पंचकुला में 20 अगस्त को जींद में होने वाली रैली में कांगेस के कार्यकर्ताओं को निमंत्रण देने पहुंचे वीरेद्र सिंह को सफाई देते हुए कहा कि मेरे कहने का मतलब यह था कि आज के समय में पैसे के बढ़ते प्रचलन से गरीब आदमी की अवाज लोकतंत्र में मंदी पड़ जाएगी।
उन्होंने आगे कहा, मैंने आंकड़े दिए थे कि लोकसभा के चुनाव समय देश के करीब तीन सौ से अधिक लोगों ने शपथ पत्र दिया था, जिसमें उनकी संपती करोड़ों रुपये की है और दर्जनभर ऐसे लोग भी थे, जिनकी संपत्ति अरबों रुपए की है। ऐसी परिस्थितियों में ऐसे बहुत से लोग है जो पैसे के बल पर राज्य सभा का चुनाव जीत कर आ सकते है। गौरतलब है रविवार को यमुनानगर में लोगों को संबोधित करते हुए कहा था कि राज्य सभा का सदस्य बनने के लिए सौ-सौ करोड़ रुपए दिये जाते है, लेकिन पंचकुला में बयान से मुकर गये! बहरहाल, वीरेद्र सिंह के इस बयान से आने वाले दिनों में कांग्रेस पार्टी में काफी हलचल होने की उम्मीद की जा सकती है।