प्रतिनिधि // शेख अज्जू (नरसिंहपुर// टाइम्स ऑफ क्राइम)
प्रतिनिधि से संपर्क:- 94243 05086
toc news internet channel
गांव में शौचालय बनवाने की मांग कर रहीं पिपरिया-रांकई, रितुआटोला की महिलाएं
सडक़ें बद्तर, योजना के तहत नहीं मिले आवास मनरेगा के तहत काम नहीं मिलने की भी शिकायत
नरसिंहपुर। कैंसा मर्यादा अभियान, यहां तो हम दसों वर्ष से शौचालय बनवाने के लिए पंचायत और जिला पंचायत के चक्कर काट रहे हैं, अब तो अभियान की मर्यादा ही अधिकारी भूल गए हैं। गांव की सडक़ों की इतनी बद्तर स्थिति है कि चलना संभव नहीं है। नृसिंह भवन के कई चक्कर भी हम काट चुके हैं, कलेक्टर एवं जिला पंचायत के सीईओ को भी जनसुनवाई में आवेदन दे चुके हैं कि साहब गांव में शौचालय का निर्माण करा दिया जाए, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। ग्राम पिपरिया-रांकई रितुआटोला के बहुत से ग्रामीण, जिनमें अधिकांश महिलाएं सुनीता ठाकुर, गंगाबाई, दीपाबाई, लीलाबाई, सुशीला, शांतिबाई, सोमवती यादव, मालतीबाई, सरजूबाई, शांतिबाई और अन्य कंछेदी, मुनीम ठाकुर आदि नृसिंह भवन एवं जिला पंचायत पहुंचे और उन्होंने कहा कि गांव में करीब 2 दर्जन से ज्यादा ऐंसे परिवार हैं, जिन्हें शौचालय की जरूरत है।
महिलाओं को बरसात और अन्य सीजन में बाहर जाने में दिक्कतें होती हैं, इसलिए ग्राम पंचायत समेत कई क्षेत्रीय नेताओं को शौचालय, आवास और सडक़ों को लेकर ध्यानाकर्षित कराया है, लेकिन स्थिति यह है कि कोई ध्यान नहीं दे रहा है। महिलाएं नृसिंह भवन में कलेक्टर संजीव सिंह से मिलीं, वहां उन्होंने जिला पंचायत सीईओ के पास भेज दिया। सीईओ के इंतजार में वह घंटों बैठी रहीं। महिलाओं ने चर्चा के दौरान बताया कि कहां-कैसी मर्यादा?, यह जरूर कि उनके गांव के लोग बता रहे थे कि शौचालय बनाने के लिए पैसा तो आया, लेकिन लगा कहां, लेकिन किसी को पता नहीं।