नौकरी की मांग करने वाले नर्सिंग छात्रों पर पुलिस ने किया लाठीचार्ज
Toc news @ Bhopal
भोपाल। म.प्र. है अंधेर नगरी चौपट राजा की नगरी जहां देखों वही फर्जीवाड़ा, यहां तो खुलेआम मामा की सरकार के द्वारा छात्रों के भविष्य के साथ खेला जा रहा है. कुछ छात्रों का आरोप है कि सरकार ने शिक्षा माफियों को लाभ दिलाने के लिए नर्सिंग कोर्स की कालेजों को मान्यता देकर प्रदेश के छात्रों को गुमराह कर नर्सिंग कोर्स करवा दिया और जब नियुक्ति की बात आई तो मुकर गई शिवराज सरकार. लाखो रूपये और सालों की मेहनत खर्च कर कोर्स करने वाले छात्र ठगी का शिकार महसूस कर रहें है. शिक्षा माफियों की गिरफ्त में पड़ी सरकार को प्रदेश की पीडित जनता से कोई सरोकार नही है.
भोपाल पहुचे सैकडो़ नौकरियां मांगने जा रहे नर्सिंग के अभ्यर्थियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर डाला। वो शिवराज सीएम को केवल यह याद दिलाने जा रहे थे कि मप्र में छात्रों को नर्सिंग कोर्स पढ़ाए तो जा रहे हैं परंतु अस्पतालों में पुरुष नर्सों के लिए भर्ती नहीं निकाली जा रही। वो किसी भी प्रकार का उत्पात नहीं मचा रहे थे, फिर भी पुलिस ने व्यापम घोटाले में सरकार की छीछी होने की खीच यहां लाठीचार्ज कर इन छात्रों को शिकार बनाकर पूरी कर ली .
नर्सिंग छात्र संगठन के संस्थापक और अध्यक्ष गोपाल पाराशर के मुताबिक, पिछले 5 साल से सरकारी क्षेत्रों में भर्ती पर रोक लगी हुई है। इस संबंध में संगठन स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा से लेकर मुख्यमंत्री तक कई बार ज्ञापन दे चुका है, लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला। इसी मांग को
लेकर संगठन ने गुरुवार को सीएम हाउस घेरने की कोशिश की थी।
छात्रों पर लाठीचार्ज का विरोध करते हुए " आपकी आवाज " सामाजिक संगठन के मप्र प्रदेशाध्यक्ष विनय जी. डेविड ने कहा की जब सरकार ने इनसे लाखों रुपये खर्च करवाकर कोर्स करवाया है तो इनको तुरंत नियुक्ति दी जाना चाहिये, सीएम शिवराज सिंह के भाषण सूनने पर एेसा लगता है जैसे अाज ही डाक्टर, इंजीनियर, शिक्षक बन जायेगे परन्तु यर्थात देखने में यही आता है की कोई संवैधानिक व्यवस्था नहीं मात्र लफफाजे बाजी है. इससे प्रदेश की छवि बारबार धूमिल हो रही है. सरकार समय रहते शीघ्र कदम उठाये और इनकी जायज मांगों को मानकर नियुक्ति दे ताकी प्रदेश की जनता को अच्छी स्वास्थ्य सुविधा मिले.