अवधेश पुरोहित @ toc news
भोपाल। सिंहस्थ के दौरान दत्त आखाड़ा स्थित गंगागिरी के आश्रम के संत तपस्वी गिरी पर एक युवक ने तलवार से हमला कर दिया, वार इतना तेज था कि उसके गले के कंठ के दो टुकड़े हो गए, घटना के बाद घायल संत को जिला अस्पताल लाया गया हालत बिगडऩे पर उन्हें इन्दौर रेफर कर दिया, जानकारी के मुताबिक भूखी माता मन्दिर के पास गुजरात के महेन्द्र गिरी का आश्रम है रविवार को सुबह ११ बजे महेन्द्र गिरी के शिष्य तपस्वी गिरी पर अज्ञात आरोपी ने तलवार से वार कर दिया, पंडाल में तब चार-पांच सेवादार मौजूद थे, जबकि घटना के समय महेन्द्र गिरी पास के ही पंडाल में गए हुए थे, हमले के बाद तपस्वी को खून की उल्टी हुई तत्काल सेवादार वहां पहुंचे तो गिरी खून से लथपथ थे, कंठ कट जाने की वजह से कुछ बोल नहीं सके केवल इशारे में ही किसी मूंछवाले का जिक्र उन्होंने किया। यह घटना जब घटित हुई जबकि सिंहस्थ की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का सरकार दावा कर रही है, इस घटना से सवाल यह भी उठता है कि जब सिंहस्थ के अवसर पर उज्जैन में एक बड़ा अस्पताल तैयार किया गया है जिसको लेकर सरकार की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि यह सम्पूर्ण आधुनिक व्यवस्थाओं से सुसज्जित है ऐसे में साधु को उपचार के लिए उज्जैन से इंदौर के एमवाय अस्पताल में रैफर करने के बाद उज्जैन में तैयार किये गये आधुनिक चिकित्सालय के दावे की भी पोल खुलती नजर आती है।
भोपाल। सिंहस्थ के दौरान दत्त आखाड़ा स्थित गंगागिरी के आश्रम के संत तपस्वी गिरी पर एक युवक ने तलवार से हमला कर दिया, वार इतना तेज था कि उसके गले के कंठ के दो टुकड़े हो गए, घटना के बाद घायल संत को जिला अस्पताल लाया गया हालत बिगडऩे पर उन्हें इन्दौर रेफर कर दिया, जानकारी के मुताबिक भूखी माता मन्दिर के पास गुजरात के महेन्द्र गिरी का आश्रम है रविवार को सुबह ११ बजे महेन्द्र गिरी के शिष्य तपस्वी गिरी पर अज्ञात आरोपी ने तलवार से वार कर दिया, पंडाल में तब चार-पांच सेवादार मौजूद थे, जबकि घटना के समय महेन्द्र गिरी पास के ही पंडाल में गए हुए थे, हमले के बाद तपस्वी को खून की उल्टी हुई तत्काल सेवादार वहां पहुंचे तो गिरी खून से लथपथ थे, कंठ कट जाने की वजह से कुछ बोल नहीं सके केवल इशारे में ही किसी मूंछवाले का जिक्र उन्होंने किया। यह घटना जब घटित हुई जबकि सिंहस्थ की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का सरकार दावा कर रही है, इस घटना से सवाल यह भी उठता है कि जब सिंहस्थ के अवसर पर उज्जैन में एक बड़ा अस्पताल तैयार किया गया है जिसको लेकर सरकार की तरफ से यह दावा किया जा रहा है कि यह सम्पूर्ण आधुनिक व्यवस्थाओं से सुसज्जित है ऐसे में साधु को उपचार के लिए उज्जैन से इंदौर के एमवाय अस्पताल में रैफर करने के बाद उज्जैन में तैयार किये गये आधुनिक चिकित्सालय के दावे की भी पोल खुलती नजर आती है।