मैसूर के वॉडेयार राजघराने को अपना 27वां 'राजा' मिल गया है। 23 साल के यदुवीर कृष्णदत्त वॉडेयार मैसूर की एक भव्य समारोह में ताजपोशी हुई। राजपरिवार के पास 10 हजार करोड़ की संपत्ति है।
मैसूर के नए राजा की खासियत यह है कि उन्होंने अमरीका के मैसाचुसेट्स से पढ़ाई की है। यदुवीर अर्थशास्त्र में अंडर ग्रेजुएट हैं।
यदुवीर ने अपने चचेरे दादा श्रीकांतदत्त वडयार की जगह ली। बता दें कि दिसंबर 2013 में श्रीकांतदत्त वडयार का निधन हो गया था। श्रीकांतदत्त की कोई संतान नहीं थी। उनकी पत्नी प्रमोददेवी ने हाल में यदु को गोद लिया था।
भव्य समारोह में हुई ताजपोशी
यदुवीर की ताजपोशी का कार्यक्रम करीब दो घंटे चला और इस दौरान मैसूर महल में स्थित 15 मंदिरों में कुल 40 पुजारियों ने पूजा-अर्चना कराई। इस भव्य समारोह में मैसूर के हर समुदाय के लौग मौजूद थे और देश-विदेश से आए एक हजार मेहमान मौजूद थे। इसमें पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भी शामिल थे।
यदुवीर की विरासत
यदुवीर को विरासत में मैसूर, बैंगलूरू और हासन में मौजूद राजपरिवार की 1500 एकड़ जमीन मिली है।
साथ ही उन्हें कर्नाटक सरकार से कानूनी लड़ाई भी लड़नी पड़ेगी क्योंकि राज्य सरकार मैसूर महल की संपत्तियों पर कब्जा चाहती है। मामला पहले से ही अदालत में है। श्रीकांत की 15 लग्जरी कारें थीं, सबका नंबर उनका जन्म साल 1953 है।
विवाह
मैयूर के राजा यदुवीर का शादी राजस्थान के डूंगरपुर के राजा हर्षवर्धन की बेटी तृषिका के साथ होने वाली है। यदुवीर गुरुवार को मैसूर के नए राजा बने हैं। यदुवीर की एडोपशन सेरेमनी में भी डूंगरपुर के राजघराने की राजकुमारी और मैसूर की होने वाली रानी तृषिका पहुंची थीं।