*मामला अवैध दो मंजिला भवन का*
मनीष मड़ाहर
खरगोन : खरगोन जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेन्द्र सिह शर्मा और ग्राम पंचायत मेनगाव के प्रभारी पंचायत सचिव राजेश कुश्वाह के द्वारा खुलेआम कलेक्टर के आदेशों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है। मामला ग्राम के बहुचर्चित अवैध दो मंजिला भवन को तोडने की थी जिसकी जाँच अनुविभागीय अधिकारी द्वारा की गई थी, कलेक्टर के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए जाँच रिपोर्ट पर कलेक्टर ने टिप लिखी गयी जिस पर अनुविभागीय अधिकारी की जाँच को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा ने जनपद सी.इ.ओ राजेन्द्र शर्मा को सम्बंधित लोगो के खिलाफ मौखिक रूप से एफ.आई.आर दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे व दिनांक 23-07-16 को आवेदक राकेश भार्गव ने पुन: आवेदन दिया जिस पर पुन: अवैध दो मंजिला भवन को तोडऩे बाबद व विधि सम्मत की कार्यवाही जनपद सी.इ.ओ को सात दिवस में करने के दिशा निर्देश दिनांक 30-07-16 को दिए गये थे परन्तु सी.इ.ओ राजेन्द्र शर्मा के कान तक जूं तक नहीं रेंगी,जिससे साफ जाहिर होता देखा जा रहा है की कलेक्टर पर सी.इ.ओ भारी पड़ता दिख रहा है ,मानो कलेक्टर का जिले के अधिकारी पर अपना वर्चस्व नहीं है शिकायत कर्ता राकेश भार्गव ने बताया कि कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक को शिकायतों के बावजूद नतीजा सिफर रहा। राकेश भार्गव ने अपनी हार न मानते हुए पुन: जनसुनवाई केंद्र पहुंचकर कलेक्टर को आवेदन सौपा गया जिसमे राकेश भार्गव सहित ग्रामीणों ने गुहार लगाई की साहब इस मामले को गंभीरता से लेकर पुन: कार्यवाही के दिशा निर्देश देने की अपील की है ।
शिकायतकर्ता राकेश भार्गव ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशों की अवहेलना कर रहे सीईओ और पंचायत सचिव ने निर्माणधीन अवैध दो मंजिला भवन को तोडने में लापरवाही की तो उनके द्वारा हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई जायेगी जिसकी जबाबदारी प्रशासन की होगी ।
भाजपा के शासन में कांग्रेसियों की घुसपैठ : जनपद से लेकर कलेक्टर कार्यालय के गलियारों में एक ही गूंज सुनाई दे रही है जिसकी चर्चाये जगह जगह हो रही है ,स्थानीय जनप्रतिनिधि का संरक्षण कांग्रेसियों को प्राप्त होता देखा जा रहा है इधर देखे तो आज पुरे देश में संगठन से लेकर हर कार्यकर्ताओ में जोश भरा हुआ है की कांगरेसियो द्वारा अवैध कार्य शासन की संपत्ति से लेकर नाना प्रकार के अवैध कारनामो के उजागर कर बेनकाब कर रहे है और इधर देखे तो हमारे स्थानीय जनप्रतिनिधि कांग्रेसियों को भरपूर संरक्षण दे रहे है
मामला एक नजर में : कांग्रेस समर्थित गद्दावर नेता माने जाने वाले ने ग्राम पंचायत की शासकीय भूमि पर अवैध रूप से दो मंजिला भवन का निर्माण कर लिया है वह भी खरगोन कसरावद मुख्य मार्ग स्थित सरकारी कार्यालयों के बीच में जिसकी किसी भी प्रकार की प्रमाणित अधिकार प्राप्त नहीं है ,वह भी सन 1997.98 में गद्दावर नेता के रूप में महिमाराम पाटीदार उपसरपंच के पद पर असीन थे जो पद का दुरूपयोग कर तत्कालीन सरपंच काशीराम चौहान व् सचिव कैलाश रोकड़े की मिलिभगत से एक संपन्न व धनी व्यक्ति के महिमाराम पाटीदार के पुत्र दिलीप महिमाराम पाटीदार को शासन प्रशासन को गुमराह कर बी.पी.एल में नाम जोड़कर अवैध रूप से पट्टा जारी कर दिया जो उस समय नाबालिक था जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम थी यह कृतज्ञ गद्दावर नेता ने कर दिखाया है
ग्राम के लखन कुशवाह ने इस मामले को लेकर शिकायत कलेक्टर से लेकर सी.एम. हेल्पलाइन संभागायुक्त संजय दुबे तक की है,और राष्ट्रिय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व् प्रदेश अध्यक्ष नन्द कुमार सिंह चौहान जी को पत्र लिखकर स्थानीय जनप्रतिनिधि के खिलाफ शिकायत भेजी गयी है अब यह देखना है की भाजपा संगठन का अनुशासन कर्मठ कार्यकर्ता की सुनवाई करता है या फिर उन कांग्रेसियों को बचाया जा रहा है उन नेतोओं को संरक्षण देंगे ।
