*आइसना का फर्जी बैंक अकाउंट पकड़ाते ही जेल जाने के डर से बौखलाया फर्जी अध्यक्ष*
Times of Crime
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भोपाल। ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन "आइसना" के बैंक खाते से लाखों रुपए के गमन करने वाले की पोल खुल गई है बैंक में फर्जी दस्तावेज आधार पर यह खाता खोला गया जिसको संगठन का माई बाप बनकर स्वम ही अवधेश भार्गव अकेले खाता संचालित कर रहा था। जिसका एटीएम भी जारी करवा लिया था। बैंक में की गई धोखाधड़ी की शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय थाने में शिकायत दर्ज कराई है थाना प्रभारी श्री वाजपेई शीघ्र ही कार्रवाई करने के आश्वासन दिया है
ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन "आइसना" के मध्य प्रदेश के संयोजक विनोद मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री शिव शंकर त्रिपाठी जी के आदेश पर प्रदेश की कमेटी भंग करने के बाद मुझे प्रदेश संयोजक बनाए जाने के पश्चात जब मैंने अपना संगठन का कार्य विधिवत शुुरु किया और प्रदेश संगठन के संपूर्ण दस्तावेज और सदस्यों से संपर्क करना शुरू किया और संगठन के फंड की जानकारी चाहिए पर ज्ञात हुआ है कि संगठन का खाता बैंकों में है और वहा दस वर्षों का एकत्रित राशि बैंक में जमा की गई है। आइसना संगठन का बैंक खाता विजया बैंक लालघाटी शाखा में संचालित किया जा रहा है और समय-समय पर संगठन को प्राप्त होने वाली राशि जमा की गई।
जिसका संपूर्ण हिसाब-किताब संगठन के तत्कालिक अध्यक्ष अवधेश भार्गव और प्रदेश कोषाध्यक्ष आर एस शर्मा द्वारा रखा जाता था। बैंक खाते की जानकारी चाहने पर नवनियुक्त प्रदेश संयोजक विनोद मिश्रा को जानकारी देने से मना कर दिया गया और धमकी दी गई की प्रदेश सयोजक का पद छोड़ दे। संगठन का कार्य विवरण जानकारी नहीं दिए जाने पर प्रदेश संयोजक ने विजया बैंक जाकर यथा स्थिति जानने का कोशिश कि तो आश्चर्यजनक खुलासा हुआ की संगठन में जमा की गई 10 वर्षों की लाखों रुपए की राशि बैंक खाते से नदारत है। सभी राशि अवधेश भार्गव ने समय-समय पर निकाली और निजी उपयोग किया।
बैंक खाते से लाखों रुपए गायब होने पर विनोद मिश्रा ने बैंक मैनेजर सुश्री प्रेरणा जी से जानकारी चाही तो उन्होंने खाते की पूरी जानकारी देते हुए बताया कि अवधेश भार्गव ने आइसना संगठन के दस्तावेज पेश किए हैं और संगठन के प्रदेश महासचिव विनय जी डेविड का हस्ताक्षरयुक्त बैंक में अकाउंट खोलने के लिए एक पत्र भी दिया है जिसके आधार पर बैंक अकाउंट खोला गया। और संगठन के नियमों को दरकिनार करते हुए अवधेश भार्गव मैं अपने शातिर दिमाग लगाकर बैंक कर्मचारियों के साथ सांठगांठ करके संगठन के नियम विरुद्ध अकाउंट खोलते हुए स्वयं अकेले ही इस खाता को संचालित करने का षड्यंत्र किया। एटीएम कार्ड भी प्राप्त कर लिया। ज्ञात हो कि संगठन का बैंक खाता 3 पदाधिकारि अध्यक्ष सचिव और कोषाध्यक्ष के संयुक्ताक्षर के साथ ही बैंक मैं खोल जाता है और किन्हीं दो अध्यक्ष या सेक्रेटरी और कोषाध्यक्ष के सयुक्त हस्ताक्षर से मात्र चेक के द्वारा लेन देन किया जा सकता है ना की एकल पद्धति एक व्यक्ति स द्वारा संचालित किया जा सकता है।
आइसना संगठन में रहे प्रदेश महासचिव विनय जी डेविड से जानकारी चाहने पर उन्होंने बताया कि विजया बैंक लालघाटी शाखा में जो खाता खोला गया है नियम विरुद्ध फर्जी दस्तावेज के आधार पर खोला गया है और बैंक में जमा आइसना के लेटर हेड जमा किया गया है जो पत्र में मेरे हस्ताक्षर से दिए गए हैं वह पूर्ण रूप से फर्जी है पत्र में अवधेश भार्गव ने अपनी मर्जी से मैटर बना कर और महासचिव के फर्जी हस्ताक्षर कर बैंक में अकाउंट खोला है जो धोखाधड़ी जालसाजी 420 का गंभीर कानूनी अपराध है। वही संगठन के राशि का अकेले निकलना संगठन के साथ धोखाधड़ी है। डेविड ने कहा बैंक में मेरे फर्जी हस्ताक्षर करने वालों की शिकायत जल्द की जाएगी।
विजया बैंक लालघाटी शाखा की बैंक मैनेजर उन्होने तुरंत सतर्कता बरतते हुए "ऑल इंडिया स्माल न्यूज पेपर एसोसिएशन" "आइसना* संगठन की शिकायत पर खाते के समस्त भुगतान पर तुरंत रोक लगा कर बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों को सूचित किया और खाते में की गई हेराफेरी षड्यंत्र पर फर्जी दस्तावेज के आधार पर खोले गए अकाउंट संचालित किए जाने वाले अवधेश भार्गव की जाच कर कानूनी कार्रवाई करने के लिए बात कही।
आइसना के प्रदेश संयोजक विनोद मिश्रा ने बैंक में की गई धोखाधड़ी की शिकायत राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं क्षेत्रीय थाने में शिकायत दर्ज कराई है थाना प्रभारी को संपूर्ण जानकारी देते हुए जालसाजी पर संबंधित धाराओं में FIR दर्ज करने एवं भोपाल पुलिस अधीक्षक को लिखित में जानकारी दी है इस संबंध में अधिकारियों ने धोखाधड़ी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।