TOC NEWS
पियर्स ब्रोसनन ने 'पान मसाला' ऐड पर जताया खेद बोले, इस तरह के एड करने की सोच भी सकता
नई दिल्ली। हॉलीवुड फिल्म जेम्स बांड के किरदार के लिए दुनिया भर में मशहूर एक्टर पियर्स ब्रोसनन ने हाल ही में पान मसाला की एड करके अपने दुनियाभर के फैन्स को चौंका दिया। इस एड की सोशल मीडिया पर इतनी आलोचना हुई। बाद में सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन ने भी इस एड पर आपत्ति जताते हुए इसे बैन तक कर दिया।
इस एडको करने के फैसले से दुखी पियर्स ने कहा कि उन्हें इस बात जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह एक तंबाकू से जुड़े प्रोडक्ट का विज्ञापन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस ऐड कॉन्ट्रैक्ट के जरिए उन्हें गुमराह किया गया। उन्हें इस प्रोडक्ट के बारे यह बताया गया था कि ये एक माउथ फ्रेशनर या टुथ व्हाइटनर है। ब्रोसनन ने यह भी कहा कि वह कभी इस तरह की एड करने की सोच भी नहीं सकते जब वह अपनी पहली पत्नी, बेटी और कई दोस्तों को कैंसर की वजह से खो चुके हैं। '
हॉलीवुड फिल्म का सबसे दमदार और मशहूर किरदार जेम्स बांड की भूमिका के लिए पहचाने जाने वाले अभिनेता पियर्स ब्रॉसनन से भारत के प्रसिद्ध कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर पंकज चतुर्वेदी ने पत्र लिखकर पान मसाला के विज्ञापन छोड़ने का अनुरोध किया है। उन्होंने पियर्स से इसके बारे में जागरुकता अभियान में शामिल होने को कहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों और आम लोग सोशल मीडिया पर ब्रॉसनन पर इस को लेकर गंभीर सवाल उठा रहे हैं। कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर पंकज चतुर्वेदी ने कहा कि वे ब्रॉसनन के बहुत बड़े प्रशंसक रहे हैं, लेकिन पान मसाले का उनका विज्ञापन देखकर उन्हें बहुत चोट पहुंची है। इस अभिनेता को लिखे खुले पत्र में उन्होंने दस सवाल तो पूछे ही हैं, साथ ही यह अनुरोध भी किया है कि वे सुपारी चबाने से होने वाले गंभीर बीमारियों के बारे में जागरुकता अभियान में शामिल हों।
मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल के प्रोफेसर चतुर्वेदी ने ब्रॉसनन से पूछा, 'इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने पाया है कि सुपारी में कैंसर पैदा करने वाले तत्व होते हैं। क्या ब्रॉसनन को यह बात पता है?' इसी तरह भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी रिपोर्ट में सुपारी से बनने वाले सुगंधित पान मसाला के नुकसान के बारे में विस्तार से बताया है। ब्रॉसनन को इंगित करते हुए चतुर्वेदी ने लिखा है, 'विभिन्न प्रयोगशालाओं में जांच के बाद कानूनी रूप से पान मसाला की हर पैकिंग पर यह साफ लिखना अनिवार्य है कि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ऐसे में आपने इसका प्रचार करने का फैसला क्यों किया?'
पियर्स ब्रोसनन ने 'पान मसाला' ऐड पर जताया खेद बोले, इस तरह के एड करने की सोच भी सकता
इस एडको करने के फैसले से दुखी पियर्स ने कहा कि उन्हें इस बात जरा भी अंदाजा नहीं था कि वह एक तंबाकू से जुड़े प्रोडक्ट का विज्ञापन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस ऐड कॉन्ट्रैक्ट के जरिए उन्हें गुमराह किया गया। उन्हें इस प्रोडक्ट के बारे यह बताया गया था कि ये एक माउथ फ्रेशनर या टुथ व्हाइटनर है। ब्रोसनन ने यह भी कहा कि वह कभी इस तरह की एड करने की सोच भी नहीं सकते जब वह अपनी पहली पत्नी, बेटी और कई दोस्तों को कैंसर की वजह से खो चुके हैं। '
जेम्स बांड से इस भारतीय कैंसर विशेषज्ञ डॉक्टर ने की 'पान मसाला' का एड न करने की अपील
मुंबई के टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल के प्रोफेसर चतुर्वेदी ने ब्रॉसनन से पूछा, 'इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर ने पाया है कि सुपारी में कैंसर पैदा करने वाले तत्व होते हैं। क्या ब्रॉसनन को यह बात पता है?' इसी तरह भारत सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दाखिल अपनी रिपोर्ट में सुपारी से बनने वाले सुगंधित पान मसाला के नुकसान के बारे में विस्तार से बताया है। ब्रॉसनन को इंगित करते हुए चतुर्वेदी ने लिखा है, 'विभिन्न प्रयोगशालाओं में जांच के बाद कानूनी रूप से पान मसाला की हर पैकिंग पर यह साफ लिखना अनिवार्य है कि यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। ऐसे में आपने इसका प्रचार करने का फैसला क्यों किया?'
No comments:
Post a Comment