बहोरीबंद के थाना प्रभारी की सांठगांठ से पत्रकार को फंसाने, तहसीलदार धु्रर्वे ने रची साजिश
पत्रकार आंदोलित हो गये तो फट जायेगी प्रशासन की आँखे
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प्रतिनिधि// उदय सिंह पटेल (सिहोरा // टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनधि से संपर्क:- 9329848072
उल्लेखनीय है कि 43 वर्षीय पत्रकार मनोज तिवारी निवासी बचैया ने सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत एक अर्जी विगत 2 अप्रेल को बहोरीबंद के तहसीलदार को पे्रषित की थी। अर्जी के अनुसार आवेदक ने बहोरीबंद तहसील के अंतर्गत सभी पंचायतों में निवास कर रहे गरीबी रेखा तथा अति गरीबी रेखा के तहत जीवन यापन करने वाले हितग्राहियों की सूची उपलब्ध कराने हेतु तहसीलदार से निवेदन किया गया था। किन्तु उन्होंने समय सीमा पर उक्त जानकारी उपलब्ध नहीं कराई। उल्लेखनीय है, कि ग्राम पंचायत बचैया में निवास करने वाले गरीबी रेखा के तहत अनेक लोगों के नाम जोड़े गये हैं, जो धन सम्पत्ति से सम्पन्न हैं। जिस कारण आवेदक ने उपरोक्त शिकायत विगत 26 अपे्रल को जिला कलेक्टर कटनी को प्रेषित कर कार्रवाई की मांग की थी। जिसकी जांच चल रही है, अत: इस शिकायत से बहोरीबंद तहसीलदार ध्रुर्वे की पोल खुल गई और वह पत्रकार मनोज तिवारी से रंजिश मानने लगा, पत्रकार को क्षति पहुंचाने तथा उसे अपमानित करने की गरज से अपने ओहदे के बल पर पुलिस की सांठगांठ से पत्रकार को फंसाने के लिए मौके की तलाश करने लगा। मालुम हो कि पूर्व में प्रेषित उक्त अर्जी के संदर्भ में आवेदक विगत 3 मई को तहसीलदार से चर्चा करने पहुंचा तो वह देखते ही भडक़ गया, अपने पद की गरिमा को भूलकर एक दम गुण्डागर्दी पर उतर आया और पत्रकार को धमकी दी, कि वह उसके प्रशासनिक पावर को नहीं जानता, अभी उसके हाथ पैर तुड़वाकर जेल में सड़वा दूंगा। पत्रकार को डराता धमकाता रहा। जानकारी के अनुसार भयभीत पत्रकार ने इस घटना की शिकायत मय हलफनामा विगत 10 मई को थाना प्रभारी बहोरीबंद, अनुविभागीय अधिकारी एवं कटनी जिला कलेक्टर को प्रेषित कर अहंकारी तहसीलदार धु्रर्वे के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। खेद है कि अरसा 20 दिन समाप्त हो गये किन्तु अभी तक जवाबदार प्रशासन के अधिकारियों ने कोई कार्रवाई नहीं की। ज्ञात हो कि तहसीलदार ध्रुर्वे ने अपने प्रशासनिक अधिकारों का खुले रूप से दुरूपयोग करते हुए, बहोरीबंद टी.आई. की सांठगांठ से फर्जी तथा बेबुनियाद शिकायत पर मामला दर्ज कर, पत्रकार की सच्चाई की आवाज को दबाया जा रहा है। प्रशासनिक अधिकारियों की इस प्रकार फर्जी कार्रवाई से अनेक पत्रकार प्रभावित हो रहे है। मध्यप्रदेश पत्रकार संघ ने बहोरीबंद तहसीलदार धु्रर्वे द्वारा विगत 24 मई मंगलवार को की गई फर्जी रिपोर्ट के विरोध में चेलेन्ज करने हेतु हाईकोर्ट के वकीलों से राय सुमारी की जा रही है।