Wednesday, December 23, 2015

वेबमीडिया के नाम पर बूढ़ी बुआओं का विलाप…!

Toc news
बाला बच्चन दिखायें साहस ये सवाल पूछने का ?
कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने एक सवाल क्या पूछा भोपाली मीडिया के पत्रकार एक—दूसरे के कपड़े फाड़ने पर उतारू हो गये। खुराफाती लोग पड़ गये वेबसाईटों को दिये गये विज्ञापनों के पीछे। इस सब में जो दिग्गज नाम गिरामी लोग थे उनका तो कुछ नहीं लेकिन जो नये काम करने वाले पत्रकार थे उनका सारे मध्यप्रदेश के पत्रकारों ने फोन मैसेज करके जीना मुश्किल कर दिया। ऐसे में मल्हार मीडिया ने वो सवाल उठाये हैं जो वास्तव में पत्रकारिता के हित में खुद पत्रकारों को पूछने चाहिए और बाला बच्चन से उम्मीद की जाती है कि वे इन्हें विधानसभा के अगले सत्र में जरूर उठायें

पत्रकारिता की आढ़ में दलाली और वो सारे काम करने वाले जो गैरवाजिब माने जाते हैं करने वाले लोग न्यूज वेबसाईट्स को लेकर बूढ़ी बुआओं की तरह छाती पीटते नजर आ रहे हैं। अब तक कईयों को सफेद साड़ी पहना चुकी इन बूढ़ी बुआओं का हाजमा इसलिये बिगड़ गया क्योंकि ये लोग स्वीकार ही नहीं कर सकते कि तमाम पत्रकार ईमानदारी से वेबसाईट चलाकर काम करके खुद प्रगति कर सकते हैं और अपना घर चला सकते हैं। यहां सवाल न तो पत्रकारिता की बूढ़ी बुआयें हैं और न इनके सिरमौर बने कांग्रेस विधायक बाला बच्चन।

यहां सवाल यह है कि क्या बाला बच्चन में इतनी ताकत है कि वो दैनिक भास्कर, पत्रिका, नई दुनिया, दैनिक जागरण, स्वदेश, देशबंधु, या वेंटीलेटर पर पड़े मरीजों की तरह निकलने वाले कई छोटे अखबार मैगजीन को मिलने वाले विज्ञापनों के बारे में सवाल पूछ सकते हैं। बाला बच्चन की नासमझी तो इस बात से ही जाहिर हो गई कि उन्हें पता ही नहीं कि वेब मीडिया होता क्या है? उन्होंने अपने सवाल में वेबसाईट, वेबपोर्टल दोनों शब्दों का जिक्र किया है।

बाला बच्चन न तो नये जमाने से सरोकार रखते हैं और न ही नये जमाने के मीडिया से। अपनी विधायकी में रंगे हुये तमाम सारे बाला बच्चनों से निवेदन है कि वो विधानसभा में सवाल लगायें और पूछें कि दैनिक भास्कर और उससे जुड़े अन्य संस्थानों को कितना विज्ञापन मिला। हम जानते हैं इतना करने की क्षमता नहीं है अगर उन्होंने ऐसी गलती की तो उनका हश्र भी वैसा ही हो जायेगा जैसा उन तमाम विधायकों का हुआ जो अब विधायक नहीं हैं। इस समय के राजनेताओं की क्षमता सिर्फ छोटों पर आक्रमण और बड़ों के तलवे सहलाने से ज्यादा नहीं है।

बाला बच्चन से निवेदन है कि अगर वो पत्रकारिता का भला चाहते हैं तो सवाल लगायें और पूछें कि मध्यप्रदेश में ऐसे कितने पत्रकार हैं जिनके उपर गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं। ऐसे कितने पत्रकार हैं जिनके अदालतों से वारंट और स्थायी वारंट जारी हैं और ये रसूख के दम पर अपना साम्राज्य फैलाये हुये हैं।

बाला बच्चन से निवेदन है कि वो ये सवाल भी सरकार से पूछें कि ऐसे कितने लोग हैं जो पत्रकारिता की आढ़ में गलत काम कर रहे हैं साथ ही सरकार से अधिमान्यता भी लिये हुये हैं। अधिमान्यता के सामान्य नियम हैं कि सरकार किसी भी अपराधी को पत्रकार होने का सरकारी तमगा नहीं देगी। वे यह भी पूछें आमतौर पर आवेदन लगाने के कितने समय बाद पत्रकारों को अधिमान्यता आसानी से मिल जाती है नियमों के तहत। लेकिन ऐसा करने के लिये जिस साहस की जरूरत है वो बाला बच्चन में नजर नहीं आता है।

बाला बच्चन पत्रकारों के हित में सवाल लगाकर यह भी पूछें कि ऐसे कितने न्यूज चैनल हैं जो सैटेलाईट पर तो कम और व्हाट्सएप पर ज्यादा नजर आते हैं उनको कितने—कितने विज्ञापन और क्यों चलाये जाते हैं। बाला बच्चन से एक निवेदन और है कि आम श्रमजीवी मेहनतकश खबरों से सरोकार रखने वाले पत्रकारों के हित में वे यह भी पूछें कि ऐसे कितने अखबार हैं जो मजीठिया आयोग की सिफारिशों को लागू किये हुये हैं।

बाला बच्चन सरकार से यह भी पूछें कि क्या आम पत्रकार को वो सभी सुविधायें मिल रही हैं जिसके वे हकदार हैं? नये जमाने के नये वेबमीडिया को लेकर बाला बच्चन ने अपने सवाल के जरिये जो काठ की हांडी चढ़ाई थी वो तो अब जल चुकी है लेकिन सवाल बाला बच्चन की नियत का है।

एक आम पत्रकार के हक में वो ये सवाल भी विधानसभा में पूछें और उन पत्रकारों के खिलाफ कार्यवाही भी करवायें जो दशकों से सरकारी मकानों में कब्जा जमाये बैठे हैं? सरकार से नाममात्र की राशि पर खैरात में जमीन लिये बैठे हैं और उसके बाद सरकारी मकानों का करोड़ों रूपये का किराया भी दबाये बैठे हैं। बाला बच्चन यह भी पूछें कि ऐसे कितने पत्रकार हैं जिन्होंने सरकारी मकान खाली कर दिये जमीनें मिलने के बाद। वे यह भी पूछें जमीन आवंटन के लिये बनाई गई सोसायटियों में पिता अध्यक्ष तो बेटे को भी जमीन मिल गई? मीडिया में बैठे इन बड़े कहे जाने वाले पत्रकारों के बारे में अगर बाला बच्चन खुलासा कर पायेंगे तो बधाई के पात्र होंगे।

लेकिन इतना सब अगर बाला बच्चन पूछ लेंगे तो ये तय है कि वेबसाईटों पर सवाल उठाने वाली मीडिया की बूढ़ी बुआयें बाला बच्चन को अभिमन्यू की तरह चरक्रव्यूह में घेर देंगे। बाला बच्चन पुराने कांग्रेसी नेता हैं उनको उनकी पार्टी के सर्वश्रेष्ठ नेता मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का शासन याद होगा।

विज्ञापन बांटने दिग्विजय सिंह भी किसी से पीछे नहीं थे तब बाला बच्चन भी उस सरकार का हिस्सा हुआ करते थे वो जमाना वेब मीडिया का नहीं था लेकिन तब दिग्विजय सिंह ने बिना रजिस्ट्रेशन वाली तमाम समाचार और आलेख सेवाओं को कैसे उपकृत किया था इसका जवाब बाला बच्चन विधानसभा में 1993 से लेकर अब तक हिसाब मांगें तो दूध का दूध और पानी का पानी करनें में ज्यादा समस्या नहीं होगी।

बाला बच्चन को तत्कालीन मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दौर के पर्चे भी याद होंगे। दिग्विजय सिंह बहुत स्प्ष्ट कहा करते थे पत्रकार मेरे पास चार कामों से आते हैं पहला मकान मांगने दूसरा विज्ञापन मांगने तीसरा पत्नियों की नौकरी लग जायेगा और चौथा तबादले कराने।

अब बाला बच्चन थोड़ा सा साहस जुटायें और सवाल लगाकर पता करें कि वो कौन पत्रकार थे जो कांग्रेस के शासन में पत्नियों की नौकरी तबादले विज्ञापन और मकान लेने में सफल रहे? पत्रकारिता की आढ़ में तमाम गोरखधंधे करने वाले इन लोगों के खुलासे के लिये जरूरी है कि ईश्वर बाला बच्चन को इतना सामर्थ्य दे कि वो इन सारी बातों पर मनन कर सवाल उठा सकें।

ये बातें इसलिये भी लाजिमी हैं कि मध्यप्रदेश में पत्रकारों का एक गिरोह नेताओं से पैसे लेता है सरकारी मकानों पर कब्जा करता है सरकार से सस्ती दरों पर जमीनें लेता है अपनी पत्नियों की सरकारी नौकरियां लगवाता है वक्त—बेवक्त तबादले कराता है और उसके बाद उसकी कोशिश होती है कि कोई आम पत्रकार कभी फलक को देखने की कोशिश भी न कर पाये।

मीडिया में एक वर्ग ऐसा है जो हर चीज को अपनी कमांड में रखना चाहता है। इन्हीं में ये बूढ़ी बुआयें शामिल हैं जो पत्रकारिता के नाम पर दलाली करती हैं। इनकी नैतिकता कहां चली जाती है जब इन पर लिखे सवाल पूछे जाते हैं और खुद के हितों की बात आती है ?

एक बड़ा वर्ग ऐसा भी है पत्रकारों में जो महिला पत्रकारों को आगे बढ़ता नहीं देख सकता। इन्हें महिलायें अपने अधीन काम करते और दूसरों द्वारा तनख्वाह खाने का रोना रोते हुये ही अच्छी लगती हैं तब कोई किसी महिला के हक में खड़ा नहीं होता। तब नैतिकता कहां जाती है। क्यों ये सवाल पहली बार विधानसभा पहुंची महिला पत्रकार से पूछ लिया जाता है अरे आप यहां? क्यों ये सवाल उससे पूछा जाता है कि आपने विज्ञापन पाने के लिये क्या किया? इस क्या किया का आशय क्या था यह सवाल पूछने के अंदाज पर निर्भर करता है। क्या महिलाओं में काबिलियत नहीं कि वो अपने दम पर काम कर सकें?

बात वेबसाईट की है तो बाला बच्चन जी ये जरूर पूछें कि सभी वेबसाइट्स को विज्ञापन देने में समानता क्यों नहीं बरती जाती ?

और आखिर में एक सीधा सवाल उन पत्रकारों से जो खुद को विशुद्ध सही पत्रकार मानते हैं वे ही अपने हक के लिये आवाज क्यों नहीं उठाते क्यों चुप रहते हैं? और जो आवाज उठाता है उसे यह क्यों कहते हैं चलता है ये सब चुप रहो। कहीं न कहीं तो शुरूआत करिये बोलिये। निशाना वेब मीडिया ही क्यों? बाला बच्चन जी पत्रकार हित में आप यह सब पूछेंगे क्या सरकार से ?

मेथोडिस्ट चर्च इण्डिया नरसिंहपुर में संपत्ति को हड़पने साजिश

आईएनएस न्यूज़ नरसिंहपुर रिपोर्टर पप्पी राय।मेथोडिस्ट चर्च इण्डिया नरसिंहपुर में संपत्ति को हड़पने शुरू हुई कवायत।आपको जानकारी के बता दे मेथोडिस्ट चर्च इण्डिया, सोसायटी रजिस्ट्रेशन एक्ट1860 के तहत एक रजिस्टर्ड सोसायटी है और बॉम्बे पब्लिक ट्रस्ट एक्ट के तहत रजिस्टर पब्लिक ट्रस्ट है जिसका उद्देश्य ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते है,जिसमे शिक्षा गरीब और कमजोर वर्गों के सदस्यों को आवास उबलब्ध कराना।नरसिंहपुर ट्रस्ट को आजादी के पूर्व 12 एकड़ जमीन लीज पर दी थी।जोकि मौज कंडेली मैं दर्ज़ है जिसकी मियाफ 31,03,2026 तक है।उपरोक्त भूमि पर डी एस बंगला, एच सी मिशन,स्कूल, आम का बगीचा,और जिसमे रहवासी मकान भी है।इन्ही रहवासी मैं से एक शरद लॉयल का भी मकान है इस सम्पति को गैर ईसाई धर्म के व्यक्ति संस्था फार्म को बेचने की कवायत मैं ट्रस्ट लगा हुआ है।शरद लॉयल ट्रस्ट के इस संपत्ति हथियाने और नाजायज तरीके से संपत्ति को बेचने के विरोध मैं न्यायालय मैं ट्रस्ट के खिलाफ वाद दायर किया है।दिनांक 22,12,15 को व्यवहार न्यायाधीश वर्ग1 नरसिंहपुर के न्यायलय से नोटिस जारी के आदेश किये गए जिसमे ट्रस्ट और शासन को जवाब तलब के लिए आदेश जारी किये गए है।देखना यह है की क्या ट्रस्ट उक्त संपत्ति को अवैध  तरीके से बेचकर लोगों को बेघर बनाकर घोटाला कर पाता है या रहवासियों को न्याय मिलता है। विवादित मेथोडिस्ट ट्रस्ट नरसिंहपुर मामले मैं अधिवक्ता डी आर साहू,शशांक शेखर और शुश्री रंजना यादव पैरवी कर रहे है।

Tuesday, December 22, 2015

बिखरता जीवन संभाला जा सकता है!

