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नई दिल्ली।। सरबजीत सिंह पर हुए हमले की घटना पर भले पाकिस्तान सरकार ने ठंडी प्रतिक्रिया दी हो, भारत की एक जेल में पाकिस्तानी कैदी पर हमले की खबर से वह बौखला गया है। खबर मिलते ही पाकिस्तान ने भारत से मांग कर दी है कि उस कैदी को पाक भेजा जाए। इससे पहले भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों के लिए जारी सुरक्षा अलर्ट के बीच जम्मू की कोट बलवाल जेल में एक पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह हक पर जानलेवा हमला हो गया। आपसी झड़प में विनोद नाम के एक पूर्व फौजी ने सनाउल्लाह को बुरी तरह से घायल कर दिया। जख्मी हालत में उसे जम्मू मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती कराया गया, लेकिन नाजुक हालत को देखते हुए सनाउल्लाह को पीजीआई चंडीगढ़ ले जाने का फैसला किया गया है।
पाक ने कहा सनाउल्लाह को स्वदेश भेजो
इस बीच पाकिस्तान ने भारत सरकार से मांग की है कि सनाउल्लाह को मानवीय आधार पर पाकिस्तान भेजा जाए। पाकिस्तानी उच्चायोग ने कहा है कि पाकिस्तानी कैदी पर जेल के अंदर हुआ हमला एक गंभीर घटना है। पाक के मुताबिक यह सरबजीत पर हुए हमले की प्रतिक्रिया है। इस मामले में भारत सरकार से कहा गया है कि सनाउल्लाह का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के लिए मानवीय आधार पर उसे पाकिस्तान जाने दिया जाना चाहिए।
अभी यह पता नहीं चल पाया है कि सनाउल्लाह और विनोद कुमार में किस बात को लेकर झड़प हुई। जानकारी के मुताबिक, दोनों कैदी शुक्रवार सुबह एक साथ काम कर रहे थे और इसी दौरान उनकी कहासुनी हुई, जो आगे चलकर झड़प में बदल गई। इसके बाद विनोद ने सनाउल्लाह के सिर पर ईंट और गैंती से हमला कर दिया। उत्तराखंड निवासी विनोद अपने साथी सैनिक की हत्या के एक मामले में दोषी है। उसे भारतीय सेना से कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ा था।
पाकिस्तानी नागरिक सनाउल्लाह 1994 में जम्मू के पास एक बस को विस्फोटकों से उड़ाने का दोषी है। इस ब्लास्ट में 10 लोग मारे गए थे और उसे उम्रकैद की सजा मिली थी। सूत्रों ने बताया कि वह पिछले 17 सालों से कोट बलवाल की जेल में है।
नई दिल्ली।। सरबजीत सिंह पर हुए हमले की घटना पर भले पाकिस्तान सरकार ने ठंडी प्रतिक्रिया दी हो, भारत की एक जेल में पाकिस्तानी कैदी पर हमले की खबर से वह बौखला गया है। खबर मिलते ही पाकिस्तान ने भारत से मांग कर दी है कि उस कैदी को पाक भेजा जाए। इससे पहले भारतीय जेलों में बंद पाकिस्तानी कैदियों के लिए जारी सुरक्षा अलर्ट के बीच जम्मू की कोट बलवाल जेल में एक पाकिस्तानी कैदी सनाउल्लाह हक पर जानलेवा हमला हो गया। आपसी झड़प में विनोद नाम के एक पूर्व फौजी ने सनाउल्लाह को बुरी तरह से घायल कर दिया। जख्मी हालत में उसे जम्मू मेडिकल कॉलेज ऐंड हॉस्पिटल में आईसीयू में भर्ती कराया गया, लेकिन नाजुक हालत को देखते हुए सनाउल्लाह को पीजीआई चंडीगढ़ ले जाने का फैसला किया गया है।
पाक ने कहा सनाउल्लाह को स्वदेश भेजो
इस बीच पाकिस्तान ने भारत सरकार से मांग की है कि सनाउल्लाह को मानवीय आधार पर पाकिस्तान भेजा जाए। पाकिस्तानी उच्चायोग ने कहा है कि पाकिस्तानी कैदी पर जेल के अंदर हुआ हमला एक गंभीर घटना है। पाक के मुताबिक यह सरबजीत पर हुए हमले की प्रतिक्रिया है। इस मामले में भारत सरकार से कहा गया है कि सनाउल्लाह का समुचित इलाज सुनिश्चित करने के लिए मानवीय आधार पर उसे पाकिस्तान जाने दिया जाना चाहिए।
जेल अधिकारी सस्पेंड
पाकिस्तानी कैदी पर हमले के बाद कोट बलावल जेल की सुपरिटेंडेंट रजनी सहगल को सस्पेंड कर दिया गया है और राज्य सरकार ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान ने इस मामले में तेवर दिखाते हुए नाराजगी जताई है। पाकिस्तानी उच्चायोग ने इस मामले को उठाया है और अपने अधिकारियों की जम्मू में घायल कैदी से मुलाकात की इजाजत मांगी है। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पाकिस्तान को जवाब देते हुए ट्वीट किया कि कम-से-कम भारत में हमले की जांच होती है और इसके कारण का पता चल जाएगा, पाकिस्तान में तो जांच भी नहीं होती है।अभी यह पता नहीं चल पाया है कि सनाउल्लाह और विनोद कुमार में किस बात को लेकर झड़प हुई। जानकारी के मुताबिक, दोनों कैदी शुक्रवार सुबह एक साथ काम कर रहे थे और इसी दौरान उनकी कहासुनी हुई, जो आगे चलकर झड़प में बदल गई। इसके बाद विनोद ने सनाउल्लाह के सिर पर ईंट और गैंती से हमला कर दिया। उत्तराखंड निवासी विनोद अपने साथी सैनिक की हत्या के एक मामले में दोषी है। उसे भारतीय सेना से कोर्ट मार्शल का सामना करना पड़ा था।
पाकिस्तानी नागरिक सनाउल्लाह 1994 में जम्मू के पास एक बस को विस्फोटकों से उड़ाने का दोषी है। इस ब्लास्ट में 10 लोग मारे गए थे और उसे उम्रकैद की सजा मिली थी। सूत्रों ने बताया कि वह पिछले 17 सालों से कोट बलवाल की जेल में है।