Toc News @ 29 Oct 2016
बालकृष्ण आचार्य के पिता जय वल्लभ इन दिनो नेपाल के गांव में घास काट रहे है वहीं उनका लाडला 25 हजार करोड़ का मालिक है.
नई दिल्लीः बालकृष्ण आचार्य के पिता जय वल्लभ इन दिनो नेपाल के गांव में घास काट रहे है वहीं उनका लाडला 25 हजार करोड़ का मालिक है। हम बात कर रहे हैं बाबा रामदेव के पतंजलि ग्रुप के सीईओ आचार्य बालकृष्ण की। वर्ष 1995 में हरिद्वार में दिव्य फार्मेसी के रूप में शुरू किए गए पतंजलि ग्रुप के प्रमुख की हैसियत से बालकृष्ण हाल ही में फोर्ब्स की रईसों की सूची में शामिल किए गए हैं, जिनकी निजी संपदा 25,000 करोड़ रुपये आंकी गई है. बालकृष्ण का जन्म 4 अगस्त 1972 को हुआ. उनकी माँ का नाम सुमित्रा देवी और पिता का नाम जय वल्लभ था. कभी साईकिल और स्कुटर से घुमने वाले आज 35 लाख की रेंजरोवर से चलते है. बालकृष्ण अरबो रुपए की मिलकियत के मालिक है.
सालाना कारोबार 10 हजार करोड़ का
लुंगी और कुर्ता के पोशाक मे रहने वाला लाडला इन दिनो सालाना कारोबार 10,000 करोड़ रुपये का करता है. उनकी मां को जड़ी बुटियों से बहुत लगाव था जब भी बालकृष्ण बीमार होते थे उनकी मां जड़ी बुटियो से ही उनका इलाज करती थी . आयुवेद को सेहत कि राज बनाने वाले लाडला 50 करोड़ रुपये के ऋण से शुरू की गई पतंजलि का सालाना कारोबार अगले साल 10,000 करोड़ रुपये करने कि क्षमता रखता है, लेकिन बालकृष्ण इसके लिए वेतन नहीं लेते हैं... वैसे, उनका काम वेतन लिए भी बिना चल सकता है, क्योंकि पतंजलि में 97 फीसदी हिस्सेदारी उनके ही नाम है...
2006 में हुई थी पतंजलि की स्थापना
पतंजलि की स्थापना योगगुरु बाबा रामदेव के सहयोग से वर्ष 2006 में की गई, जो शैम्पू से लेकर दंतमंजन (टूथपेस्ट भी) तक सब कुछ बनाती है. पिछले साल 5,000 करोड़ रुपये के कारोबार का आंकड़ा पार कर लेने वाले आयुर्वेद के इस साम्राज्य में बाबा रामदेव की भले ही कोई हिस्सेदारी नहीं है, लेकिन इसका चेहरा वही हैं. दोनों मित्रों की पहली मुलाकात आज से 30 साल पहले हरियाणा के गुरुकुल में हुई थी, जहां वे पढ़ते थे, और जल्द ही वे एक दूसरे के करीब आ गए थे.
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