वर्ष 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सीएनआई संस्था को पूरी तरीके से अवैध |
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विनय जी. डेविड 9893221036
जबलपुर । एंग्लिकन चर्च ऑफ नार्थ इंडिया की सचिव मधुलिका ज्वायसे ने एक पत्रकार वार्ता के माध्यम से सीएनआई चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हाल ही में ईओडब्ल्यू की कार्रवाई में पकड़े गए विशप पीसी सिंह पर भी मधुलिका और उनकी संस्था ने आरोप लगाए हैं।
उन्होंने बताया कि पीसी सिंह द्वारा धर्मांतरण गलत तरीके से कराया जाता था। वही सीएनआई संस्था पीसी सिंह के माध्यम से पैसों के दम पर धर्मांतरण कराती थी। स्कूल और चर्च की आड़ में सीएनआई संस्था के द्वारा धर्मांतरण का खेल किया जाता था। वही पीसी सिंह का पूरा सहयोग यह संस्था करती है। यह पूरा खेल जबलपुर सहित पूरे देश में तेजी से चल रहा है जिसके कारण कई बार उनकी संस्था के द्वारा इसकी शिकायत की गई पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई।
गौरतलब है कि पीसी सिंह के निवास स्थान और कार्यालय में करोड़ों रुपए और विदेशी मुद्राएं प्राप्त हुई थी। मधुलिका का आगे कहना है कि वर्ष 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सीएनआई संस्था को पूरी तरीके से अवैध घोषित कर दिया था। इस संस्था के मॉडरेटर पीसी सिंह है जो चर्च की बेशकीमती जमीनों को फर्जी तरीके से बेच देते थे। पत्रकारवार्ता के माध्यम से मधुलिका ने विशप सिंह के काले कारनामों की जानकारी दी और उन पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
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