अवधेश पुरोहित @ Toc News
भोपाल। यूँ तो मध्यप्रदेश में जबसे भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है तबसे लेकर आज तक राज्य के शिवराज मंत्रीमण्डल के सदस्यों और संगठन से जुड़े सदस्यों की कई तरह की रास लीलाओं की चर्चा आम रही हैं,
तो वहीं राज्य के एक मंत्री द्वारा अपने एक संगठन से जुड़े मित्र और अपनी प्रेमिकाओं के लिये राजधानी के कोलार क्षेत्र में अपनी प्रेमिकाओं को बकायदा आलीशान आवास उपलब्ध कराया गया है और जब भी मंत्री का मन रासलीला खेलने को होता है तो वह वहाँ पहुंच जाते हैं हाँ यह जरूर है कि इन दिनों इस तरह की रासलीला से वंचित संगठन से जुड़े भारी भरकम नेता वंचित हैं।
शिवराज सरकार में वैसे ऐसे कई मंत्री भी मौजूद हैं जो रात ढलते ही वाहन में बैठकर अपनी प्रेमिकाओं के यहाँ रासलीला रचाने के लिये उनके निवास पर पहुंच जाते हैं तो एक मंत्री तो अपने पूर्व विभाग की पत्नी के यहाँ रात को अक्सर देखे जाते हैं। लेकिन अभी हाल ही में राजधानी में यह चर्चा जोरों पर है कि आखिर शिवराज मंत्रीमण्डल में वह मंत्री कौन है जो अपने राजनैतिक रसूख को कायम रखने के लिये अरेरा कालोनी में निवास करने वाली एक बाला को परोसने का काम करता है, इस खोज में इन दिनों हर कोई लगा हुआ है, इसको लेकर इन दिनों यह चर्चा भी जोरों पर है कि आखिकार जब कांग्रेस के जमाने में ६५ साल के बुजुर्ग गंगाराम तिवारी को भी एक नर्स के साथ रंगरेलियां मनाने का आरोप लगा था।
राजनेता भले ही भाजपा या कांग्रेस का हो आखिरकार उसे जब सत्ता का नशा जब चढ़ता है तो वह साधु से शैतान बन जाता है और वह सत्ता के नशे में वह सब करने लगता है जो सत्ता में आने से पूर्व उन सभी से दूरियां बनाने की या तो नौटंकी करता था या फिर अपनी बदनामी से अपने कुर्कमों पर पर्दा डालने की कोशिश करते हैं। सत्ता में वो ताकत है जिसकी भागीदारी बनने पर हर कोई पद भ्रष्ट हो जाता है तो कोई सुरा से होता को कई सुन्दरी से तो कई लक्ष्मी दर्शन के फेर में उलझ जाते हैं। ऐसे उदाहरण कई मिले जब कांग्रेस के जमाने में भी इस तरह की घटनायं आम थी कि फलां मंत्री राजधानी के निकट एक फार्म हाउस में रंगरेलियां करते देखा गया। ऐसी घटनाऐंं कांग्रेस शासन में आम थीं, लेकिन भाजपा के नेता जो अपने आपको अन्य राजनीतिक पार्टियों की तुलना में सबसे अलग होने का दावा करने का ढिंढोरा पीटते हैं आज वह सत्ता में आते ही क्या-क्या कर रहे हैं, इन सबको लेकर लोग चटकारे लेकर चर्चा करते देखे गए हैं,
अर्जुनसिंह के शासनकाल में भी कई नेता और पत्रकार इस तरह की घटनाओं से तमाम चर्चित रहे हैं, हालांकि प्रदेश में इन दिनों एक गिरोह सक्रिय है जो राजनेताओं को सुन्दरियों के दर्शन कराकर अपनी गिरफ्त में लेने की हरदम प्रयास में लगा रहता है। तो ऐसे भी प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर भी चर्चाएं आम हैं कि शिवराज सरकार में अधिकारियों के पास अब इतनी शक्ति हो गई है कि अब उन्हें काम के बदले धन नहीं बल्कि सुरा और सुन्दरी चाहिए, ऐसी ही एक घटना जिले में पदस्थ एक आईएएस अधिकारी को लेकर ऐसी ही एक घटना पिछले दिनों चर्चा में थी कि आईएएसस अधिकारी को एक ठेकेदार को भुगतान के एवज में पैसा नहीं बल्कि सुन्दरी की फरमाइश की थी।
इस तरह की कई चर्चाओं का दौर राजनेताओं, अधिकारियों और भाजपा के संंगठन से जुड़े लोगों के बारे में आएदिन चर्चाओं में रहती हैं लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रीमण्डल के उस सदस्य को लेकर यह चर्चा इन दिनों लोग चटकारे लेकर कहते सुने जा रहे हैं कि अपनी पद और प्रतिष्ठा को बनाये रखने और उसमें इजाफा करने के फेर में वह मंत्री कौन है जो दक्षिण भारतीय इस बाला को अपने आकाओं के सामने पेश करने में लगा हुआ है, तो वहीं उन आकाओं की खोज में भी लोग लगे हुए हैं जो उस मंत्री द्वारा पेश की गई दक्षिण भारतीय बाला का उपभोग कर रहे हैं तो वहीं इस खोज में लोग लगे हुए हैं कि आखिर वह मंत्री कौन हैं जो अपने राजनीतिक रसूख कायम रखने के लिए दक्षिणी बाला का उपभोग करने में नहीं हिचक रहा । भाजपा के सत्ता में आने के बाद क्या यही अब सत्ता और संगठन से जुड़े लोगों का चरित्र हो गया है।
