जिला प्रतिनिधि// विपिनच्रद्र दुबे, महाकाल महाराज (नरसिंहपुर // टाइम्स ऑफ क्राइम)
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नरसिंहपुर। जनपद पंचायत गोटेगांव में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी के वित्तिय अधिकार फिर से छिन सकते है। सूत्रों के अनुसार इसके पीछे कारण बताया जा रहा फर्जी बिलों का भुगतान। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने दो माह बाद वित्तीय अधिकार मिलने के बाद लाखों रूपए के फर्जी बिलों का भुगतान कुछ राजनैतिक नेता के इशारे पर किया है। इसकी शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों के पास गुपचुप तरीके से भेजी गई है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कुछ माह तक एक प्रभारी प्रशिक्षित अधिकारी को जनपद पंचायत का प्रभार सौंपा गया था। उन्हें वित्तीय अधिकार भी सौंपे गए थे। तथा वर्तमान मुख्य कार्यपालन अधिकारी ओंकार सिंह ठाकुर को उनके अधीन कार्य करने के निर्देश दिये गए थे। प्रभारी कार्यपालन अधिकारी ने फर्जी बिलों का भुगतान करने से इन्कार करते हुए उनको अलग-थलग कर दिया था। उनको वर्तमान सी.ई.ओ. ने आनन-फानन में स्वीकृत कर चैक प्रदान कर दिया। करीब डेढ़ लाख रूपए ऐसे वाहन के डीजल बिल का शामिल है, जो कभी जनपद पंचायत में चला ही नहीं है। जनपद पंचायत में एक वाहन पहले से अनुबंध के आधार पर चल रहा है और इसका पूरा खर्च जनपद पंचायत से निकाला गया है। इस वाहन के होते हुए दूसरा वाहन कहां पर चला, इसकी किसी को कोई जानकारी नहीं है और दूसरे वाहन के नाम से लाखों रूपए का डीजल बिल स्वीकृत कर चैक काट दिया गया है।
किसने आयोजित की थी बैठक
पता चला है कि जनपद पंचायत में पदस्थ सभी उपयंत्रियों की एक गुप्त बैठक कुछ दिन पहले हुई थी। इस बैठक में प्रतिदिन होने वाले जनपद पंचायत के कार्यों से राशि एकत्र करने की बात सामने आई थी। इस बैठक में उपस्थित सभी उपयंत्रियों ने ऐसा करने से इन्कार कर दिया था। इस बैठक को गुप्त स्थान पर किसने आयोजित किया था और किसको हर माह राशि देने के लिए बैठक में चर्चा हुई थी, इस पर अभी सब चुप्पी साधे हुए हैं। यह भी पता चला है कि इंदिरा आवास योजना के अन्तर्गत आने वाली राशि में से शेयर की मांग की जा रही है।