नई दिल्ली। एप्पल कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के मामले में सोशल मीडिया पर आरोपी प्रशांत चौधरी को मिल रहे समर्थन को देखकर यूपी पुलिस के आला अधिकारी सकते में हैं। सोशल मीडिया पर प्रशांत चौधरी का समर्थन करने के मामले में कई पुलिसवालों पर गाज भी गिर चुकी है, इसके बावजूद प्रशांत को मिल रहा समर्थन जारी है। इन सबके बीच अब प्रशांत की पत्नी राखी मलिक का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें उन्होंने यूपी पुलिस विभाग के सिपाहियों से एक खास अपील की है।
'मेरे ऊपर किसी का कोई दबाव नहीं'
प्रशांत चौधरी की पत्नी राखी मलिक ने अपने फेसबुक पेज पर लिखा है, 'मैं ये सब अपनी मर्जी से बोल रही हूं, मेरे ऊपर किसी भी तरह का कोई दबाव नहीं है, मुझे अपने विभाग और अधिकारियों पर पूरा भरोसा है।' सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए वीडियो में राखी मलिक ने अपील जारी करते हुए कहा है कि उन्हें पुलिस विभाग और पुलिस की जांच पर पूरा भरोसा है। इसके साथ ही राखी मलिक ने अपने फेसबुक पेज यूपी पुलिस के सिपाहियों से अपील का पत्र भी जारी किया है।
'मैं किसी के बहकावे में नहीं आ रही'
अपने वीडियो संदेश में राखी मलिक ने कहा है, 'यूपी पुलिस के सभी सिपाहियों और कर्मचारियों से मेरी अपील है कि कृप्या अनुशासन में रहकर अपने कर्तव्य का पालन करें। पुलिस विभाग अनुशासन पर ही कायम है, उसे बनाए रखें। इस मामले में जो भी जांच चल रही है, मुझे उसपर पूरी तरह विश्वास है। आप सभी लोगों से अपील है कि जो भी विरोध कर रहे हैं, उसे तुरंत बंद कर दें और मर्यादा में रहकर अपने कर्तव्य का पालन करें। किसी के बहकावे में ना ही मैं आ रही हूं और ना ही आप आएं।'
6 पुलिसकर्मियों पर गिर चुकी है गाज
आपको बता दें कि विवेक तिवारी की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी प्रशांत चौधरी पर हुई कार्रवाई को लेकर यूपी के पुलिसकर्मियों में रोष नजर आ रहा है। यूपी पुलिस के कई सिपाही लगातार सोशल मीडिया पर आरोपी प्रशांत चौधरी के समर्थन में पोस्ट डाल रहे हैं। इसके अलावा आर्थिक तौर पर भी प्रशांत की पत्नी की मदद की गई है। दो दिन पहले ही यूपी के पुलिसकर्मियों ने काली पट्टी बांधकर थानों में विरोध प्रदर्शन किया था। डीआईजी एलओ प्रवीण कुमार ने अनुशासनहीनता के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए थाना प्रभारी परशुराम सिंह, अलीगंज थाना प्रभारी राजेश शुक्ला और गुडंबा थाना प्रभारी धर्मेश शाही को हटाने के अलावा तीन सिपाहियों को सस्पेंड किया था।
10 अक्टूबर को विरोध का मैसेज वायरल
पुलिसकर्मियों का कहना है कि इस मामले में एकतरफा कार्रवाई हो रही है, जबकि प्रशांत का पक्ष भी सुना जाना चाहिए। अब सोशल मीडिया पर फिर से एक और मैसेज वायरल हो रहा है, जिसमें आगामी 10 अक्टूबर को प्रशांत के समर्थन में विरोध जताने की बात कही गई है। यूपी पुलिस के सिपाहियों के विरोध को देखते हुए एक दिन पहले ही 7 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के सभी पुलिस कप्तानों की बैठक बुलाई थी। डीजीपी यूपी ओपी सिंह ने भी 1090 कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बात करते हुए यह साफ किया कि कोई भी सिपाही या पुलिस विभाग का अधिकारी आरोपी प्रशांत चौधरी का समर्थन नहीं करेगा।