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एक के साथ बीओ दुसरे के साथ सीओ
बैतूल। शिक्षा के स्तर के साथ - साथ छात्रावासो के स्तर में भी सुधार की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता क्योकि शिक्षा के साथ - साथ छात्रावासो एवं उसके अधिक्षको का स्तर भी दिन प्रतिदिन गिरते जा रहा है। शासकीय आदेशो की भीमपुर विकासखण्ड में ऐसी अवमानना हो रही है कि हर कोई सोचने को विवश है कि ऐसे आदेशो का आखिर मतलब क्या है जिसका परिपालन न हो।
भीमपुर बालक उत्कृष्ट छात्रावास के छात्रो की शिकायत एवं जांच अधिकारी द्वारा की गई जांच के उपरांत छात्रावास अधिक्षक गोलमन उइके को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था लेकिन विकासखण्ड अधिकारी परियोजना समन्वयक श्री कवड़ें ने अपने स्वजाति छात्रावास अधिक्षक को छात्रावास अधिक्षक के पद से मुक्त नहीं होने दिया। इधर भीमपुर उत्कृष्ट बालक छात्रावास अधिक्षक पद पर आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग शिक्षा श्री परिहार ने लक्ष्मीकांत पाटील का अधिक्षक पद नियुक्ति आदेश जारी करके वर्तमान छात्रावास अधिक्षक गोलमन उइके को तत्काल प्रभाव के साथ एक तरफा रीलिव भी कर दिया।
खबर अब यह सुनने को मिल रही है कि अधिक्षक पद की कुर्सी को लेकर दोनो अधिकारियों में भी आपस में तलवारे खीच गई है। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) श्री डहरवाल अपने आला अधिकारी के आदेश पर श्री पाटील को छात्रावास अधिक्षक का प्रभार सौपने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू किए वैसे ही जनपद उपाध्यक्ष के पति एवं वर्तमान में एक ग्राम पंचायत के सचिव पद पर बर्खास्तगी के बाद बहाल हुए श्री कास्दे ने गोलमन उइके को न हटाने के लिए राजनैतिक दबाव बनाना शुरू कर दिया।
गोलमन के साथ विकास खण्ड परियोजना अधिकारी श्री कड़वे और जनपद उपाध्यक्ष श्रीमति कास्दे खड़ी हो गई। विवाद की स्थिति जान बुझ कर निर्मित कर पिछले एक पखवाड़े से लक्ष्मीकांत पाटील को प्रभार न दिये जाने एवं प्रभार लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां दी जा रही है। गंभीर परिणाम की धमकी के चलते अभी कुछ दिन पहलें ही मुलताई में एक बैंक प्रबंधक ने ताप्ती सरोवर में अपनी जान दे दी है। बैतूल जिले के अधिकारी अपने नीहित स्वार्थो के लिए अपने चहेतो को उपकृत करने और उन्हे कुर्सी से न हटने देने के लिए तरह - तरह के हथकण्डे अपनाने में लगे हुए है।
उल्लेखनीय है कि श्री गोलमन उइके इसके पूर्व भी दोस्थानो पर छात्रावास अधिक्षक के पद पर रह चुके है तथा उन्हे हर बार शिकवा - शिकायतो के चलते हटाया गया है। इस समय बैतूल जिले में छात्रावास अधिक्षक पदो पर पिछले एक दशक की समयावधि से कई अधिक्षक डटे हुए है तथा कई तो ऐसे भी है जिनके पास एक से अधिक छात्रावास अधिक्षको के पदभार है। बैतूल जिला कलैक्टर शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सुबह से लेकर शाम तक कसरत कर रहे है वही दुसरी ओर अधिक्षक पद को लेकर दोनो अधिकारी एवं कर्मचारी के बीच मलयुद्ध की स्थिति आ गई है।
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री डहरवाल का कहना है कि मैं शासकीय आदेश का पालन करने को तैयार हूं। मुझे वर्तमान छात्रावास अधिक्षक सहयोग प्रदान नहीं कर रहे है। उनको जब एक तरफा रिलीव किया जा चुका है तब उन्हे अपने स्थान पर आदेशित व्यक्ति को पदभार दे देना चाहिए। पिछले एक पखवाड़े से अधिक्षक का आदेश लेकर घुम रहे श्री पाटील को इंतजार है कि कब शासकीय आदेश का परिपालन हो ताकि वह उत्कृष्ट बालक छात्रावास भीमपुर की छबि को सुधार सके।
