20 मार्च को मनाया जाता है विश्व गौरैया दिवस, देखें शॉर्ट मूवी |
ब्यूरो चीफ मुलताई, जिला बैतूल // तनवीर सिंह सौलंकी : 8839762253
मुलताई । यह आंगन और घरों में देखी जाने वाली चिड़िया है जो अब विलुप्त होने की कगार पर है, 2012 में गौरैया को घोषित किया गया दिल्ली की राज्य पक्षी। यह चिड़िया दुनिया भर में पाई जाती है , गौरैया के संरक्षण के बारे में जागरूकता फैलाता है, विश्व गौरैया दिवस । इस शॉर्ट मूवी का मुख्य उद्देश्य है देश में विलुप्त होती हुई इस चिड़िया की प्रजाति को बचाना ।
4 से 5 वर्ष की होती है जंगलों में रहने वाली गौरैया की उम्र, घरों में दिखने वाली गौरैया खा सकती है 830 प्रकार के भोजन ।मोबाइल टावर इनकी विलुप्त का मुख्य कारण है। भोजन और जल की कमी के साथ गौरैया को घोसले बनाने के लिए शहरों में पेड़ कम मिलते हैं । खेतों में कीटनाशक का इस्तेमाल कर चिड़िया का कुदरती भोजन भी खत्म कर दिए जाते हैं जिसे खाकर चिड़िया फसल की रक्षा करती है। साथ ही हरियाली में कमी होना इनकी विलुप्त का मुख्य कारण है।
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