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भोपाल। भोपाल रीजन सहित मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के आयकर कार्यालयों में रविवार के बावजूद अधिकारी-कर्मचारी दिन भर कालेधन के खुलासे संबंधी फॉर्म अपलोड करने में जुटे रहे। भोपाल का आंकड़ा 850 करोड़ से भी ज्यादा हो सकता है। विभाग के मुखिया अबरार अहमद का कहना है कि कालेधन की बारिश को हम लोग समेटने में लगे हैं। सोमवार तक फाइनल फिगर सामने आ पाएगा। आयकर विभाग की इस योजना में भोपाल रीजन के शहरों और गांवों में जो अघोषित संपत्ति का खुलासा हुआ है। यह करीब 850 करोड़ से अधिक होने की संभावना है। 30 सितंबर तक जो ऑफलाइन फार्म जमा हुए हैं, रविवार शाम तक उनका ब्योरा अपलोड करने का सिलसिला चलता रहा। प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर अबरार अहमद का दावा है कि यह योजना मप्र-छग में सुपरहिट रही। देश के टॉपटेन राज्यों की गिनती में शुमार होना बड़ी बात है। उन्होंने बताया कि फॉर्म जमा होने एवं सारा रिकॉर्ड एक जगह एकत्र करने के बाद टैक्स जमा कराने की कार्रवाई आगे बढ़ाई जाएगी। रायपुर रीजन में 1100 करोड़ से अधिक कालाधन निकलने को उन्होंने उल्लेखनीय बताया। सोमवार शाम तक सही स्थिति स्पष्ट हो पाएगी। सर्टिफिकेट देगा आयकर विभाग के सामने जिन लोगों ने फॉर्म-1 भर कर अपनी अघोषित संपत्ति उजागर की है, उन्हें अब फॉर्म क्रमांक-2 दिया जाएगा। इसके बाद चालान के जरिए घोषित कालेधन का 45 फीसदी टैक्स जमा कराया जाएगा। टैक्स जमा करने आयकर विभाग ने 3 किस्तों में पैसा देने की सुविधा दी है। इसके लिए नवंबर 2017 तक समय भी दिया गया है। पूरा टैक्स जमा होने के बाद आयकरदाता के नाम पर विभाग इनकम टैक्स डिक्लरेशन स्कीम (आईडीएस)-16 का प्रमाण पत्र भी जारी करेगा। इस प्रमाण पत्र में अघोषित संपत्ति और टैक्स आदि का डिटेल मौजूद रहेगा।
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