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बालाघाट। मुख्यालय से मात्र 7 किलोमीटर दूर खैरी नामक स्थान पर स्थित वारसी की पटाखा फैक्ट्री में आज तेज धमाका हुआ। इस विस्फोट में करीब 30 लोगों की मौके पर ही मौत हो जाने की खबर आ रही है। मृतकों की सही संख्या अभी स्पष्ट नहीं हो पाई है परंतु जिस समय विस्फोट हुआ, पटाखा फैक्ट्री में करीब 40 लोग काम कर रहे थे। धमाका इतना भयानक था कि बाहर खड़ी फायर बिग्रेड भी जल गई।
हादसा बुधवार दोपहर करीब 2 बजे हुआ। पटाखा फैक्ट्रियों में अनुमति से ज्यादा बारूद जमा होने की शिकायतें पहले भी आती रहीं हैं परंतु प्रशासनिक कार्रवाई ना होने के कारण इस तरह के जौखिम भरे भंडारण को प्रोत्साहन मिलता है। घटना स्थल बालाघाट शहर से मात्र 7 किलोमीटर दूर है। राहत की बात यह है कि आसपास कोई बस्ती नहीं थी। पटाखा फैक्ट्री में मौजूद सभी लोग इस हादसे का शिकारहुए हैं।
प्रशासन ने रेस्क्यू आॅपरेशन शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि यह पटाखा फैक्ट्री पिछले 4 साल से बिना अनुमति के संचालित की जा रही थी। पटाखा फैक्ट्री का मालिक फरार हो गया है। आईजी, एसपी, कलेक्टर समेत तमाम अमला घटना स्थल पर पहुंच गए हैं। इस हादसे के बाद इलाके में सन्नाटा पसर गया है। फैक्ट्री को स्थानीय लोग वारसी की पटाखा फैक्ट्री कहते थे।
पटाखा फैक्ट्री ब्लास्ट बालाघाट में मरने वालों की संख्या 40 तक पहुँची
बालाघाट जिला मुख्यालय से करीब दस किलोमीटर दूर एक पटाखा फैक्ट्री में बुधवार की शाम करीब चार बजे ब्लास्ट हुआ। इस ब्लास्ट में फैक्टी के अंदर काम कर रहे 40 लोगों के मरने की सूचना मिल रही है। वहीं गम्भीर रूप से घायल तीन मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया गया है।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत खैरी में बजीर स्थाई फटाका लााइसेंस दुकान के नाम से फैक्ट्री का संचालन किया जा रहा था। फटाका फैक्ट्री में बुधवार की शाम करीब 4 बजे अचानक ब्लास्ट हुआ है। इस ब्लास्ट में फै क्ट्री भवन की दीवारों तक के परखच्चे उड़ गए। ऐसे में फैक्ट्री के अंदर काम कर रहे तीस लोगों में 40 के मरने की बात ग्रामीणों ने कही है।
तीन गम्भीर
फैक्ट्री के बाहर तीन मजदूर घायल अवस्था में मिले हैं। बताया गया कि यह मजदूर ब्लास्ट के दौरान बाहर आ गिरे। इधर, हादसे की सूचना मिलते ही दकमल बचाव के लिए पहुंच गई थी। इसके अलावा एसपी, एसडीएम, एएसपी समेत कुछ अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे थे। बचाव कार्य जारी है।
2015 में भी हुआ था हादसा
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2015 में भी बालाघाट जिले के किनारपुर में एक अवैध फटाका फैक्ट्री में धमाका हुआ था। उस हादसे में तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी। करीब एक दर्जन घायल हुए थे।