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रामेदव की कंपनी पतंजलि को बड़ा झटका लगा है। मेरठ में फूड सेफ्टी ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (एफ.एस.डी.ए.) ने पतंजलि आटा नूडल्स को जांच में घटिया पाया है।
फूड सेफ्टी ऐंड ड्रग्स ऐडमिनिस्ट्रेशन की टीम ने जांच में पाया कि नूडल्स में लिमिट से 3 गुना ज्यादा ऐश कन्टेंट हैं, जो मैगी के सैंपल से भी ज्यादा है। यह परीक्षण पतंजलि नूडल्स, मैगी और येप्पी नूडल्स के मेरठ में इकट्ठे किए गए सैंपल्स पर किया गया। ये सैंपल 5 फरवरी 2016 को एकत्र किए गए थे। इसकी रिपोर्ट शनिवार को सामने आई। तीनों सैंपल में, ऐश कन्टेंट बेहद अधिक मात्रा में पाया गया है।
क्या कहता है नियम
नियमों के मुताबिक, ऐश कन्टेंट की मात्रा महज 1 प्रतिशत होनी चाहिए लेकिन इन शभी तीनों सैंपल्स इस बारे में हुए फेल हो गए और उन्हें खाने के लिए खराब बताया गया है।
चीफ फूड सेफ्टी ऑफिसर जे.पी. सिंह ने कहा कि पतंजलि आटा नूडल्स के सैंपल में ऐश कन्टेंट 2.69 प्रतिशत पाया गया है। यह तीनों ब्रैंड्स में सबसे ज्यादा है। मैगी में ऐश कन्टेंट की मात्रा 1.63 प्रतिशत और येप्पी में 2.1 प्रतिशत पाई गई। रिपोर्ट की बात मानें तो खाने के लिए सबसे ज्यादा नुक्सानदायक पतंजलि आटा नूडल्स है
रामेदव की कंपनी पतंजलि को बड़ा झटका लगा है। मेरठ में फूड सेफ्टी ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (एफ.एस.डी.ए.) ने पतंजलि आटा नूडल्स को जांच में घटिया पाया है।
फूड सेफ्टी ऐंड ड्रग्स ऐडमिनिस्ट्रेशन की टीम ने जांच में पाया कि नूडल्स में लिमिट से 3 गुना ज्यादा ऐश कन्टेंट हैं, जो मैगी के सैंपल से भी ज्यादा है। यह परीक्षण पतंजलि नूडल्स, मैगी और येप्पी नूडल्स के मेरठ में इकट्ठे किए गए सैंपल्स पर किया गया। ये सैंपल 5 फरवरी 2016 को एकत्र किए गए थे। इसकी रिपोर्ट शनिवार को सामने आई। तीनों सैंपल में, ऐश कन्टेंट बेहद अधिक मात्रा में पाया गया है।
क्या कहता है नियम
नियमों के मुताबिक, ऐश कन्टेंट की मात्रा महज 1 प्रतिशत होनी चाहिए लेकिन इन शभी तीनों सैंपल्स इस बारे में हुए फेल हो गए और उन्हें खाने के लिए खराब बताया गया है।
चीफ फूड सेफ्टी ऑफिसर जे.पी. सिंह ने कहा कि पतंजलि आटा नूडल्स के सैंपल में ऐश कन्टेंट 2.69 प्रतिशत पाया गया है। यह तीनों ब्रैंड्स में सबसे ज्यादा है। मैगी में ऐश कन्टेंट की मात्रा 1.63 प्रतिशत और येप्पी में 2.1 प्रतिशत पाई गई। रिपोर्ट की बात मानें तो खाने के लिए सबसे ज्यादा नुक्सानदायक पतंजलि आटा नूडल्स है