अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की लगी तस्वीर पर विवाद बढ़ता जा रहा है । बीजेपी सांसद के बाद अब योगी आदित्यनाथ की हिन्दू युवा वाहिनी ने विश्वद्यालय को 48 घंटे में वहां लगी तस्वीर को हटाने का अल्टीमेटम दिया है । संगठन का कहना है कि अगर तस्वीर दो दिनों के अंदर में नहीं हटाई गई तो हमारे लोग ज़बरदस्ती वहां लगी जिन्ना की तस्वीर को हटा देंगे ।
इस मामले में हिन्दू युवा वाहिनी के अध्यक्ष आदित्य पंडित का कहना है कि अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में जिन्ना की लगी तस्वीर को हटाने के लिए हमने कसम खाई है इस लिए तस्वीर तो किसी भी किम्मत पर हट कर ही रहेगा बेहतर होगा कि जब तस्वीर हटाने हमारे लोग जाएं इससे पहले खुद यूनिवर्सिटी तस्वीर को हटा दे ।
तो वही कांग्रेस का कहना है कि बीजेपी मुद्दे को भटका रही है और विविधता की राजनीति कर रही है यह मुद्दा इतना बड़ा नहीं है जितना बीजेपी इसे बना रही है । कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने का कहना है कि बीजेपी लोगों का ध्यान मुख्य सब्जेक्ट से भटकना चाहती है .
दरअसल जिन्ना विवाद ऐसे समय पर शुरू हुआ है जब पिछले बार आरएसएस कार्यकर्ता अमीर रशिद ने वीसी को पत्र लिख कर यूनिवर्सिटी कैम्पस में संघ की सखा आयोजित करने की बात कही थी लेकिन रशिद ने साफ इंकार कर दिया था ।
उन्होंने कहा था कि यूनिवर्सिटी कैम्पस में किसी भी तरह की साख का आयोजन करने की अनुमति नहीं दी जा सकती । आपको बता दें कि अलीगढ़ से भाजपा सांसद सतीश गौतम ने जिन्ना की तस्वीर यूनिवर्सिटी में लगाये जाने को ले कर आपत्ति जताई थी ।
जिस पर यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता सफी किदवई ने सफाई देते हुए कहा कि जिन्ना यूनिवर्सिटी कोर्ट के संस्थापक सदस्य रहे हैं और साथ ही उन्हें 1938 में लाइफटाइम मेंबरशिप दी गई थी । जिन्ना 1920 में यूनिवर्सिटी कोर्ट के संस्थापक सदस्यों में से एक थे और उन्होंने इस यूनिवर्सिटी को दान भी दिया था ।
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