एक के साथ बीओ दुसरे के साथ सीओ
बैतूल। शिक्षा के स्तर के साथ - साथ छात्रावासो के स्तर में भी सुधार की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता क्योकि शिक्षा के साथ - साथ छात्रावासो एवं उसके अधिक्षको का स्तर भी दिन प्रतिदिन गिरते जा रहा है। शासकीय आदेशो की भीमपुर विकासखण्ड में ऐसी अवमानना हो रही है कि हर कोई सोचने को विवश है कि ऐसे आदेशो का आखिर मतलब क्या है जिसका परिपालन न हो।
भीमपुर बालक उत्कृष्ट छात्रावास के छात्रो की शिकायत एवं जांच अधिकारी द्वारा की गई जांच के उपरांत छात्रावास अधिक्षक गोलमन उइके को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया था लेकिन विकासखण्ड अधिकारी परियोजना समन्वयक श्री कवड़ें ने अपने स्वजाति छात्रावास अधिक्षक को छात्रावास अधिक्षक के पद से मुक्त नहीं होने दिया। इधर भीमपुर उत्कृष्ट बालक छात्रावास अधिक्षक पद पर आयुक्त आदिम जाति कल्याण विभाग शिक्षा श्री परिहार ने लक्ष्मीकांत पाटील का अधिक्षक पद नियुक्ति आदेश जारी करके वर्तमान छात्रावास अधिक्षक गोलमन उइके को तत्काल प्रभाव के साथ एक तरफा रीलिव भी कर दिया।
खबर अब यह सुनने को मिल रही है कि अधिक्षक पद की कुर्सी को लेकर दोनो अधिकारियों में भी आपस में तलवारे खीच गई है। विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) श्री डहरवाल अपने आला अधिकारी के आदेश पर श्री पाटील को छात्रावास अधिक्षक का प्रभार सौपने के लिए कागजी कार्रवाई शुरू किए वैसे ही जनपद उपाध्यक्ष के पति एवं वर्तमान में एक ग्राम पंचायत के सचिव पद पर बर्खास्तगी के बाद बहाल हुए श्री कास्दे ने गोलमन उइके को न हटाने के लिए राजनैतिक दबाव बनाना शुरू कर दिया।
गोलमन के साथ विकास खण्ड परियोजना अधिकारी श्री कड़वे और जनपद उपाध्यक्ष श्रीमति कास्दे खड़ी हो गई। विवाद की स्थिति जान बुझ कर निर्मित कर पिछले एक पखवाड़े से लक्ष्मीकांत पाटील को प्रभार न दिये जाने एवं प्रभार लेने पर गंभीर परिणाम भुगतने की धमकियां दी जा रही है। गंभीर परिणाम की धमकी के चलते अभी कुछ दिन पहलें ही मुलताई में एक बैंक प्रबंधक ने ताप्ती सरोवर में अपनी जान दे दी है। बैतूल जिले के अधिकारी अपने नीहित स्वार्थो के लिए अपने चहेतो को उपकृत करने और उन्हे कुर्सी से न हटने देने के लिए तरह - तरह के हथकण्डे अपनाने में लगे हुए है।
उल्लेखनीय है कि श्री गोलमन उइके इसके पूर्व भी दोस्थानो पर छात्रावास अधिक्षक के पद पर रह चुके है तथा उन्हे हर बार शिकवा - शिकायतो के चलते हटाया गया है। इस समय बैतूल जिले में छात्रावास अधिक्षक पदो पर पिछले एक दशक की समयावधि से कई अधिक्षक डटे हुए है तथा कई तो ऐसे भी है जिनके पास एक से अधिक छात्रावास अधिक्षको के पदभार है। बैतूल जिला कलैक्टर शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए सुबह से लेकर शाम तक कसरत कर रहे है वही दुसरी ओर अधिक्षक पद को लेकर दोनो अधिकारी एवं कर्मचारी के बीच मलयुद्ध की स्थिति आ गई है।
विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी श्री डहरवाल का कहना है कि मैं शासकीय आदेश का पालन करने को तैयार हूं। मुझे वर्तमान छात्रावास अधिक्षक सहयोग प्रदान नहीं कर रहे है। उनको जब एक तरफा रिलीव किया जा चुका है तब उन्हे अपने स्थान पर आदेशित व्यक्ति को पदभार दे देना चाहिए। पिछले एक पखवाड़े से अधिक्षक का आदेश लेकर घुम रहे श्री पाटील को इंतजार है कि कब शासकीय आदेश का परिपालन हो ताकि वह उत्कृष्ट बालक छात्रावास भीमपुर की छबि को सुधार सके।
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