नरसिंहपुर से सलामत खान की रिपोर्ट....
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नरसिहपुर । नगर सहित जिले की अधिकांश निजी विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक शिक्षिकाओं का शोषण किया जा रहा है और छात्र छात्राओं के प्रवेश व मासिक फीस में मनमानी की जा रही है। इस समस्या को लेकर बीते दिवस जिला एनएसयूआई द्वारा जिला प्रशासन को ज्ञापन सौपकर कार्यवाही की मांग की गयी। एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष रोहित पटैल ने बताया कि जिले के अधिकांश निजी विद्यालयेां एवं महाविघालयों में पदस्थ शिक्षकों को बेहद कम वेतन देकर अधिक समय तक शिक्षण कार्य करा जाता है। साथ ही कई कई निजी विद्यालयों में भविष्य निधि पीएफ भी शिक्षकों की जमा नहीं किया जाता है और यदि पी.एफ. जमा किया जाता है तो पूरा का पूरा पीएफ शिक्षकों के वेतन से काटकर किया जाता है जबकि 50 प्रतिशत विद्यालय प्रशासन द्वारा जमा किया जाना चाहिये। एनएसयूआई ने अपने ज्ञापन में बताया कि निजी विद्यालयों मे वेतन भी बेहद कम है मंाग की जाती है कि विद्यालयों मे कम से कम 6 हजार एवं महाविद्यालयेां में 10 हजार रूपये वेतन शिक्षक शिक्षिकाओं को प्रदान करा जाये और पी एफ की संपूर्ण राशि विद्यालय जमा करें। इसके अलावा निजी विद्यालयों में छात्र छात्राओं की फीस को कोई निर्धारण नहीं है मनमाफिक फीस ली जाती है एंव प्रवेश के नमा पर 7-8 हजार रूपये वसूले जा रहे हैं। एनएसयूआई ने कलेक्टर से मांग की है उक्त संबंध में संबंधितों पर कार्यवाही कडे दिशा निर्देश जारी किये जायें। इस अवसर पर राजीव सुहाने, अम्बरीशचरण दुबे, नितिन गोयल, भवानी कोष्टी, स्वतंत्र नेमा, सुमित नेमा, गौरव जाट,शिवेन्द्र नेमा, अजीज खान, पंकज ठाकुर, सुरेन्द्र पटैल, अनूप शुक्ला के अलावा बडी संख्या में एनएसयूआई के कार्यकत्र्ता उपस्थित थे।
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