में संझ पर व्यंग्य भले हो, सूर्य के निरंतर गतिमान रहने की प्रमाणिकता है।

पुराणों में सूर्य की पुत्री यमुना (यमी) और पत्‍नी संज्ञा का उल्लेख है। लोक और पुराण का सामंजस्य कुछ इस तरह हुआ कि सूर्य की ऊष्मा से घबराकर संज्ञा बिना बताए पिता के घर से चली गई। सूर्य ने मनौती की, संज्ञा नहीं पसीजी। अंत में हारकर सूर्य ने अपने प्रकाश के कुछ हिस्से अन्य ग्रहों को बांट दिए। इसीलिए माना गया कि सभी ग्रह सूर्य के अंश हैं। संज्ञा लौट आईं। सूर्य संज्ञा के सम्मिलन से जल, जीवन, मृत्यु का जन्म हुआ। लोक की संझ आज भी किसी शुभ कार्य की स्वीकृति नहीं देती। लोक की संझ शास्त्र की संज्ञा हो गई। संज्ञा का अर्थ संज्ञान होना है परन्तु संझ के अनेक अर्थ हैं। जीवन के अनेक अर्थो में संझ के निहितार्थ अलग हैं। किसान के लिए संझ हो गई, काम बंद करने के अर्थ में है।

संझ की लालिमा देख पक्षी अपने घोसलों की ओर लौटते हैं। पत्‍नी के प्रतीक्षा का समय है। जीवन-संध्या बुढ़ापे का संकेत है और किसी जवान के मरने पर कहा जाता है "भरी दोपहरी में सांझ हो गई।" संझ चहलपहल समेटने-लौटने की बेला है। कोलाहल, कलरव और आपाधापी के इस वक्त को मानवीय रूपक देना मनुष्य का प्रकृति से तादाम्य बनाना है। चंद्रमा को चंदा मामा कहकर बुलाता है। मामा के हाथ से भानजे को दूध पिलाने का उपक्रम लोकगीतों में भरा पड़ा है। सूर के बालकृष्ण का हठ तो अनोखा है-"चंद्र खिलौना लैहों।" यशोदा थाली में पानी भरकर चंद्रमा को बुला लेती हैं, कृष्ण खुश होकर पानी में चंद्र की परछाईं को पकड़ता है। बिम्व मिट जाता है। लुकाछिपी का यह खेल आकाश का चंद्रमा भी देखकर कृष्ण-लीला पर मुग्ध है। संसार के प्रत्येक देश में इस प्रकार की अनेक किवदंतियां प्रसिद्ध हैं। इंद्र, देवराज हैं। सभी देवगण उसकी आज्ञा के मुखापेक्षी हैं। वरुण, अग्नि, वायु के बावजूद वह जलदेवता हैं। अपनी पूजा की अवहेलना देख वह गोकुल पर फट पड़ता है पूरे आवेग से। धरती के कृष्ण से हार जाता है। पर्वतों की ऊंचाई को छोटा करने वाली अनेक मिथ-कथाएं हैं। सृष्टिकर्ता ब्रह्मा के अनेक पुत्रों में जल बनकर बहने वाले तीन पुत्र भी थे-सिंधु, ब्रह्ममपुत्र और सोन। सोन और रेवा मेकल के अमरकंटक के एक कुंड के दो ध्रुवों में पैदा हुए। दोनों में मित्रता हुई, सोन, रेवा (नर्मदा) के रूप लावण्य पर मुग्ध हो गया। रेवा भी सोन से प्रेम करती थी। युवती रेवा ने एक दिन अपनी सहेली जुहिला से सोन के पास परिणय का प्रस्ताव भेला।

