ज़रूर पढ़ें चौका देने वाला सच-
हिंदुस्तान में हवाला के सबसे बड़े किंगपिन कहे जाने वाले मीट एक्सपोर्टर मोईन कुरैशी के जलवे के आगे दुनियां झुकती थी। जिस सीबीआई से काले कारोबारियों की रूह कांपती थी उसी सीबीआई के दो दो डायरेक्टर कुरैशी के घर फाइल लेकर पहुँचते थे।
जब देश दस जनपथ से चल रहा था तो मोईन कुरैशी की कांग्रेस के इस पावर हाउस में डाइरेक्ट एट्री थी। सोनियां गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल हों या केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, मोईन कुरैशी के एक इशारे पर कुछ भी करने को तैयार थे। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मोईन कुरैशी पर अरबों रूपये के हवाला रैकेट को लेकर मुक़दमा दर्ज किया तो ऊपर लिखे गए महानुभावों सहित दिल्ली के बड़े-बड़े वीआईपी को सांप सूंघ गया। सालभर की मेहनत के बाद ईडी ने मोईन कुरैशी की गर्दन पर एक ऐसा फंदा फेंका है जिसकी डोर घसीटने पर दर्जनों बड़े नेताओं की गर्दन ऐंठ सकती है।
मोदी ने लोकसभा चुनावों में साधा था मोईन कुरैशी पर निशाना
यूपी के रामपुर शहर का ये वही मोईन कुरैशी है जिसका पहली बार बड़े मन से मोदी ने खुलासा 2014 के लोकसभा के चुनाव प्रचार के दौरान किया। मोदी ने बार-बार इस मीट एक्सपोर्टर के काले कारोबार को अपने भाषणो में दोहराया और दस जनपथ पर किस्तों में हमला किया। ताज़्ज़ुब नहीं है कि मोदी के सपथ लेने के बाद मोईन कुरैशी की काली कमाई की बंद फाइलें खुलनी शुरू हो गई। मोदी सरकार मोईन कुरैशी पर फंदा फेंककर एक तीर से दो-दो निशाने साध रही है, पहला मोदी के कालाधन वापसी के अभियान में इस कार्रवाई से बल मिलेगा और दूसरा वो संघ के बीफ अजेंडे पर भी खरे उतरेंगे। यही नहीं इन दो निशानों को साधकर कहीं न कहीं दस जनपथ की साख पर भी गहरा घात लगता है।
ईडी अवैध रूप से विदेशों में हवाला के जरिये पैसा पहुँचाने के आरोप में कुरैशी की पत्नी नसरीन और बेटी पर्नियां और सिल्विया कुरैशी की भूमिका को भी देख रही है। ईडी हवाला के जरिये मोईन की मदद करने वाले फ्रांसीसी वास्तुकार लुइस डेनॉइट से भी पूछताछ करेगी।
यदि ईडी कुरैशी के खिलाफ आरोप सिद्ध करने में सफल रही तो उसे कम से कम 10 साल की जेल हो सकती है। ईडी कुरैशी के राजनीतिक और व्यापारिक सहयोगियों से भी पूछताछ कर सकती है, क्योंकि कुरैशी के सम्बन्ध राजनेताओं से भी बताये जाते हैं।
कौन है मोईन कुरैशी और उसका क्या है वीआईपी सम्बन्ध
57 साल के मोईन कुरैशी ने उत्तर प्रदेश के रामपुर में 1993 में एक छोटा सा मीट व्यापार का कारोबार शुरू किया। लेकिन दिल्ली में इनकम टैक्स की छापेमारी के बाद कुरैशी के सम्बन्धो का पता राजनेताओं से लेकर नौकरशाहों और जाँच एजेंसियों तक से सामने आया। मोईन की बेटी पर्नियां की शादी लंदन के एक चार्टेड अकाउंटेंट अजित प्रसाद के बेटे अर्जुन से हुई जो कि केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के नजदीकी थे।
