कोरोना रक्षक "डॉक्टर" हार मत देना प्रभु, डॉक्टर रूपी दूत हमारे साथ, डॉ. रीना रवि मालपानी द्वारा स्वरचित कविता |
ब्यूरो चीफ नागदा, जिला उज्जैन // विष्णु शर्मा : 8305895567
कोरोना महामारी के इस भयावह समय मे ईश्वर का साक्षात स्वरूप है डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी, जोकि स्वयं अपने जीवन को खतरे में डालकर मृत्यु से साक्षात्कार कर रहे है और जनमानस को जीवनदान प्रदान कर रहे है। परंतु इसके बावजूद कुछ तथाकथित लोगो द्वारा उनसे अभद्र व्यवहार किया जा रहा है। जो कि अशोभनीय है और मैं इसकी कड़े शब्दों में निंदा करती हूँ।
परंतु समाज का अधिकांश वर्ग वर्ग अपनी कृतज्ञता डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मियों के प्रति व्यक्त करना चाहता है। मैं समस्त चिकित्सा विभाग से जुड़े हुए व्यक्तियों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करती हूँ और उनका हृदय से आभार प्रकट करती हूँ की इस विकट घड़ी में उन्होने जनमानस के होसले को टूटने नहीं दिया और दीवार की तरह कोरोना और हम भारतियों के बीच खड़े हुए है। उन्ही के सम्मान में प्रस्तुत है नागदा की बेटी डॉ. रीना रवि मालपानी द्वारा स्वरचित कविता:-
कोरोना रक्षक "डॉक्टर"
हार मत देना प्रभु, डॉक्टर रूपी दूत हमारे साथ है।
इम्तेहान की है घड़ी, पर तेरे प्रत्यक्ष रूप पर हमें पूर्ण विश्वास है।
इम्तेहान की है घड़ी, पर तेरे प्रत्यक्ष रूप पर हमें पूर्ण विश्वास है।
स्थिति है भयावह मगर, पर डॉक्टर के ज्ञान का खजाना भी लाजवाब है ।
नतमस्तक हो जाएगा इंसान भी, आज तेरे पूर्ण समर्पण का इम्तिहान है।
नतमस्तक हो जाएगा इंसान भी, आज तेरे पूर्ण समर्पण का इम्तिहान है।
सफेद कोट में डॉक्टर, रंगमयी जीवन देते भगवान के अवतार है ।
अनंत समस्याएँ है, पर उपलब्ध संसाधनों में सामंजस्य ही तेरी पहचान है।
अनंत समस्याएँ है, पर उपलब्ध संसाधनों में सामंजस्य ही तेरी पहचान है।
दिन रात के काल चक्र में, निरन्तरता ही तेरी अद्वितीय पहचान है।
कोरोना रूपी भवर में फँसे है, पर इससे निकलने की पतवार तुम्हारे पास है।
कोरोना रूपी भवर में फँसे है, पर इससे निकलने की पतवार तुम्हारे पास है।
तमाम उलझन है इस समय मन मे, पर तेरा अद्वितीय विकल्प एक मिसाल है।
संघर्षमयी इस समय मे, तू ईश की प्रत्यक्ष सौगात है।
संघर्षमयी इस समय मे, तू ईश की प्रत्यक्ष सौगात है।
विराम सी जिंदगी है अभी, पर तेरा श्रम अविराम है।
दुःख के अशुभ घेरे में, उत्साह की आभा तुम्हारे पास है।
दुःख के अशुभ घेरे में, उत्साह की आभा तुम्हारे पास है।
शत्रु गले पड़ने आया है, पर तुम्हारा रक्षाकवच बचाने को तैयार है।
कोरोना रूपी अंधकार है सामने, पर प्रकाश रूपी तुम्हारा रूप शिरोधार्य है।
कोरोना रूपी अंधकार है सामने, पर प्रकाश रूपी तुम्हारा रूप शिरोधार्य है।
अदृश्य रूप में आया है कोरोना दानव, तेरे दृश्य रूप की जय-जयकार है।
तुम्हारे दृढ संकल्पो के साथ, जीतेंगे हम घोषित यह परिणाम है।
तुम्हारे दृढ संकल्पो के साथ, जीतेंगे हम घोषित यह परिणाम है।
डॉ. रीना रवि मालपानी