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नरसिंहपुर. जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर अभय वर्मा ने लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि गर्भवती माताओं का प्रारंभिक अवस्था में ही पंजीयन कराया जाये, जिससे प्रारंभ से ही उनके स्वास्थ्य की देखरेख हो सके। सुरक्षित प्रसव हो। माता स्वस्थ होगी, तो बच्चा भी स्वस्थ होगा, जिससे शिशु- मृत्यु दर और मातृ- मृत्यु दर में कमी लाई जा सकेगी। कलेक्टर ने बच्चों के टीकाकरण पर भी जोर देते हुए कहा कि जिले में शतप्रतिशत बच्चों का टीकाकरण किया जाये।
बैठक में कलेक्टर ने परिवार कल्याण कार्यक्रम में प्रगति लाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जिले में परिवार नियोजन के लिए समयबद्ध कार्यक्रम बनाये जायें और समय सीमा में निर्धारित लक्ष्य पूरे किये जायें। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में साफ- सफाई और स्वच्छता पर ध्यान दिया जाये। परिवेश साफ- स्वच्छ होगा, तो वहां रहने वाले व्यक्ति का मन प्रसन्न रहता है। बैठक में कलेक्टर द्वारा राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम, राष्ट्रीय अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम, राष्ट्रीय मलेरिया नियंत्रण कार्यक्रम, संपूर्ण टीकाकरण कार्यक्रम, एएनसी रजिस्ट्रेशन, आरएनटीसीपी स्पुटम परीक्षण, परिवार कल्याण कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना में संस्थागत प्रसव, पोषण पुनर्वास केन्द्रों में बेड आक्यूपेंसी और आरबीएसके कार्यक्रम की समीक्षा की गई।
बैठक में कलेक्टर ने मलेरिया नियंत्रण के लिए विभागीय अधिकारियों से सजग रहकर कार्य करने को कहा। जहां मलेरिया के अधिक प्रकरण आते हैं, उन क्षेत्रों पर अधिक फोकस करने को कहा। टीवी नियंत्रण कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान कहा गया कि टीबी के रोगियों को दवाईयों का पूरा कोर्स करने के लिए प्रेरित किया जाये, कई बार टीबी के रोगी एक- दो माह दवा खाकर स्वस्थ महसूस करने लगते हैं और दवा खाना छोड़ देते हैं। इससे मरीज पूर्णत: ठीक नहीं हो पाते और बाद में बीमारी गंभीर स्थिति में पुन: उभर आती है।
कलेक्टर ने आशा सहयोगी के रिक्त पदों पर शीघ्रता से पद भरने के निर्देश दिये। उन्होंने पोषण पुनर्वास केन्द्र की पूरी क्षमता का उपयोग करने के लिए कहा। पोषण पुनर्वास केन्द्र में जितने बेड हैं, उतने बच्चे वहां भर्ती रहें, ताकि बच्चों को कुपोषण से मुक्त किया जा सके। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जीसी चौरसिया ने कहा कि मलेरिया नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए लार्वा विनष्टीकरण के लिए अभियान चलायें।
बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की समीक्षा के दौरान कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का लाभ पात्र महिलाओं को देने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला कार्यक्रम अधिकारी से मातृ वंदना योजना की प्रगति की जानकारी ली और जिन परियोजना अधिकारियों द्वारा 50 प्रतिशत से कम उपलब्धि प्राप्त की गई है। उन्हें एक वेतन वृद्धि रोकने का नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने लाड़ली लक्ष्मी योजना के परिपक्व राष्ट्रीय बचत पत्र, जो पोस्ट ऑफिस में लंबित हैं, उनका तत्काल निराकरण करने के निर्देश पोस्टमास्टर को दिये।
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. विजय मिश्रा, डॉ. एआर मरावी, विभिन्न राष्ट्रीय कार्यक्रमों के प्रभारी अधिकारी, जिला मलेरिया अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा श्वेता जाधव, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी एपीएस निरंजन, विकासखंड के खंड चिकित्सा अधिकारी, सभी परियोजना अधिकारी और अन्य अधिकारी मौजूद थे।
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