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— पार्षद महेंद्र मोनू लोक्स ने कलेक्टर—एसपी को दर्ज करवाई शिकायत
— पार्षद का आरोप— कॉलोनाइजर भारत जारौली और सुनील बम्ब को अध्यक्ष—सीएमओ ने फायदा पहुंचाने के लिए रिकवरी करने की बजाय फाइल ही गायब करवा दी, प्रकरण दर्ज की मांग
नीमच। नगरपालिका परिषद में इन दिनों चुपचाप भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। सार्वजनिक रूप से अपने आप को ईमानदा बताने वाले जनप्रतिनिधि और अफसरों का ताजा कारनामा करोडों रूपए की फाइल गुम होने का सामने आया है। इसमें करीब एक करोड का भू माफियाओं और कॉलोनाइजरों को फायदा पहुंचाने के लिए नपा के अधिकारी अपना दायित्व तो भूल ही गए है साथ ही फाइल गायब कर अपराध को अंजाम दे रहे है।
यह आरोप कांग्रेस पार्षद महेंद्र मोनू लोक्स ने लगाया है। उन्होंने बताया कि नगरपालिका में भाजपा का बहुमत होने के कारण भरपूर भ्रष्टाचार चुपचाप किया जा रहा है। एक और सनसनीखेज मामलसा सामने आया है। इसमें अध्यक्ष राकेश जैन पप्पू और सीएमओ सविता प्रधान ने कॉलोनाइजर भारत जारौली और सुनील अम्ब को फायदा पहुंचाने के लिए एक करोड की फाइल ही गायब करवा दी। जब जानकारी मांगी तो ना—नुकर किया जा रहा है।
नगरपालिका परिषद ने 21 मई 2015 को अंतिम आदेश जारी किया था। आदेश क्रमांक 621—2015 में उल्लेख किया गया कि कृषि भूमि सर्वे 2131, 2132, 3233,2 पे.की. एवं 3134 पर बिना अनुमति के दुकान बना ली गई। 24 घंटे के दौरान तत्काल 96 लाख 77 हजार 683 रूपए तत्काल भारत जारोली और सुनील अम्ब को जमा करवाना जरूरी है नहीं तो दुकानें जमींदोज करवा दी जाएगी। 24 घंटे की चेतावनी को करीब आठ माह होने में आया है, लेकिन तोडना तो दूर नगरपालिका ने वसूली भी नहीं की है। ठीक इसके वितरीत फाइल गायब करवा दी है।
शुक्रवार को कलेक्टर रजनीश श्रीवास्तव व एसपी मनोजसिंह को शिकायत प्रस्तुत की गई। इसमें उल्लेख किया गया है कि करोड रूपए की वसूली नहीं की जा रही हैं वहीं फाइल गायब कर दी है। दोषी अधिकारियों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज कर उनसे एक करोड की वसूली की जाना है।
श्री लोक्स ने बताया कि कॉलोनाइजर भारत जारोली और सुनील बम्ब ने सीएमओ और अध्यक्ष से सेटिंग की है। यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आखिर इन्होंने कार्रवाई क्यों न की। उल्टा कॉलोनाइजर को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी जानकारी नपा से मांगी गई तो नहीं दी जा रही है।
— पार्षद महेंद्र मोनू लोक्स ने कलेक्टर—एसपी को दर्ज करवाई शिकायत
— पार्षद का आरोप— कॉलोनाइजर भारत जारौली और सुनील बम्ब को अध्यक्ष—सीएमओ ने फायदा पहुंचाने के लिए रिकवरी करने की बजाय फाइल ही गायब करवा दी, प्रकरण दर्ज की मांग
नीमच। नगरपालिका परिषद में इन दिनों चुपचाप भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है। सार्वजनिक रूप से अपने आप को ईमानदा बताने वाले जनप्रतिनिधि और अफसरों का ताजा कारनामा करोडों रूपए की फाइल गुम होने का सामने आया है। इसमें करीब एक करोड का भू माफियाओं और कॉलोनाइजरों को फायदा पहुंचाने के लिए नपा के अधिकारी अपना दायित्व तो भूल ही गए है साथ ही फाइल गायब कर अपराध को अंजाम दे रहे है।
यह आरोप कांग्रेस पार्षद महेंद्र मोनू लोक्स ने लगाया है। उन्होंने बताया कि नगरपालिका में भाजपा का बहुमत होने के कारण भरपूर भ्रष्टाचार चुपचाप किया जा रहा है। एक और सनसनीखेज मामलसा सामने आया है। इसमें अध्यक्ष राकेश जैन पप्पू और सीएमओ सविता प्रधान ने कॉलोनाइजर भारत जारौली और सुनील अम्ब को फायदा पहुंचाने के लिए एक करोड की फाइल ही गायब करवा दी। जब जानकारी मांगी तो ना—नुकर किया जा रहा है।
नगरपालिका परिषद ने 21 मई 2015 को अंतिम आदेश जारी किया था। आदेश क्रमांक 621—2015 में उल्लेख किया गया कि कृषि भूमि सर्वे 2131, 2132, 3233,2 पे.की. एवं 3134 पर बिना अनुमति के दुकान बना ली गई। 24 घंटे के दौरान तत्काल 96 लाख 77 हजार 683 रूपए तत्काल भारत जारोली और सुनील अम्ब को जमा करवाना जरूरी है नहीं तो दुकानें जमींदोज करवा दी जाएगी। 24 घंटे की चेतावनी को करीब आठ माह होने में आया है, लेकिन तोडना तो दूर नगरपालिका ने वसूली भी नहीं की है। ठीक इसके वितरीत फाइल गायब करवा दी है।
शुक्रवार को कलेक्टर रजनीश श्रीवास्तव व एसपी मनोजसिंह को शिकायत प्रस्तुत की गई। इसमें उल्लेख किया गया है कि करोड रूपए की वसूली नहीं की जा रही हैं वहीं फाइल गायब कर दी है। दोषी अधिकारियों के खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज कर उनसे एक करोड की वसूली की जाना है।
श्री लोक्स ने बताया कि कॉलोनाइजर भारत जारोली और सुनील बम्ब ने सीएमओ और अध्यक्ष से सेटिंग की है। यही अंदाजा लगाया जा सकता है कि आखिर इन्होंने कार्रवाई क्यों न की। उल्टा कॉलोनाइजर को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसकी जानकारी नपा से मांगी गई तो नहीं दी जा रही है।