Toc News
विभिन्न देशों में, विभिन्न समयों पर, विभिन्न शोधकों के शोधों से यह बात अनेकों बार प्रमाणित हुई है कि-


1. हजारों सालों के वंशानुगत आचरण, अवचेतन में स्थापित जीवन जीने के मानदंडों और प्रचलित सामाजिक व्यवस्था का एक पारिणामिक सच-


"स्त्री, अपने पति या प्रेमी की बुरी आदतों और उसके चरित्र की कमजोरियों को जान लेने के बाद भी, उनकी अनदेखी कर के उसे जीवनभर चाह सकती है। उसके साथ दाम्पत्य और आत्मीय प्रेम सम्बंधों का निर्वाह कर सकने में सफल हो सकती है।"


जबकि इसके ठीक विपरीत-


2. किन्हीं अपवादों को छोड़कर, एक सामान्य पुरुष, स्त्री की व्यवहारगत कमजोरियों, बुरी आदतों और उसके हलके चरित्र को कभी सहन नहीं कर सकता। बेशक उसे इसकी कितनी भी बड़ी कीमत क्यों ना चुकानी पड़े।


परिणामस्वरूप


3. स्त्री, पुरुष को चाहते हुए भी, अपने आप के बारे में बहुत कुछ छिपाने में खुद को पारंगत समझने लगती हैं। पुरुष भी अपनी संगिनी को विश्वास पात्र, वफादार, समर्पित और सद्चरित्र मानकर उस पर गर्व करने लगता है।


लेकिन


4. जिस दिन स्त्री की हकीकत पुरुष के सामने आती है, उन दोनों के जीवन बिखर जाते हैं। स्त्री के पास सुधार के लिए शेष कुछ नहीं बचता है।


और


5. पुरुष के पास जीवन जीने का कोई कारण नहीं बचता है।


दु:खद परिणिती-


6. परिवार बिखर जाते हैं। अनेक पुरुष नशे के आदि हो जाते हैं या आत्महत्या तक कर लेते हैं। मासूम बच्चों का जीवन बर्बाद हो जाता है। जो ज़िंदा रहते हैं-पल-प्रतिपल घुट-घुट कर जीने को विवश हो जाते हैं।


अत: अब जबकि सामाजिक और पारिवारिक मूल्य विखण्डित हो रहे हैं, जिन्हें सुधारवादी बदलाव कहते हैं। बेहतर और जरूरी है, बल्कि अपरिहार्य है कि-


7. स्त्री और पुरुष या प्रेमी-युगल इस बात को समझें कि समय और हालातों के अनुसार अपने सोचने और जीने तरीकों और आदतों में यथासम्भव सजगता लाएं और अधिक सजग तथा पारदर्शी जीवन जियें। आपसी विश्वास खोकर एक साथ और एक छत के नीचे रहते हुए-

एक-दूसरे के दिल में बसकर-

प्रेममय,

सजग

और

सफल

जीवन की कामना असम्भव है।


अंतिम बात-

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स्त्री और पुरुष दोनों का सोचने का ढंग मूल रूप मनोसामाजिक एवं आनुवांशिक समाजीकरण का परिणाम है। जिसके लिये सम्पूर्ण रूप से उनको दोषी नहीं ठहराया जा सकता। लेकिन आज जबकि हम हर एक क्षेत्र में बदल रहे हैं। बदलने का तत्पर हैं। ऐसे में यह अपेक्षा की जाती है कि—

''एक दूसरे के प्रति-सम्मान का भाव, निष्ठा, विश्वास, पारदर्शिता और निष्कपट स्नेह दाम्पत्य और प्रेम—युगल के प्रेमरस की कुंजी एवं पुख्ता आधारशिला हैं। अत: आज तक हम से जो हो चुका, सो चुका या जो खो चुका, सो खो चुका। अब उसका रोना छोड़कर या उसे दुस्वप्न की भांति भुलाकर शेष बचे जीवन को तो संभाला ही जा सकता है। क्योंकि वर्तमान ही सत्य है।

नोट : आपको यह सन्देश व्यक्तिगत रूप से नहीं, बल्कि ब्रॉड कॉस्टिंग सिस्टम के जरिये भेजा गया है। अत: यदि आपको किसी भी प्रकार की आपत्ति हो तो, कृपया अवगत करावें। आगे से आपको ऐसा कोई सन्देश नहीं भेजा जायेगा।

शुभाकांक्षी और स्नेही

डॉ. पुरुषोत्तम मीणा 'निरंकुश'

9875066111

गायत्री अस्पताल सील बांदरी सागर के वास्तविक चित्र

गायत्री अस्पताल सील बांदरी सागर
फर्जी डा. जयराम यादव संचालक










बांदरी के अवैध अस्पताल में बीएमओ कंसल्टेंट धर्मेन्द्र श्रीवास्तव, बीएमसी के डॉक्टर स्पेशलिस्ट

फर्जी " गायत्री अस्पताल " बांदरी, सागर सील


स्वास्थ्य विभाग खुद पाल रहा झोलाछाप डॉक्टर, अवैध अस्पताल 
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भास्कर संवाददाता | सागर 
जिले में चल रहे अवैध अस्पतालों और झोलाछाप डाॅक्टरों को स्वास्थ्य विभाग खुद ही पाल रहा है। हाल ही में मालथौन ब्लॉक के बांदरी में एक अवैध अस्पताल चलाए जाने का खुलासा हुआ है। इस अस्पताल की जांच का जिम्मा सीएमएचओ डॉ. दिनेश कौशल ने बीएमओ मालथौन डॉ. धर्मेंद्र श्रीवास्तव को सौंपा है। गायत्री अस्पताल नाम से चल रहे इस अस्पताल के पर्चे में बीएमओ डॉ. श्रीवास्तव का नाम कंसल्टेंट डॉक्टर के नाम की जगह शुमार है। एक हफ्ते पहले बीएमओ ने इस अस्पताल की तहसीलदार सहित अन्य अफसरों के साथ जांच की थी। जांच के दौरान अस्पताल में अवैध रूप से मेडिकल स्टोर का संचालन पाया गया था। हालांकि अस्पताल का भी स्वास्थ्य विभाग में रजिस्ट्रेशन नहीं है। इसके बाद भी अफसरों ने अस्पताल प्रबंधन और संचालकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। बल्कि एक हफ्ते का समय दिया। इससे पूरी जांच संदेह के दायरे में आ गई है। हालांकि बीएमओ किसी भी तरह का अस्पताल से अनुबंध होने से इंकार कर रहे हैं। जबकि अस्पताल में उनके रोजाना सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक बैठने की जानकारी दी गई है। फिर भी अब तक अस्पताल पर कार्रवाई नहीं किया जाना उनकी भूमिका पर सवाल खड़े कर रहा है। 

मेडिकल के डॉक्टर स्पेशलिस्टों की सूची में : अस्पताल के पर्चे में बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. मनीष जैन तथा असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. विशाल गजभिए का नाम भी स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की सूची में शुमार है। इसके अलावा डॉ. किरण माहेश्वरी, डॉ. राकेश शर्मा जैसे जाने माने डॉक्टरों के नाम हैं। डॉ. जयराम सिंह का नाम भी पर्चे पर है। जानकारों के अनुसार जयराम कंपाउंडर है। 

Ãमेरा गायत्री अस्पताल से कोई संबंध नहीं है और न ही कोई अनुबंध है। किसी ने मुझे फोन पर इस बात की जानकारी दी है कि मेरा नाम अस्पताल के पर्चे में लिखा है। मैं अभी भोपाल से लौट रहा हूं। रास्ते में हूं। इस बात का पता कर रहा हूं कि यह कैसे हुआ। इसके बाद आपको बताऊंगा। - डॉ. विशाल गजभिए, असिस्टेंट प्रोफेसर, बीएमसी सागर 

मैंने लीगल नोटिस दिया है 
Ãमैं तो करीब ढाई माह पहले अस्पताल के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में गया था। अभी कुछ दिन पहले मुझे पता चला है कि अस्पताल के संचालकों ने मेरा नाम अस्पताल के पर्चे में लिख रखा है। मैंने संचालकों को इस संबंध में लीगल नोटिस जारी किया है। - डॉ. मनीष जैन, उपाधीक्षक, बीएमसी सागर 

 बांदरी की गायत्री अस्पताल की जांच का क्या हुआ? 

- समय-सीमा पूरी हो गई है। सोमवार को दस्तावेज मांगे जाएंगे। नहीं दिखा पाएंगे तो सील कर दी जाएगी अस्पताल। 

 आप अस्पताल की जांच कर रहे हैं। आपने क्या जांच की? 

- मैं जब अस्पताल की जांच करने अफसरों के साथ गया था, तब वहां कोई बोर्ड नहीं लगा था। न ही मेरा नाम लिखे पर्चे पाए गए थे। 

 आपका अस्पताल से कोई अनुबंध है? 

- नहीं मेरा कोई अनुबंध नहीं है। 

 फिर आपका नाम पर्चे पर कैसे आ गया? 

- मैं नहीं जानता, उसमें तो बीएमसी के डॉक्टरों के भी नाम हैं। मैंने अस्पताल में कदम नहीं रखा। 

 आप बांदरी में कब थे और यह अस्पताल कब खुला? 

- मैं तो जून माह में बांदरी से मालथौन आ गया था। अस्पताल करीब डेढ़ से दो माह पहले खुला है। मेरा नाम इस्तेमाल करने के लिए मैं अस्पताल के संचालक को नोटिस दे रहा हूं। 

 अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की? 

- नियमों के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। यदि जरूरी दस्तावेज नहीं दिखा पाए तो सोमवार को अस्पताल सील हो जाएगा। 

 बांदरी में चल रहे अवैध अस्पताल के मामले में क्या हुआ? 

- उसकी जांच करने के लिए बीएमओ धर्मेंद्र श्रीवास्तव को जिम्मेदारी सौंपी है। 

 बीएमओ इस अस्पताल में कंसल्टिंग डॉक्टर की हैसियत से काम कर रहे हैं आपको जानकारी है या नहीं?

- पहले मुझे पता नहीं था। मुझे अभी इसकी जानकारी मिली है। मैंने बीएमओ से स्पष्टीकरण मांगा है। उसका कहना है कि अस्पताल ने उसका नाम बिना सूचना दिए उपयोग किया है। 

 बीएमओ के खिलाफ कोई कार्रवाई करेंगे? 

- मैं खुद मामले की जांच करूंगा। बांदरी बगल में ही है। अस्पताल अवैध पाया गया तो सील किया जाएगा। बीएमओ दोषी पाया गया तो कार्रवाई होगी। अस्पताल संचालक ने हौम्योपैथी अस्पताल के लिए आवेदन किया है। यह देखना है कि वहां सुविधाएं क्या-क्या दी जा रही हैं। यदि वहां एक भी पलंग रखा है तो वह अस्पताल की श्रेणी में आएगा जो गलत है। 

मेरा कोई अनुबंध नहीं, अस्पताल में कदम तक नहीं रखा 

डॉ. धर्मेंद्र श्रीवास्तव, बीएमओ मालथौन 

बांदरी बगल में ही है, मैं खुद जांच कर आऊंगा 
डॉ. दिनेश कौशल, सीएमएचओ, सागर 

गायत्री अस्पताल में बीएमओ और बीएमसी के डॉक्टरों के नाम कंसल्टेंट में

सागर (ब्यूरो)। स्वास्थ्य मंत्री के प्रभार वाले जिले सागर के बांदरी में बगैर रजिस्ट्रेशन के फर्जी तरीके से नर्सिंग होम संचालित हो रहा है। सात दिन पहले निरीक्षण और हिदायत के बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने शनिवार तक कोई कार्रवाई नहीं की है। बांदरी में बीएचएमएस डॉक्टर सुरेंद्र प्रजापति ने गायत्री अस्पताल के नाम से दो मंजिला नर्सिंग होम खोल रखा है। इसके बेसमेंट में मेडिकल स्टोर सहित एक्स-रे रूम व पैथोलॉजी तक की सुविधा दी गई है। स्वास्थ्य विभाग के नियमानुसार, कोई भी होम्योपैथी डॉक्टर एलोपैथी का इलाज नहीं कर सकता, जबकि बांदरी में डॉ. सुरेंद्र प्रजापति ने बगैर एमबीबीएस किए नर्सिंग होम ही खोल लिया। बगैर रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलाजिस्ट और फॉर्मासिस्ट के ही अस्पताल में एक्सरे, पैथोलॉजी व मेडिकल स्टोर तक शुरू कर लिया है। होम्योपैथी क्लीनिक का रजिट्रेशन करायास्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, मामला सामने आने के बाद 12 दिसंबर को नायब तहसीलदार मालथौन, बांदरी थाना प्रभारी और बीएमसी डॉ. धर्मेंद्र श्रीवास्तव ने गायत्री अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान भी गायत्री अस्पताल का पंजीयन या रजिस्ट्रेशन कुछ नही था

Monday, December 21, 2015

और ये हैं नामी गिरामी पत्रकार जिन्होंने रिश्तेदारों के नाम से हथियाये 150 करोड़ रुपये शिवराज से

और ये हैं नामी गिरामी पत्रकार जिन्होंने रिश्तेदारों के नाम से हथियाये 150 करोड़ रुपये शिवराज से

जनसंपर्क विभाग द्वारा 150 करोड़ के विज्ञापन नामी गिरामी पत्रकारों को मनमाने तरीके से बॉटे जाने का समाचार खबरनेशन. कॉम ने प्रसारित किया था । 235 वेबसाईट/वेबपोर्टलों को साढ़े चार साल में लगभग सवा बारह करोड़ रूपए के विज्ञापन नियमविरूद्ध तरीके से बॉट दिए गये । इसी प्रकार 70 न्यूज चैनलों को लगभग 72 करोड़ रूपए और क्षेत्रीय प्रचार के नाम पर लगभग 58 करोड़ फूँक  दिए गये । 235 वेबसाईट में से मात्र 25 वेबसाईट ऐसी हैं जो नियमित पत्रकारिता कर रही हैं। 210 वेबसाईट के संचालक नामी गिरामी पत्रकारों के रिश्तेदार या जनसंपर्क विभाग के सेवा निवृत्त अधिकारी हैं, जिन्हें भारी भरकम विज्ञापन  दिए गये हैं। कुछ डमी पत्रकारों के तौर पर भाजपा के प्रभावशाली नेताओं से जुड़े लोग भी हैं।

