TOC NEWS 26 Oct. 2016 @ क्राइम , अपराध
अजमेर: पिछले काफी समय से खुद को टीटीई विजिलेंस अधिकारी बनकर ठगी करने वाले एक ठक को रेलवे कर्मचारियों की मदद से जीआरपी ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके पास से एक बैग मिला जिसमें कई प्रकार के फर्जी दस्तावेज, खाकी वर्दी, फर्जी नेम प्लेट आदि थे। पुलिस को उसके बैग से एक फोटो भी मिला है जिसमें वह चार्टर प्लेन के साथ खड़ा है। इसके बारे में पूछने पर उसने गोलमाल सा जवाब दिया है।
पुलिस को उसके बैग से एक खाकी वर्दी, फर्जी नेम प्लेट, आई कार्ड व दस्तावेज मिले। वह अब तक 20 से ज्यादा टीटीई को ठग चुका। गिरफ्त में आए ठग के पास से पुलिस ने आरपीएफ की तीन स्टार सहित बैज लगी वर्दी, डेढ़ सौ से ज्यादा रेलवे के उच्च पदों के विजिटिंग कार्ड, फर्जी आई कार्ड, छह बैंकों की पासबुक व एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि हाल ही उसने बलिया में कार्यरत एक टीटीई से पंद्रह हजार रु. बतौर विजिलेंस चैकिंग रिपोर्ट (वीसीआर) के लिए थे। कई ऐसे फोटो मिले, जिनसे कई और राज खुल सकते हैं। इसमें एक फोटो भी मिला, जिसमें एक चार्टर प्लेन के साथ वह खड़ा है। पुलिस ने पूछताछ की तो उसने गोलमाल सा उत्तर दिया है। पुलिस इस चार्टर के मूल दस्तावेज भी खंगालने के लिए पूछताछ कर रही है।
जीआरपी एसपी ओमप्रकाश द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ट्रेनों में अपराधियों और संदिग्ध लोगों की धरपकड़ के लिए विशेष चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार रात जीआरपी थाने पर सूचना मिली थी कि आश्रम एक्सप्रेस के कोच संख्या बी-2 में सीटीआई ओमप्रकाश ने एक संदिग्ध को पकड़ा है। जिसे पकड़ा है वो खुद को टीटीई/सीटीआई विजिलेंस ऑफिसर बता रहा है।
उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने ठगी की वारदातें कबूल कर ली। आरोपी की पहचान अखिलेश उर्फ अरविंद यादव (37) पुत्र सीताराम यादव निवासी-अहीरपुर, पोस्ट गंगउपुर पुलिस थाना मधुबन जिला मऊ (उतर प्रदेश) के रूप में हुई है।
अजमेर: पिछले काफी समय से खुद को टीटीई विजिलेंस अधिकारी बनकर ठगी करने वाले एक ठक को रेलवे कर्मचारियों की मदद से जीआरपी ने रविवार देर रात गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके पास से एक बैग मिला जिसमें कई प्रकार के फर्जी दस्तावेज, खाकी वर्दी, फर्जी नेम प्लेट आदि थे। पुलिस को उसके बैग से एक फोटो भी मिला है जिसमें वह चार्टर प्लेन के साथ खड़ा है। इसके बारे में पूछने पर उसने गोलमाल सा जवाब दिया है।
पुलिस को उसके बैग से एक खाकी वर्दी, फर्जी नेम प्लेट, आई कार्ड व दस्तावेज मिले। वह अब तक 20 से ज्यादा टीटीई को ठग चुका। गिरफ्त में आए ठग के पास से पुलिस ने आरपीएफ की तीन स्टार सहित बैज लगी वर्दी, डेढ़ सौ से ज्यादा रेलवे के उच्च पदों के विजिटिंग कार्ड, फर्जी आई कार्ड, छह बैंकों की पासबुक व एटीएम कार्ड बरामद किए हैं।
जीआरपी एसपी ओमप्रकाश द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक ट्रेनों में अपराधियों और संदिग्ध लोगों की धरपकड़ के लिए विशेष चैकिंग अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार रात जीआरपी थाने पर सूचना मिली थी कि आश्रम एक्सप्रेस के कोच संख्या बी-2 में सीटीआई ओमप्रकाश ने एक संदिग्ध को पकड़ा है। जिसे पकड़ा है वो खुद को टीटीई/सीटीआई विजिलेंस ऑफिसर बता रहा है।
उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने ठगी की वारदातें कबूल कर ली। आरोपी की पहचान अखिलेश उर्फ अरविंद यादव (37) पुत्र सीताराम यादव निवासी-अहीरपुर, पोस्ट गंगउपुर पुलिस थाना मधुबन जिला मऊ (उतर प्रदेश) के रूप में हुई है।
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