जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति लता राजू महस्की की पोल खुली
जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति लता राजू महस्की की पोल खुली
प्रमाण तो सिर्फ बहाना था , चार लाख के विज्ञापन जो छपवाना था
बैतूल,रामकिशोर पंवार:प्रमाण तो सिर्फ बहाना था , चार लाख के विज्ञापन जो छपवाना था
जिस ढंग से बैतूल जिले की पहली महिला जिला पंचायत अध्यक्ष एवं राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त श्रीमति लता राजू महस्की ने बीते पखवाड़े सम्पन्न हुई जिला पंचायत की बैठक में आर इ एस के इंजीनियरो को खुले आम धमकी दी थी कि यदि वह सोच लेगी तो जिस भी चाहेगी जिले के तथाकथित भ्रष्ट्राचारी अधिकारियों के भ्रष्टाचार के मामले के दस्तावेजो को लेकर एफआईआर करवा देगी तो आर इ एस प्रभारी बानिया और मेघवाल दोनों आज ही जेल चले जाओगे। बैतूल जिले की प्रथम महिला जनप्रतिनिधि की इस सिंह गर्जना का जिले भर में स्वागत हुआ लेकिन इस तथाकथित धमकी की पोल उस समय खुल गई जब महिला जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति लता राजू महस्की ने जिले भर के सभी प्रमुख दैनिक समाचार पत्रों में पूरे पेज के अपने महिमा मंडित कार्यकाल के एक साल पूरे हो जाने की खुशी में लगभग चार लाख रूपए के विज्ञापन छपवा डाले। सभी समाचार पत्रों के पत्रकारों को आर इ एस प्रभारी श्री बानिया का नाम एवं पता तथा मोबाइल नम्बर देकर महिला जनप्रतिनिधि ने अपने आप को बैतूल के विकास पुरूष कहे जाने वाले स्वर्गीय विजय कुमार खण्डेलवाल के समकक्ष लाकर खड़ा कर दिया। बैतूल जिले के पिछड़े समाज से आने वाली एक छोटे से गांव के कटट्र इमानदार भाजपा नेता स्वर्गीय मानिकराव महस्की की पुत्रवधु ने अपने ससुर के निधन के मात्र डेढ़ साल भी पूरे नहीं हो सके समय के भीतर ही वह कार्य कर डाला कि लोग सन्न रह गए। इमानदार जनप्रतिनिधि के बदले एक ब्लेकमेलर जनप्रतिनिधि के रूप में ख्याति पाने वाली इस महिला जनप्रतिनिधि ने अपने पास मौजूद कथित दस्तावेजो का खुले आम सौदा करके आरईएस के कार्यपालन यंत्री केएस वानिया एवं पूर्व कार्यपालन यंत्री आर एस मेघवाल के खिलाफ आज दिनांक तक कोई शिकायत नहीं की और न ही किसी भी अधिकारी को जेल भिजवाया। महिला जनप्रतिनिधि द्वारा सार्वजनिक रूप से किसी दो जवाबदेह प्रशासनिक अधिकारियों को अपमानित करने के बजाय सीधे उनके खिलाफ लोकायुक्त या राज्य आर्थिक अपराध अनुसंधान में रिर्पोट दर्ज करवानी चाहिये थी ताकि हकीगत में दोनो उक्त अधिकारी जेल जा सके। विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस पार्टी ने भाजपा की महिला जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमति लता राजू महस्की को चुनौती दी है कि यदि वे दोनो अधिकारियों को ब्लेकमेल नहीं कर रही है तो एक जागरूक नागरिक एवं प्रतिनिधि के नाते पुलिस में या लोकायुक्त में रिर्पोट दर्ज करवा कर अपनी नैतिक जवाबदेही का निर्वाहण करे। इन सब बातों को दरकिनार कर महिला जनप्रतिनिधि ने अपने पूरे एक साल के कार्यक्रम का पूरा पेज का रंगीन महिमा मंडित बखान छपवा कर अपनी कथनी और करनी में भिन्नता को सिद्ध कर दिया। कुछ चुनिंदा पत्रकारों के समक्ष अपना दुखड़ा बाटते हुए श्री केएस वानिया ने बातो ही बातो में जिला पंचायत अध्यक्ष के आरोपो की पोल खोल कर रख दी। श्री वानिया से हुई बातचीत के टेप के अनुसार पूरे विज्ञापनों का भुगतान पूर्व में ही कर दिया गया तब जाकर जान बची हुई है। श्री वानिया की तरह अनेक अधिकारियों से भी एक साल के पूरे हो जाने की खुशी में अध्यक्ष मैडम के निज सहायक गायकवाड़ ने घुम - घुम कर चंदा जमा किया। उल्लेखनीय है कि हाल ही में बैतूल जिला मुख्यालय पर जिला योजना मंडल की बैठक में आरईएस विभाग की समीक्षा के दौरान आरईएस के कार्यपालन यंत्री केएस वानिया पर भड़कते हुए उक्त धमकी दी थी । थोड़ी देर के लिए तो बैठक में सन्नाटा ही छा गया लेकिन इसके बाद तो आरईएस को लेकर भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने ही आरोपों की झड़ी लगा दी। हाल ही में