मध्यप्रदेश विधानसभा में जनसंपर्क विभाग से इस बारे में सवाल करने वाले काँग्रेस विधायक बाला बच्चन का कहना हैं कि यह सारा पैसा मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि बचाये रखने के नाम पर हथियाया गया हैं । इस मामले में अपने लोगों को उपकृत करने , भारी कमीशन खोरी से इंकार नहीं किया जा सकता । श्री बच्चन ने कहा कि सूची में शामिल कुछ लोग बाजिब हैं जिनको विज्ञापन दिये जाने का हम स्वागत करतें हैं , लेकिन सूची में शामिल कई नाम संन्देहास्पद हैं । कांग्रेस विधायक बाला बच्चन के प्रश्न क्रमांक 283 के जवाब में सरकार द्वारा पेश सूची में किसकों कितना विज्ञापन दिया गया हैं, उन वेबसाईट और वेबपोर्टलों की जानकारी इस प्रकार हैं।

आरूषी न्यूज नेटवर्क भोपाल को 18 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 19, 45 बंगले से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सुरेश मेहरोत्रा हैं। यह वेबसाईट लगभग 15 वर्ष पूर्व से व्हिस्पर इन कॉरीडोर डॉट कॉम के नाम से प्रशासनिक समाचारों को प्रसारित करने वाली सबसे बढ़िया वेबपोर्टल हैं।

एफ 45/2, साऊथ टी.टी.नगर से संचालित तीन बेबसाईट के मालिक  सरमन नगेले और सुनीता नगेले हैं।

वेबसाईट एम.पी. पोस्ट भोपाल को 9 लाख 20 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।

सोशल मीडिया डॉट कॉम को 4 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं ।

भारत ई सेवा डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।

पचास हजार रूपए के विज्ञापन

इंदौर से संचालित खबरनेशन डॉट कॉम जो इस समाचार का खुलासा कर रही हैं। को विगत चार साल में 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। जिसे नीति चतुर्वेदी द्वारा संचालित किया जाता हैं।

स्टार  बिग अड्डा डॉट कॉम के नवनीत लाड़के को मात्र 25 हजार रूपए

सावित्री  का संसार डॉट कॉम को 40 हजार रूपए  नीतू सिंह भोपाल

विज न्यूज डॉट इन को 10 हजार रूपए आशीष रत्न पारखे, भोपाल

समाचार युग डॉट कॉम को मात्र 10 हजार रूपए भावतोश कोन्टू  भोपाल

दैनिक न्यूज एक्सप्रेस डॉट कॉम को 15 हजार रूपए  भोपाल  उमेश त्रिपाठी

खबर ही खबर डॉट कॉम को 30 हजार रूपए अंशुल विश्वकर्मा  भोपाल

टूडे इंडिया डॉट कॉम भोपाल को पचास हजार रूपए  उपेन्द्र तिवारी

द ब्यूरोक्रेट डॉट कॉम भोपाल को 40 हजार रूपए  भोपाल  सोमदत्त शास्त्री

ई खबर डॉट इन भोपाल को  15000 दामोदर सिंह राजावत

अपना मध्यप्रदेश डॉट कॉम भोपाल को 10 हजार रूपए दामोदर सिंह राजावत

सतना न्यूज डॉट नेट भोपाल को 23 हजार 877 रूपए सुमन द्विवेदी

श्रीजी न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 40 हजार रूपए अभिनव दुबे

जॉब न्यूज वर्ल्ड डॉट कॉम भोपाल को 15 हजार  रीवा रमाकान्त दुबे

एम पी लीक्स डॉट इन को 15000 रुपये  इसे कोई हेमा नाम की महिला संचालित करती हैं ।

इनक्वेस्ट डॉट ओ आर जी डॉट इन को 45000 सुष्मा मथाई

न्यूजमेकर इंड़िंया डॉट कॉम इंदौर को तीस हजार रुपये  रित्विक मिश्रा

इंड़ियन टेण्डर डॉट नेट को तीस हजार रुपये   राधिका वीरेन्द्र

इंड़ियन एक्सप्रेस 24 डॉट कॉम को पच्चीस हजार रुपये  भोपाल से वीना उपाध्याय

एबीपी स्टार न्यूज डॉट कॉम  के संचालक अनिल कुमार सिंग को 30 हजार रूपए  भोपाल

समाचार विचार डॉट कॉम को 45 हजार रूपए जबलपुर के चैतन्य भट्ट

पल पल इंडिया डॉट कॉम को 50 हजार रुपये सीमा अभिमनोज जबलपुर

खिलवाड़ डॉट कॉम को  50 हजार रूपए खिलवाड भोपाल

नेशनल आज डॉट कॉम को 20 हजार रूपए  भोपाल  कल्पना शर्मा

दुनिया की हलचल डॉट कॉम को 10 हजार रूपए भोपाल के.के. प्यासी

भोपाल समाचार डॉट कॉम को 15 हजार रूपए उपदेश अवस्थी  भोपाल

इंडिया लुक डॉट कॉम को 10 हजार रूपए प्रतीक पवार भोपाल

प्रवेश न्यूज डॉट इन भोपाल को 40 हजार रूपए मनीष अग्रवाल

जर्नलिस्ट रिव्यूज़ डॉट कॉम को 25 हजार रूपए शान्तनु बिसाड़िया  भोपाल

शाइनिंग भारत डॉट कॉम को 15 हजार रूपए  मोनिका झा

भारतीय किसान डॉट कॉम को 55 हजार रूपए  भोपाल शिशुपाल सिंह तोमर

2 लाख रूपए के विज्ञापन

इंटरनेशनल न्यूज एंड व्यूज़ डॉट कॉम को 1 लाख रूपए  दिल्ली  जाकिर हुसैन

समाचार दुनिया डॉट कॉम को एक लाख दस हजार  गौरव सिंह राजपूत

जनप्रचार डॉट कॉम को 1 लाख रूपए भोपाल रवि शंकर अवस्थी

इंडियन न्यूज लाइव डॉट कॉम को 80 हजार रूपए  दानिश शाहमिनी  भोपाल

न्यूज इंडिया पोस्ट डॉट कॉम को 75 हजार रूपए  रीता सिंह  भोपाल

लोकल इन्दौर डॉट कॉम को 75 हजार रूपए  विकास  यादव  इन्दौर

एन एस पी न्यूज डॉट इन को 60 हजार रूपए  अमित कुमार ओन्देला नरसिंहपुर

क्लिक फोटो न्यूज डॉट कॉम को 70 हजार रूपए  राकेश सिंह

सत्यमेव जयते डॉट ओ आर जी को नब्बे हजार रुपये भोपाल की मोनालिसा पाण्डें

गर्भनाल ई- पत्रिका भोपाल को 72 हजार रूपए  सुष्मा शर्मा

क्लिक न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 75 हजार रूपए  राजीव वशिष्ट

युवासंसार डॉट नेट भोपाल को 75 हजार रूपए आरती गुप्ता

कोबरा डॉट कॉम भोपाल को 75 हजार रूपए हेमेन्द्र तिवारी

प्रदेश टूडे डॉट कॉम भोपाल को 75 हजार रूपए  मध्यप्रदेश टूडे मीडिया प्रा. लि.

लोकयान डॉट इन ग्वालियर भोपाल को 75 हजार रूपए संजय कुमार शर्मा

पर्यावरण विमर्श डॉट कॉम दिल्ली को 75 हजार रूपए  रंजना मिश्रा

योगा हेल्थ डॉट इन भोपाल को 75 हजार रूपए सुनील पाण्डेय

खजुराहो डॉट कॉम भोपाल को 75 हजार रूपए दामोदर सिंह राजावत

एम.पी. बुन्देली डॉट कॉम भोपाल को 2 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ. 118/23 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता धर्मेन्द्र सिंह ठाकुर हैं।

एस आर पत्रिका डॉट कॉम को 1 लाख 80 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किये गये। इसे संजय रायजादा एफ 8/10, चार इमली भोपाल से संचालित किया जा रहा हैं।

एन डब्लू न्यूज डॉट इन को 1 लाख 80 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे ए-182, शाहपुरा भोपाल से राजेश सिरोठिया द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

न्यूज पोर्टल डॉट नेट डॉट इन को 1 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 8/23 चार इमली भोपाल से इसे कंचन चतुर्वेदी द्वारा संचालित किया जाता हैं।

जनहित मिशन डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इसके संचालन कर्ता श्री प्रकाश दीक्षित हैं जो  जनसंपर्क विभाग से सेवानिवृत्त हुए हैं। श्री दीक्षित इसे 108, जी.वी. हाईट्स, आर्शीवाद कॉलोनी कोलार रोड भोपाल से संचालित करते हैं।

समाचार एम पी डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 524 सांईनाथ नगर भोपाल से इसे अलका तिवारी द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

न्यूज बुन्देलखण्ड डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एल आई जी 75 कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल से इसे अर्चना चतुर्वेदी संचालित करती हैं।

टारगेट मीडिया विजन डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये। 36 कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल से इसे सरोज जोशी संचालित करती हैं।

मल्हार मीडिया डॉट कॉम को 1 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 201-बी कृष्णा कॉम्प्लेक्स प्रियंका नगर भोपाल से इसे ममता यादव द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

एम पी ई खबर डॉट कॉम को एक लाख पच्चीस हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे सी. एम 43, सी सेक्टर शाहपुरा भोपाल से चन्दन वैष्णव संचालित करते हैं।

यू.एन.आई. भोपाल को 6 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 9, रफी मार्ग से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता यूनाईटेड न्यूज ऑफ इन्डिया हैं। जो भारत की सर्वश्रेष्ठ समाचार सेवा के तौर पर जानी जाती हैं। देश के प्रत्येक समाचार पत्र को डीएवीपी की विज्ञापन सूची में शामिल होने के लिए इस संस्थान की या पी टी आई की सेवा लेना अनिवार्य रहता हैं।

प्रतिवाद डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।एच-83,शहंशाह गार्डन रायसेन रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता दीपक शर्मा हैं।

माय न्यूज डॉट इन भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 101/19 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता वेदव्रत्त गिरि हैं।

वेबसाईट भारतीय डॉट कॉम भोपाल को 15 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 43,45 बंगले न्यूज मार्केट से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता विजय कुमार तिवारी हैं।

मेट्रोमिरर डॉट कॉम भोपाल को 11 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। फ्लेट नं. 1, एलोरा अपार्ट्स, लाला लाजपत राय सोसाइटी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता ब्रेन पावर मीडिया इन्डिया प्रा. लि. हैं।

अलर्ट न्यूज डॉट इनफो. भोपाल को 5 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी-2, शास्त्री नगर, जवाहर चौक से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता न्यूज हैं।

बिच्छू डॉट कॉम भोपाल को पॉच लाख 20 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इस संस्थान के कर्ताधर्ता अवधेश बजाज हैं।

पी आई सी एम.पी. डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। अलकनंदा कॉम्प्लेक्स, एम.पी. नगर ज़ोन 1, से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रेस इन्फर्मेशन सेंटर हैं।

एम.पी. न्यूज फ्लेश डॉट कॉम भोपाल को 11 लाख 55 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ-1 प्लॉट नं. 19 कमर्शियल, प्रग्या सागर अपार्टमेन्ट से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता वैशाली वाल्दे हैं।

एम.पी.मनी डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।एफ-88/35 तुलसी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता स्मार्ट फेस कन्सलटेन्सी प्रा.लि. हैं।

एम.पी. न्यूज ऑनलाइन डॉट कॉम भोपाल को  17 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 31, आकाश नगर, कोटरा सुल्तानबाद से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता मिनी शर्मा हैं।

एम.पी. न्यूज डॉट इन भोपाल को 8 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।1 126, एस.एफ.एस. कॉलोनी, अग्रवाल फॉर्म से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राकेश कुमार श्रीवास्तव हैं।

खबरबाज डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जी- 99/53, तुलसी नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता आलोक कुलश्रेष्ठ हैं।

प्रकल्प डॉट आर्गेनाईजेशन इन भोपाल को 10 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 26, भागसीपुरा, उज्जैन म.प्र. से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता नवीन जोशी हैं।

न्यूज फॉयर ऑनलाइन भोपाल को 8 लाख  75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।8, बेटवा अपार्टमेन्ट न्यू मार्केट टी.टी.नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अवधूत श्री नित्यानंद जनकल्याण समीति हैं।

अद्वितीय डॉट कॉम भोपाल को 2 लाख 10 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 3/2, छोटा सराफा उज्जैन से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सुदर्शन सोनी हैं।

आधीदुनिया डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 104, सिल्वर ट्यूलिप अपार्टमेन्ट गुलमोहर कॉलोनी भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता नम्रता जोशी हैं।

टाइम्स टी.वी.भोपाल को 4 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 432, सुदामा नगर गोविन्दपुरा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मोहम्मद आज़म खान हैं।

क्रियेशन एण्ड प्रोजेक्शन डॉट कॉम भोपाल को 9 लाख रुपए के विज्ञापन दिये गये हैं। जी 2 प्लॉट नं. 368, चाणक्य अपार्टमेन्ट , सर्वधर्म बी. से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अमिताभ अग्निहोत्री हैं।

इनसाईट टी.वी. न्यूज नेटवर्क भोपाल को 34 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 314, 3 फ्लोर, आकांक्षा बिल्डिंग प्लॉट नं. 2, प्रेस से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता इनसाईट टी.वी. न्यूज प्रा. लि. हैं।

मंत्रालय डॉट इन भोपाल को 10 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 314, 3 फ्लोर, आकांक्षा बिल्डिंग प्लॉट नं. 2, प्रेस से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता इनसाइट टी.वी. न्यूज नेटवर्क प्रा. लि. हैं।

विजन एम.पी. डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।शॉप नं. 12, रिलाइबल प्लाज़ा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता विजन एम.पी. डॉट कॉम हैं।

घमासान डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ए 17 किला मेदान आर.डी. इन्दौर से संचालित इस संस्थान की के कर्ताधर्ता वन्दना राठौर हैं।

एम.पी. डॉक्टर्स डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 98 अफजल कॉलोनी जिन्शी भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता समीना खान हैं।

दखल डॉट नेट भोपाल को 19 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 68 डी., आकृति गार्डन, नेहरू नगर से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता श्रुति अनुराग उपाध्याय हैं.