मनीष मड़ाहर
खरगोन : खरगोन जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेन्द्र सिह शर्मा और ग्राम पंचायत मेनगाव के प्रभारी पंचायत सचिव राजेश कुश्वाह के द्वारा खुलेआम कलेक्टर के आदेशों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है। मामला ग्राम के बहुचर्चित अवैध दो मंजिला भवन को तोडने की थी जिसकी जाँच अनुविभागीय अधिकारी द्वारा की गई थी, कलेक्टर के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए जाँच रिपोर्ट पर कलेक्टर ने टिप लिखी गयी जिस पर अनुविभागीय अधिकारी की जाँच को संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर अशोक कुमार वर्मा ने जनपद सी.इ.ओ राजेन्द्र शर्मा को सम्बंधित लोगो के खिलाफ मौखिक रूप से एफ.आई.आर दर्ज करने के निर्देश दिए गए थे व दिनांक 23-07-16 को आवेदक राकेश भार्गव ने पुन: आवेदन दिया जिस पर पुन: अवैध दो मंजिला भवन को तोडऩे बाबद व विधि सम्मत की कार्यवाही जनपद सी.इ.ओ को सात दिवस में करने के दिशा निर्देश दिनांक 30-07-16 को दिए गये थे परन्तु सी.इ.ओ राजेन्द्र शर्मा के कान तक जूं तक नहीं रेंगी,जिससे साफ जाहिर होता देखा जा रहा है की कलेक्टर पर सी.इ.ओ भारी पड़ता दिख रहा है ,मानो कलेक्टर का जिले के अधिकारी पर अपना वर्चस्व नहीं है शिकायत कर्ता राकेश भार्गव ने बताया कि कलेक्टर से लेकर मुख्यमंत्री तक को शिकायतों के बावजूद नतीजा सिफर रहा। राकेश भार्गव ने अपनी हार न मानते हुए पुन: जनसुनवाई केंद्र पहुंचकर कलेक्टर को आवेदन सौपा गया जिसमे राकेश भार्गव सहित ग्रामीणों ने गुहार लगाई की साहब इस मामले को गंभीरता से लेकर पुन: कार्यवाही के दिशा निर्देश देने की अपील की है ।
शिकायतकर्ता राकेश भार्गव ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशों की अवहेलना कर रहे सीईओ और पंचायत सचिव ने निर्माणधीन अवैध दो मंजिला भवन को तोडने में लापरवाही की तो उनके द्वारा हाईकोर्ट में जनहित याचिका लगाई जायेगी जिसकी जबाबदारी प्रशासन की होगी ।
भाजपा के शासन में कांग्रेसियों की घुसपैठ : जनपद से लेकर कलेक्टर कार्यालय के गलियारों में एक ही गूंज सुनाई दे रही है जिसकी चर्चाये जगह जगह हो रही है ,स्थानीय जनप्रतिनिधि का संरक्षण कांग्रेसियों को प्राप्त होता देखा जा रहा है इधर देखे तो आज पुरे देश में संगठन से लेकर हर कार्यकर्ताओ में जोश भरा हुआ है की कांगरेसियो द्वारा अवैध कार्य शासन की संपत्ति से लेकर नाना प्रकार के अवैध कारनामो के उजागर कर बेनकाब कर रहे है और इधर देखे तो हमारे स्थानीय जनप्रतिनिधि कांग्रेसियों को भरपूर संरक्षण दे रहे है
मामला एक नजर में : कांग्रेस समर्थित गद्दावर नेता माने जाने वाले ने ग्राम पंचायत की शासकीय भूमि पर अवैध रूप से दो मंजिला भवन का निर्माण कर लिया है वह भी खरगोन कसरावद मुख्य मार्ग स्थित सरकारी कार्यालयों के बीच में जिसकी किसी भी प्रकार की प्रमाणित अधिकार प्राप्त नहीं है ,वह भी सन 1997.98 में गद्दावर नेता के रूप में महिमाराम पाटीदार उपसरपंच के पद पर असीन थे जो पद का दुरूपयोग कर तत्कालीन सरपंच काशीराम चौहान व् सचिव कैलाश रोकड़े की मिलिभगत से एक संपन्न व धनी व्यक्ति के महिमाराम पाटीदार के पुत्र दिलीप महिमाराम पाटीदार को शासन प्रशासन को गुमराह कर बी.पी.एल में नाम जोड़कर अवैध रूप से पट्टा जारी कर दिया जो उस समय नाबालिक था जिसकी उम्र 18 वर्ष से कम थी यह कृतज्ञ गद्दावर नेता ने कर दिखाया है
ग्राम के लखन कुशवाह ने इस मामले को लेकर शिकायत कलेक्टर से लेकर सी.एम. हेल्पलाइन संभागायुक्त संजय दुबे तक की है,और राष्ट्रिय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह व् प्रदेश अध्यक्ष नन्द कुमार सिंह चौहान जी को पत्र लिखकर स्थानीय जनप्रतिनिधि के खिलाफ शिकायत भेजी गयी है अब यह देखना है की भाजपा संगठन का अनुशासन कर्मठ कार्यकर्ता की सुनवाई करता है या फिर उन कांग्रेसियों को बचाया जा रहा है उन नेतोओं को संरक्षण देंगे ।
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