नरसिंहपुर और होशंगाबाद जिले को बांटने वाली नगर परिषद साईखेडा के पशिचम से बहने वाली दुधी नदी के बारछी जैतबाडा घाट पर पुल बनाए जाने की मांग लंबे समय से की जा रही है लेकिन शासन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रहा।
नदी के उस पार दर्जनों गांवों के लोगों का स्कूल के बच्चों का आना जाना प्रतिदिन लगा रहता है। लेकिन बरसात के दिनों में पुल और सड़क के अभाव में क्षेत्र वासी अपनी मूल भूत सुविधाऔ से बचित रहते है।साईखेडा मैं स्कूल कालेज होने के बाद क्षेत्र के छात्र छात्राएं बरसात के दिनों में अध्यापन कार्य के लिए नहीं पहुंच पातीं जिससे उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ती है।
नदी उस पार जैतबाडा डूमर मे सड़क न होने से साईखेडा का व्यापार चौपट हो गया है। साईखेडा के नजदीक नदी पार बारछी, वेदर, डूमर, पुरैना, टाटरा, मलकजरा, सलैया, जैतबाडा, अन्हाई, सुरैला, आदि गांवों के रहवासियों के अपने गांव से ४० किलोमीटर दूर बनखेड़ी पिपरिया जाना पड़ता है । यदि किसी व्यक्ति की तबीयत ख़राब होने पर समय पर उपचार न मिलने के कारण अपनी जान गावानी पड़ती है।
प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गाडरवारा आगमन पर श्रेत्रवासियो ने साईखेडा-बारछी जैतबाडा घाट पर पुल बनाए जाने की मांग को लेकर हजारों व्यक्तियों के हस्ताक्षर कर ज्ञापन सौंपा था। जन चरचा है कि बारछी घाट पर पुल नहीं बनाया गया तो जिसका खामियाजा आगामी चुनावों मै सत्तारुढ़ पार्टी को भुगतना पड़ सकता है।
बताया जाता है कि उमरधा घाट पर नदी में भाटा न मिलने के कारण ठेका कंपनी अपना तामझाम लेकर चली गई है। नगर वासियों का कहना है कि पुल का पुनः सरवे कराकर बारछी घाट पर पुल बनाए जाये जन अपेक्षा क्षेत्र वासीयो की मांग को ध्यान में रखते हुए मांग पूरी की जावे।