पनागर थाने के टी आई संदीप आयची को कल 20 हज़ार की रिश्वत लेने के लिए अपने सिपाही द्वारा आरोपित किये जाने के बाद पुलिस अधीक्षक अमित सिंह ने लाइन अटैच कर दिया था। लेकिन गणतंत्र दिवस के समारोह में उसही थाना प्रभारी को सम्मानित किया जाता है। पुलिस और प्रशानिक व्यवस्था दोहरे मापदंडों से ना जाने क्या संदेश देना चाहती है। समाज में इन्हीं कारणों से निष्पक्षता शब्द अपना अर्थ खोता नज़र आ रहा है।
यह थाना प्रभारी संदीप आयची रीवा में चोरी की मूर्ति अपने घर रखने के विवाद में उलझे है, नरसिंहपुर पोस्टिंग के दौरान के महिला शोषण के आरोपों में घिरे है। फिर 24 घंटे पहले ही एक सटोरिये से जबरन झूठे केस में फ़साने के आरोप में पुलिस अधीक्षक ने सजा पा कर लाइन अटैच हुए है। लेकिन लाचार व्यवस्था के कारण आज डी आईजी और पुलिस अधीक्षक ने सम्मानित हो रहे है।