जुहिला सुंदर थी, युवती थी। पता नहीं उसने रेवा का प्रस्ताव बताया या नहीं। कई दिनों तक जब जुहिला नहीं लौटी, रेवा ने जाकर देखा, जुहिला सोन के आगोश में है। सोन ने उसे धोखा दिया। लोक ने दोनों के प्रेम को देखा था। रेवा मुड़ी और देश की नदियों के विपरीत पहाड़ों को चीरती पश्चिम की ओर चल पड़ी। एक बार भी मुड़कर उद्गम की ओर नहीं देखा। सोन (पुरुष) का अस्तित्व गंगा से मिलकर समाप्त हो गया। उसमें स्नान करना अभिशप्त हो गया। कुंवारी रेवा (नर्मदा) पहाड़ों को फोड़ती, मैदानों में उछलती कूदती लंबी यात्रा करती खंभात की खाड़ी (अरब सागर) में विलीन हो गई। धारा के विरुद्ध बहने वाली भारतीय मनीषा की एक मात्र पवित्र लोक और पुराण पूज्या नदी। आचार्य शंकर ने जिनकी अभ्यर्थना में "नर्मदाष्टक" की रचना की। रेवा सागर में विलीन हो गई। सोन गंगा की लहरों में बिला गया। ब्रह्म के रेतस का प्रवाह हिमालय के पूवरेत्तर से धरती पर बहा। कहते हैं कि हिमालय पर्वतराज है जिसने गंगा को आश्रय दिया, तो विंध्यांचल दादा है जिसकी गोद में रेवा खेलती है। पर्वतों में देवताओं और ऋषियों का निवास है। देवाधिदेव आशुतोष शिव, पर्वतों के सर्वोच्च शिखर कैलाश में विराजने की कथा पुराण कहते हैं।

पंचवटी में सीता अपहरण के बाद राम की व्याकुलता और रो रो कर अपने कंकड़-पत्थर, वृक्षों, वन-मृगों, पक्षियों, भौरों से यह पूछना कि "क्या तुमने सीता को देखा है", देखकर चंद्रमा को उनके विष्णु अवतार होने पर संदेह हुआ। राम का विलाप देखकर वह हंसता रहा। विष्णु को हजारों वर्षो तक चंद्रमा का हंसना याद रहा। अपने अवतार के नकार का दंश उन्हें सालता रहा। कृष्ण के रूप में धरती पर आने पर कृष्ण ने सभी से प्यार किया। उन्मुक्त प्यार। वृंदावन में सोलह हजार सखियों के साथ महारास किया। सारे देवताओं के रथ रुक गए, इस महारास को देखने के लिए। रास का समय शरद पूर्णिमा की रात का था। चंद्रमा ने ठहरकर देखा कि रासलीला में हर गोपी के साथ कृष्ण अलग-अलग नाचे। सबको नचाने वाला अचल, अटूट, अभेद्य था, उसमें तृष्णा नहीं थी। कृष्ण योगेश्वर हो गए। ऐसे मिथक और प्रतीक शास्त्र और लोक में भरे पड़े हैं। आधुनिक जीवन में भी ऐसे अनेक प्रसंग प्रतीक बनकर जीवंत हैं-आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी अपने शिष्य को जाड़े की एक रात गंगा नहाने के लिए कहकर चले। जैन दर्शन के आचार्य प्रज्ञाचक्षु सुखलाल के यहां पहुंचकर इस भाव से मिले, जैसे कोई शिष्य अपने गुरु से मिल रहा हो। युवा छात्र (विश्वनाथ त्रिपाठी को सुखलाल) जी ने सलाह दी-"विद्वान बनना चाहते हो तो संस्कृत पढ़ लो। पढ़ना चाहते हो तो रात में सोने के कम से कम तीन घंटे पहले भोजन कर लिया करो।" भेंट से वापस लौटते हुए आचार्य द्विवेदी ने कहा-"हो गया न गंगा स्नान"।



लेखक वरिष्ठ साहित्यकार एवं समीक्षक हैं।

फर्जी राशनकार्ड के जरिए बेची लाखों की जमीन


तीन आरोपी गिरफ्तार, विशेष अनुसंधान सेल की कार्रवाई

रायपुर !    ग्राम मौजा रायपुरा में स्थित एक भूखण्ड को फर्जी राशन कार्ड के जरिए बिक्री करने वाले तीन आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों से विशेष अनुसंधान सेल में पूछताछ चल रही है।

