अमानक बीज एवं खाद् रखने वालो पर कड़ी कार्यवाही करें : श्री प्रभांषु कमल |
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ब्यूरो चीफ मालथौन, जिला सागर // अनिल तिवारी : 7693931564
- कृषि उत्पादन की समीक्षा बैठक सम्पन्न
- कृषि उत्पादन आयुक्त ने रबी फसल की समीक्षा एवं खरीफ की तैयारियों की बैठक ली
सागर. अपर मुख्य सचिव एवं कृषि उत्पादन आयुक्त श्री प्रभांशु कमल की अध्यक्षता में गुरूवार को सागर संभाग की रबी 2018-19 की समीक्षा एवं खरीफ 2019 की तैयारियों को लेकर संभागीय बैठक आयोजित की गई। बैठक में श्री कमल ने समस्त कलेक्टर्स को निर्देषित किया कि अमानक बीज एवं खाद रखने वालों के खिलाफ तत्काल पुलिस कार्यवाही करते हुए उनके गोदाम सील किये जाये।
उन्होंने कहा कि सभी कलेक्टर्स आज से ही अमानक बीज एवं खाद की जांच हेतु मानीटरिंग करें। बैठक में तय किया गया कि इस बार खरीफ फसल में संभाग में कुल 1821 हजार हेक्टेयर में खरीफ का क्षेत्राच्छादन किया जायेगा। इसमें 337 हजार हेक्टेयर सोयाबीन, 6.9 हजार हेक्टेयर में मक्का, 9.2 हजार हेक्टेयर में ज्वार, 169.2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान, 1088 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में उड़द, 31.5 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग, 23.3 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मूंगफली, 130 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में तिलरामतिल एवं अन्य फसलें बोई जायेंगी।
बैठक में प्रमुख सचिव कृषि श्री अजीत केसरी, संभागायुक्त श्री आनंद कुमार शर्मा, सहकारिता आयुक्त श्री एमके अग्रवाल, बीज विकास निगम के प्रबंध संचालक श्री रमेश भंडारी, संचालक कृषि श्री मुकेश शुक्ला, सागर संभाग के सभी जिलों के कलेक्टर, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं कृषि विभाग के उप संचालक मौजूद थे।
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री प्रभांशु कमल ने कहा कि संभाग के जिलों में देखा गया है कि कृषकों द्वारा रासायनिक खाद का अग्रिम उठाव नहीं किया गया है। सभी जिलों के कलेक्टर अपने-अपने जिलों में अग्रिम उठाव योजना का प्रचार-प्रसार करें एवं इसके लक्ष्य की पूर्ति नहीं होने के कारणों की समीक्षा करें। कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि किसानों की आय को दोगुना करने के लिये विभिन्न उपायों की सतत समीक्षा की जाये एवं कृषि में उन्नत तकनीक, रासायनिक उर्वरक, खेती की लागत को कम करने जैसे उपायों पर जोर दिया जाये।
उन्होंने खरीफ फसल में सिंगल सुपर फास्फेट उर्वरक का उपयोग करने का भी व्यापक प्रचार-प्रसार करने को कहा है। कृषि उत्पादन आयुक्त ने कहा कि सोयाबीन की उत्पादकता जब तक 22 क्विंटल प्रति हेक्टेयर नहीं होगी, तब तक किसानों के लिये यह लाभकारी नहीं हो सकती। उन्होंने कहा कि कृषि वैज्ञानिकों की सलाह लेकर जिलों में विभिन्न तकनीकों जिनमें रेस्ड बेड सिस्टम, उन्नत बीज आदि को अपनाकर उत्पादकता को बढ़ाया जा सकता है।
कृषि उत्पादन आयुक्त ने साथ ही यह भी कहा कि खरीफ में सोयाबीन के विकल्प के रूप में अन्य फसलों का व्यापक प्रचार-प्रसार करते हुए किसानों को विश्वास में लेकर फसल चक्र में परिवर्तन लाना चाहिये। उन्होंने दालों एवं मोटे अनाज के रकबे में बढोत्तरी के निर्देश दिये हैं।
अमानक सेम्पल पाये जाने पर कड़ी कार्यवाही की जाये
कृषि उत्पादन आयुक्त ने निर्देश दिये कि रासायनिक उर्वरक, बीज एवं कीटनाशक के सेम्पल अमानक पाये जाने पर विभिन्न जिलों में कृषि उप संचालकों द्वारा कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की जाती है। कृषि उत्पादन आयुक्त ने सभी जिला कलेक्टर्स को हिदायत दी है कि वे अमानक सेम्पल पाये जाने पर सम्बन्धित कंपनी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करते हुए एफआईआर दर्ज करवायें।
बैठक में बीज उपलब्धता की समीक्षा भी की गई तथा निर्देश दिये गये कि जिन जिलों में ज्वार, मक्का आदि के बीजों की कमी है वे पहले से अपनी मांग बीज निगम को भेजे।
बैठक में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की समीक्षा की गई तथा निर्देश दिये गये कि सागर, दमोह, छतरपुर, टीकमगढ, पन्ना एवं निवाड़ी जिलों में अऋणी कृषकों का बीमा अत्यधिक कम हुआ था, इसे इस वर्ष बढ़ाया जाये। उल्लेखनीय है कि संभाग में वर्ष 2018 में 253923 ऋणी कृषकों का तथा 6585 अऋणी कृषकों का बीमा करवाया गया। बैठक में फाल आर्मी वर्म के प्रति सतर्क रहने की हिदायत देते हुए जिन क्षेत्रों में मक्का, धान एवं ज्वार की फसलें अधिक ली जाती है, वहां पर कीट नियंत्रण हेतु विशेष नियंत्रण रखने के लिये कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी गठित करने को कहा गया है।
सागर कमिष्नर श्री आनंद शर्मा ने संभाग के समस्त कलेक्टर्स से फसल का उत्पादन बढ़ाने हेतु हर संभव प्रयास करे साथ ही किसानों की ऋण माफी हेतु शत-प्रतिषत कार्य कर किसानों को कर्ज मुक्त बनाकर उनको मुख्य धारा में जोड़ने के निर्देष दिये। उन्होंने जिला परिवहन अधिकारी के माध्यम से पंजाब हरियाणा से आने वाले हारवेस्टर मषीनों को चिन्हित करते हुये उनसे संभाग में कार्य कराने के लिये निर्देषित किया। उन्होंने समस्त आगनवाड़ी केन्द्रों, स्कूल भवनोें में मुनगा के वृक्ष लगाकर माध्यान्ह भोजन में मुनगा की सब्जी वितरित करने के निर्देष दिये। उन्होंने संभाग में पॉलीहाउस एवं आचार्य विद्यासागर गोसंबंधन को उन्नयत करने के निर्देष दिये।
बैठक में सागर कलेक्टर श्रीमती प्रीति मैथिल नायक ने बताया कि जिले में वृक्षारोपण का कार्यक्रम, 25 ग्राम पंचायतों में सब्जी उत्पादन हेतु प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने ड्रिप के माध्यम से सिंचाई को आगे बढ़ाने हेतु अपनी कार्ययोजना बताई। श्रीमती मैथिल ने जिले में हारवेस्टर चलाने हेतु कार्यषाला आयोजित कर हावेस्टर चलाने के इच्छुक व्यक्तियों को ट्रेनिंग प्रषिक्षित किया जायेगा। साथ ही जीवन कौषल विकास केन्द्र की मदद से हावेस्टर क्रय करने हेतु नीति तैयार की जायेगी।
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