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सिकल सेल एनीमिया स्क्रीनिंग एवं जागरूकता अभियान के अंतर्गत होम साइंस कॉलेज में आयोजित शिविर में 130 छात्राओं की स्क्रीनिंग |
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जबलपुर. राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन के अंतर्गत जिले में 1 जुलाई से चलाये जा रहे सौ दिनों के सिकल सेल एनीमिया स्क्रीनिंग एवं जागरूकता अभियान में आज गुरुवार को होम साइंस कॉलेज में स्वास्थ्य शिविर आयोजित किया गया। स्वास्थ्य शिविर में कॉलेज की 130 छात्राओं की सिकल सेल की स्क्रीनिंग की गई।
स्वास्थ्य शिविर का शुभारंभ सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा ने दीप प्रज्वलित कर किया। शिविर के दौरान ही होम साइंस कॉलेज के ऑडिटोरियम में कार्यशाला का आयोजन भी किया गया। सीएमएचओ डॉ संजय मिश्रा ने कार्यशाला को संबोधित करते हुये सिकल सेल रोग के कारण, लक्षण, उपचार एवं प्रबंधन पर अपने विचार रखे।
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ के के वर्मा ने सिकल सेल रोग को लेकर फैली भ्रांतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस अनुवांशिक रोग से बचाव के लिए इसकी जानकारी होना बहुत जरूरी है।
डॉ वर्मा ने शादी के समय जन्म कुंडली मिलाने के पहले सिकल सेल की जाँच कराकर सिकल सेल कुंडली मिलाने को आवश्यक बताते हुये कहा कि इससे इस रोग को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जाने से रोका जा सकता है।
शिविर में होम साइंस कॉलेज की प्राचार्य डॉ स्मिता पाठक, एचओडी डॉ साधना केसरवानी सहित कॉलेज का स्टॉफ एवं विक्टोरिया अस्पताल का स्टाफ उपस्थित था।
जिले में सौ दिवसीय सिकल सेल स्क्रीनिंग एवं जागरूकता अभियान के दौरान जिले में विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। इन गतिविधियों में स्वास्थ्य संस्थाओं में आने वाली गर्भवती महिलाओं, बच्चे एवं 40 वर्ष तक की आयु के हितग्राहियों की सिकल सेल जाँच की जा रही है। चिन्हित किये गये सिकल सेल रोगियों का उपचार व प्रबंधन, ब्लड ट्रांसफ्यूजन एवं न्यूमोकोकल वैक्सीनेशन किया जा रहा है तथा चिन्हित सिकल सेल वाहक एवं रोगियों को जेनेटिक काउंसलिंग कार्ड वितरण किया जा रहा है।
खून की कमी होना, थकावट एवं सांस फूलना, बार-बार सर्दी खांसी एवं बुखार होना, हाथ और पैर तथा जोड़ों में सूजन व दर्द तथा तिल्ली का बढ़ जाना सिकल सेल एनीमिया के प्रमुख लक्षण हैं।


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