बैतूल से सीहोर तबादला होकर गए सीईओ बीएस जामोद को लेकर भी उन्हीं जनप्रतिनिधियों ने जमकर आरोप लगाए, जिनसे जामोद के बेहतर संबंध बताए जाते थे। जिले के अधिकांश निर्माण कार्यों के मूल्यांकन में सब इंजीनियर लापरवाही बरत रहे हैं। बिना रिश्वत लिए कोई काम नहीं हो रहा है। अधिकारी दफ्तरों से ही काम कर रहे हैं। फील्ड में कभी कोई सुध नहीं लेता। ऐसे कई आरोप भाजपा नेताओं ने जिला योजना समिति की बैठक में मध्यप्रदेश के वन मंत्री एवं बैतूल जिले के प्रभारी मंत्री सरताज सिंह के सामने अपनी ही सरकार के आला अफसरों पर लगाए। जिला पंचायत के सभा कक्ष में जिला योजना समिति की बैठक अधिकारियों के लिए परेशानी भरी साबित हुई। प्रभारी मंत्री सरताज सिंह ठीक 11 बजे सभाकक्ष में पहुंच गए थे, इस समय तक अधिकांश विभाग प्रमुख सभा कक्ष में नहीं पहुंच पाए थे। अधिकारियों का इंतजार करने के लिए प्रभारी मंत्री सीईओ के चैंबर में जाकर बैठ गए। मौजूद अधिकारियों ने अन्य अधिकारियों को फोन पर बुलावा भेजा। भागते-दौड़ते अधिकारी साढ़े 11 बजे तक सभाकक्ष में पहुंचे, तब कहीं जाकर बैठक शुरू हो पाई। पाले से प्रभावित फसलों के सर्वे और मुआवजे की समीक्षा के दौरान उस वक्त माहौल गर्मा गया जब नेताओं ने कहा कि किसानों को सर्वे की जानकारी नहीं मिल रही है। चेक देते समय उसे यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि कितने क्षेत्र की फसल को सर्वे में शामिल किया गया है और किस आधार पर मुआवजा तय हुआ है। किसी भी अधिकारी ने क्षेत्र में जाकर सर्वे की मॉनिटरिंग नहीं की। यही कारण है कि किसानों की फसल का आधा-अधूरा मूल्यांकन हो रहा है। इस पर प्रभारी मंत्री ने नाराजगी जताई। जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा पवार ने आरोप लगाए कि ग्राम पंचायत क्षेत्रों में हो रहे निर्माण कार्यों की मॉनिटरिंग और मूल्यांकन के लिए सबइंजीनियर नहीं पहुंचते। अधिकांश सबइंजीनियर टूर के नाम पर गायब रहते हैं। भाजपा के ही जिला पंचायत उपाध्यक्ष राजा पंवार ने तो महात्मा गांधी राष्ट्रीय रोजगार गारंटी योजना में सब इंजीनियर और एसडीओ द्वारा कमीशन लिए जाने का आरोप लगाते हुए बताया कि बघोली बुजुर्ग से मालेगांव ग्रेवल सड़क निर्माण में रोलर चलाया ही नहीं और राशि निकाल ली गई। बैठक में मौजूद पूर्व सांसद हेमंत खंडेलवाल ने यह कहा कि भ्रष्टाचार इंजीनियर, सब इंजीनियर, एसडीओ करते हैं और वसूली गरीब सरपंचों पर होती है। जबकि गड़बड़ी के लिए पूरी तरह से यह तकनीकी अधिकारी ही जिम्मेदार है। पिछले तीन साल में आरईएस द्वारा करवाए गए कार्यो की जांच को लेकर भी भाजपा के विधायक अलकेश आर्य और गीता उइके ने आवाज उठाई तो बाकी सभी ने इसका समर्थन किया। इस पर पालक मंत्री सरताज सिंह ने यह कहा कि आगामी 17 फरवरी को आरईएस को लेकर ही फिर बैठक में सभी जनप्रतिनिधि क्षेत्र की दो-दो सड़कों की जानकारी देंगे।इ सकी जांच भोपाल के दल द्वारा की जाएगी। बैठक में भाजपा के जनप्रतिनिधियों ने विद्युत कंपनी की कार्यप्रणाली पर भी जमकर आक्रोश जाहिर किया। जिसमें शार्टेज के आधार पर किसानों से जबरन वसूली की बात भी कहीं गई। वहीं 14 नए सब स्टेशनों का काम धीमी गति से चलने पर भी नाराजगी जाहिर की।इस पर जिला भाजपा अध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल ने टिप्पणी की कि यहां जो कमाई हो रही है उससे भोपाल में बंगले बन रहे हैं। आरईएस और पीडब्ल्यूडी के सबइंजीनियरों की कार्यशैली को लेकर विधायकों ने भी जमकर खिंचाई की।पीएचई और पीडब्ल्यूडी के निर्माण कार्यों को लेकर जनप्रतिनिधियों के आक्रोश को देखकर प्रभारी मंत्री सरताजसिंह ने कहा कि प्रत्येक ब्लाक की दो-दो सड़कों की जांच कराई जाएगी। निर्माण कार्यों की समीक्षा के लिए जनप्रतिनिधियों की बैठक शीघ्र ही होगी। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष लता राजू महस्की, विधायक अलकेश आर्य, चैतराम मानेकर, गीता उइके, सहकारी बैंक अध्यक्ष बसंत माकोड़े, ग्रामीण कृषि विकास बैंक अध्यक्ष सदन आर्य समेत अन्य जनप्रतिनिध एवं अधिकारी मौजूद थे।