दृष्टिकोण डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई-100/25, शिवाजी नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता निपुन शर्मा हैं।

आपका भोपाल डॉट कॉम भोपाल को 3 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एम. 20 एम.आई.जी. प्लेट्स, बी.डी. ए शॉपिंग कम रेसीडेन्सी भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता रोहन राजन हैं।

सिटी भोपाल डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 30 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी-8 एच.आई.जी. धनवन्तरी परिसर ई 7 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता विनोद कुमार शर्मा हैं।

कॉर्टून्स बाई इरफान डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। डी-2, लवली अपार्टमेन्ट्स, फेस-1 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मोहम्मद इरफान खान हैं।

बवन्डर डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ.5/1, चार इमली से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता साधना हैं।

शब्द दीप डॉट कॉम भोपाल को 9 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।  एफ.-2 स्वातिक अपार्टमेन्ट्स,ई 8/57, त्रिलोचन नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता शब्ददीप समीति हैं।

एफ.एम.पी.सी.सी.आई. डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 12 ए उद्योग भवन मालवीय नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता  फ्रेडरेशन ऑफ एम.पी. चेम्बर ऑफ कमर्शियल एण्ड इन्डीविजल हैं।

वेबखबर डॉट कॉम भोपाल को 11 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ-49/25, गवर्नमेंट अवस, साऊथ टी.टी. नगर से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता पूनम भट्नागर हैं।

मध्यभारत डॉट नेट भोपाल को 17 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। डी.के.-3 आई.पी.एस. बंगले दनिश कुंज कोलार रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता शेफाली गुप्ता हैं।

कोलॉर न्यूज डॉट नेट भोपाल को 10 लाख 7500 रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस बी 6 ड्रीम होम्स, नियर कम्फर्ट स्कूल सनखेडी से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता शेफाली गुप्ता हैं।

नम्बीसन्स डॉट कॉम भोपाल को 9 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 124/17 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता समीता निशान्त नम्बीसन हैं।

राष्ट्रवाद डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस-202, सुख-शांति अपार्टमेन्ट, कोलार रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मिलिन्द देसाई हैं।

ब्यूरोक्रेसी टूडे डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 2 बिग सिटी हाउस कस्तुरबा गांधी मार्ग कॉननाउट प्लेस से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता आलिया प्रोडक्शन प्रा. लि.हैं।

खो़जखबर न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 85 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस नं. 280, खानू गोन, वी.आई.पी. रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अतुल्ला फैजान हैं।

समाचार लाईन डॉट कॉम उज्जैन को 6 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। श्याम समृति भवन पल्टन एरिया से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रकाश त्रिवेदी हैं।

डेली हिन्दी न्यूज डॉट कॉम सागर को रूपए7 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। शांति  विहार कॉलोनी रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता संजय कुमार करीर हैं।

आईना ऑनलाईन डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 90/57 तुलसी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता कंचन चतुर्वेदी हैं।

एम.पी. समाचार डॉट को इन भोपाल को 7 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एच नं. 31 महादेव मंदिर रोड पुष्पांजली से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता कल्पना सक्सेना हैं।

दिशा न्यूज डॉट इन भोपाल को 6 लाख 80 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। बी.-1602 इन्टरफेस हाईट्स ऑफ लिंक रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मनोज कलाप्पुराकल शशिधारन हैं।

एम.पी. बिजनेस लाईन डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 4बी लवलोक अपार्टमेन्ट्स 1बी लवलोक प्लेस से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सुधीर कुमार सिंह हैं।

इंडिया न्यूज एंड व्यू डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एम./एस. नौगांव मेडिकल स्टोर, एस नौगांव छतरपुर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राजेश कुमार अग्निहोत्री हैं।

फैलान डॉट कॉम भोपाल को 18 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। वार्ड नं. 2 फ्रंट ऑफ क्लाव, नौगांव छतरपुर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रखर अग्निहोत्री हैं।

सेवा डॉट कॉम ऑनलाईन न्यूज को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 2/3 अम्बर कॉम्प्लेक्स, जोन 2 एम.पी. नगर भोपाल से इसे रामदुलारे संचालित कर रहे  हैं।

एम.पी.न्यूज 24×7  डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 5 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस-1200, नेहरू नगर से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता विनीता ठाकुर हैं।

बिग ब्रेकिंग डॉट कॉम इंदौर को 8 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 47, कालिन्दी मिड टॉउन, बाइ पास रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राजा शर्मा हैं।

मंत्रालय न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जी 3/381, गुलमोहर कॉलोनी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता आशीष चौधरी हैं।

व्यापार  गणेश डॉट कॉम भोपाल को 5 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई एल 271 नेहरू नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता देवेन्द्र कुमार मिश्रा हैं।

ई खबर टूडे डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 45 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 48, राजस्व कॉलोनी रतलाम से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता तुषार कोठारी  हैं।

विधायक न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 14 लाख 45 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।टी.-3, अल्तमश अपार्टमेन्ट से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता हुस्न राजा हैं।

जागृत मध्यप्रदेश डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 83/43 तुलसी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता रश्मि पाण्डे हैं.

स्पीड समाचार डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाऊस नं. 04 बाफना कॉलोनी बेरासिया रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता संतोष कुमार हैं।

नया सबेरा डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाऊस नं. 129, फेस 2 कैलाश नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता नया सवेरा डॉट कॉम हैं।

खबर इन्डिया डॉट आर्ग को 21 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। डी- 3/496, दानिश नगर होशंगाबाद रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अश्विनी रॉय हैं।

खरीखरी डॉट नेट भोपाल को 16 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 5/11 चार इमली भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता सुमन त्रिपाठी हैं।

न्यूज फर्स्ट डॉट ऑर्ग भोपाल को 18 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। डी- 135, फेस 1,अयोध्या नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता हरि दयाल पटेरिया हैं।

नो टू पॉलिटिक्स डॉट कॉम भोपाल को 18 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 135 डीम अयोध्या नगर सेक्टर हुजूर भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता अर्चना हैं।

बर्निंग न्यूज डॉट ऑर्ग भोपाल को 20 लाख 70 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 403, न्यू सुभाष नगर से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता सुमन शर्मा हैं।

टूडे एम.पी.डॉट कॉम भोपाल को 5 लाख 55 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी 216, शाहपुरा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सीमा द्विवेदी हैं।

द भोपाल पोस्ट डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 101/15 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राज कुमार केसवानी हैं।

न्यूज रूम 24×7  डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई-7/26 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता ललित शास्त्री हैं।

न्यूज व्यू डॉट कॉम भोपाल को  8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 14 बंगला, प्लॉट नं. 8, मालवीय नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रमोद भारद्वाज हैं।

ई.एम.एस.टी.वी. डॉट इन भोपाल को 5 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 455, हनुमानताल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सनत कुमार जैन हैं।

खबरमेल डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ- 48/28 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राजेश पाण्डेय हैं।

खबरो का खुलासा डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी 12, शास्त्री नगर, जवाहर चौक से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता भारती बुधवानी हैं।

इन्डियनट्रीबॉल्स डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 275, पंकी, स्वराज्य नगर सी ब्लॉक से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राकेश ठाकुर हैं.

शंखनाद डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एल.आई.जी. भारती निकेतन, गोविन्दपुरा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रतुल पराशर हैं।

देश भक्ति डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। नबाब बाग भिन्ड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मिजाजी लाल जैन हैं।

न्यूज आज डॉट इन भोपाल को 15 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई-33, 45 बंगला से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अरून कुमार भण्डारी हैं।

सचिवालय डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 1, संजय कॉलोनी, बी/एट शिव मंदिर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सुशील शर्मा हैं।

नेशन न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 25, चर्च रोड जहांगीराबाद से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता उमेश यादव हैं।

सबकी खबर डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 10/बी प्रोफेश्नल कॉलोनी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता रविन्द्र जैन हैं।

एम.पी.न्यूज टूडे डॉट इन भोपाल को 9 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।एम.आई.जी.-10 त्रिवेणी कॉम्प्लेक्स, न्यू मार्केट से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता धर्मेश जैन हैं।

फोटो न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 303, अभिलाषा अपार्टमेंट ए सेक्टर सर्वधर्म से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता देवेन्द्र दुबे हैं।

सर यू आबसर्व डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 89, अशोक विहार से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता हरि हरानंद मीडिया प्रा. लि.हैं।

टाऊन विन्डो डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। प्लॉट नं. 83 टॉप फ्लोर जोन 2 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता टाऊन विन्डो एण्ड को. हैं।

खरी न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एफ 31 वर्धमान ग्रीन पार्क अशोका गार्डन भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता विनय द्विवेदी हैं।

सरकारी गपशप डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 95 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।7 रूद्रधाम रत्नेश्वर रोड रतलाम से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता हरीश शर्मा हैं।

हिन्दी न्यूज मेल डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 478/16, बीएट पी के स्कूल गली नं. 3 उर्हट से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता प्रदीप शर्मा हैं।

खबर सबकी डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 237, गोविन्दपुरा से संचालित इस संस्थान की  कर्ताधर्ता सरिता कैलासिया हैं।

एम.पी. अपडेट डॉट इन भोपाल को 6 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। 10/1 अंजली कॉम्प्लेक्स भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता श्रुति शर्मा हैं।

मध्यमत डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 85 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 197/2 साकेत नगर भोपाल 24 से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता अक्षरा उपाध्याय हैं।

सिटीचौक डॉट कॉम भोपाल को 11 लाख 90 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एस बी 30/31 ब्लॉक – सी मानसरोवर कॉम्प्लेक्स भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मीडियामिन्ट कॉन्सेप्ट इंडिया प्रा.लि.हैं।

खबर धमाका डॉट कॉम भोपाल को 12 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। एम.आई.जी.-36 डी-सेक, अयोध्या नगर, बायपास रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मनीष कुमार पाठक हैं।

एम.पी. न्यूज डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 95 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 80 रूशाल्ली करोड बेरासिया रोड भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता अंजली मिश्रा हैं।

स्पंदन फीचर्स डॉट कॉम भोपाल को 4 लाख 90 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। ई 31/45 बंगला भोपाल 3 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अनिल सौमित्र हैं।

स्ट्रेट खबर डॉट कॉम भोपाल को 8 लाख 55 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 6/4 ए, साकेत नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता नीतू तिवारी हैं।

संध्यादेश डॉट कॉम ग्वालियर को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 77, कान्ती नगर, तानसेन रोड से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता रश्मि अग्रवाल हैं।

ताजा समाचार डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 95 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इटावा रोड भिन्ड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सिद्धान्त जैन हैं।

स्टेट समाचार डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 31, मार्केट महादेव मंदिर रोड सिन्धी भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता  निधि सक्सेना हैं।

द इन्डियन रिपोर्ट डॉट कॉम भोपाल को 9 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 76, भदभदा रोड प्रेम पुरा से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता  दीपक सिंह चौहान हैं।

न्यूज 24×7  डॉट इन भोपाल को 7 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 131, आजाद वार्ड नं. 7  से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता  कृष्ण मोहन झा हैं।

मध्यन्यूज डॉट कॉम भोपाल को 10 लाख 20 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 2 वार्ड नं. 12 शाहंजहानाबाद से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता सतीश साहू हैं

न्यूज ओके डॉट इन भोपाल को 9 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जी-83 बर्फानी धाम पंचधाम नगर होशंगाबाद से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता संगीता गुप्ता हैं।

एम.पी.लाईव. डॉट को डॉट इन भोपाल को 8 लाख रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। बी-145 आकृति गार्डन भदभदा रोड से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता अजय सिंह सिसोदिया हैं।

दिव्यसत्त डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।हाउस नं. 5 रिगल कम्पाउण्ड कृष्णा नगर भोपाल से संचालित इस संस्थान की कर्ताधर्ता मंजू लता सिंह हैं।

भोपाल न्यूज अपडेट डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।एफ-1 प्लॉट नं.5, न्यू एम एल ए कॉलोनी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता मुक्ता पाठक हैं।

समाचार एजेन्सी डॉट कॉम भोपाल को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। समृति धाम शाला बाहुबली चौक सिवनी से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता शरद खरे हैं।

देशव्रत डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 138 बाग उमराव दुल्लाह बारखेड़ी भोपाल से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता जगदीश दांगी हैं।

प्रदेश समाचार डॉट कॉम भोपाल को 6 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सिनियर एल आई जी 05 से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता  दामोदर गोविन्द शहाने हैं।

राजकाज डॉट कॉम भोपाल को 7 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। हाउस नं. 16/2 नॉर्थ टी टी नगर से संचालित इस संस्थान के कर्ताधर्ता राजेन्द्र धनोतिया हैं।

भोपाल के हाउस नम्बर 4 , सूर्या अर्पाटमेंट , ईदगाह हिल्स से संचालित प्रिंट मीडिया जर्नलिस्ट डॉट इन को पाँच लाख बीस हजार रुपये के विग्यापन दिये गये हैं । इसे इसी नाम की समिती से संचालित किया जा रहा हैं।

प्रतिदिन खबर डॉट कॉम को साढ़े छह लाख के विग्यापन दिये गये । मध्यप्रदेश या यूँ कहे भारत के सर्वाधिक पिछड़े इलाके वाला जिला पन्ना की अमानगंज तहसील का कस्बा गुन्नौर भी मध्यप्रदेश के पत्रकारिता जगत में चार चाँद लगा रहा हैं ।  यहाँ के सौरभ श्रीवास्तव नामक पत्रकार इस बेबसाईट को संचालित करते हैं ।