विशेष अनुसंधान सेल प्रभारी एवं एएसपी आई.एच. खान ने बताया कि प्रकरण में आरोपी कामता प्रसाद यदु, पिता स्व. फगुवा राम यदु (46), शीतला मंदिर चौक डंगनिया, सनत यादव पिता स्व. छेदीलाल यादव (43) डंगनिया एवं कमलेश पटेल पिता सियाराम पटेल (26 वर्ष) राजकुमार कॉलेज कम्पाउंड रायपुर को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया कि प.ह.नं. 104 मौजा रायपुरा में खसरा नं. 6487 के अंतर्गत रकबा 6500 वर्गफीट का एक प्लॉट प्रार्थी शशिकांत दौना पिता टमान सिंह दौना उम्र 26 वर्ष जाति साहू निवासी शांति विहार कॉलोनी डंगनिया, रायपुर के नाम पर था। इस प्लॉट को फर्जी तरीके से बेचने के लिए पूर्व पार्षद के भाई कामता यदु उर्फ गुड्ड़ू ने अपने साथी जमीन दलाल सनत यदु के साथ मिलकर एक अन्य आरोपी उमलेश पटेल के नाम से असली शशिकांत दौना बनाकर शशिकांत दौना के नाम का एक फर्जी राशन कार्ड बनवाये। राशन कार्ड में शशिकांत दौना व उसकी पत्नी का नाम लिखकर उमलेश पटेल की फोटो लगवाये।

राशन कार्ड में वार्ड पार्षद के भी हस्ताक्षर करवाये। इसी फर्जी राशन कार्ड के आधार पर इन आरोपियों व प.ह.नं. 104 के तात्कालीन पटवारी दीपक तिवारी एवं तात्कालीन तहसीलदार बी.एल. गजपाल के साथ मिलीभगत करके बिना आईडेन्टी प्रूफ एवं बिना पुरानी रजिस्ट्री को जांच किये पटवारी एवं तहसीलदार के सहयोग से सर्वप्रथम उमलेश पटेल की फोटो लगवाकर असली भूमि स्वामी शशिकांत दौना के नाम से एक ऋण पुस्तिका क्रमांक 1079042 दिनांक 12.05.2010 को तैयार करवाये हैं। पटवारी दीपक तिवारी एवं तात्कालीन तहसीलदार बी.एल. गजपाल द्वारा इन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर दिनांक 12.05.2010 को ही असली शशिकांत दौना की भूमि की बिक्री हेतु बी-1 नकल एवं खसरे की नकल आदि जारी कर दी।

मुख्य आरोपी कामता उर्फ गुड्डू यदु व सनत यदु ने उमलेश पटेल की मदद से असली शशिकांत दौना की लगभग 60 लाख रुपए कीमत के प्लॉट को क्रमश: दिनांक 14.05.2010 एवं 3.11.2010 को क्रेता सीमा जैन पति अजय जैन निवासी रामसागर पारा रायपुर एवं इसकी लड़की वैशाली जैन पिता अजय जैन को बिक्री कर पंजीयन कार्यालय रायपुर में रजिस्ट्री करा दिये हैं।

वर्ष 2011 में भूमि स्वामी शशिकांत दौना अपनी भूमि के बी-1 एवं खसरा की मांग किया तो उसे उक्त फर्जीवाड़े का ज्ञान हुआ, तब प्रार्थी ने पंजीयन कार्यालय रायपुर से पूर्ण जानकारी लेकर घटना की लिखित शिकायत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रायपुर को की। प्रार्थी की शिकायत जांच विशेष अपराध अनुसंधान सेल रायपुर से की गई। शिकायत जांच के आधार पर थाना डीडी नगर में अपराध क्रमांक 3472012 धारा 419,420,467,468,471 120वी भा.दं.वि. का पंजीबध्द किया गया है।

