गाडरवारा : ग्राम खुरपा कि यह सड़क जिसके कारण 61 वर्षीय बुजुर्ग को जाना पड़ा जेल |
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ब्यूरो चीफ गाडरवारा, जिला नरसिंहपुर // अरुण श्रीवास्तव : 91316 56179
नरसिंहपुर. गाडरवारा यह मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर के ग्राम खुरपा कि वही सड़क है जिसके निर्माण की मांग को लेकर 61 वर्षीय बुजुर्ग पंडित पी के पुरोहित जो जनसुनवाई में गए थे और इस सड़क को लेकर कलेक्टर से सड़क बनवाने की मांग की थी पर इस सड़क ने उन्हें जेल की यात्रा करा दी यह सड़क आज भी ऐसी ही है.
जैसे 21 तारीख को थी वेसी आज भी है इस सड़क को देखने आज तक ना कोई नेता पहुंचा ना कोई अधिकारी बीते कई महीनों से इस सड़क को बनवाने के लिए जनता के द्वारा शासन को आवेदन दिए जा चुके हैं यह सड़क महज 2 किलोमीटर है यह सड़क नेताओं पर भारी है जो सिर्फ विकास की बातें करते हैं नेताओं के पास कलेक्टर के बेगुनाही के प्रमाण हैं पर इस बात के साथ किसी के पास नहीं है कि इस सड़क का क्या होगा गांव में कोई बीमार होता है तो उसे स्वास्थ्य केंद्र तक लाना मुश्किल हो जाता है बच्चे जब स्कूल जाते हैं तो कीचड़ से लथपथ होकर वापस लौटते हैं
महिलाएं और बुजुर्ग दुआ करते हैं कि बारिश ही ना हो जब बारिश ही नहीं होगी तो सड़क भी खराब नहीं होगी बस यही बात सुनाने खुरपा निवासी PK पुरोहित गए हुए थे उन्होंने नरसिंहपुर कलेक्टर महोदय से कहां की हम ग्रामवासियों ने इस सड़क को बनाने के लिए कई बार शासन को आवेदन दिए हैं लेकिन आज तक इस सड़क का निर्माण ना होना ग्राम की जनता की समझ में नहीं आ रहा है वैसे तो मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश की सड़कों को अमेरिका से बेहतर बता रहे हैं लेकिन यहां की सड़कों की बात करो तो सफर जेल में जाकर खत्म होता है
pk पुरोहित के साथ आम जनता का आक्रोश ही कलेक्टर की लानत मलामत करने का है उन्हें ऐसा कलेक्टर नहीं चाहिए जो धैर्यवान एवं संयमित ना हो सामाजिक संगठनों ने भी PK पुरोहित के साथ अपनी आवाज मिलाई है एक तरफ जेल में गुजारे 4 दिन लौट आने की लड़ाई तो सड़क निर्माण की आस में पूरी डबडबाई आंखों की जंग जारी है आम जनता का आक्रोश भाजपा के चुप रहने वाले जिम्मेदारों से कई सवाल कर रहा है जिनके जवाब स्थानीय नेताओं के पास ना सही पर मुख्यमंत्री के पास जरूर सूबे के मुखिया को सब जानकारी हो गई है लेकिन नेता अभी अनजान हैं जानते हैं की जन आशीर्वाद यात्रा नरसिंह नगरी में लाने से पहले इंसाफ होना जरूरी है
शायद अब यहां के नेताओं को शर्म नहीं आती कि किसी बुजुर्ग के रोने पर उसके आंसू बहाने पर कलेक्टर से भी यह पूछना गवारा नहीं करते कि आकर उस रोड का किया हुआ वही तो शिवराज जी की मंशा पर भी पलीता लगाने पर उतारू हैं अब तक तो किसी भी नेताओं ने किसि जिम्मेदार अधिकारी से भी बात नहीं की है इन हालातों में जनता के प्रति जनसेवकों की जवाबदारी और लोक सेवकों की बीमारी का अंदाजा लगाया जा सकता है फिलहाल यह सड़क भाजपा कांग्रेस को और ऊंचाई पर भी ले जाने का निमित्त हो सकती है