भोपाल के रचना नगर के 263 कृष्णा अर्पाटमेंट से संचालित एम पी अलर्ट डॉट कॉम को चार लाख रुपये के विग्यापन दिये गये । इस संस्थान को अनीता चौधरी संचालित करती हैं ।

रतलाम के बुद्धेश्वर रोड से संचालित ई मालवा डॉट कॉम के राजेश मूणत को तीन लाख तीस हजार रूपए के विज्ञापन जारी किये गये हैं।

सागर की लॉ समाचार  डॉट कॉम  वेबसाइट को 6 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। यह वेबसाईट शुभम दीक्षित द्वारा 4/130 बी.एच. ज्योति भवन यादव कॉलोनी तहसील सागर से संचालित की जा रही हैं।

प्रोफेसर कॉलोनी भोपाल से अनु अग्निहोत्री खबर नेट  डॉट कॉम संचालित करते हैं। जिसे 5 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं।

समाचार भारती  डॉट इन को 3 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये । जिसके संचालन कर्ता शैलेन्द्र सिंह हैं। यह संस्थान 701 ए बिंग, रेहब बिल्डिंग नियर प्रशमेश पार्क, वीरा दसई अंधेरी पश्चिम मुम्बई पर पंजीकृत बताई जा रही हैं।

हिन्द मीडिया  डॉट इन को 5 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जिसे 336, थर्ड फ्लेर बिल्डिंग नम्बर 3 घोसीवाड़ा, अंधेरी, पश्चिम मुम्बई से शिवानी चन्द्रकांत जोशी संचालित करती हैं।

Olyzen.com की स्मिता निशांत नम्बीसान को 5 लाख 25 हजार के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जो टी-2, मोहिनी अपार्टमेंट सेक्टर सी इन्द्रपुरी भोपाल से संचालित की जा रही हैं।

आप न्यूज डॉट इन को 4 लाख 75 हजार रुपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। अहमदाबाद की दीपा आशीष जोशी इस वेबसाइट का संचालन करती हैं।

जबलपुर के 338 संजीवनी नगर से संचालित रमाकांत पंचोली की वेबसाइट टुडे लाइव न्यूज डॉट कॉम को 4 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं।

हैलो एम.पी. डॉट कॉम को 4 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। इसे देव शंकर उपाध्याय बी.4 पूजा नगर सी.टी.ओ. बैरागढ़ भोपाल से संचालित किया जाता हैं।

एम.पी. न्यूज टुडे डॉट कॉम वर्षा निगम द्वारा 430 ए सांई आधार शिला बरखेड़ा भोपाल से संचालित किया जा रहा हैं। इस पोर्टल को 4 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए जा रहे हैं।

एम.पी. 24×7  डॉट कॉम को 4 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए जा रहे हैं। यग वेबसाइट ज्योति पति मनोज वर्मा कहार मोहल्ला झालावाड़ के पते पर पंजीकृत हैं।

अद्धैत न्यूज डॉट कॉम को 4 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे अमित परमानंद 11, अटल बिहार, नाना पैश्वा चौक नूतन हिंदी स्कूल के पास कल्याण ईस्ट से संचालित करते हैं।

पंचायत डॉट नेट को 2 लाख रूपए के विज्ञाप जारी किेए गये हैं। 455 हनुमानताल जबलपुर से इसे सनत कुमार जैन संचालित करते हैं।

सागर के आलोक कुमार गोस्वामी की सियासत डॉट कॉम को 6 लाख 30 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। नम्बर 28 सागर से इसे संचालित किया जाता हैं।

समाचार प्रदेश डॉट कॉम ए 59 शाहपुरा मनीषा मार्केट भोपाल से विशाल राजौरिया संचालित करते है। जिसे 4 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं।

मेट्रो न्यूज टुडे डॉट कॉम के शिशिर उपाध्याय को 4 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किये गये हैं। जो इसे एफ बी5, ब्लॉत ए मानसरोवर कॉम्प्लेक्स हबीबगंज रेल्वे स्टेशन के पास भोपाल से संचालित कर रहे हैं।

RTV (www.RealTV.com) के संजीव कुमार श्रीवास्तव को 1 लाख 75 हजार रूपए के

विज्ञापन जारी किए गये हैं। यह वेबसाईट एफ 119/18 शिवाजी नगर से संचालित की जा रही हैं।

समाचार लहर  डॉट कॉम को 1 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। बी. 10 काशिव कॉम्प्लेक्स मालवीय नगर भोपाल से इसे कोमल शर्मा संचालित करती हैं।

5 लाख 65 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। आई 42 कोटरा सुल्तानाबाद भोपाल से इसे सुनील सिखैया द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

न्यूज डे डॉट कॉम को 5 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। इसे 217 वसुंधरा बिल्डिंग सुरेन्द्र नगर भोपाल से मिलन भार्गव संचालित करते हैं।

न्यूज भारती डॉट कॉम नागपुर से विश्वास वी पाठक द्वारा संचालित की जाती हैं। जिसे सवा दो लाख रूपए के विज्ञापन जारी किये गये हैं।

एम.पी. न्यूज लाइव डॉट कॉम को 6 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जी-18 प्लेटिनम प्लाजा टी.टी. नगर भोपाल से राजेश दुबे के नाम से संचालित हैं।

सागर के सौरभ सोनी की वेबसाईट एम.पी. वेबन्यूज डॉट कॉम को 4 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। यह वेबसाईट 12 टोनी निवास लक्षमी बाई देवरी कला से संचालित की जाती हैं।

वेबन्यूज इंडिया डॉट कॉम को दिनेश निगम त्यागी ई-115/42 शिवाजी नगर भोपाल से संचालित करते हैं। इस वेबसाईट को 3 लाख 60 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।

संदीप कुल श्रेष्ठा द्वारा इसे 89 ज्ञान पीठ परिषद उज्जैन से संचालित किया जाता हैं।

न्यूज आज की डॉट कॉम की विशाखा श्रीवास्तव को 3 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। इसे 17 खानू गॉव वी.आय.पी.रोड से संचालित किया जाता हैं।

रियल स्ट्रेंथ डॉट को की मोनिका जॉर्ज को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जो इसे 660 सी सेक्टर शाहपुरा भोपाल से संचालित करती है

एम.पी. पॉवर बज डॉट कॉम के सत्येन्द्र प्रकाश पाराशर को 3 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जो 36 मयूर मार्केट थाटीपुक ग्वालियर से इस पोर्टल को संचालित करते हैं।

हेयनापोस्ट डॉट कॉम मीना राय 84 पोलिस लाइव जहॉगीराबाद से पोर्टल संचालित करती हैं। जिन्हें 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं।

एम.पी.जीरो वन डॉट ओ आर जी को 2 लाख 10 हजार रूपए  के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे विक्रांत पैगवार 20 बरखेड़ी भोपाल से संचालित करते हैं।

नौकरी अलर्ट 4 यू डॉट कॉम को 3 लाख रूपए के विज्ञापन जारी किये गये। जो ग्वालियर से आदित्य मिश्रा संचालित करते हैं।

बेबाक डॉट कॉम भोपाल के प्रज्जवलित सिन्हा जिनका पता गौरखपुर का दिया हुआ हैं को 3 लाख 85 हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं।

भोपाल के कैलाशचन्द्र गुप्ता 486 डी सेक्टर नेहरू नगर से शब्द संग्राम डॉट कॉम नामक वेबसाइट संचालित करते हैं। जिसे 5 लाख पच्चीस हजार रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं।

पॉवर गैलरी डॉट कॉम को 6 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे एफ 88/ 35 तुलसी नगर भोपाल से दिनेश गुप्ता संचालित करते हैं।

न्यूज न्यूज 365 डॉट कॉम को तीन लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे श्रुति कुशवाहा 3 लवकुश नगर पिपलानी भोपाल द्वारा संचालित किया जाता हैं।

न्यूज न्यूज इंडिया डॉट कॉम को 3 लाख 75 हजार रुपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जो एल. आई.जी. 1/22 ए /10 इन्द्रा नगर रीवा से जयराम शुक्ला संचालित करते हैं।

जांबाज डॉट कॉम को 2 लाख 10 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किये गये हैं। जिसे अनूप सक्सेना सतना से संचालित करते हैं।

एम न्यूज टुडे डॉट कॉम को तीन लाख पच्चीस हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जो 249/6 तिवारी कॉलोनी होशंगाबाद से अंशुपाठक संचालित करते हैं।

बुन्देली माटी डॉट कॉम जिसके संचालक जनसंपर्क विभाग के रिटायर्ड अधिकारी रज्जू राय हैं को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। यह वेबसाईट एल आय जी 32, साकेत नगर शिवाजी नगर भोपाल से संचालित की जाती हैं।

द न्यूज अभियान डॉट कॉम शुजालपुर से महेश मालविय संचालित करते हैं। इस वेबसाईट को 2 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं।

ग्वालियर के रंजीत मिश्रा को दैनिक प्रदेश डॉट कॉम के लिए 2 लाख 20 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इनका पता 1 अशोका अपार्टमेंट जीवाजीगंज हैं।

न्यूजवंदना डॉट कॉम को 3 लाख रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इसं वंदना शर्मा द्वारा एफ 83/39 कृपा कॉम्प्लेक्स तुलसी नगर भोपाल से संचालित किया जा रहा हैं।

एम.पी. खबरनामा डॉट कॉम को 3 लाख 25 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जिसे मोहन राव,16, महाबली नगर कोलार रोड भोपाल से संचालित करते हैं।

एक्सपीरियंस द ट्रूथ एट बंजिग एम.पी. डॉट इन्फों के रोमेश शर्मा को 1 लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सुरेन्द्र विहार बाग मुगलिया भोपाल से यह वेबसाईट संचालित की जाती है।

एच.टी.टी. वी न्यूज डॉट कॉम तो 1 लाख चालीस हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 133 तीन मीनार मस्जिद सीहोर से इसे आमिर खान संचालित करते हैं।

जुगनु न्यूज डॉट कॉम को 90 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। 78/15 साउथ टी.टी. नगर से इसे प्रवीण शर्मा द्वारा संचालित किया जाता हैं।

खबर प्रदेश डॉट कॉम को 1 लाख 30 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। शुभम श्रीवास्तव इसे छतरपुर से संचालित करते हैं।

न्यूज हैंन्स डॉट कॉम को एक लाख 95 हजार दिए रूपए के विज्ञापन  । आई नेट कान्सेप्ट लिमिटेड द्वारा इसे बी एफ टॉवर एम पी नगर भोपाल से संचालित किया जाता हैं।

जहान्वी न्यूज डॉट इन को एक लाख 75 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सौरभ शर्मा द्वारा 31/1 मोचिया गली औकापा क्वार्टर, जवाहर चौक से जुमेराती भोपाल से संचालित किया जाता हैं।

एम.पी.ई. न्यूज डॉट इन को तीन लाख पच्चीस हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। सी-115, बी. एच. ई. एल. संगम कॉलोनी से इसे नीतिश राय के द्वारा संचालित किया जा रहा हैं।

रीवा रियासत डॉट कॉम के प्रदीप कुमार द्विवेदी को 2 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। जिसे आकांक्षा कॉम्प्लेक्स शाप नम्बर 1 जिला कोर्ट के पास रीवा से संचालित किया जाता हैं।

पेट्रोल न्यूज डॉट इन के आलोक शर्मा को 2 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। जो इस पोर्टल को मउगंज रूवा से संचालित करते हैं।

इंदौर की बेबदुनिया डॉट कॉम जो विश्व की प्रमुख वेबसाईटों में शुमार की जाती हैं को मात्र 4 लाख 80 हजार रूपए दिए गये हैं। प्रमुख समाचार पत्र नई दुनिया के सहयोगी समूह की इस पोर्टल की हैसियत किसी से छुपी नहीं हैं।

खबर बाबा डॉट कॉम रतलाम से राजेश जैन संचालित करते हैं को पैसठहजार रुपये के विज्ञापन दिये गये हैं ।। जिसे देवी सिंह गली कोर्ट चौक रतलाम के पते पर पंजीकृत कराया गया हैं।

भोपाल की कैपीटल समाचार डॉट कॉम को 3 लाख रूपए के विज्ञापन दिये गये हैं। एल आय जी 30, शबरी कॉम्प्लेक्स, एम.पी. नगर भोपाल से दीपिका राय संचालित करती हैं।

भोपाल वन डॉट कॉम को 2 लाख 40 हजार रूपए के विज्ञापन जारी किए गये हैं। एफ 83/35 तुलसी नगर, सैकेण्ड स्टॉप भोपाल से अविराज अशोक जैन द्वारा संचालित करते हैं।

तहलका पोस्ट डॉट कॉम को 2 लाख 50 हजार रूपए के विज्ञापन दिए गये हैं। इसे अरशद अली खान द्वारा 6 कर्बला रोड भोपाल से संचालित किया जाता हैं।

रेडिफ डॉट कॉम इंडिया लिमिटेड को 15 लाख 64 हजार 650 रूपए के विज्ञापन दिए गये। जो विश्व के प्रमुख सर्च इंजनों में से एक वेबसाईट हैं।

