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देवास। 15 साल की बिना माँ बाप की एक मासूम लड़की के लिए उसका पढाई में तेज़ तर्रार होना ही दुर्भाग्य का कारण बन गया। नवी कक्षा में अच्छे नंबरों से पास होने पर इस बच्ची के फोटो अख़बारों में छपे। अख़बार में फोटो देख कर इस लड़की के ही एक रिश्तेदार ने साजिशपूर्वक पहले तो पढाई के लिए अपने साथ रखा बाद में वक्त से पहले जवान बनाने के लिए इंजेक्शन और दवाइयां दे कर मासूम के जिस्म की बोली लगवा दी। पुलिस ने दिल दहला देने वाली यह घटना को अंजाम देने वाले तीन दरिंदों को खरीद फरोख्त, दुष्कर्म और अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया है। उस शातिर महिला की भी धरपकड़ की कोशिश की जा रही है जिन्होंने इस मासूम को जिस्म की मण्डी में बेच दिया।
दरअसल महाराष्ट्र के अमरावती के एक गाँव की रहने वाली 20 साल की पीडिता के पिता की मौत जब लड़की 6 साल की थी तब हो गयी थी। दो साल बाद उसकी माँ का भी देहांत हो गया। उसके बाद वह पाने नाना के साथ रहने लगी। 9वीं कक्षा में अच्छे नंबरों से पास होने पर पीडिता के महाराष्ट्र के अखबारों में फोटो क्या छपे, दरिंदों की नज़र उस पर पड़ गयी। पीडिता की एक रिश्तेदार उसे गांव से अमरावती महाराष्ट पढ़ाने के लिए ले गयी। बाद में इसी महिला ने रूपयों की खातिर पीडिता को एक अन्य महिला को बेच दिया।
पीडिता को इस महिला ने इंदौर, महू, सेंधवा और गुजरात, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों के खरीददारों को पीडिता को दिखाया। 15 साल की उम्र और पीडिता का दुबला पतला शरीर देख कोई भी उसकी उंची बोली लगाने को तैयार नहीं हुआ। लिहाजा उस महिला ने पीडिता को वक्त से पहले जवान करने के लिए हार्मोंन्स के इंजेक्शन लगवाये और दवाईयां देने लगी। देखते ही देखते पीडिता अब 16 साल की उम्र में 20 साल की दिखने लगी।
देवास जिले के खातेगांव के हार्डवेयर व्यापारी राहुल सेठी को पीडिता पसंद आ गई और उसने उस महिला से 70 हजार रूपये में खरीद लिया। पीडिता को घर में बंद कर उसके साथ ज्यादती की जाने लगी । राहुल ने लोगों को पीडिता को अपनी पत्नी बताया। पीडिता को बंद कमरें में रखा गया जहां पर उसने कई बार आत्महत्या करने की कोशिस भी की गयी।
किस्मत को नियति समझकर पीडिता ने हालातों से समझौता कर लिया विगत 9 अगस्त को जब पीडिता घर से बाहर आई तो लौटने पर दरवाजे नहीं खुले, पीडिता भागकर पुलिस थाने पहुंची और पुलिस को बताया कि घर के दरवाजे नहीं खोले जा रहे, पुलिस ने पीडिता को सुरक्षित स्थान पर रखा और सुबह पीडिता को घर छोड़ा। रात को पीडिता ने केरोसीन डालकर आत्महत्या करने की कोशिस की । किसी ने 100 डायल को फोन किया और पुलिस ने पीडिता को थाने लाई जहां पर सब इंसपेक्टर रविता चौधरी द्वारा उसकी काउंसलिंग की गई । इस काउंसलिंग के दौरान पीडिता ने पुलिस को को क्रूरता की दास्तान सुनाई तो पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। पीडिता का मेडिकल करवाया गया जिसकी रिपोर्ट देखकर पुलिस के रौंगटे खड़े हो गए। पीडिता के नाजूक हिस्सों में सिगरेट से दागे जाने के निशान थे। बेरहमी से हुई ज्यादती की दास्तान उसकी एम.एल.सी. रिपोर्ट कर रही थी साथी ही उसे हारमोंस के इंजेक्षन और दवांए देने की भी पुष्टि भी रिर्पोर्ट से हुई।
पुलिस ने मामले में राहुल सेठी उसके पिता राजू सेठी को बगैर देर गवांए गिरफ्तार कर लिया,वहीं पीड़िता पीडिता की निशानदेही पर महाराष्ट्र के अमरावती में छापामार कार्यवाही की गई जहां से लड़कियों का व्यापार करने वाली महिला फारार हो गई। लेकिन उसका बेटा हाथ लग गया जिसे गिरफतार कर लिया गया। बचे हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की एक टीम अभी भी महाराष्ट्र की खाक छान रही है ।