हिंदुस्तान में हवाला के सबसे बड़े किंगपिन कहे जाने वाले मीट एक्सपोर्टर मोईन कुरैशी के जलवे के आगे दुनियां झुकती थी। जिस सीबीआई से काले कारोबारियों की रूह कांपती थी उसी सीबीआई के दो दो डायरेक्टर कुरैशी के घर फाइल लेकर पहुँचते थे।
जब देश दस जनपथ से चल रहा था तो मोईन कुरैशी की कांग्रेस के इस पावर हाउस में डाइरेक्ट एट्री थी। सोनियां गांधी के राजनीतिक सलाहकार अहमद पटेल हों या केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद, मोईन कुरैशी के एक इशारे पर कुछ भी करने को तैयार थे। बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मोईन कुरैशी पर अरबों रूपये के हवाला रैकेट को लेकर मुक़दमा दर्ज किया तो ऊपर लिखे गए महानुभावों सहित दिल्ली के बड़े-बड़े वीआईपी को सांप सूंघ गया। सालभर की मेहनत के बाद ईडी ने मोईन कुरैशी की गर्दन पर एक ऐसा फंदा फेंका है जिसकी डोर घसीटने पर दर्जनों बड़े नेताओं की गर्दन ऐंठ सकती है।
मोदी ने लोकसभा चुनावों में साधा था मोईन कुरैशी पर निशाना
यूपी के रामपुर शहर का ये वही मोईन कुरैशी है जिसका पहली बार बड़े मन से मोदी ने खुलासा 2014 के लोकसभा के चुनाव प्रचार के दौरान किया। मोदी ने बार-बार इस मीट एक्सपोर्टर के काले कारोबार को अपने भाषणो में दोहराया और दस जनपथ पर किस्तों में हमला किया। ताज़्ज़ुब नहीं है कि मोदी के सपथ लेने के बाद मोईन कुरैशी की काली कमाई की बंद फाइलें खुलनी शुरू हो गई। मोदी सरकार मोईन कुरैशी पर फंदा फेंककर एक तीर से दो-दो निशाने साध रही है, पहला मोदी के कालाधन वापसी के अभियान में इस कार्रवाई से बल मिलेगा और दूसरा वो संघ के बीफ अजेंडे पर भी खरे उतरेंगे। यही नहीं इन दो निशानों को साधकर कहीं न कहीं दस जनपथ की साख पर भी गहरा घात लगता है।
ईडी अवैध रूप से विदेशों में हवाला के जरिये पैसा पहुँचाने के आरोप में कुरैशी की पत्नी नसरीन और बेटी पर्नियां और सिल्विया कुरैशी की भूमिका को भी देख रही है। ईडी हवाला के जरिये मोईन की मदद करने वाले फ्रांसीसी वास्तुकार लुइस डेनॉइट से भी पूछताछ करेगी।
यदि ईडी कुरैशी के खिलाफ आरोप सिद्ध करने में सफल रही तो उसे कम से कम 10 साल की जेल हो सकती है। ईडी कुरैशी के राजनीतिक और व्यापारिक सहयोगियों से भी पूछताछ कर सकती है, क्योंकि कुरैशी के सम्बन्ध राजनेताओं से भी बताये जाते हैं।
कौन है मोईन कुरैशी और उसका क्या है वीआईपी सम्बन्ध
57 साल के मोईन कुरैशी ने उत्तर प्रदेश के रामपुर में 1993 में एक छोटा सा मीट व्यापार का कारोबार शुरू किया। लेकिन दिल्ली में इनकम टैक्स की छापेमारी के बाद कुरैशी के सम्बन्धो का पता राजनेताओं से लेकर नौकरशाहों और जाँच एजेंसियों तक से सामने आया। मोईन की बेटी पर्नियां की शादी लंदन के एक चार्टेड अकाउंटेंट अजित प्रसाद के बेटे अर्जुन से हुई जो कि केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद के नजदीकी थे।