गंगा के चलते एक बार फिर उपेक्षा का शिकार हुई ताप्ती

Toc news & ins news

जानकारी मांगने पर पीएमओ के पास नहीं कोई ठोस योजना
बैतूल। सदियों पहले गंगा ने धरती पर आने से पहले शर्त रखी थी कि वह तभी धरती पर अवतरीत होगी जब सूर्यपुत्री ताप्ती का महात्मय विलोपित हो। भागीरथ के पूर्वजो के उद्धार के लिए देवऋषि नारद ने ताप्ती महात्मय को विलोपित करने का जो महापाप किया आज वही महापाप देश की एनडीए सरकार और देश का प्रधानमंत्री कार्यालय कर रहा है। मध्यप्रदेश आरटीआई एक्टीविस्ट फोरम के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं मां सूर्यपुत्री ताप्ती जागृति समिति मध्यप्रदेश के अध्यक्ष रामकिशोर पंवार द्वारा पुण्य सलिला सूर्यपुत्री ताप्ती की उपेक्षा को लेकर पीएमओ कार्यालय तथा भारत सरकार के जल संसाधन , नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय को 15 नवम्बर 2015 को सूचना के अधिकार कानून के तहत प्रथक - प्रथक आवेदन प्रस्तुत कर 6 बिन्दुओं पर जानकारी मांगी गई लेकिन देश का पीएमओं और जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय आवेदक को जानकारी उपलब्ध करवाने के लिए सिर्फ कागजी घोड़े ही दौड़ा रहा है। बीते सवा महीने में श्री पंवार को तीन पत्र ऐसे प्राप्त हुए है जिसकी भाषा सिर्फ जानकारी देने के बजाय इसके उसके सर पर टोपी पहनाने का है। श्री पंवार को पीएमओ कार्यालय में उनके द्वारा स्पीड पोस्ट से भेजा गया दिनांक 15 नवम्बर 2015 का पत्र 20 नवम्बर 2015 को प्राप्त हुआ जिसे मिलने के बाद पीएमओ ने उक्त पत्र के संदर्भ में उनसे चाही गई जानकारी को स्वंय ने देते हुए उक्त पत्र को सूचना का अधिकार कानून की धारा 3 (6) के तहत यथोचित कार्रवाई के लिए अवर सचिव एवं केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी पीएमओ कार्यालय श्री पीके शर्मा ने दिनांक 27 नवम्बर 2015 को उक्त आवेदन पत्र सचिव भारत सरकार जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा सरंक्षण मंत्रालय श्रम शक्ति भवन नई दिल्ली को रजिस्टर्ड डाक से भेज दिया। अब भारत सरकार के जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय ने उक्त पत्र को दर किनार कर अपने कार्यालय को प्राप्त सूचना का अधिकार कानून के तहत प्रस्तुत आवेदन के संदर्भ में आरएन दीक्षित अवर सचिव (संसद) जन सूचना अधिकारी ने अपने दिनांक 11 दिसम्बर 2015 को हस्ताक्षरित पत्र दिनांक 14 दिसम्बर 2015 को संजीत कुमार भगत अवर सचिव (पेन रीवर) एवं सी.पी.आई.ओ. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार तथा यू.के.पाली अनुविभाग अधिकारी (बी.एम.)सी.पी.आई.ओ. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय सी.जी.ओ. काम्लैक्स भारत सरकार नई दिल्ली को अंतरीत कर दिया। इस बात की जानकारी बकायदा एल.बी. टवल्टे उप सचिव (एन.एम.सी.जी.) एवं सी.पी.आई.ओ. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (सी.पी.आई.ओ. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार) रियर विंग तीसरी मंजिल एम.डी.डी.एस. बिल्डींग 9 सी.जी.ओ. काम्लैक्स लोधी रोड नई दिल्ली को भेज दिया गया। अब उक्त पत्राचार से अलग हट कर  एल.बी. टवल्टे उप सचिव (एन.एम.सी.जी.) एवं सी.पी.आई.ओ. राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन (सी.पी.आई.ओ. जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार) रियर विंग तीसरी मंजिल एम.डी.डी.एस. बिल्डींग 9 सी.जी.ओ. काम्लैक्स लोधी रोड नई दिल्ली ने अपने बिना तारीख एवं डिस्पेच नम्बर के एक पत्र सीपीआईओ नदी संरक्षण ((CPIO National River Conservation Directorate) (MoEF& CC)) () (MoEF& CC),सीपीआईओ.राष्ट्रीय जल आयोग ((CPIO Central Water Commission Sewa Bhawan RK Puram New Delhi 66),सीपीआईओ आर.एन दीक्षित श्रम शक्ति भवन जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्रालय भारत सरकार नई दिल्ली  (CPIO R.N.Dixit Sharm Shakti Bhawan  Ministry of Water Resources  New Delhi)) के अतिरिक्त श्री पी.के.शर्मा अवर सचिव एवं केन्द्रीय लोक सूचना अधिकारी पीएमओ कार्यालय को सूचित कर दिया कि उक्त आरटीआई आवेदन की जानकारी देना उनके बस की बात नहीं है तथा उक्त पत्र उनसे सबंधित नहीं है और पूरा सूचना के अधिकार कानून के तहत मांगी गई जानकारी के प्रकरण को नस्तीबद्ध कर दिया। सवाल यह उठता है कि जब यह मामला उनसे सबंधित नहीं था तब उन्हे पीएमओ सहित अन्य कार्यालयों द्वारा क्यों अंतरीत किया गया। जानबुझ कर आवेदक को भारत सरकार के एक नहीं दो मंत्रालय गुमराह करते रहते। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले से निकलने वाली पुण्य सलिला ताप्ती जो कि मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र तथा गुजरात में 750 किमी का सफर तय करती है। भारत की ताप्ती एक मात्र ऐसी पश्चिम मुखी नदी है जो तीन राज्यों की जीवन रेखा कही जाती है। ताप्ती के संग देश की अन्य नदियों की उपेक्षा एवं गंगा को महीमा मंडित करने तथा पूरा सरकारी खजाना देश की सिर्फ एक नदी पर लुटाने के पीएमओ एवं जल संसाधन मंत्रालय की कार्य योजना पर ऊंगली उठाते सवाला का न तो देश के प्रधानमंत्री कार्यालय ने और न जल संसाधन, नदी विकास तथा गंगा संरक्षण मंत्रालय ने उचित जवाब देना चाहा। सवाल यह उठता है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जल संसाधन मंत्री सुश्री उमा भारती अपनी श्रद्धा एवं भक्ति तथा आस्था के कारण देश की अन्य नदियों के साथ दूजा व्यवहार कर रहे है जो एक संगीन अपराध की श्रेणी आता है। हमारा देश सबको साथ लेकर सबके विकास की बाते करता है तब वह गंगा के मामले में अन्य नदियों के संग क्यूं भेदभाव कर रहा है।
बीते एक दशक से पुण्य सलिला मां सूर्यपुत्री ताप्ती के मान - सम्मान की लड़ाई लड़ रहे मां ताप्ती के भक्त रामकिशोर पंवार ने पूरे मामले में अब भारत सरकार के प्रधानमंत्री एवं जल संसाधन मंत्री तथा उनके मंत्रालय के सौतेले व्यवहार को लेकर कानूनी लड़ाई लडऩे के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने का मन बना लिया है। श्री पंवार ने देश की संसद में बैतूल की सासंद द्वारा ताप्ती की उपेक्षा को लेकर अपने दो सत्र के कार्यकाल में आज तक एक सवाल न पुछने पर भी अफसोस जताया है। श्री पंवार ने बताया कि ताप्ती के मान - सम्मान की लड़ाई में पड़ौसी राज्य महाराष्ट्र एवं गुजरात से भी ताप्ती से जुड़े भक्तो को साथ लेकर बड़ा जन आन्दोलन खड़ा किया जाएगा। इस कार्य योजना के लिए वे आने वाले वर्ष में बैतूल से सूरत तक की संपर्क यात्रा करने जा रहे है ।


आधा दर्जन कलेक्टर सहित कई IAS बदलेंगे

Ins news
भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अगले 15 दिन में बड़े स्तर पर प्रशासनिक सर्जरी करने जा रहे हैं। जनप्रतिनिधियों से पटरी नहीं बैठा पाने वाले कलेक्टर-कमिश्नर्स का तबादला तय माना जा रहा है, वहीं मंत्रालय में एक से अधिक विभागों का प्रभार संभाल रहे प्रमुख सचिवों से अतिरिक्त प्रभार वापस लिया जाएगा। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री 28 दिसंबर को नए साल की छुट्टियों पर जाने से पहले या तीन जनवरी को भोपाल वापस आने पर फेरबदल करेंगे।

मुख्यमंत्री ने इस संबंध में कार्मिक विभाग से मैदानी अफसरों की पूरी सूची तलब कर ली है। 21 से 23 तक विधायकों से होने वाली वन-टू-वन चर्चा के बाद मनमानी करने वाले मैदानी अफसरों के भी तबादले किए जा सकते हैं। मंत्रालय सूत्रों की मानें तो होशंगाबाद संभागीय आयुक्त वीके बाथम, ग्वालियर संभागीय आयुक्त केके खरे और शहडोल संभागीय आयुक्त डीपी अहिरवार को हटाया जा सकता है, वहीं कलेक्टर टीकमगढ़ केदारलाल शर्मा, कलेक्टर सतना संतोष मिश्रा, कलेक्टर रायसेन जेके जैन, कलेक्टर मंडला लोकेश जाटव और कलेक्टर छतरपुर मसूद अख्तर बदले जा सकते हैं।

इसके अलावा सागर कलेक्टर एके सिंह 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त हो रहे हैं, ऐसी स्थिति में प्रमोटी अफसर राजेश जैन संचालक लोक शिक्षण को कलेक्टर बनाया जा सकता है।

मंत्रालय में प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एवं राजस्व विभाग केके सिंह और प्रमुख सचिव पीएचई विभाग अश्विनी राय के विभाग बदले जा सकते हैं। इसी प्रकार आईजी पंजीयन दीपाली रस्तोगी और आयुक्त सहकारिता मनीष श्रीवास्तव को नए विभाग की जिम्मेदारी दी जा सकती है। शुक्रवार को 1992 के अफसरों की प्रमुख सचिव पद के लिए डीपीसी होने के बाद इनमें से कई अफसर मंत्रालय आ सकते हैं।
और अपने स्तर पर कन्फर्म करे।

क्रांतिकारी पत्रकार "अमन पठान" का ये लेख सपा सरकार के मुंह पर एक करारा तमाचा। जरूर पढ़ें।

सीएम साहब! आपके हुकुमरानों का ये कैसा फरमान
Present by : toc news
अमन पठान, एटा
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद के मीरापुर थाने में चस्पा सहायक पुलिस अधीक्षक के फरमान से यही जाहिर हो रहा है कि हम 67 बरस पीछे लौट आये हैं। उत्तर प्रदेश में लोकतंत्र का नही बल्कि ब्रिटिश हुकूमत का राज हो? जब इंसाफ के मंदिर कहे जाने वाले थानों में लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पत्रकारों और न्याय के रक्षक अधिवक्ताओं के प्रवेश पर पाबन्दी लगा दी गई हो तो हम ये कैसे यकीन कर लें कि खाली हाथ थाने गए पीड़ित को इंसाफ मिल जायेगा?
सीएम साहब आपके इशारे के बिना आपके हुकुमरान इतना बड़ा फैसला अपने विवेक से नही कर सकते हैं। जरूर कहीं न कहीं आपकी मंशा भी शामिल होगी जो ये तुगलकी फरमान जारी हुआ है। इस फरमान से साफ जाहिर है कि कोई भी पत्रकारों एवं वकीलों की हड्डियों का सुरमा बना सकता है। क्योंकि वह किसी भी कार्य से थाना कार्यालय में प्रवेश नही कर सकते हैं। सिर्फ बाहर से ही इंसाफ की गुहार लगा सकते हैं। सीएम साहब अगर आपके हुकुमरानों को उन पर रहम आ गया तो उनकी सुनवाई हो सकती है। नही तो वह थाने की चौखट पर इंसाफ की भीख ही मांगते रहेंगे। जरूरी नही है कि भिखारी को भीख मिले?
जब थाने में पत्रकारों और वकीलों के प्रवेश पर पाबन्दी लगा दी गई है तो सीएम साहब मेरा आपसे एक मशवरा है कि आप थानों में इंसाफ की एक रेट सूची भी चस्पा करवा दें। इससे पीड़ितों को आसानी हो जायेगी कि किस मामले में पुलिस को कितने रूपयों का चढ़ावा चढ़ाना है। जिसे इंसाफ खरीदना होगा वो अपनी औकात में रहकर इंसाफ की नीलामी समारोह में शामिल तो हो सकेगा। इस तरह सरकारी दस्तावेजों में उत्तर प्रदेश में अपराध का ग्राफ तो कम से कम न्यूनतम हो जायेगा?
मुझे ब्रिटिश हुकूमत का वो दौर याद आ रहा है। जब पत्रकार चोरी छुपे समाचार संकलन करते थे और तहखानों में अख़बार छापते थे। अगर किसी ब्रिटिश हुकूमत के हुकुमरान को ये प्रमाण मिल जाता था कि यह व्यक्ति पत्रकार है तो वो हुकुमरान उस पत्रकार को छटी का दूध याद दिला देते थे। वैसा ही कुछ सपा सरकार में पत्रकारों के साथ हो रहा है। कहीं मंत्री के इशारे पर हुकुमरान पत्रकार को जिन्दा जला रहे हैं तो कहीं पत्रकारों पर पुलिस लाठियां भांज रही है। पत्रकारों के खिलाफ झूठे मुकद्दमें दर्ज किये जा रहे हैं। पत्रकारों के साथ अभद्रता और मारपीट की घटनाएं तो आम हो गई हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि ऐसी हुकूमत उत्तर प्रदेश और भारत में कभी न आये जो पत्रकारों का जीना और ज्यादा मुहाल हो जाये।
लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। कलम के सिपाही अनजाने भय के डर से कलम उठाने से डर रहे हैं। ये कैसा लोकतंत्र है? ये कैसी हुकूमत है? जिसने कलमकारों के कलम की स्याही सुखा दी है? न्याय पालिका भी तमाशबीन है?