प्रकरण विवेचतना के दौरान आज आरोपी आज आरोपी 1. आरोपी उमलेश पटेल पिता सियाराम पटेल उम्र-26 वर्ष निवासी राजकुमार कॉलेज कम्पाउण्ड रायपुर 2. कामता प्रसाद यदु पिता स्व. भगुवाराम यदु उम्र 46 वर्ष निवासी शीतला मंदिर चौक के पास वार्ड नंबर 60 डंगनिया रायपुर 3. सनत यादव पिता स्व. छेदीलाल यादव उम्र-43 वर्ष निवासी शीतला मंदिर चौक, दिगम्बर किराना स्टोर के पास, वार्ड नंबर 60 डंगनिया रायपुर को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी उमलेश पटेल दिल्ली में रहकर सक्ती के एक पूर्व विधायक के लड़क़े के पास खाना बनाता है। तीनों आरोपियों को कल न्यायालय पेश किया जाएगा। पटवारी व तात्कालीन तहसीलदार द्वारा फर्जी उमलेश पटेल को असली शशिकांत दौना बनाकर न केवल ऋण पुस्तिका जारी किये, बल्कि बिना आईडेंटिटी प्रमाण के बी-1 व खसरे की भी नकल जारी की।

CCH ADD

CCH ADD
CCH ADD

dhamaal Posts

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

ANI NEWS INDIA

‘‘ANI NEWS INDIA’’ सर्वश्रेष्ठ, निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण ‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया ऑनलाइन नेटवर्क’’ हेतु को स्थानीय स्तर पर कर्मठ, ईमानदार एवं जुझारू कर्मचारियों की सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले एवं तहसीलों में जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों / संवाददाताओं की आवश्यकता है।

कार्य क्षेत्र :- जो अपने कार्य क्षेत्र में समाचार / विज्ञापन सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके । आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति।
आवेदन आमन्त्रित :- सम्पूर्ण विवरण बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के स्मार्ट नवीनतम 2 फोटोग्राफ सहित अधिकतम अन्तिम तिथि 30 मई 2019 शाम 5 बजे तक स्वंय / डाक / कोरियर द्वारा आवेदन करें।
नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )

पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )

कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
आवश्यक सामग्री :- संसथान तय नियमों के अनुसार आवश्यक सामग्री देगा, परिचय पत्र, पीआरओ लेटर, व्यूज हेतु माइक एवं माइक आईडी दी जाएगी।
प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
पता :- ‘‘ANI NEWS INDIA’’
‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया नेटवर्क’’
23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, प्रेस काम्पलेक्स,
नीयर दैनिक भास्कर प्रेस, जोन-1, एम. पी. नगर, भोपाल (म.प्र.)
मोबाइल : 098932 21036


क्र. पद का नाम योग्यता
1. जिला ब्यूरो प्रमुख स्नातक
2. तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / हायर सेकेंडरी (12 वीं )
3. क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
4. क्राइम रिपोर्टरों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
5. ग्रामीण संवाददाता हाई स्कूल (10 वीं )

SUPER HIT POSTS

TIOC

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

''टाइम्स ऑफ क्राइम''


23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1,

प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011

Mobile No

98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।

http://tocnewsindia.blogspot.com




यदि आपको किसी विभाग में हुए भ्रष्टाचार या फिर मीडिया जगत में खबरों को लेकर हुई सौदेबाजी की खबर है तो हमें जानकारी मेल करें. हम उसे वेबसाइट पर प्रमुखता से स्थान देंगे. किसी भी तरह की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा.
हमारा mob no 09893221036, 8989655519 & हमारा मेल है E-mail: timesofcrime@gmail.com, toc_news@yahoo.co.in, toc_news@rediffmail.com

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1, प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011
फोन नं. - 98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।





Followers

toc news