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भरतपुर। भरतपुर के एक गांव में सांप के डसने से दो बच्चों की मौत हो गई। दोनों बच्चे अपने घर में सो रहे थे तभी सांप ने उन्हें डस लिया। दरअसल दिन में एक सांप को बच्चों ने पत्थर मारा था। इस पर सांप चला गया, लेकिन रात को सोए हुए बच्चों को डस लिया। जानिए कहीं यह बदला तो नहीं लिया नाग ने ....
- मामला भरतपुर के पास नैवाड़ा गांव का है। गांव के अपने खेत में दो भाई सचिन (12) और बलराम (14) खेल रहे थे।
- अचानक उन्हें पास में एक सांप दिखाई दिया। उसे देखते ही उनमें से एक भाई ने उस पर पत्थर फेंककर मारा।
- पत्थर लगते ही सांप वहां से चला गया। इसके बाद दोनों भाई अपने घर आ गए।
नवरात्र के कारण जमीन पर सो रहे थे
- सचिन और बलराम चार भाई-बहन हैं। दोनों से बड़ी एक बहन है और सबसे बड़ा भाई है वह 19 साल का है।
- इनकी एक चचेरी बहन नवरात्र कर रही है। इसलिए वह इन दिनों जमीन पर सोती है।
- बलराम, सचिन, उसकी बहन और चचेरी बहन रविवार रात को एक कमरे में जमीन पर सो रहे थे।
- दोनों भाई बीच में थे और दोनों कोनों पर बहनें सो रही थीं।
- रात को 11 बजे सचिन के हाथ पर सरसराहट होने पर उसकी आंख खुली।
- उसकी आंख खुल गई। नजारा देखकर उसके होश उड़ गए। वहां एक सांप था। जब तक वह संभल पाता तब तक काफी देर हो चुकी थी।
- सांप ने उसके हाथ की उंगली पर डस लिया। डसने के बाद सांप उसके भाई की ओर चला।
- वह चिल्लाया तो चारों की आंख खुल गई, लेकिन भाई संभल पाता इससे पहले ही नाग ने उसके पैर में डस लिया।
- बच्चों के हल्ला मचाते ही घर वाले जाग गए और वहां आ गए।
- उन्होंने देखा कि वहां छह फीट लंबा एक सांप कुंडली मारे बैठा था।
- घरवालों के हल्ला मचाने पर आस-पास के लाेग भी वहां आ गए।
- लोग लाठियां ले आए और सांप को मारने लगे। घरवालों की बात पर यकीन करें तो सांप छत तक उछल रहा था।
- आखिरकार लोगों ने सांप को लाठियों से पीट-पीट कर मार डाला।
बच्चों को ले गए झाड़-फूंक वाले ओझा के पास, सुबह तक तोड़ दिया दम
- इसके बाद वे लोग दोनों बच्चों को गांव के ही एक सांप का जहर उतारने वाले ओझा के पास ले गए।
- उसका इलाज असरदार नहीं रहा और बच्चों की हालत बिगड़ने लगी।
- सुबह तक बच्चे अचेत हो गए। इस पर लोग सोमवार सुबह बच्चों को हलैना के सरकारी अस्पताल ले गए जहां डाक्टरों ने दोनों लड़कों को मृत घोषित कर दिया।
- इतने में पुलिस भी वहां पहुंच गई। पुलिस ने बच्चों का पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजनों को सौंप दिए।
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