(लेखक "इंडिया 24 न्यूज़" वेब पोर्टल के संपादक हैं)

Saturday, December 19, 2015

रविवार को रिहा होंगें पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा

Toc news
भोपाल। व्यापमं घोटाले के आरोप में फंसे लक्ष्मीकांत शर्मा को जबलपुर हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है, लेकिन वे कागजी कार्रवाई में विलंब के कारण  रविवार को  जेल से बाहर आ पाएंगे।  लक्ष्मीकांत के छोटे भाई उमाकांत शर्मा ने इस बात की पुष्टि की है।
उन्होंने कहा कि लक्ष्मीकांत शर्मा के जमानत के पेपर अभी कोर्ट प्रक्रिया में उलझे हैं। पेपर्स तैयार होने में शनिवार का पूरा दिन लग गया। ऐसे में अब वे रविवार को ही जेल से बाहर आ पाएंगे।
समर्थकों का जमावड़ा शुरू
रिहाई की खबर सुनने के बाद सिरोंज, विदिशा और भोपाल से लक्ष्मीकांत शर्मा के समर्थक भोपाल सेंट्रल जेल के सामने जमा होते रहे, लेकिन एक दिन और टल जाने के कारण समर्थकों में मायूसी छा गई है। समर्थक यहां फूल-माला और मिठाइयों के साथ उनका  स्वागत की तैयारियां कर चुके थे, लेकिन अब सभी धीरे-धीरे वापस लौट रहे हैं। अब सभी रविवार को भोपाल की सेंट्रल जेल के बाहर जमावड़ा करने वाले हैं
राष्ट्रीय पत्रकार संगठन आइसना केप्रदेश महासचिव विनय डेविड जी  व् सतीस सिंह जी आज छतरपुर पहुचे  स्थानीय सर्किट में आईसना संगठन छतरपुर ने उनका गर्म जोसी से स्वागत किया ।श्री डेविड ने छतरपुर जिले कीअववस्थित ट्रैफिक  व्यवस्था और परिवहन विभाग द्वारा की जा रही लापरवाहियों का ज्ञापन  जिला कलेक्टर को सोपा । अविनाश तिवारी प्रदेश सचिव , देवेन्द्र चतुर्वेदी संभाग अध्यक्ष , अनुपम गुप्ता संभाग महासचिव,  सुनील पाण्डेय जिला महासचिव , पुष्पेंद्र दीक्षित संभाग सचिव बिनोद मिश्रा आशीष जैन मीडिया प्रभारी , नूतन सोनी जिला सह संयोजक सतेंद्र सिंह जिला उपाध्यक्ष दिनेश पिपरसनिया , अभिषेक पाठक , महेन्द तिवारी मोजूद रहे




पत्रकारों को भी पेंशन दे सरकार: हाईकोर्ट

Toc news
हिमाचल हाईकोर्ट ने मीडिया में काम करने वाले पत्रकारों को पेंशन दिए जाने का प्रावधान बनाने के आदेश पारित किए हैं। प्रदेश सरकार को यह आदेश जारी करते हुए हाईकोर्ट ने कहा कि आंध्रप्रदेश, उत्तर प्रदेश और उड़ीसा सरकार की ओर से पत्रकारों को पेंशन दिए जाने बाबत बनाए गए नियमों की तर्ज पर प्रदेश में भी नियम बनाए जाएं।

न्यायाधीश राजीव शर्मा और न्यायाधीश सुरेश्वर ठाकुर की खंडपीठ ने लोकतंत्र के चौथे स्तंभ कहे जाने वाले मीडिया के पत्रकारों को यह लाभ देने के लिए 3 माह का समय दिया है। खंडपीठ ने स्पष्ट किया कि जिन पत्रकारों ने अपनी जिंदगी के अहम दिन इस व्यवसाय में लगा दिए, उन्हें पेंशन जैसी सामाजिक सुरक्षा का लाभ दिया जाना जरूरी है।

कोर्ट ने कहा कि सरकार ने पत्रकारों के कल्याण के लिए अभी तक कोई भी पेंशन और स्वास्थ्य योजना नहीं बनाई है। पत्रकारों को इस तरह की योजना का लाभ दिया जाना जरूरी है। कोर्ट के अनुसार जिन पत्रकारों ने इस व्यवसाय में कम से कम 20 साल पूरे कर लिए हैं, उन्हें पेंशन जैसा लाभ दिए जाने का प्रावधान बनाया जाना चाहिए।
समय आ गया ।
पत्रकारों के एकजूट होने का ।
मध्यप्रदेश के सभी पत्रकार एकत्र हो शासन से यह मांग करें।
लड़ें अपने हक़ की लड़ाई।

व्यापमं मामले में आरोपी पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को कोर्ट से जमानत मिलते ही समर्थकों में खुशी का माहौल

Toc news @ Bhopal
व्यापमं मामले में आरोपी पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को कोर्ट से जमानत मिलते ही समर्थकों में खुशी का माहौल है. शर्मा के गृहनगर सिंरोज, लटेरी और विदिशा में जमकर आतिशबाजी की गई.
दरसअल, व्यापमं मामले में आरोपी पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा को हाईकोर्ट से एक और मामले में जमानत मिल गई है. सभी पांच मामलों में जमानत मिलने पर लक्ष्मीकांत शर्मा अब शनिवार को जेल से बाहर आ सकेंगे.
हाईकोर्ट ने शुक्रवार को आरक्षक भर्ती घोटाला-2012 मामले में सुनवाई करते हुए आरोपी पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा की जमानत याचिका मंजूर कर ली. उल्लेखनीय है कि शर्मा पूरे 523 दिनों के बाद जेल से बाहर आएंगे.
पिछली सुनवाई में तीन मामलों में मिली जमानत
लक्ष्मीकांत शर्मा को कुल पांच मामलों में आरोपी बनाया गया था. हाईकोर्ट ने मंगलवार को हुई सुनवाई के दौरान लक्ष्मीकांत शर्मा को कांस्टेबल भर्ती परीक्षा, खाद्य आपूर्ति निरीक्षक परीक्षा और पीएमटी परीक्षा घोटाले मामले में जमानत मिल गई थी. उन्हें एक मामले में पूर्व में ही जमानत मिल चुकी थी.
जून 2014 में हुए थे गिरफ्तार व्यापमं मामले की पूर्व में जांच कर रही एसटीएफ ने जून 2014 में लक्ष्मीकांत शर्मा को गिरफ्तार किया था. इसके बाद से वह सारे मामलों में जमानत मिलने का इंतजार कर रहे थे. पूर्व मंत्री की गिरफ्तारी एक मामले में हुई थी और इसके बाद व्यापमं से जुड़ी अन्य गड़बड़ियों में भी उन्हें आरोपी बनाया गया था.
Gujarati  Namkin ki photo 

Wednesday, December 16, 2015

गुजराती ( गुंजन ) नमकीन फैक्ट्री पर खाद्य विभाग की छापामार कार्यवाही, घटियां पदार्थों का इस्तमाल

गुजराती ( गुंजन ) नमकीन फैक्ट्री पर खाद्य विभाग की छापामार कार्यवाही, घटियां पदार्थों का इस्तमाल
TOC NEWS @ SAGAR
विनय जी. डेविड की रिर्पोट.....
सागर जिन्दा सेमरा ग्राम में संचालित जेठाभाई फूड्स संस एण्ड स्नेक्स की फैक्ट्री पर खादय विभाग की टीम ने छापामार कार्यवाही की जिसमे बेसन खाद्य तेल एवं सेव के सेम्पिल लिए गए कपासिया के तेल से सामग्री का निर्माण चल रहा था, सेव के निर्माण में वेसन के साथ घड़ी डिटर्जन पावडर भी इस्तमाल किया जा रहा था घड़ी डिटर्जन पावडर के भी खाली पैकेट मिले. जबकि गोदाम में भारी मात्रा में पाम तेल के सैकडो़ं भरे टीन एवं तीन दर्जन खाली टीन भी रखे हुए थे फैक्ट्री के मैनिजर संजय वैद्य ने बताया इस सामग्री से हम गुजरती ( गुंजन ) नमकीन पैक करते है.
      नमकीन फैक्ट्री में खाद्य विभाग की टीम के पहुंचते ही मीडिया ने भी फैक्ट्री में दस्तक दे डाली बाहर से तो फैक्ट्री बड़ी सुन्दर बनाई गई है अंदर जाने के लिए सिर की टोपी जूते के कवर जैसी व्यवस्था के इंतज़ाम किये गए थे लेकिन अंदर जाने पर देखा की कर्मचारियों की सुरक्षा का कोई ध्यान नहीं रखा जा रहा था पैर में जूते नहीं सिर पर सुरक्षा कैप नहीं बेसन का काम कर रहे लेकिन नाक पर मास्क भी नहीं मिला, भट्टी पर काम कर रहे कर्मचारी नंगे हाथ बिना दस्तानों मास्क जूतों के काम कर रहे थे सुरक्षा की कोई व्यवस्था नही थी, एेसी स्थिती में कर्मचारी घातक बिमारी का शिकार हो रहे है.
फैक्ट्री में जिस पानी से नमकीन निर्माण हो रहा घटिया था मानक स्तर का नही था, उसकी एलेक्टोलाइज़र से जांच की गई जिसमे लेड, जंक, कई जानलेवा कैमिकल की काफी मात्रा पाई गई, उक्त पानी पीने में उल्टी होने लगी थी, लेकिन फ़ूड एक्ट के अनुसार विभाग के अफसर लूज़ पानी का सैमपिल नहीं उठा पाये खाद्य निरीक्षक राजेश रॉय ने बताया एक्ट में खुले पानी की जांच का प्रावधान ही नहीं है पैक बंद पानी के ही सैमपिल की जांच हो सकती है, जांच अधिकारियों सभी सामग्री के सेम्पल लिए, गोडाउन और काडाईयों में रखे पाम तेल की सेंम्पलिंग बाकी है.
अधिकारी ने मिडिया को बताया की गुजराती नमकीन फैक्ट्री में पहले भी छापा पड़ा था उस समय भी नियम विरुध नमकीन में डिटर्जन पावडर पाया गया था जो हानिकारक तत्व है. 👇🏼
         

Monday, December 14, 2015

पत्रकारों को पक्षकार नही बनना चाहिये : अवधेश भार्गव

पत्रकारों को पक्षकार नही बनना चाहिये : अवधेश भार्गव
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AISNA NEWS
ब्यावरा। जिस प्रकार लज्जा महिलाओं का श्रृंगार होता है उसी प्रकार स्वच्छ और मर्यादित पत्रकारिता पञकारों का श्रृंगार है।खबरों को आत्मसात करके पाठकों को परोसने वाला ही सच्चा पत्रकार होता है. पत्रकार अस्त्रधारी होता है उसे कभी भी पक्षकार नहीं बनना चाहिये।
उक्त विचार पचोर में जिला पत्रकार संघ द्वारा आयोजित ग्रामीण पत्रकारों के सम्मान समारोह में कार्यक्रम के मुख्यअतिथि आईसना के प्रदेशाध्यक्ष अवधेश भार्गव ने व्यक्त किये। आपने कहा कि पत्रकारों को पत्रकारिता के प्रति निष्ठावान होना चाहिये।पत्रकारों को दोनो पक्षों की बातों को प्रमुखता से रखते हुए खबरों को आत्मसात करने के बाद ही प्रकाशित करना चाहिये। हमने स्वैच्छा से पत्रकारिता को चुना है इसलिये पत्रकारिता पर हमे गर्व होना चाहिये। विशेष अतिथि के रुप में विदिशा कलेक्टर एम बी ओझा ने कहा कि आज के युग में ग्रामीण अंचलों मे पत्रकारिता करना बडा जोखिम भरा कार्य है। ग्रामीण पत्रकारों का सम्मान अनुकरणीय पहल है। कार्यक्रम को दिनेश जमीदार  डॉ. बीएल गुर्जर  मनीष सोनी मुकेश सक्सेना आदि ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार एन पी अग्रवाल  कैलाश गुप्ता और प्रवीण शुक्ला सहित जिले के सैकडों पत्रकार उपस्थित थे। कार्यक्रम के पूर्व अतिथियों ने मॉ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर दीप प्रज्जलित किया। ग्रामीण अंचल के पत्रकारों को प्रशस्ती-पत्र भेटकर सम्मानित किया। स्वागत भाषण तथा आभार प्रदर्शन जिलाध्यक्ष राकेश सक्सेना ने एवं कार्यक्रम का संचालन कवि चेतन चर्चित और माखन विजयवर्गीय ने किया।
आइसना के महासचिव विनय डेविड अन्य स्थान पर बैठके होने पर शामिल नहीं हो सके. परन्तु आयोजन की सफलता के लिए सभीजन को धन्यवाद दिया.

Sunday, December 13, 2015

सागर जिले के बांदरी मे फर्जी रूप से चल रहे गायत्री हॉस्पिटल को किया सील

स्वस्थ्य विभाग की बड़ी कर्यावाही सागर जिले के बांदरी मे फर्जी रूप से चल रहे गायत्री हॉस्पिटल को किया सील
Toc news
सागर- सागर जिले के मालथोंन तहसील के ग्राम बांदरी में फर्जी रूप से चल रहे गायत्री अस्पताल को सील किया गया है. स्वास्थ्य विभाग की आखों में धूल झोंक कर खुलेआम चल रहा था, यह अस्पताल फर्जी तरीके से बिना पंजीयन के विगत तीन माह से संचालित हो रहा था इस अस्पताल का संचालक डॉ जयराम ठाकुर है जो अपने को बीएचएमएस बताते है. जिसने बांदरी में वैरियर के पास, झाँसी रोड, सागर में 25 विस्तरो का खोल रखा है, जिसकी शिकायत पर प्रशासन ने आज छापामार कार्यवाही की.    

