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लोकसभा चुनाव और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को लगातार मिल रही हार, ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल, गांधी, को चिंता में डाल दिया है कांग्रेस को सत्ता तक पहुंचाने, के लिए उन्होंने अपने पुराने संगठन सेवादल, में नई जान फूंकने, का फैसला कर लिया है
उत्तर प्रदेश के इकाइयों से जुड़े हैं बड़े पदाधिकारी हो का दावा है कि लोकसभा चुनाव से पहले सेवादल, का इस्तेमाल ना केवल पार्टी का जनाधार, बढ़ाने के लिए बल्कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक RSS, की एक मजबूत काट के तौर पर भी सुधरेगा
बड़े नेताओं, का दावा है कि राहुल, गांधी, मानसून सत्र के बाद अपने संसदीय क्षेत्र अमेठी, वह अपनी मां सोनिया गांधी, के संसदीय क्षेत्र रायबरेली, से एक साथ इसकी शुरुआत, कर सकते हैं कांग्रेस विधायक का कहना है कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल, गांधी, कांग्रेस सेवादल, को फिर से शुरुआत, कर सकते हैं जो RSS, को कड़ा टक्कर देगा
कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने कहा कि कांग्रेस सेवादल, सक्रिय रहा तब तक कांग्रेस RSS, का हर चाल का काट आसानी से निकाल लेती थी लेकिन सेवादल, लगातार कमजोर होता गया और rss, मजबूत होता गया कांग्रेस के सूत्र भी बताते हैं कि सेवा दल का इतिहास कांग्रेस जितना, पुराना है इसकी कार्यशैली, बिल्कुल RSS, की तरह है मौजूदा समय में कांग्रेस कार्यवाह, अहम, संगठन मृतप्राय, स्थिति में आ गया है
कांग्रेस सेवा दल का गठन 1923 में हिंदुस्तान सेवादल, के नाम से हुआ था बाद में इसे कांग्रेस सेवादल, का नाम दे दिया गया RSS, की तरह ही कभी कांग्रेस सेवादल पर भी प्रतिबंध लगा था अंग्रेज, हुकूमत, के दौरान वर्ष 1932 से लेकर 1937 तक सेवादल, का प्रतिबंध कर दिया गया था
कांग्रेस के एक पदाधिकारी ने बताया कि आजादी, के बाद से वादन, है कांग्रेस को आगे बढ़ाने की कोशिश की आजादी के बाद सत्ता में काबिज, कांग्रेस को आपात काल के बाद देश के बदले माहौल में जनता पार्टी को सरकार के गठन के बाद सेवादल, की याद आई थी इंदिरा गांधी, ने सेवा दल को खड़ा किया यही नहीं खुद राजीव, गांधी, हैं
सेवादल के शिविर में जाकर 1983 में 7 दिनों का प्रशिक्षण किया था कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के मुखिया राहुल को अब सेवादल, की याद आने लगी हैं ऐसी अटकलें, हैं कि मानसून सत्र के बाद जल्द, ही रायबरेली, से सेवा दल का प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा इसके लिए कांग्रेस के लिए शीर्ष स्तर पर सेवादल, के नाम पर बजट मुहैया, कराने की रणनीति भी तैयार हो गई है