|
प्रमुख सचिव अनुपम राजन |
संचालनालय में अधिकारियों के साथ विभागीय योजनाओं एवं उनके क्रियान्वयन की बिंदुवार समीक्षा एवं स्थिति को जाना
रवि गुप्ता
भोपाल, मध्यप्रदेश सरकार का सबसे महत्वपूर्ण विभाग महिला एवं बाल विकास विभाग का दायित्व आज 17 जून 2019 की सुबह प्रमुख सचिव अनुपम राजन ने संभाल लिया है। विभाग का दायित्व संभालने के बाद संचालनालय महिला एवं बाल विकास मप्र के आयुक्त एवं सचिव एमबी ओझा के साथ वात्सल्य भवन पहुंचकर विभागीय अधिकारियों के साथ सौजन्य भेंट कर विभागीय योजनाओं की समीक्षा और उनके क्रियान्वयन की स्थिति के बारे में बिस्तार पूर्वक चर्चा की गई। श्री राजन ने विभागीय अधिकारियों के साथ ढाई से तीन घंटे बैठकर विभागीय गतिविधियों के ग्राफ को परखा है।
उल्लेखनीय है कि श्री राजन ने संचालनालय महिला एवं बाल विकास विभाग मप्र में आयुक्त के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। आयुक्त के समय श्री राजन ने संचालनालय को आईसीडीएस एवं महिला सशक्तिकरण के रूप में विभाजित कर विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन का ग्राफ बढ़ाने का उत्कृष्ठ कार्य किया था। हालांकि वर्तमान में आईडीएस एवं महिला सशक्तिकरण को एक कर दिया गया है। श्री राजन की कार्यशैली के बारे में बताया जाता है कि इन्होने हमेशा सकारात्मक कार्य करके ही अपनी पहचान बनाई है और कर्मचारियों के हित में निर्णय लेने में हमेशा अपने कदमों को आगे बढ़ाया है।
बच्चों की शिक्षा पर फोकस जरूरी
महिला एवं बाल विकास विभाग के नवनियुक्त प्रमुख सचिव श्री राजन को प्रदेश की सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को दी जाने वाली शाला पूर्व शिक्षा गतिविधियों को बढ़ाने, बच्चों को पोषक तत्वों वाला पोषण आहार दिलाने एवं बच्चों के बढ़ते विकास में होने वाली कमी को दूर करने पर ज्यादा से ज्यादा फोकस करना पड़ सकता है, ताकि प्रदेश कुपोषणमुक्त एवं सांस्कारिक शिक्षायुक्त बन सके। इतना ही नहीं गर्भवती महिलाओं का ज्यादा से ज्यादा पंजीयन करवाकर उनको लाभांवित करवाना, लाड़ली लक्ष्मी योजना का अधिक से अधिक लाभ पहुंचाने का प्रयास करना होगा ताकि प्रदेश के विकास में बच्चे, लाड़डियां एवं महिलाएं आगे पढ़ सकें, बढ़ सकें एवं सुरक्षित हो सकें।
कुशल प्रशासक में बनाई पहचान
आईएएस अनुपम राजन राज्य सरकार में विभिन्न पदों पर कार्य करके अपनी एक कुशल प्रशासक के रूप में अपनी पहचान कायम की है। उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश शासन में 1993 आईएएस बैच के अधिकारी श्री राजन ने प्रदेश के विभिन्न विभागों में विभिन्न पदों पर उत्कृष्ठ सेवायें देकर अपनी एक अलग छाप छोड़ी है। अपनी अलग छाप छोडऩे वाले श्री राजन को उनकी सकारात्मक सोच के साथ कार्य करने पर आज भी याद किया जाता है। श्री राजन के बारे में बताया जाता है कि वे लीक से हटकर अफसर के रूप में गिने जाते हैं। दोस्ती निभाने, दिलेरी दिखाने और अदम्य जिजीविषा के साथ हालतों से जूझने में उनका कोई सानी नहीं है। निजी जिंदगी में अनथक संघर्षों के दौर देखने के बावजूद उन्हें खुद पर से आपा खोते या कर्तव्य निष्ठा से डिगते नहीं देखा गया। मोहक और स्मित मुस्कान सदैव उनके होठों पर तैरती नजर आती है।
विकास में गहरी दिलचस्पी
श्री राजन ने विभिन्न पदों पर कार्य करके राज्य के विकास में अपनी गहरी दिलचस्पी दिखाई है और अपने प्रशासनिक जीवनकाल में अनुपम राजन ने लेबर और रोजगार, स्थानीय शासन व्यवस्था पचायतें वूमन एवं चाइल्ड केयर जैसे जमीनी मुद्दों पर फोकस किया है। जानकार बताते हैं कि श्री राजन उन नौकरशाहों में शुमार नहीं हैं जो वातानुकूलित कक्ष में बैठकर तरक्की के खोखले कागजी दावे किया करते हैं। दुर्ग, नरसिंहपुर, शिवपुरी, नीमच, कटनी और जबलपुर जैसे जिलों में कम से कम वहीं प्रशासनिक अफसर काम कर सकता है जिसे जमीनी मोर्चे पर मशक्कत करना आता हो। इन जिलों में राजन की सेवाओं को अभी भी शिद्दत से याद करने वाले मिल जाते हैं।
No comments:
Post a Comment