Saturday, June 29, 2013

हरदा -आंकलित खपत के रूप में वसूला जा रहा बिजली बिल

उजाला बांटने वालों की ये कैसी अंधेरगर्दी

कर्मचारी मेरा कहना नहीं मानते - डीई
हरदा से जितेन्द्र अग्रवाल : 80851 99183 की रिपोर्ट....
toc news internet channal

हरदा। बिजली चोरी रोकने के लिए जिन अफसरों का महकमा मोटे वेतन पर विद्युत वितरण कंपनी ने रखा है, वे ही अब कंपनी को चूना लगाने की जुगत में है। बागड़ ही खेत खा जाये, इससे पहले कंपनी के एमडी और चीफ इंजीनियर जैसे पदाधिकारियों को सक्रिय हो जाना चाहिये। चर्चा है कि हरदा शहर में बिजली विभाग के अफसर ही बिजली चोरी करवा रहे हें। इसका बिल उन ईमानदार व गरीब तथा छोटे घरेलू उपभोक्ताओं के बिलों में लाद रहे हैं, जो बिना विरोध किये, चुपचाप पैसा जमा कर देते हैं।

इसके पीछे का गणित समझने के लिए आप अपना ही बिजली का बिल देखिये। आप घरेलू उपभोक्ता हैं ? आपने जितनी बिजली जलाई है, क्या उतने का ही बिल आया है। नहीं, आप गफलत मे हैं। आंकलित खपत के रूप में जितने भी युनिट चढ़ाये गये हैं, उनका बिल आप क्यों भरें ? आपने यह बिजली जलाई ही नहीं। विभाग के मीटर रीडरों द्वारा प्रतिमाह रीडिंग नहीं ली जाती और मन से ही रीडिंग लिख दी जाती है। जब मीटर बाहर लगा है तो सही रीडिंग क्यों नहीं लिखते ? कई जगह तो मीटर अभी भी मकानों के अंदर लगे हुए हैं। जो गलत बिल बनें है, उन्हें सुधारने के लिए भी विभाग को डेढ़ माह का समय कम पड़ रहा है। डेढ़ माह पहले दिया गया आवेदन पर समाचार लिखे जाने तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।

यह वही रीडिंग है, जो आंकलित खपत के रूप में आपसे वसूली की जा रही है। वास्तव में जिन्होंने बिजली चोरी की है, या अफसरों ने करवाई है, उनका हिस्सा आप पर मढ़ दिया गया है। साफ शब्दों में कहें तो हरदा के बड़े अधिकारी आपको ईमानदारी की सजा दे रहे हैं। कम्प्यूटराईज्ड वितरण होने के बाद बिजली विभाग हरदा जिले के लिए बिजली एक निश्चित मात्रा में डाल देता है। जितनी बिजली डाली जाती है, कार्यपालन यंत्री और डिविजनल इंजीनियर को उतना पैसा भरना अनिवार्य होता है। ऐसे में बिजली चोरी नहीं करवा सकते। लेकिन सूत्र बताते हैं कि अफसरों ने कर्मचारियों को एजेन्ट के रूप में इस्तेमाल किया है, ये बिजली चोरी करवाते हैं। इसका पैसा आंकलित खपत के रूप में ईमानदर उपभोक्ताओं के माथे मढ़ दिया जाता है।

हाल ही में बिजली विभाग के दफ्तर में बैठे डीई के पास रोजाना सैकड़ों गरीब बिल लेकर पहुंच रहे हैं। जिनके बिजली बिल में 100-200 यूनिट आंकलित खपत जोड़ दी गई है। गरीब बस्तियों के बुजुर्ग भी समूह बनाकर डीई को बता आये, कि उनके साथ अन्याय हो रहा है। शिवराज ने गेहूं , चावल और नमक तक का ध्यान रखा। लेकिन बिजली वाले तो अंधेर कर रहे हैं। गरीबों के साथ उजाला बांटने वालों की ये कैसी अंधेरगर्दी है ? क्या इन पर लगाम नहीं लग सकती ? इन्हें कैसी छूट दे दी गई है। नियामक अयोग क्यों गरीबों के साथ खिलवाड़ कर रहा है। हाल ही में कई उदाहरण तो ऐसे भी आए हैं, कि बिजली का मीटर लगा ही नहीं, और उपभोक्ताओं को बिजली बिल देना शुरू कर दिया गया है। बिजली के खंबे तो गांधी छाप नोटों के बल पर आसानी से उखड़ जाते हैं। लगभग साल भर पहले ही जो खंबे लगाए गए थे, प्रभावशाली लोगों ने ले देकर उन खंबो को हटवा दिया। स्थिति यहां पैसा फेंक, तमाशा देख जैसी हो गई है। अफसर कलम के सिपाही कम, और डमरू बजाने वाले मदारी ज्यादा नजर आ रहे हैं। यदि बिजली विभाग के अधिकारियेां को रवैया ऐसा ही रहा तो कमल पटैल के प्रति मतदाताओं की नाराजगी भी बढ़ती जायेगी। कहीं ऐसा न हो कि अटल ज्योति जलाने से पहले ही ये अफसर भ्रष्टाचार की आंधी लाकर उसे बुझा दें। स्थानीय विधायक सारा घटनाक्रम चुपचाप देख रहे हैं। वे भी आगामी माह से पहले विद्युत मंडल में तबादलों का सैलाब लाकर इन्हें इतनी दूर छोड़ आयेंगे, जहां से हरदा की परछाई भी नहीं दिखेगी।

