राहुल गांधी को हराकर संसद पहुंची स्मृति ईरानी ने ली मंत्री पद की शपथ |
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश के अमेठी में राहुल गांधी को हराने वाली स्मृति ईरानी मोदी कैबिनेट में शामिल हो गईं. उन्होनें आज शपथ ली. स्मृति ईरानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में पहले भी कई महत्वपूर्ण पद संभाले हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उनके संसदीय क्षेत्र में हराने वाली स्मृति ईरानी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में वापसी की।
मोदी मंत्रीमंडल में स्मृति ईरानी को टेक्सटाइल मिनिस्ट्री की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. वह शिक्षा मंत्रालय और सूचना और प्रसारण मंत्रालय की जिम्मेदारी भी संभाल चुकी हैं.
गांधी परिवार की परंपरागत संसदीय सीट अमेठी इस बार के आम चुनाव में बीजेपी के पास चली गई. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी चुनाव हार गए हैं. बीजेपी प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने उन्हें 55,120 वोटों से परास्त कर इस सीट पर भगवा परचम लहरा दिया है.
अभिनेत्री से नेता बनी ईरानी मोदी सरकार के अधिक दिखने वाले चेहरों में से एक रही हैं और उन्हें अक्सर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दृष्टिकोण को साफगोई से रखने के लिए कहा जाता है।
पांच साल पहले अमेठी से चुनाव हारने के बावजूद, उन्होंने वहां के मतदाताओं के साथ संपर्क में रहकर उनका विश्वास जीता।
2014 में केंद्रीय मंत्रिमंडल में शमिल हुई ईरानी को मानव संसाधन विकास मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई। बाद में वह कपड़ा मंत्रालय चली गईं। बीच में, उन्हें सूचना और प्रसारण मंत्रालय की कमान भी दी गई।
उनकी शैक्षणिक योग्यता को लेकर कांग्रेस ने उन पर हमला किया लेकिन इसका असर उनके चुनावी अभियान पर नहीं पड़ा।
23 मार्च 1976 को जन्मीं ईरानी एक पूर्व मॉडल हैं, जो प्रतिष्ठित टीवी शो ‘क्यूंकि सास भी कभी बहू थी’ में तुलसी विरानी की भूमिका के बाद से मशहूर हुई थीं।
वह 2011 में राज्य सभा के लिए चुनी गई थी।