इस फर्जी अस्पताल की शिकायत भोपाल मुख्यालय तक पहुची थी. अस्पताल की जानकारी मिडिया को भी लगी थी जिसकी जानकारी मिडिया ने एक दिन पूर्व मालथोन  खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. धर्मेन्द्र श्रीवास्त्व को दी थी, जिस पर कार्यवाही करने को कहा था, परन्तु समय पर कार्यवाही नहीं होने पर कल माडिया दुवारा गायत्री अस्पताल की पूर्ण जानकारी सागर सीएमएचओ दिनेश कोशल को दी गई, साथ ही गायत्री अस्पताल में चल रही चिकित्सा की फुटेज भी दिखाई गई, जिसमें वहा डियूटी पर उपस्थित डॉ सुरेन्द्र कुमार प्रजापति  ने गायत्री अस्पताल बिना पंजीयन के संचालित होने की बात स्वीकार की, पुरे मामले को परखने के बाद सागर सीएमएचओ दिनेश कोशल ने बीएमओ डॉ. धर्मेन्द्र श्रीवास्तव  को को आदेश दिया की तुरंत फर्जी गायत्री अस्पताल को सील करने की कार्यवाही करें. सीएमएचओ दिनेश कोशल के आदेश पर सागर एसडीएम अरुण सिंह ने टीम गठित कर नायब तहसीलदार एन टी कैलाश को आज गायत्री अस्पताल को सिलकर संचालक जयराम ठाकुर के खिलाफ क़ानूनी कार्यवाही  करने के निर्देश दिए जिसपर प्रशासन ने बांदरी पहुच  कर अस्पताल को सील करने की कार्यवाही की. अस्पताल की जांच में पाया गया की वहां फर्जी मेडिकल स्टोर भी संचालित था जिसको भी सील किया गया.

Tuesday, December 8, 2015

एनजीटी ने प्रदेश में डीजे के इस्तेमाल पर लगाया बैन

अब शादी-ब्याह में नहीं बजेगा डीजे

(शशांक मिश्रा)
भोपाल। शादी-समारोह में अब डीजे की धमक नहीं सुनाई देगी। मंगलवार को हुई सुनवाई में एनजीटी ने इस पर रोक लगाने के निर्देश दिए हैं। NGT का यह फैसला पूरे प्रदेश में लागू होगा। यह भी कहा गया है कि डीजे का शोर सुनाई देता है तो लोग पुलिस, जिला प्रशासन, नगर निगम व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पास कर इसकी शिकायत कर सकते हैं।

मामले में पहले क्या हुआ था
गौरतलब है कि अलंकृता मेहरा की याचिका पर सुनवाई करते हुए एनजीटी ने शादी समारोह में डीजे पर पूर्णत:  रोक लगाने के निर्देश जारी किए। लेकिन 18 मई को एनजीटी ने सुनवाई के दौरान डीजे संचालको की रोजी-रोटी का संकट पैदा होने के कारण उन्हें 6 महीने की मोहलत दी। इस अवधि में उन्हें डीजे का व्यावसाय बंद कर शादियों में पारंपरिक बैंड-बाजे के  इस्तेमाल पर आना था।

आदेश के तहत पिछले महीने 18 नवंबर को 6 माह की मोहलत खत्म हो चुकी है। हालांकि 17 नवंबर को डीजे संचालकों ने विशेष याचिका लगाकर थोड़ा और वक्त देने की गुजारिश की थी लेकिन एनजीटी ने कहा कि हम अपना आदेश पहले ही दे चुके हैं इसलिए याचिका में ऐसा कुछ नहीं है कि इसे विशेष तौर पर सुना जाए। ऐसे में मंगलवार को इस मामले पर  सुनवाई होना तय हुआ था।

कांग्रेस 420 माँ बेटे का भांडा फूटा : सुब्रमनियम स्वामी

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कांग्रेस 420 माँ बेटे का भांडा फूटा !

खोजी बीजेपी नेता सुब्रमनियम स्वामी वैसे तो कई बार कांग्रेस खेमे में हलचल मचा चुके हैं लेकिन इस बार कांग्रेस पार्टी में भूचाल देखने को मिल रहा है जिसमें सोनिया गाँधी को कहना पड़ा कि ‘वे इंदिरा गाँधी की बहू हैं और कोई उन्हें डरा नहीं सकता’। इस मामले में दूसरे सबसे बड़े आरोपी राहुल गाँधी ने कहा है कि वे इसका जबाब संसद में देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार कांग्रेस पार्टी से राजनीतिक बदला ले रही है। लेकिन सोचने वाली बात यह है कि आखिर कोर्ट को सुब्रमनियम स्वामी की बात में दम दिखा होगा तभी तो उन्होंने इंदिरा गाँधी की बहू और उनके नाती को कोर्ट में पेश होने की हिम्मत दिखाई। कुछ लोग कह रहे हैं कि इस बार सुब्रमनियम स्वामी ने सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी को ‘सही पकडे हैं’, लेकिन आइये हम आपको बताते हैं कि स्वामी ने इन लोगों को कैसे पकड़ा है।
पढ़ें पूरी कहानी सुब्रमनियम स्वामी की जुबानी
फ्लैशबैक (आजादी से लेकर 2008 तक)। नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र आजादी के समय से चल रहा था। इस समाचार पत्र की मालिक कंपनी का नाम था एसोसिएटेड जर्नल प्राइवेट लिमिटेड (AJPL)। 2008 में इस कंपनी के चेयरमैन थे कांग्रेस कोषाध्यक्ष मोतीलाल बोरा। आजादी के समय से ही यह समाचार पत्र चल रहा था और आजादी के समय से ही इसे फ्री जमीन, सस्ते लोन और अन्य सुविधाएँ मिल रही थीं। धीरे धीरे इस कंपनी के पास 2000 से 5000 करोड़ रूपए की संपत्ति जमा हो गयी जिसमे ऑफिस, बिल्डिंग, प्रिंटिंग प्रेस और अन्य संपत्तियां शामिल थीं।
इस कंपनी ने सस्ते लोन, सस्ती जमीन और संस्ती सुविधाएँ तो समाचार पत्र चलाने के नाम पर ली थीं लेकिन कंपनी ने गैरकानूनी काम करते हुए आवंटित जमीन पर कई शहरों में बड़ी बड़ी इमारतें, मॉल, पासपोर्ट ऑफिस, टूरिस्ट ऑफिस बना लिए। इस तरह से कंपनी के पास 2000 करोड़ से 5000 करोड़ रुपये तक की संपत्ति जमा हो गयी। 2008 में कंपनी ने घाटा दिखाकर कांग्रेस पार्टी से 90 करोड़ का लोन लिया। ध्यान दीजिये, लोन लेने समय लोन लेने वाली कंपनी (AJPL) के चेयरमैन थे मोतीलाल बोरा और लोन देने वाली वाली कंपनी यानी कांग्रेस पार्टी के भी कोषाध्यक्ष थे मोतीलाल बोरा। लोन लेते ही नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र बंद कर दिया गया और कंपनी ने खुद को दिवालिया घोषित कर दिया।
2008 के बाद
सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी ने एक यंग इंडियन नाम की कंपनी बनायीं। उसमे 76 फीसदी शेयर माँ बेटे के नाम था। यानी 38 फ़ीसदी शेयर सोनिया गाँधी के और 38 फ़ीसदी शेयर राहुल गाँधी के। इस कंपनी का भी डायरेक्टर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नांडीस को बना दिया गया। बचे हुए 24 फ़ीसदी शेयर में 12 फ़ीसदी शेयर मोतीलाल बोरा के नाम कर दिया गया और 12 फ़ीसदी शेयर
आस्कर फर्नांडीस के नाम कर दिया गया। यंग इंडियन कंपनी सिर्फ पांच लाख का खर्च दिखाकर खोली गयी थी। ध्यान देने वाली बात यह है मोतीलाल बोरा कांग्रेस के कोषाध्यक्ष भी थे, AJPL के चेयरमैन भी थे और यंग इंडियन के डायरेक्टर भी बना दिए गए। यानी ये महाशय तीन तीन रोल निभा रहे थे।
ध्यान दीजिये, 2008 में नेशनल हेराल्ड समाचार पत्र बंद हो चुका था। पांच हजार करोड़ की संपत्ति बेमानी बड़ी हुई थी और समाचार पत्र की मालिक कंपनी
AJPL के चेयरमैन थे कांग्रेस कोषाध्यक मोतीलाल बोरा। कांग्रेस ने नेशनल हेराल्ड को 90 करोड़ का लोन दिया था। लोन वापस लेना था लेकिन लोन वापस नहीं लिया गया। सोनिया गाँधी के कहने पर यंग इंडियन कंपनी के डायरेक्टर
मोतीलाल बोरा ने कांग्रेस कोषाध्यक्ष यानी खुद को 50 लाख रुपये का लालच दिया और उनसे कहा कि 90 करोड़ रुपये का लोन आपने AJPL को दिए थे, आपका लोन तो वापस मिलेगा नहीं क्यूंकि कंपनी दिवालिया हो गयी है इसलिए 50 लाख लेकर मामला रफा दफा करो और 90 करोड़ रुपये हम किसी तरह से ले लेंगे इसे आप यंग इंडियन के नाम कर दो। (खुद से कहने का मतलब है कागजी दस्तावेजों में)।
ध्यान देने वाली बात यह भी है कि कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ रुपये का कर्जा दिया था। इनकम टैक्स के नियम के अनुसार राजनीतिक पार्टियाँ बिजनेस के लिए लोन नहीं दे सकती क्यूंकि राजनीतिक पार्टियों को इनकम टैक्स में लाभ मिलता है। इन्हें इनकम टैक्स से जो भी सुविधा और लाभ मिलता है वह राजनीतिक काम करने के लिए है, देश में चुनाव लड़ने के लिए है। फिर भी कांग्रेस ने कर्जा दिया क्यूंकि उस समय 2008 में देश में कांग्रेस की सरकार थी।
यह भी ध्यान देने वाली बात है कि नेशनल हेराल्ड बैंक का कर्जा वापस करने के लिए अपनी कोई छोटी मोटी प्रॉपर्टी बेच सकता था और 90 करोड़ रुपये जुटा सकता था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया और कांग्रेस पार्टी से 90 करोड़ का लोन लिया। क्यूंकि दोनों ही कंपनी के मुखिया मोतीलाल बोरा थे। उधर AJPL के चेयरमैन थे तो इधर कांग्रेस के कोषाध्यक्ष। सुब्रमनियम स्वामी ने यह भी बताया कि उनकी नीयत पहले से खराब थी इसलिए कांग्रेस से 90 करोड़ का लोन लेते ही कंपनी बंद कर दी गयी।
इसके बाद कांग्रेस ने 90 करोड़ रुपये का लोन यंग इंडियन के नाम कर दिया जिसके डायरेक्टर मोतीलाल बोरा थे, उसके बाद मोतीलाल बोरा AJPL के चेयरमैन और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर मोतीलाल बोरा (यानी खुद) के पास गए और उनसे कहा कि आपकी कंपनी बंद हो चुकी है इसलिए आप हमें लोन के बजाय 9 करोड़ शेयर (10 रुपये का एक शेयर यानी 90 करोड़ के) दे दीजिये।
सुब्रमनियम स्वामी ने बताया कि इन्होने इस तरह से AJPL के 99.1 फ़ीसदी शेयर यंग इंडियन के नाम करा लिए और पांच हजार करोड़ की संपत्ति यंग इंडियन के नाम हो गयी जिसके मालिक हैं सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी। मालिक इसलिए क्यूंकि दोनों के नाम 76 फ़ीसदी शेयर हैं और बाकी दोनों डायरेक्टर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नांडीस के नाम 12, 12 फ़ीसदी शेयर हैं।
सुब्रमनियम स्वामी ने बताया कि जो जमीन और प्रॉपर्टी नेशनल हेराल्ड ‘AJPL’ ने समाचार पत्र चलाने के लिए ली थी उसी प्रॉपर्टी को यंग इंडियन ने किराये पर दे दिया। बहादुर शाह जफ़र मार्ग पर बनी शानदार ईमारत को मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स और मल्टी नेशनल कंपनी को किराये पर दे दिया।
सुब्रमनियम स्वामी ने बताया कि सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी ने इस मामले में चार सौ बीसी और विश्वासघात किया है इसलिए मैंने सभी जानकारियां इकठ्ठी की और इनके खिलाफ केस दायर कर दिया।
उन्होंने बताया कि पिछले साल मैंने ये केस डाला हुआ था और कोर्ट इसकी सुनवाई के लिए 1 दिन लेता है लेकिन इस सुनवाई को रोकने के लिए इनके 10 सीनियर वकील लगे हैं और दिन भर कोर्ट में इसके लिए घंटों बोलते रहते हैं। इसलिए धीरे धीरे इस मामले में 1 साल पूरे हो गए लेकिन अब अंत समय आ गया है और इस केस को हम जीतेंगे। इसके बाद ट्रायल शुरू होगा और मै इन्हें वहां भी नहीं छोडूंगा।
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‘‘ANI NEWS INDIA’’ सर्वश्रेष्ठ, निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण ‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया ऑनलाइन नेटवर्क’’ हेतु को स्थानीय स्तर पर कर्मठ, ईमानदार एवं जुझारू कर्मचारियों की सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले एवं तहसीलों में जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों / संवाददाताओं की आवश्यकता है।

कार्य क्षेत्र :- जो अपने कार्य क्षेत्र में समाचार / विज्ञापन सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके । आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति।
आवेदन आमन्त्रित :- सम्पूर्ण विवरण बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के स्मार्ट नवीनतम 2 फोटोग्राफ सहित अधिकतम अन्तिम तिथि 30 मई 2019 शाम 5 बजे तक स्वंय / डाक / कोरियर द्वारा आवेदन करें।
नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )

पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )

कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
आवश्यक सामग्री :- संसथान तय नियमों के अनुसार आवश्यक सामग्री देगा, परिचय पत्र, पीआरओ लेटर, व्यूज हेतु माइक एवं माइक आईडी दी जाएगी।
प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
पता :- ‘‘ANI NEWS INDIA’’
‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया नेटवर्क’’
23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, प्रेस काम्पलेक्स,
नीयर दैनिक भास्कर प्रेस, जोन-1, एम. पी. नगर, भोपाल (म.प्र.)
मोबाइल : 098932 21036


क्र. पद का नाम योग्यता
1. जिला ब्यूरो प्रमुख स्नातक
2. तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / हायर सेकेंडरी (12 वीं )
3. क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
4. क्राइम रिपोर्टरों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
5. ग्रामीण संवाददाता हाई स्कूल (10 वीं )

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