डीई सुमित अग्रवाल का कहना है कि जो बिल दिया है, उसे भरना ही पड़ेगा। चाहे आपको उपभोक्ता फोरम, कोर्ट, थाना जहां जाना है वहां जायें, ये नहीं सुधरेगा। मेरे पास इतने चक्कर लगाने से तो अच्छा है कि संबंधित के पास जाते तो शायद सुधर जाता। मेरे पास आने से कोई फायदा नहीं। मेरे अधीनस्थ कर्मचारी ही मेरा कहना नहीं मान रहे हैं।



No comments:

Post a Comment

CCH ADD

CCH ADD
CCH ADD

dhamaal Posts

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / रिपोर्टरों की आवश्यकता है

ANI NEWS INDIA

‘‘ANI NEWS INDIA’’ सर्वश्रेष्ठ, निर्भीक, निष्पक्ष व खोजपूर्ण ‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया ऑनलाइन नेटवर्क’’ हेतु को स्थानीय स्तर पर कर्मठ, ईमानदार एवं जुझारू कर्मचारियों की सम्पूर्ण मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के प्रत्येक जिले एवं तहसीलों में जिला ब्यूरो प्रमुख / तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / पंचायत स्तर पर क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों / संवाददाताओं की आवश्यकता है।

कार्य क्षेत्र :- जो अपने कार्य क्षेत्र में समाचार / विज्ञापन सम्बन्धी नेटवर्क का संचालन कर सके । आवेदक के आवासीय क्षेत्र के समीपस्थ स्थानीय नियुक्ति।
आवेदन आमन्त्रित :- सम्पूर्ण विवरण बायोडाटा, योग्यता प्रमाण पत्र, पासपोर्ट आकार के स्मार्ट नवीनतम 2 फोटोग्राफ सहित अधिकतम अन्तिम तिथि 30 मई 2019 शाम 5 बजे तक स्वंय / डाक / कोरियर द्वारा आवेदन करें।
नियुक्ति :- सामान्य कार्य परीक्षण, सीधे प्रवेश ( प्रथम आये प्रथम पाये )

पारिश्रमिक :- पारिश्रमिक क्षेत्रिय स्तरीय योग्यतानुसार। ( पांच अंकों मे + )

कार्य :- उम्मीदवार को समाचार तैयार करना आना चाहिए प्रतिदिन न्यूज़ कवरेज अनिवार्य / विज्ञापन (व्यापार) मे रूचि होना अनिवार्य है.
आवश्यक सामग्री :- संसथान तय नियमों के अनुसार आवश्यक सामग्री देगा, परिचय पत्र, पीआरओ लेटर, व्यूज हेतु माइक एवं माइक आईडी दी जाएगी।
प्रशिक्षण :- चयनित उम्मीदवार को एक दिवसीय प्रशिक्षण भोपाल स्थानीय कार्यालय मे दिया जायेगा, प्रशिक्षण के उपरांत ही तय कार्यक्षेत्र की जबाबदारी दी जावेगी।
पता :- ‘‘ANI NEWS INDIA’’
‘‘न्यूज़ एण्ड व्यूज मिडिया नेटवर्क’’
23/टी-7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, प्रेस काम्पलेक्स,
नीयर दैनिक भास्कर प्रेस, जोन-1, एम. पी. नगर, भोपाल (म.प्र.)
मोबाइल : 098932 21036


क्र. पद का नाम योग्यता
1. जिला ब्यूरो प्रमुख स्नातक
2. तहसील ब्यूरो प्रमुख / ब्लाक / हायर सेकेंडरी (12 वीं )
3. क्षेत्रीय रिपोर्टरों / प्रतिनिधियों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
4. क्राइम रिपोर्टरों हायर सेकेंडरी (12 वीं )
5. ग्रामीण संवाददाता हाई स्कूल (10 वीं )

SUPER HIT POSTS

TIOC

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

''टाइम्स ऑफ क्राइम''


23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1,

प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011

Mobile No

98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।

http://tocnewsindia.blogspot.com




यदि आपको किसी विभाग में हुए भ्रष्टाचार या फिर मीडिया जगत में खबरों को लेकर हुई सौदेबाजी की खबर है तो हमें जानकारी मेल करें. हम उसे वेबसाइट पर प्रमुखता से स्थान देंगे. किसी भी तरह की जानकारी देने वाले का नाम गोपनीय रखा जायेगा.
हमारा mob no 09893221036, 8989655519 & हमारा मेल है E-mail: timesofcrime@gmail.com, toc_news@yahoo.co.in, toc_news@rediffmail.com

''टाइम्स ऑफ क्राइम''

23/टी -7, गोयल निकेत अपार्टमेंट, जोन-1, प्रेस कॉम्पलेक्स, एम.पी. नगर, भोपाल (म.प्र.) 462011
फोन नं. - 98932 21036, 8989655519

किसी भी प्रकार की सूचना, जानकारी अपराधिक घटना एवं विज्ञापन, समाचार, एजेंसी और समाचार-पत्र प्राप्ति के लिए हमारे क्षेत्रिय संवाददाताओं से सम्पर्क करें।





Followers

toc news