दिल्ली के रामलीला मैदान में आज यानी रविवार को राहुल गांधी की जन आक्रोश रैली होने जा रही है. जिसके जरिए राहुल गांधी नरेंद्र मोदी सरकार पर हल्ला बोलेंगे. कांग्रेस के अध्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी की दिल्ली में ये पहली रैली है.
पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष अजय माकन ने बताया था कि राहुल गांधी 29 अपैल को यहां ‘जन आक्रोश रैली’ को संबोधित करेंगे. पार्टी कार्यकर्ताओं के 40 हजार आवेदन पहचान पत्र बनाने के लिए मिल चुके हैं. वहीं , करीब डेढ़ लाख से दो लाख कांग्रेस कार्यकर्ताओं के रैली में भाग लेने की संभावना है.
दिल्ली की इस रैली में बार कोडिंग वाले पास भी जारी किए गए है. हालांकि कहा जा रहा है कि सुरक्षा की वजह से ऐसा किया गया है, लेकिन बार कोडिंग के जरिए पार्टी ये पता लगाने की कोशिश करेगी कि किस नेता के जरिए कितने लोग रैली में पहुंचे हैं. दिल्ली में ब्लॉक अध्यक्षों की सूची इस रैली के बाद जारी की जाएगी. ये कहा जा रहा है कि रैली के बाद उन्हीं को ब्लॉक अध्यक्ष बनाया जाएगा. जो अपने क्षेत्र से ज्यादा लोगों को लेकर रैली में पहुंचेगा. कांग्रेस कार्यसमिति की लिस्ट और जिन राज्यों के अध्यक्ष बदले जाने हैं वो भी रैली के बाद ही होगा. ज़ाहिर है कि कांग्रेस नहीं चाहती है कि ये रैली गुटबाजी का शिकार हो.
दिल्ली में रैली के लिए इस बार कमान संगठन महासचिव अशोक गहलोत के पास है. अशोक गहलोत सभी राज्य के प्रभारियों और अध्यक्षों के साथ रैली की तैयारी का अपडेट ले रहे हैं. कांग्रेस को उम्मीद है कि दिल्ली हरियाणा, राजस्थान और यूपी से मिलाकर कम से कम दो लाख लोगों को जुटाने में कामयाब हो जाएगी. दिल्ली कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्षों की बैठक में भी अशोक गहलोत ने पहुंच कर ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाने की हिदायत दी है.
दिल्ली में हर बलॉक के अध्यक्ष को सौ लोगों को लाने के लिए कहा गया है. इसके हिसाब से दिल्ली के संगठन को पच्चीस हज़ार लोगों को जुटाना है. दिल्ली के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा है कि दिल्ली के लोग 9.30 बजे पहले आकर आगें बैठें जिससे ये पता चले कि दिल्ली के लोग रैली में है, हरियाणा के ऊपर इस रैली का दारमोदार है. हरियाणा को पचास हज़ार का टार्गेट मिला है. हरियाणा के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर टार्गेट मिलने के बाद से ही पूरे प्रदेश से लोगों को लाने के लिए दौड़ रहे हैं.