भोपाल। यूँ तो मध्यप्रदेश में जबसे भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है तबसे लेकर आज तक राज्य के शिवराज मंत्रीमण्डल के सदस्यों और संगठन से जुड़े सदस्यों की कई तरह की रास लीलाओं की चर्चा आम रही हैं,
तो वहीं राज्य के एक मंत्री द्वारा अपने एक संगठन से जुड़े मित्र और अपनी प्रेमिकाओं के लिये राजधानी के कोलार क्षेत्र में अपनी प्रेमिकाओं को बकायदा आलीशान आवास उपलब्ध कराया गया है और जब भी मंत्री का मन रासलीला खेलने को होता है तो वह वहाँ पहुंच जाते हैं हाँ यह जरूर है कि इन दिनों इस तरह की रासलीला से वंचित संगठन से जुड़े भारी भरकम नेता वंचित हैं।
शिवराज सरकार में वैसे ऐसे कई मंत्री भी मौजूद हैं जो रात ढलते ही वाहन में बैठकर अपनी प्रेमिकाओं के यहाँ रासलीला रचाने के लिये उनके निवास पर पहुंच जाते हैं तो एक मंत्री तो अपने पूर्व विभाग की पत्नी के यहाँ रात को अक्सर देखे जाते हैं। लेकिन अभी हाल ही में राजधानी में यह चर्चा जोरों पर है कि आखिर शिवराज मंत्रीमण्डल में वह मंत्री कौन है जो अपने राजनैतिक रसूख को कायम रखने के लिये अरेरा कालोनी में निवास करने वाली एक बाला को परोसने का काम करता है, इस खोज में इन दिनों हर कोई लगा हुआ है, इसको लेकर इन दिनों यह चर्चा भी जोरों पर है कि आखिकार जब कांग्रेस के जमाने में ६५ साल के बुजुर्ग गंगाराम तिवारी को भी एक नर्स के साथ रंगरेलियां मनाने का आरोप लगा था।
राजनेता भले ही भाजपा या कांग्रेस का हो आखिरकार उसे जब सत्ता का नशा जब चढ़ता है तो वह साधु से शैतान बन जाता है और वह सत्ता के नशे में वह सब करने लगता है जो सत्ता में आने से पूर्व उन सभी से दूरियां बनाने की या तो नौटंकी करता था या फिर अपनी बदनामी से अपने कुर्कमों पर पर्दा डालने की कोशिश करते हैं। सत्ता में वो ताकत है जिसकी भागीदारी बनने पर हर कोई पद भ्रष्ट हो जाता है तो कोई सुरा से होता को कई सुन्दरी से तो कई लक्ष्मी दर्शन के फेर में उलझ जाते हैं। ऐसे उदाहरण कई मिले जब कांग्रेस के जमाने में भी इस तरह की घटनायं आम थी कि फलां मंत्री राजधानी के निकट एक फार्म हाउस में रंगरेलियां करते देखा गया। ऐसी घटनाऐंं कांग्रेस शासन में आम थीं, लेकिन भाजपा के नेता जो अपने आपको अन्य राजनीतिक पार्टियों की तुलना में सबसे अलग होने का दावा करने का ढिंढोरा पीटते हैं आज वह सत्ता में आते ही क्या-क्या कर रहे हैं, इन सबको लेकर लोग चटकारे लेकर चर्चा करते देखे गए हैं,
अर्जुनसिंह के शासनकाल में भी कई नेता और पत्रकार इस तरह की घटनाओं से तमाम चर्चित रहे हैं, हालांकि प्रदेश में इन दिनों एक गिरोह सक्रिय है जो राजनेताओं को सुन्दरियों के दर्शन कराकर अपनी गिरफ्त में लेने की हरदम प्रयास में लगा रहता है। तो ऐसे भी प्रशासनिक अधिकारियों को लेकर भी चर्चाएं आम हैं कि शिवराज सरकार में अधिकारियों के पास अब इतनी शक्ति हो गई है कि अब उन्हें काम के बदले धन नहीं बल्कि सुरा और सुन्दरी चाहिए, ऐसी ही एक घटना जिले में पदस्थ एक आईएएस अधिकारी को लेकर ऐसी ही एक घटना पिछले दिनों चर्चा में थी कि आईएएसस अधिकारी को एक ठेकेदार को भुगतान के एवज में पैसा नहीं बल्कि सुन्दरी की फरमाइश की थी।
इस तरह की कई चर्चाओं का दौर राजनेताओं, अधिकारियों और भाजपा के संंगठन से जुड़े लोगों के बारे में आएदिन चर्चाओं में रहती हैं लेकिन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रीमण्डल के उस सदस्य को लेकर यह चर्चा इन दिनों लोग चटकारे लेकर कहते सुने जा रहे हैं कि अपनी पद और प्रतिष्ठा को बनाये रखने और उसमें इजाफा करने के फेर में वह मंत्री कौन है जो दक्षिण भारतीय इस बाला को अपने आकाओं के सामने पेश करने में लगा हुआ है, तो वहीं उन आकाओं की खोज में भी लोग लगे हुए हैं जो उस मंत्री द्वारा पेश की गई दक्षिण भारतीय बाला का उपभोग कर रहे हैं तो वहीं इस खोज में लोग लगे हुए हैं कि आखिर वह मंत्री कौन हैं जो अपने राजनीतिक रसूख कायम रखने के लिए दक्षिणी बाला का उपभोग करने में नहीं हिचक रहा । भाजपा के सत्ता में आने के बाद क्या यही अब सत्ता और संगठन से जुड़े लोगों का चरित्र हो गया है।