देवास। 15 साल की बिना माँ बाप की एक मासूम लड़की के लिए उसका पढाई में तेज़ तर्रार होना ही दुर्भाग्य का कारण बन गया। नवी कक्षा में अच्छे नंबरों से पास होने पर इस बच्ची के फोटो अख़बारों में छपे। अख़बार में फोटो देख कर इस लड़की के ही एक रिश्तेदार ने साजिशपूर्वक पहले तो पढाई के लिए अपने साथ रखा बाद में वक्त से पहले जवान बनाने के लिए इंजेक्शन और दवाइयां दे कर मासूम के जिस्म की बोली लगवा दी। पुलिस ने दिल दहला देने वाली यह घटना को अंजाम देने वाले तीन दरिंदों को खरीद फरोख्त, दुष्कर्म और अन्य धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर गिरफ्तार किया है। उस शातिर महिला की भी धरपकड़ की कोशिश की जा रही है जिन्होंने इस मासूम को जिस्म की मण्डी में बेच दिया।
दरअसल महाराष्ट्र के अमरावती के एक गाँव की रहने वाली 20 साल की पीडिता के पिता की मौत जब लड़की 6 साल की थी तब हो गयी थी। दो साल बाद उसकी माँ का भी देहांत हो गया। उसके बाद वह पाने नाना के साथ रहने लगी। 9वीं कक्षा में अच्छे नंबरों से पास होने पर पीडिता के महाराष्ट्र के अखबारों में फोटो क्या छपे, दरिंदों की नज़र उस पर पड़ गयी। पीडिता की एक रिश्तेदार उसे गांव से अमरावती महाराष्ट पढ़ाने के लिए ले गयी। बाद में इसी महिला ने रूपयों की खातिर पीडिता को एक अन्य महिला को बेच दिया।
पीडिता को इस महिला ने इंदौर, महू, सेंधवा और गुजरात, मध्यप्रदेश सहित कई राज्यों के खरीददारों को पीडिता को दिखाया। 15 साल की उम्र और पीडिता का दुबला पतला शरीर देख कोई भी उसकी उंची बोली लगाने को तैयार नहीं हुआ। लिहाजा उस महिला ने पीडिता को वक्त से पहले जवान करने के लिए हार्मोंन्स के इंजेक्शन लगवाये और दवाईयां देने लगी। देखते ही देखते पीडिता अब 16 साल की उम्र में 20 साल की दिखने लगी।
देवास जिले के खातेगांव के हार्डवेयर व्यापारी राहुल सेठी को पीडिता पसंद आ गई और उसने उस महिला से 70 हजार रूपये में खरीद लिया। पीडिता को घर में बंद कर उसके साथ ज्यादती की जाने लगी । राहुल ने लोगों को पीडिता को अपनी पत्नी बताया। पीडिता को बंद कमरें में रखा गया जहां पर उसने कई बार आत्महत्या करने की कोशिस भी की गयी।
किस्मत को नियति समझकर पीडिता ने हालातों से समझौता कर लिया विगत 9 अगस्त को जब पीडिता घर से बाहर आई तो लौटने पर दरवाजे नहीं खुले, पीडिता भागकर पुलिस थाने पहुंची और पुलिस को बताया कि घर के दरवाजे नहीं खोले जा रहे, पुलिस ने पीडिता को सुरक्षित स्थान पर रखा और सुबह पीडिता को घर छोड़ा। रात को पीडिता ने केरोसीन डालकर आत्महत्या करने की कोशिस की । किसी ने 100 डायल को फोन किया और पुलिस ने पीडिता को थाने लाई जहां पर सब इंसपेक्टर रविता चौधरी द्वारा उसकी काउंसलिंग की गई । इस काउंसलिंग के दौरान पीडिता ने पुलिस को को क्रूरता की दास्तान सुनाई तो पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। पीडिता का मेडिकल करवाया गया जिसकी रिपोर्ट देखकर पुलिस के रौंगटे खड़े हो गए। पीडिता के नाजूक हिस्सों में सिगरेट से दागे जाने के निशान थे। बेरहमी से हुई ज्यादती की दास्तान उसकी एम.एल.सी. रिपोर्ट कर रही थी साथी ही उसे हारमोंस के इंजेक्षन और दवांए देने की भी पुष्टि भी रिर्पोर्ट से हुई।
पुलिस ने मामले में राहुल सेठी उसके पिता राजू सेठी को बगैर देर गवांए गिरफ्तार कर लिया,वहीं पीड़िता पीडिता की निशानदेही पर महाराष्ट्र के अमरावती में छापामार कार्यवाही की गई जहां से लड़कियों का व्यापार करने वाली महिला फारार हो गई। लेकिन उसका बेटा हाथ लग गया जिसे गिरफतार कर लिया गया। बचे हुए आरोपियों की धरपकड़ के लिए पुलिस की एक टीम अभी भी महाराष्ट्र की खाक छान रही है ।